बस्तर

एनएच-30 को फोरलेन करने बाफना ने लिखा गडकरी को पत्र
13-Feb-2021 7:32 PM
  एनएच-30 को फोरलेन करने बाफना ने लिखा गडकरी को पत्र

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 13 फरवरी। धमतरी- जगदलपुर  मार्ग एनएच 30 को फोरलेन किये जाने अथवा इसे भारतमाला परियोजना में शामिल करने भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक संतोष बाफना ने एक बार पुन: केन्द्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर बस्तरवासियों की मांग पर विचार करने का आग्रह किया है।

गौरतलब है कि, इससे पहले भी बाफना ने केन्द्र सरकार के द्वारा भारतमाला परियोजना में स्वीकृत हुए रायपुर-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस-वे में कोण्डागॉव व्हाया जगदलपुर-नगरनार मार्ग को भी सम्मिलित किये जाने का आग्रह किया था।

बाफना ने केन्द्रीय मंत्री को अपने भेजे गए पत्र में लिखा है कि केन्द्र सरकार के द्वारा 22 सितम्बर 2014 को स्वीकृत छत्तीसगढ़ राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 धमतरी से जगदलपुर 222 किमी टू लेन मय पेव्हड शोल्डर चौड़ीकरण एवं उन्नयन का कार्य ईपीसी पद्धति से किये जाने हेतु एनएचडीपी- 4 योजना के अंतर्गत स्वीकृति प्रदान की गई थी और अब यह कार्य लगभग खत्म होने को भी है परन्तु इस मार्ग के चौड़ीकरण मात्र से बस्तर की समस्या का सम्पूर्ण समाधान नहीं हो सकेगा।

धमतरी से जगदलपुर तक चौड़ीकरण कार्य की स्वीकृति के पश्चात् जगदलपुर तक फोरलेन सडक़ का सपना जहॉ बस्तर वासियों के लिए अधूरा रहा गया था किन्तु यह आशा जरूर थी कि, भविष्य में कभी किसी अन्य विकल्प के माध्यम से रायपुर से जगदलपुर तक की सडक़ को फोरलेन में जरूर बदला जाएगा। परंतु केन्द्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा भारतमाला परियोजना जिसका उद्देश्य देश के पिछड़े इलाकों, धार्मिक और ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों को जोडऩे के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं और राष्ट्रीय गलियारों तक कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना है किन्तु इस परियोजना में भी बस्तरवासियों की मांग को कोई स्थान नहीं मिलने से आम जनमानस में निराशा के स्वर व्याप्त हैं।

बाफना ने पत्र के अंत केन्द्रीय मंत्री से आग्रह करते हुए कहा है कि मेरा ऐसा मानना है कि, किसी भी क्षेत्र के आर्थिक, सामाजिक विकास में सडक़ों की अहम् भूमिका होती है। एक सडक़ जिन-जिन इलाकों से होकर गुजरती है वो अपने साथ विकास की किरण भी लाती है। इसलिए यदि धमतरी से जगदलपुर तक फोरलेन में बदल दिया जाए अथवा राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 को ही भारतमाला परियोजना में शामिल कर दिया जाए तो बस्तर संभाग के विकास की यात्रा प्रारंभ हो सकती है साथ ही इससे बस्तर के नगरनार क्षेत्र में एनएमडीसी के द्वारा 20 हजार करोड़ की लागत से बन रहे संयंत्र से इस्पात उद्योग को बड़ा प्रोत्साहन मिलेग। साथ ही बेहतर सडक़ संपर्क उपलब्ध होने से लोगों को बिना किसी अड़चन के आने-जाने की सुविधा भी मिलेगी।

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