बस्तर
![रेत की अवैध खुदाई का आरोप, कार्रवाई की मांग रेत की अवैध खुदाई का आरोप, कार्रवाई की मांग](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16132303202.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 13 फरवरी। जनपद पंचायत बकावंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत टलनार में एक दबंग के द्वारा रेत का अवैध खनन करने का आरोप ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने लगाया है। उन्होंने कार्रवाई की मांग की है।
आरोप है कि टलनार पंचायत में रसूखदार अपने रसूख का प्रयोग कर अवैध तरीके से रेत का खनन कर रहा है, जिसका ना तो पंचायत से एनओसी ली गई है, और ना ही माइनिंग विभाग से किसी भी प्रकार का परमिशन लिया गया है। बावजूद इसके भी पिछले 15 दिनों से लगातार रेत निकाला जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेसीबी मशीन से खोदकर रेत का खनन कार्य किया जा रहा है। प्रतिदिन लगभग 20 से 25 टिप्पर रेत अवैध रूप से निकाला जा रहा है,जिसकी जानकारी माइनिंग विभाग को भी दी गई है, लेकिन आज तक कार्रवाई नहीं किया जा सका।
ग्राम पंचायत टलनार के सरपंच का कहना है, कि पंचायत में रेत का अवैध तरीके से खनन कार्य चल रहा है, जिसका ग्राम पंचायत से किसी भी प्रकार की एनओसी नहीं ली गई है। वहीं पंचायत के उपसरपंच का कहना है कि पंचायत से किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं ली गई। बिना अनुमति के ही अवैध तरीके से रोज रेत का खनन किया जा रहा है। हम संबंधित अधिकारी से अनुरोध करते हैं, कि जल्द से जल्द ठेकेदारों पर कार्रवाई करें।
क्षेत्र क्रमांक 22 के जनपद सदस्य तुलाराम भारती ने बताया कि जहां से रेत का खनन किया जा रहा है। वह हमारे पंचायत के सीमा क्षेत्र में आता है, और जिस ठेकेदार के द्वारा रेत का अवैध खनन करवाया जा रहा है उसके द्वारा पंचायत से किसी प्रकार की सहमति नहीं ली गई है, और धड़ल्ले से रेत निकाला जा रहा है। जिसको लेकर ग्रामीण हमारे ऊपर आरोप लगा रहे हैं कि पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने पैसे लेकर उन्हें कार्य करने की सहमति प्रदान की है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है और ठेकेदार अपनी मनमानी कर रहे हैं।
जब इस विषय में माइनिंग अधिकारी हेमंत चेरपा से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि मुझे इसकी जानकारी प्राप्त हुई है, जिसका जल्द से जल्द जांच किया जाएगा। वहीं पास के बनिया गांव में रेत खनन का लीज दिया गया है, ग्राम पंचायत टलनार में अवैध तरीके से यदि रेत का खनन किया जा रहा है तो उक्त ठेकेदार पर कार्रवाई की जाएगी।