दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 23 अप्रैल। शिक्षा जगत विशेषकर भिलाई के लिए कल का दिन अत्यंत ही दुखदाई रहा। इंदिरा गांधी नेशनल ट्राईबल विश्वविद्यालय अमरकंटक के पूर्व वाइस चांसलर डॉ.तीर्थश्वर सिंह एवं विश्वकर्मा कोचिंग क्लासेस की संचालक सुनीता विश्वकर्मा का कोरोना से निधन हो गया। दोनों ही शिक्षकों के बरसों किए गए योगदान को भुलाया नहीं जा सकेगा।
कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय भिलाई नगर के पूर्व प्रोफेसर सेक्टर-09 निवासी डॉ.तीर्थश्वर सिंह (58) का 22 अप्रैल की रात्रि करीब 7.30 बजे इलाज के दौरान किम्स अस्पताल बिलासपुर में निधन हो गया। वे प्रोफेसर डॉ. वीणा सिंह के पति व इंजीनियरिंग महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. राजेश्वर सिंह के बड़े भाई थे। क्षत्रिय कल्याण सभा भिलाईनगर ने डॉ. तीर्थश्वर सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।
डॉ. तीर्थश्वर सिंह द्वारा शिक्षा जगत में विगत 4 दशकों से अपनी निरंतर सेवाएं दी हैं । इसके अलावा उनके द्वारा एनसीसी में कैप्टन पद पर रहते हुए सेवाएं देते हुए अनेकों छात्र छात्राओं का मार्गदर्शन किया।
सुनीता विश्वकर्मा सेक्टर 10 में जूलॉजी विषय के कोचिंग क्लासेस की संचालिका थीं। वे बहुत ही लोकप्रिय शिक्षिका थीं। इसके पढ़ाए स्टूडेंट हर साल पीएमटी में चयनित होते रहे हैं। कोरोना की वजह से कल दोपहर 2 बजे हाइटेक हॉस्पिटल में निधन हो गया। इनके पति डॉ. सुनील विश्वकर्मा है। सुनीता विश्वकर्मा नवीन महाविद्यालय खुर्सीपार में हिंदी विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष स्वर्गीय डॉ. शीला शर्मा एवं साइंस कॉलेज दुर्ग में समाजशास्त्र विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. सुचित्रा शर्मा की छोटी बहन थी। वे अपने पीछे 13 वर्षीय बिटिया को छोड़ गई हैं।