रायगढ़
छत्तीसगढ़ संवाददाता
खरसिया, 20 मई। शिक्षकों के लिए व्यावसायिक विकास कार्यक्रम के तहत 18 मई को डॉ. रमेश टंडन हिन्दी विभागाध्यक्ष व नैक समन्वयक के मुख्य संयोजन एवं आई क्यू एसी समन्वयक मनोज साहू के तकनीकी संयोजन में शासकीय महात्मा गांधी स्नतकोश्रर महाविद्यालय में ‘कला संकाय के विषयों को प्रभावशाली तरीके से कैसे पढ़ाएं’ विषय पर ऑनलाईन गूगल मीट के माध्यम से वेबिनार सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉ. पीसी घृतलहरे के द्वारा वक्ताद्वय डॉ0 साधना खरे प्राध्यापक शासकीय ई0 वि0 स्नातकोश्रर महाविद्यालय कोरबा एवं डॉ0 कल्पना मिश्रा सहायक प्राध्यापक हिन्दी शासकीय दू0 ब0 महिला महाविद्यालय रायपुर के स्वागतोपरान्त, अग्रणी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अंजनी तिवारी ने विषय की सार्थकता और आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए प्रतिभागियों को सम्बोधित किया। डॉ.टण्डन के द्वारा वक्ताओं का ससम्मान परिचय उद्बोधन के पश्चात् वक्ताओं ने विषय पर गहन और व्यापक व्याख्यान प्रस्तुत किया। अपने सारगर्भित उद्बोधन में समाजशास्त्री डॉ. साधना खरे ने भारतीय शिक्षा में गौरवशाली पक्षों को उभारा।
उन्होंने कहा कि शिक्षक को बहुविज्ञ होना चाहिए, छात्रों की परिस्थिति को समझें, समदृष्टि बनाएँ, शिक्षक की प्रत्येक गतिविधि का छात्रों पर प्रभाव पड़ता है, इसलिए का व्यक्तित्व उत्कृष्ट होना चाहिए। डॉ. खरे ने ‘पंडित जी और बस परिचालक’ तथा ‘प्राध्यापक और उद्योगपति’ कहानी के माध्यम से शिक्षक के भूमिका को रेखांकित किया। द्वितीय मुख्य वक्ता लेखिका डॉ. कल्पना मिश्रा ने अध्यापन के प्रभावशाली तरीकों पर विशेष बल देते हुए अध्यापन की विभिन्न शैलियों एवं तकनीकी पर प्रकाश डाला। उन्होंने शिक्षक के आंतरिक व बाह्य गुण, आत्मानुशासन, नैतिक मूल्य, सामूहिक कार्य, नेतृत्व क्षमता पर भी ध्यान आकृष्ट किया। शिक्षकों के लिए आयोजित यह कार्यक्रम पूर्णत: सार्थक, उपयोगी एवं शिक्षकों को ऊर्जावान बनाने में उत्साहवर्धक, प्रेरक रहा। शिक्षकों में नई ऊर्जा का संचार हुआ एवं नई तकनीकी के ज्ञान का प्रसार हुआ।
कार्यक्रम के दौरान आई क्यू ए सी समन्वयक मनोज साहू ने वक्ताद्वय का वक्तव्य विश्लेषण भी प्रस्तुत किया। प्रतिभागियों की शंकाओं व प्रश्नों का समाधान वक्ताओं के द्वारा किया गया, साथ ही प्रतिभागियों से महŸवपूर्ण सुझाव भी आए। कार्यक्रम के दौरान एम एल धीरही, डॉ. पी एल पटेल, डॉ. सुशीला गोयल, सरला जोगी, अश्वनी पटेल, काश्मीर एक्का, पवन चेतानी, जुवेल केरकेटा, शिवाकांत इजारदार, जयराम कुर्रे, दिनेश संजय, दुष्यंत भोई, रीता सिंह, डॉ. मो0 तलहा, डॉ. आकांक्षा मिश्रा, प्रियंका राठौर, अर्जुन झा, डिम्पल अग्रवाल, लैनदास मानिकपुरी सहित लगभग 48 प्राध्यापकों, प्राचार्यों की गरिमामयी ऑनलाईन उपस्थिति रही। डॉ. आर के टण्डन ने कार्यक्रम का संचालन एवं एम के साहू ने आभार व्यक्त किया।