रायगढ़
![बस किराए में वृद्धि के लिए स्थाई नीति बनाने की मांग यातायात महासंघ के समर्थन में दिया धरना, सौंपा ज्ञापन बस किराए में वृद्धि के लिए स्थाई नीति बनाने की मांग यातायात महासंघ के समर्थन में दिया धरना, सौंपा ज्ञापन](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16258355442.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 9 जुलाई। छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ के आह्वान पर जिला बस मालिक कल्याण समिति द्वारा यात्री किराया 40 फीसदी बढ़ाए जाने एवं किराया वृद्धि के संबंध में स्थाई नीति बनाने की मांग को लेकर कलेक्टर और जिला परिवहन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया है। ज्ञापन सौंपने पहुंचे जिला बस मालिक संघ के पदाधिकारियों ने पड़ोसी राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ में भी यात्री किराया बढ़ाए जाने की मांग की है इसके साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर आगामी 13 जुलाई से प्रदेशभर की बसों का परिचालन बंद करने की बात कही है।
यातायात महासंघ के तत्वाधान में गुरूवार 8 जुलाई को बस मालिकों ने स्थानीय ट्रांसपोर्ट नगर बस स्टैंड मे प्रदेश व्यापी एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर अपनी बात रखते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि करने के कारण बस संचालकों को यात्री बस सेवा प्रारंभ रखने में काफी कठिनाई उठानी पड़ रही है। बढ़े हुए डीजल के मूल्य में बस संचालन कर पाना और बस का खर्च वहन कर पाना उनके लिए एक बड़ी समस्या बन गया है। पिछले 16 माह से कोरोना महामारी के कारण राज्य में बस संचालन की स्थिति पूरी तरह से प्रभावित रही है। उन्होंने अपनी बात रखते हुए आगे बताया कि बीते 29 मई को प्रदेश यूनियन द्वारा तीन सूत्रीय मांग पत्र प्रस्तुत किया गया था। जिसमें त्वरित रूप से निराकरण किया जाना एवं यात्री किराया बढ़ाए जाने हेतू अधिसूचना जारी किया जाना न्याय संगत होगा। जिससे राज्य में आम जनता की सुविधा के लिए बसों का परिचालन प्रारंभ हो सके। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश राज्य में वर्ष 2018 में 10 प्रतिशत किराया बढ़ाया गया था जिसके पश्चात वर्ष 2021 मई माह में 25 प्रतिशत किराया वृद्धि की गई है इस दौरान छत्तीसगढ़ में किराया वृद्धि बिल्कुल नहीं हुई, वर्तमान स्थिति को देखते हुए प्रदेश में 40 प्रतिशत किराया वृद्धि किया जाना अनिवार्य हो गया है। ज्ञापन लेने पहुंची डिप्टी कलेक्टर अभिलाषा पैंकरा ने बस मालिक संघ की मांग को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है।