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कहा- संस्था में फैली अव्यवस्था, मच्छरदानी तक उपलब्ध नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 जुलाई। तीन दिन पहले चिन्नाकोडेपाल पोटाकेबिन के एक छात्र की मलेरिया से मौत होने की खबर के बाद पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने उक्त पोटाकेबिन का दौरा कर वहां के हालात से रूबरू हुए।
पूर्व मंत्री महेश गागड़ा बुधवार को चिन्नाकोडेपाल पोटाकेबिन का दौरा कर छात्र की मौत को लेकर उन्होंने विभागीय लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने प्रेस को अपने जारी बयान में कहा कि संस्था में अव्यवस्था फैली हुई है। परिसर में जहां गंदगी व साफ सफाई का अभाव है, तो वहीं यहां के शयनकक्ष में छात्रों के लिए न ही मच्छरदानी है और न ही अन्य सामाग्री उपलब्ध हैं।
गागड़ा ने जारी बयान में अधीक्षक पर लापरवाही बरतने व ध्यान न देने का आरोप लगाया है। गागड़ा ने बताया कि छात्र की तबियत बिगडऩे पर उसने रात में अधीक्षक को उठाने का प्रयास किया, परन्तु अधीक्षक ने नजरअंदाज कर दिया।
अगले दिन छात्र की तबियत जब ज्यादा बिगड़ी तो छात्र को आनन फानन में अस्पताल लाया गया और उसे परिजनों को सौंप दिया गया।
गागड़ा ने आरोप लगाया है कि छात्र की मौत विभागीय लापरवाही बरतने के चलते हुई है। उन्होंने जिला प्रशासन से संबंधितों पर कार्रवाई की मांग की हैं। उन्होंने कहा कि चिन्नाकोडेपाल में आज तक मच्छरदानी उपलब्ध नहीं कराई गई है।
सेंड्रापारा, रालापल्ली व तालाब पारा के लोगों को पहुंचाया गया शिविर
हालात का जायजा लेने कलेक्टर व एसपी पहुंचे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 जुलाई। जिले के भोपालपटनम नगर में बीती रात से हुई मूसलाधार बारिश से नगर के तीन वार्डों के घरों में पानी घुसने गया। भारी बारिश के चलते तीनों ही वार्ड जलमग्न हो गए। राहत व बचाव दल ने लोगों को घरों से निकालकर राहत शिविर तक पहुंचाया। सुबह तक यहां बाढ़ जैसे हालात बने रहे।
मंगलवार की मध्य रात्रि से हुई तेज बारिश ने नगर के कई हिस्सों में बाढ़ का रूप ले लिया था। नगर के रालापल्ली, सड्रापारा व छोटा तालाब पारा में पानी घरों के अंदर घुस गया था और पूरा मोहल्ला जलमग्न हो गया। इन कालोनियो में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। जिन लोगों के घरों में पानी घुसा था। वहां के लोगो को रेस्क्यू टीम ने राहत शिविर तक लाने के लिए सुबह से ही मशक्कत की।
इस बारे में खबर लगते ही बुधवार की बीजापुर कलेक्टर राजेन्द्र कटारा व एसपी आंजनेय वाष्णेय भी पीडि़तों से मिलने प्रभावित स्थल पहुंचे थे। बाढ़ इलाकों में पानी की निकासी के संबंध में कलेक्टर ने तहसीलदार व सीएमओ को निर्देश दिए हैं।
बताया गया है कि मंगलवार की रात बारिश के पानी ने 29 मकानों को आंशिक तौर पर क्षति पहुंचाया है। वहीं आशंका है कि 10 मकानों को आर्थिक क्षति हो सकती है। इधर प्रशासन की ओर से सामुदायिक भवन में लगाए गए राहत शिविर मे 22 व्यक्तियों के लिए भोजन पानी की व्यवस्था की गई हैं।
इस दौरान बीजापुर एसडीएम पवन कुमार प्रेमी, तहसीलदार सूर्यकांत, नगर पालिका अधिकारी बीआर सोनबेर सड्रापारा नाले के किनारे बसे लोगो राहत पहुंचाने में लगे थे। बताया गया है कि भोपालपटनम में मंगलवार की रात अब तक कि सबसे ज्यादा बारिश हुई थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 जुलाई। यहां से महज 10 किमी दूर चिन्नाकोडेपाल के समीप सिंगार बहार नाला में पुल का निर्माण किया गया है। पुल का निर्माण तो हो गया है, लेकिन डायवर्सन आने जाने वालों के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है।
दरअसल, नेशनल हाईवे 63 पर चिन्नाकोडेपाल में एक माह पूर्व डामरीकृत डायवर्सन बनाया ताकि आवागमन में किसी प्रकार की परेशानियां न हो। बारिश शुरू होते ही पक्की डामरीकृत डायवर्सन पूरी तरह से खराब होकर बड़े-बड़े गड्डे में तब्दील हो गई हैं। इस डायवर्सन से दो व चार पहिया वाहनों को निकलना मुश्किल हो गया है। ज्ञात हो कि इस राष्ट्रीय राजमार्ग 63 से रोजाना अंतरराज्यीय वाहनों का रात दिन आवागमन होता रहता है।
इस बारे में एनएच के एसडीओ एके राव ने बताया कि परिवर्तित मार्ग के आगे अभी तीन छोटे पुलिया और बनने है। मुख्य पुल का काम भी अभी अपूर्ण है। बारिश का पानी सडक़ में जमा न हो इसलिए परिवर्तित मार्ग बनाया है। उन्होंने कहा है कि परिवर्तित मार्ग में व्यवधान हो रहा है, तो एक-दो दिन में ठेकेदार के माध्यम से सुधार कार्य करवा दिया जाएगा।
अब घर बैठे ही अपने सामानों को भेज सकेंगे विदेश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 जुलाई । बुधवार को बीजापुर डाकघर में डाकघर निर्यात केंद्र का शुभारंभ कर दिया गया है। डाकघर अधीक्षक बस्तर संभाग आरपी वर्मा ने बताया कि डाकघर निर्यात केंद्र शुरू होने से अब ग्राहक विदेश में भी डाक से अपने वस्तुओं का निर्यात कर सकेंगे। निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से डाकघर निर्यात केंद्र को संभाग में जिला डाकघरों में शुरू किया जा रहा है। इस अवसर पर सहायक अधीक्षक सुनील कुमार मीणा, निरीक्षक सुनील कुमार मुलाथु,जेबी सिंह उपडाकपाल बीजापुर, डाक सहायक दिनेश कुमार एँव डाकघर के सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।
ग्राहकों के समय व पैसों दोनों की होगी बचत- आरपी वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि एम एस एम ई हैंडीक्राफ्ट छोटे व्यापारियों को कस्टम क्लीयरेंस के लिए अब बड़े महानगरों की ओर नहीं जाना पड़ेगा। जिससे पैसे और समय दोनों की बचत होगी। डाकघर निर्यात केंद्र एक वर्चुअल प्लेटफार्म है। इसके द्वारा घर बैठे ही ऑनलाइन एंट्री कर सकते हैं।
इस दौरान एक लेबल जनरेट होगा इस लेवल को सामान में चिपकाना होगा इसकी सूचना कस्टम विभाग को चली जाएगी किसी भी प्रकार की कस्टम के द्वारा आपत्ति होती है तो ग्राहक को अलर्ट कर दिया जाएगा इसे ग्राहक ऑनलाइन अपलोड कर सकेंगे यह कस्टम के पास पहुंच जाएगा इससे शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को काफी सुविधा होगी और लोग अपने घर बैठे ही अपने सामानों को विदेश भेज सकते हैं।
रेसिडेंशियल स्कूल में 200 बच्चों का किया गया था टेस्ट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 जुलाई। जिले में संचालित पोटाकेबिनों में इन दिनों मलेरिया का प्रकोप फैला हुआ है। मंगलवार को बासागुड़ा पोटाकेबिन के 9 छात्रों की रिपोर्ट मलेरिया पॉजिटिव आई है। इनका इलाज बासागुड़ा में चल रहा है। ये सभी चौथी से सातवीं क्लास के हैं।
बारिश के शुरू होते ही जिले में मलेरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को उसूर ब्लॉक के बासागुड़ा में संचालित बालक पोटाकेबिन में अध्यनरत 9 छात्र मलेरिया पॉजिटिव मिले हैं। ये सभी छात्र 4 से 7वीं क्लास के हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बासागुड़ा के डॉक्टर गौरी ने बताया कि मंगलवार को बासागुड़ा पोटाकेबिन के 200 छात्रों का किट के द्वारा मलेरिया टेस्ट किया गया था। जिसमें 9 छात्र मलेरिया पॉजिटिव मिले हैं।
उन्होंने बताया कि सभी पॉजिटिव छात्रों का उपचार चल रहा हैं। ज्ञात हो कि दो दिन पहले ही बीजापुर ब्लॉक के चिन्नाकोडेपाल पोटाकेबिन में अध्यनरत एक छात्र की मलेरिया से मौत हो गई थी। रेसिडेंशियल स्कूलों के छात्रों के मलेरिया पॉजिटिव होने के लगातार मामले सामने से संस्थाओं की व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
जिम्मेदार छुट्टी पर
बासागुड़ा रेसिडेंशियल स्कूल पोटाकेबिन के अधीक्षक रितेश सर्वागीरी से जानकारी लेने उन्हें उनके नंबर पर कॉल किया गया। लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। सूत्रों से पता चला है कि वे कुछ दिनों से छुट्टी पर हैं। उनकी जगह किसी और को चार्ज किया गया है।
विभाग ने अब तक 39 को न्यायिक हिरासत में भेजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 25 जुलाई। बाघ की खाल तस्करी में संलिप्त आरोपियों में तीन आरोपियों किशोर दशरारिया, धर्मपाल नानाजी चापले व श्यामराव शिवनकर की जमानत कोर्ट ने खारिज कर दी हैं। इस मामले से जुड़े 7 आरोपी अब भी फरार हैं। बाघ की खाल मामले अब तक 39 आरोपियों को जेल भेजा जा चुका हैं।
ज्ञात हो कि 29 जून को इंद्रावती टाइगर रिजर्व बीजापुर के मद्देड़ बफर क्षेत्र के रुद्रारम से बाघ की खाल के साथ पकड़ाये आरोपियों की निशादेही पर इंद्रावती टाइगर रिजर्व के अफसरों ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 39 आरोपियों को जेल भेजा है। इनमें छत्तीसगढ़ के साथ महाराष्ट्र के भी आरोपी शामिल हैं। आरोपियों में डॉक्टर, मेडिकल स्टोर संचालक व पुलिस के जवान सरीखे प्रतिष्ठित लोग भी शामिल हैं। इंद्रावती टाइगर रिजर्व के अफसरों का कहना है कि इस मामले में जो भी आरोपी होगा, उस पर निश्चित रूप से कार्रवाई होगी।
इंद्रावती टाइगर रिजर्व बीजापुर डिप्टी डायरेक्टर गणवीर धम्मशील ने बताया कि मद्देड़ बफर के अंतर्गत बाघ के खाल प्रकरण में संलिप्त आरोपी किशोर दशरारिया, धर्मपाल नानाजी चापले व श्यामराव शिवनकर की दंतेवाड़ा कोर्ट ने आरोपियों की जमानत खारिज कर दी है।
डिप्टी डायरेक्टर धम्मशील ने आगे बताया कि इन आरोपियों को 18 जुलाई को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। जानकारी हो कि किशोर दशरारिया को मद्देड़ के रुद्रारम से पकड़ा गया था।
ये छत्तीसगढ़ का रहने वाला है, वहीं धर्मपाल व श्यामराव को महाराष्ट्र के चंद्रपुर व गोंदिया से पकड़ा गया था।
मणिपुर घटना के विरोध में बीजापुर रहा बंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 जुलाई। मणिपुर की घटना के विरोध में सोमवार को बीजापुर सहित भोपालपटनम, आवापल्ली व भैरमगढ़ नगर के व्यापारिक प्रतिष्ठान स्वस्फूर्त बन्द रहे। सर्व आदिवासी समाज द्वारा बुलाये गये बन्द को बीजापुर व्यपारी संघ ने अपना समर्थन दिया था।
ज्ञात हो कि मणिपुर की घटना को लेकर आदिवासी समुदाय में गहरी नाराजगी व्याप्त है। घटना के विरोध में सर्व आदिवासी समाज ने सोमवार को बस्तर बन्द बुलाया है। जिसे तहत बीजापुर, भैरमगढ़, आवापल्ली व भोपालपटनम नगर के व्यापारिक प्रतिष्ठान स्वस्फूर्त बन्द रहे। दोपहर 1 बजे के बाद व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकानें खोल ली। बीजापुर व्यापारी संघ ने बंद को अपना समर्थन दिया था।
कुटरू क्षेत्र के छोटे अड्डावल्ली की घटना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 जुलाई। जिले के कुटरू इलाके में गाय ढूंढने गए एक ग्रामीण पर भालू ने बीती रात हमला कर दिया। भालू के हमले से ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गया है। उसे बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल बीजापुर भेज दिया गया है। यहां उसका उपचार चल रहा है।
रविवार की रात करीब 8.30 छोटे अड्डावल्ली निवासी बुद्धु पोयम (50) अपनी गाय ढूंढने पास के जंगल की तरफ गया हुआ था। इसी बीच भालू ने ग्रामीण बुद्धु पर हमला कर दिया। भालू के हमले से ग्रामीण बुरी तरह से जख्मी हो गया।
कुटरू पीएचसी के चिकित्सा अधिकारी डॉ. निखलेश ने बताया कि ग्रामीण बुद्धु को रात में यहां लाया गया था। उन्होंने बताया कि भालू के हमले से बुद्धु सिर, हाथ व जांघ में गहरी चोट आई हैं। उसे बेहतर इलाज के लिए यहां से जिला अस्पताल बीजापुर रेफर कर दिया गया है।
इधर बीजापुर अस्पताल में पदस्थ डॉ. रात्रे ने बताया कि घायल ग्रामीण को आपातकालीन वार्ड में भर्ती कर उपचार किया जा रहा हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपाल पटनम, 24 जुलाई। नक्सलियों ने बैनर लगाकर शहीद स्मृति सप्ताह मनाने की अपील की है।
बैनर में उल्लेख है कि 28 जुलाई से 8 अगस्त 2023 तक गांव और कस्बों में शहीद स्मृति सप्ताह को कामिकारी परंपरा के साथ मनाएंगे, खानीतिक योजना के हिंदुत्व फासीवादी शासक वर्गों द्वारा जनता पर थोपा गया युद्ध को दीर्घकालीन लोक युद्धव रणनीतिक, कार्यनीति से कराएंगे.. भारत के क्रांतिकारी आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे। भारत के प्रतिकारी आंदोलन के एक प्रमुख नेता का आनंद को क्रांतिकारी जोहार - प्रतिक्रांतिकारी रणनीतिक सूरजकुण्ड का मुकाबला करेंगे।
चहेते को दिलाया टेण्डर, लोकल दुकानों से कहीं ज्यादा दाम में की गई खरीदी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 23 जुलाई। पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने बीजापुर में खेल सामाग्री खरीदी में क्षेत्रीय विधायक पर खेला करने का आरोप लगाया हैं। उन्होंने इसके तथ्य भी पेश किये हैं।
प्रेस को जारी बयान में पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने खेल सामग्री खरीदी में हुई लाखों रुपये के भ्रष्टाचार को उजागर करते हुए तथ्य पेश किया है। उन्होंने विधायक पर भ्रष्टाचार का सीधा आरोप लगाया है।
गागड़ा ने आरोप लगाते बताया है कि सहायक आयुक्त आदिवासी विकास की ओर से जिले में संचालित विभागीय छात्रावास,आश्रमों में निवासरत छात्र-छात्राओं के लिए खेलकूद सामग्रियों का क्रय हेतु निविदा आमंत्रित किया था।
यह टेण्डर बलरामपुर की ट्रेडर्स को दिया गया था, और ये सब स्थानीय विधायक के निर्देश पर हुआ था। टेण्डर के बाद जो सामग्रियों का खरीदी किया गया है। उस दर और बीजापुर के लोकल दुकानों के दर में जमीन आसमान का फर्क है। जहां स्थानीय दुकान में लूडो की दर पच्चासी रुपये है, तो वहीं थोक खरीदी में इसकी कीमत तीन सौ पच्चीस रुपये है, वैसे ही चेस बोर्ड 150 स्थानीय मूल्य है। तो वही इसे एक हजार पांच सौ सत्रह रुपया के रेट से खरीदा गया है।
इस तरह से रस्सी कूद,शतरंज बोर्ड गोटी,कैरम बोर्ड 32इंच गोटी सहित, फुटबॉल, रिंगबाल, क्रिकेट किट,बिल्डिंग ब्लाक, कैंडल एंड टोज बॉलिंग, इंडोर बास्केटबॉल, बैडमिंटन रैकेट, शटल कॉक पैकेट, लूडो, पिट्टूल इन सामग्रियों का कई अधिक दामों में खरीदी कर लाखों रुपये का भ्रष्टाचार किया गया हैं।
अपने बयान में गागड़ा ने अधिक मूल्यों में हुई खरीदी को लेकर सवाल किया है कि जब यही सामान इतनी कम दर में स्थानीय बाजार में मिल रही है, तो फिर इतनी अधिक दर में निविदा क्यों दिया गया। इससे यह मालूम पड़ता है।ये सिर्फ पैसे कमाने के नजरिये से खेल खेला गया है। खेल सामग्री खरीदी में विधायक का बड़ा खेला है।
औने पौने दाम की सामग्री को अधिक दामों में खरीद कर विधायक लखपति बनने का खेल खेंले हैं। इस प्रकार से करीब उनचास लाख बहत्तर हजार रुपये का सामान खरीदी की गई है। जो मनमाने ढंग से पैसे की बर्बादी है। गागड़ा ने कहा है कि यह सारी जानकारियां सूचना के अधिकार के तहत विभाग से दिया गया है जो कि प्रमाणित है।
जिले में एक भी इंडोर बास्केटबॉल खेल मैदान नहीं
गागड़ा ने यह भी बताया-सूचना के अधिकार के तहत यह बताया गया है कि जिले में खेलने के लिए एक भी इंडोर बास्केटबॉल खेल मैदान नहीं है। बावजूद एक हजार तीन सौ उनतालीस रुपये के दर से 980 बास्केटबॉल एक लाख इकतीस हजार दो सौ पांच रुपये का खरीदी किया गया। इस प्रकार की अनियमितता विभाग के जानकारी में क्यों नहीं थी।
उन्होंने कहा कि जब मैदान उपलब्ध नही है तो लाखों रुपये का टेण्डर में बर्बाद करने की नौबत क्यों आन पड़ी। गागड़ा ने कहा कि भ्रष्टाचार का यह खेल निन्दनीय है। क्षेत्र की जनता का पैसा निजी फायदे के लिए दुरुपयोग दुर्भाग्य है।
प्राचार्य सहित 34 शिक्षकों को नोटिस और वेतन कटौती की कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर /भोपालपटनम, 22 जुलाई। जिले में शिक्षा गुणवत्ता के लक्ष्य को लेकर हो रही लगातार मॉनिटरिंग के बीच शनिवार सुबह भोपालपटनम ब्लॉक के मद्देड, संगनपल्ली, गिलगिच्चा, कोंगुपल्ली, पामगल, उसकालेड़, भट्टीगुड़ा गांव के 13 स्कूलों के निरीक्षण में 6 स्कूलों में ताले लटके मिले, वहीं इन स्कूलों में 34 शिक्षक अनुपस्थित पाये गए। निरीक्षण दल में जिला शिक्षा अधिकारी बी.आर. बघेल, एडीपीओ एम.व्ही. राव, एपीसी मो. जाकिर खान एवं वेंकटरमन ऐटला शामिल थे।
शनिवार की सुबह प्रात:कालीन स्कूल के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी बी.आर. बघेल के नेतृत्व में शिक्षा विभाग की टीम ने 13 स्कूलों में दबिश दी। स्वामी आत्मानन्द हिन्दी माध्यम स्कूल मद्देड में निरीक्षण के दौरान ताला लटका पाया गया। वहां एक मात्र भृत्य उपस्थित था, जो अपने प्राचार्य और शिक्षकों के इंतजार में उपस्थित था। इस संस्था से प्रभारी प्राचार्य पवन सोनी सहित 6 व्याख्याता टी. नागेश्वर राव, बसंती गुमड़ी, रामस्वरूप निर्मलकर, वासम विजय, मिथेलेश कुमार, राजेश्वरी देवांगन अनुपस्थित रहे।
प्राथमिक शाला संगनपल्ली एवं माध्यमिक शाला संगनपल्ली के स्कूलों में तालाबंद की स्थिति रही। यहां पदस्थ पाँचों शिक्षक टी. नवीन कुमार, मिच्चा सुकराम, सरिता मट्टी, बी. नागलक्ष्मी, लक्ष्मीकांता गैर हाजिर पाये गए।
प्राथमिक शाला कोंगुपल्ली, प्राथमिक शाला भट्टीगुड़ा निरीक्षण के दौरान बंद मिले। यहां बच्चे शिक्षकों की राह तकते रहे और शिक्षक रौनम्मा बड़दी, रविंद्र कुमार वर्मा, शान्ता दानम कर्तव्य से नदारद थे। बालक आश्रम पामगल में 71 बच्चों में से 46 बच्चे उपस्थित मिले लेकिन संस्था में अधीक्षक आलोक पुलसे सहित शिक्षक रविंद्र मोरला, मधुशुधन बंदम, उर्मिला कोड़े गैरहाजिर पाए गए।
स्वामी आत्मानन्द हिन्दी माध्यम स्कूल, पामगल में पदस्थ 9 शिक्षकों में से प्रभारी प्राचार्य दुब्बा लक्ष्मैया सहित 9 व्याख्याता नरेश ध्रुव, राकेश ठाकुर, जीवनलाल साहू, श्रीराम चन्द्रवंशी, डेविड बेक, मधुशुधन राव, गणेश यालम, विजय कुमार अनुपस्थित पाये गए।
संस्था में एक शिक्षा मितान छत्रपाल धृतपाल के अलावा 90 बच्चों में महज 10 बच्चे उपस्थित रहे। प्राथमिक शाला उसकालेड़ एवं माध्यमिक शाला उसकालेड़ में समस्त शिक्षक उपस्थित पाये गए लेकिन बच्चों की उपस्थिति अत्यंत कम पायी गयी जिसके लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए गए।
प्राथमिक शाला गिलगिच्चा जहां एकमात्र प्रधान अध्यापक देवेन्द्र गुरला पदस्थ है जो विगत एक माह से स्वेच्छापूर्वक स्कूल से नदारद है जिस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई । संस्था में संकूल समन्वयक द्वारा स्थानीय व्यवस्था के तहत कु. गोटे इमला के माध्यम से अध्यापन कराया जा रहा है, जिनका कार्य संतोषजनक पाया गया। यहां 22 बच्चों में से सभी बच्चे उपस्थित पाये गए।
माध्यमिक शाला गिलगिच्चा में सभी शिक्षक उपस्थित पाये गए लेकिन बच्चों की उपस्थिति कम पाये जाने पर उपस्थिति बढ़ाए जाने के निर्देश दिए गए। स्वामी आत्मानन्द अंगे्रजी माध्यम स्कूल मद्देड़ संचालित पाया गया किन्तु 4 शिक्षक स्मृति दुर्गम, विकास झाड़ी, नेहा श्रीवास, सांईं झाड़ी अनुपस्थित पाए गए।
निरीक्षण के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी एवं उनके टीम ने कक्षा संचालन, शिक्षक डायरी, मध्यान्ह भोजन, समय सारणी एवं अभिलेखों का निरीक्षण कर नियमानुसार प्रतिदिन संधारित करने के निर्देश दिए। जिन संस्थाओं में पाठ्यक्रम के अनुरूप शिक्षण कार्य नहीं पाया गया उन संस्थाओं में अतिरिक्त प्रयास कर गुणवत्ता में वृद्धि करने के निर्देश दिए गए। शालाओं में बागवानी के साथ साफ-सफाई व आकर्षक बनाने के निर्देश दिए गए।
शिक्षा में गुणवत्ता के लिए नियमित अध्यापन जरूरी- बघेल
जिले के शैक्षणिक संस्थाओं के औचक निरीक्षण की जानकारी देते हुए जिला शिक्षा अधिकारी बी.आर बघेल ने बताया कि कलेक्टर की मंशा के अनुरूप आगामी 3 महीने में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करना है। इसके लिए आवश्यक है कि शिक्षा विभाग की पूरी टीम मुस्तैदी के साथ निरीक्षण की कार्यवाही लगातार करे। हमारी टीम ने आज भोपालपटनम ब्लॉक के 13 स्कूलों का निरीक्षण किया जिसमें प्रभारी प्राचार्य सहित 34 शिक्षक अनुपस्थित पाये गए। यह स्थिति शिक्षा गुणवत्ता प्रयासों के सर्वथा प्रतिकूल है जिसके चलते सभी अनुपस्पथित शिक्षकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है।
भूपेश सरकार के खिलाफ भाजपा का धरना-प्रदर्शन, सीएम का पुतला फूंका
राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 21 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी ने स्थानीय मुद्दों व जन समस्याओं को मुखरता से उठाते हुए कांग्रेस सरकार और स्थानीय विधायक विक्रम मंडावी पर हमला बोला।
शुक्रवार को नए बस स्टैंड में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर भाजपा ने पट्टा वितरण में भेदभाव किए जाने, किसानों से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि राशि की वसूली, देव गुड़ीयों में भारी भ्रष्टाचार, शासकीय भवनों में भ्रष्टाचार, सीसी सडक़, स्कूल भवनों में मरम्मत कार्य में भ्रष्टाचार, चेक डेम, इंडोर स्टेडियम, मैदानों में फ्लड लाइट सहित अन्य मुद्दों में किये जा रहे भ्रष्टाचार को लेकर विरोध प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
धरना प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं, किसानों व स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि कांग्रेस सरकार किसानों की हितैषी बनने का ढोंग कर रही हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि वसूलने लाभाविन्त किसानों को अवैध नोटिस भेजा जा रहा है। जिसके दोषी अधिकारी कर्मचारियों के विरुद्ध अविलंब कार्रवाई करने की मांग उन्होंने की हैं।
पूर्व मंत्री गागड़ा ने स्थानीय विधायक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा बीजापुर में विकास के नाम पर हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार नजऱ आता हैं। विधायक अपने चहेते ठेकेदारों के माध्यम से भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे है। इसका खामियाजा आने वाले चुनाव में नजऱ आएगा। स्थानीय भर्ती प्रक्रिया में पैसे लेन देन का आरोप भी गागड़ा ने लगाया हैं। स्थानीय भर्ती प्रक्रिया समाप्त किया गया, बेरोजगार युवाओं को आज दर-दर भटकना पड़ रहा है इसके लिए कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है। पूर्व मंत्री ने जिस तरीके से जिले में घोटाले किए हैं। उसको जनता के सामने रखते हुए गागड़ा ने कहा कि हाल ही में खेल सामग्री में बड़ा घोटाला किया गया हैं।
भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भ्रष्टाचार को गिनाया। उन्होंने कहा कि पौने पांच सालों में विकास के नाम पर सिर्फ भ्रष्टाचार हुआ है। मुदलियार ने कहा-कांग्रेस सरकार में केवल भ्रष्टाचार और घोटाले हुए हैं। जिस प्रकार 1500 करोड़ चावल घोटाला, पट्टा, बीजापुर और भोपाल पटनम में पट्टा वितरण किया। उसमें भी 50 हजार रुपए लिए गए। उन्होंने जनता को अवगत कराते हुए कहा कि विधायक मंडावी और उनके मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री आवास, प्रधानमंत्री आयुष्मान जैसे योजनाओं को वापस किया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एसटी, एससी वर्ग के नाम पर फर्जी जाति बनाकर नौकरी करने वाले के खिलाफ कई बार अवगत कराने पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का युवा मोर्चा ने पुतला जलाया।
इस मौके पर किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष घासीराम नाग, एसटी मोर्चा जिला अध्यक्ष जिलाराम राना, कोषाध्यक्ष संजय लुक्कड़, प्रदेश कार्य समिति सदस्य युवा मोर्चा फूलचन्द गागड़ा, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष बलदेव उरसा, चिन्नारम तेलम, ऊर्मिला तोकल, रंजना उद्दे, बसंती लिंगम सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
मिरतुर, सोमनपल्ली चेरपाल व तोयनार मार्ग बंद
48 घंटों में 219 एमएम वर्षा रिकार्ड की गई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 जुलाई। जिले में पिछले 48 घण्टों से लगातार हो रही झमाझम बारिश से नदी नालों के उफान पर आ जाने से दर्जनों गांव का सडक़ संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया हैं। वही बुधवार दोपहर तक 219 मिली मीटर वर्षा रिकार्ड की गई हैं।
बीजापुर जिले के भोपालपटनम, उसूर, भैरमगढ़ व बीजापुर तहसील में पिछले 48 घण्टों से अनवरत बारिश जारी हैं। भारी बारिश के चलते जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया हैं। बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी सरकारी गैर सरकारी स्कूलों में एक दिन का अवकाश घोषित किया गया हैं। बारिश के चलते नदी नाले उफान पर चल रहे है। जिसके चलते भैरमगढ़ तहसील के मिरतुर पुल भरने से यह मार्ग बंद हो गया है। वहीं कुटरू तहसील के सोमनपल्ली नाला उफान पर होने से कुटरू फरसेगढ़ मार्ग भी बंद हो गया हैं। इसी तरह बीजापुर तहसील के चेरपाल पुलिया से करीब डेढ़ फीट पानी ऊपर चल रहा था। जिसे देखते इस मार्ग पर कुछ समय के लिए आवाजाही रोक दी गई थी। वहीं बोरजे नाला में पानी भरा होने से तोयनार मार्ग भी अवरुद्ध हैं। उसूर तहसील का तालपुरु नदी मंगलवार की रात उफान पर था। लेकिन बुधवार की सुबह पुल से पानी उतर गया।
भोपालपटनम के एसडीएम बीएस नेताम ने बताया कि पटनम तहसील के अंतर्गत आने वाले नदी-नालों पर पानी जरूर चढ़ा हुआ है। लेकिन कहीं भी बाढ़ की स्थिति नहीं है। सभी जगहों पर आवागमन बहाल है। इधर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर भिलेन्द्र पालेकर ने बताया कि बीजापुर जिले में पिछले 48 घण्टो में 219 मिली मीटर बारिश रिकार्ड की गई हैं।
यह बुधवार दोपहर ढाई बजे तक का रिकार्ड हैं। वहीं दूसरी ओर बारिश के चलते फिलहाल कही से कोई अप्रिय स्थिति की खबर नहीं हैं।
मिडिल स्कूल भवन को प्रायमरी में किया गया शिफ्ट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 जुलाई। जिले के भोपालपटनम ब्लाक के स्कूलों का हाल इन दिनों बेहाल हैं। यहां के जर्जर स्कूल भवन में बैठकर बच्चे अपना भविष्य गढऩे को मजबूर हैं।
भोपालपटनम ब्लॉक मुख्यालय में संचालित गुटाईगुड़ा मिडिल स्कूल भवन काफी जर्जर अवस्था में हैं। इसी जर्जर भवन में कक्षा संचालित की जा रही हैं। खस्ताहाल भवन में बैठकर अपना भविष्य गढऩे वाले जहां ये बच्चे परेशान हैं तो वही इनके अभिभावक भवन की हालत को देख किसी अनहोनी की आशंका से आशंकित हैं।
बताते हंै कि इस भवन का पिछले कई वर्षों से मेंटेनेंस का काम नहीं हुआ हैं। मरम्मत के आभाव में भवन जर्जर हो गई हैं। स्कूल भवन की जर्जरता का आलम ये है कि छत से पानी टपक रहा है, फर्स में गड्ढे हो गए हैं। दीवारों में दरारें पड़ गई है। इस स्कूल में पढऩे वाले बच्चो के अभिभावकों की माने तो स्कूल की छत से प्लास्टर के टुकड़े आए दिन गिरते रहते है। इससे अभिभावक बच्चों के साथ किसी तरह की अनहोनी से सहमे रहते हैं। वहीं शिक्षकों ने बताया कि स्कूल भवन के मेंटेनेंस के लिए अफसरों को कई बार बताया गया। बावजूद कोई ध्यान नहीं दिया गया।
एक शिक्षिका के भरोसे पांच क्लास
भोपालपटनम में संचालित कन्या प्राथमिक शाला में एक शिक्षिका पदस्थ है, जो पांच क्लास को संभाल रही हैं। शिक्षिका के मुताबिक पिछले सत्र में एक शिक्षिका का प्रोमोशन हुआ था। जिसे गोल्लागुड़ा पदस्थ कर दिया गया। तब से यह संस्था एक ही शिक्षिका के भरोसे चल रही हैं।
उन्होंने बताया कि इस बारे डीईओ व बीईओ कार्यालय को पत्र के माध्यम से जानकारी दी गई हैं। इसके बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, वहीं नयापारा व बोरगुड़ा रुद्रारम स्कूलों में भी एक एक शिक्षक ही पदस्थ किये गए हैं।
इस बारे में भोपालपटनम के ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर कंडिक नारायण का कहना है कि गुटाईगुड़ा मिडिल स्कूल की जर्जरता को देखते हुए फिलहाल उसे प्रायमरी स्कूल के एडिशनल रूम में शिफ्ट करा दिया गया हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल भवन को डिस्मेंटल के लिए उच्च कार्यालय को पत्र भेजा गया हैं। वहीं उन्होंने बताया कि दर्ज संख्या के हिसाब से नयापारा में 2 व बोरगुड़ा में 2 शिक्षक पदस्थ हैं। जबकि कन्या प्राथमिक शाला में 3 शिक्ष्क है जो बालक व बालिकाओं को अलर्टनेट पढ़ाते हैं। बीईओ ने बताया कि उन्होंने इस बारे में उन्होंने कलेक्टर को भी अवगत करा दिया है।
मौसमी बीमारियों से निपटने सीएमएचओ ने दिए अलर्ट के निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 जुलाई। बीते दिनों नव पदस्थ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय रामटेके ने जिले के सबसे सुदूर क्षेत्रों में से एक पामेड़ पहुंचकर वहां के स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया।
सीएमएचओ ने यहां के समस्त अधिकारी कर्मचारियों को आगामी बारिश व मौसमी बीमारियों को देखते हुए अस्पताल में सम्पूर्ण इलाज की सुविधा मुहैय्या करने के निर्देश दिए। साथ ही पामेड़ क्षेत्र के समस्त उप स्वास्थ्य केंद्र के महिला एवम पुरुष आरएचओ को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में सभी दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ-साथ रिकॉर्ड मेंटेन करने निर्देश दिए।
इस दौरान सीएमएचओ अजय रामटेके ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उन्नयन के बाद से निर्माणाधीन 20 बिस्तर वार्ड की कार्यप्रगति का जायजा लेते हुए, संबंधितों को कार्य में तेजी लाने को कहा। अस्पताल के समस्त वार्ड, स्टोर, दवाई कक्ष, लैब आदि का निरीक्षण करते हुए बारिश के मौसम में जिला मुख्यालय से संपर्क टूटने की स्थिति में स्टोर में दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने केंद्र प्रभारी को कहा।
वहीं पामेड़ स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील ने स्वास्थ्य केंद्र के लिए बेड, कुर्सी की मांग के साथ साथ बारिश से बचने खिड़कियों पर एल्यूमिनियम की खिडक़ी बनवाने की मांग सीएमएचओ से की। इस अवसर पर पामेड़ स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी के साथ साथ समस्त अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 जुलाई। स्वामी आत्मानंद स्कूल की आड़ में सरकारी स्कूलों के निजीकरण करने को लेकर भाजपा मुखर हो गई है। भाजपा ने इसे लेकर सीएम व विधायक पर निशाना साधते हुए उन पर निजीकरण करने का आरोप लगाया हैं।
मंगलवार को यहां भाजपा कार्यालय अटल सदन मे बीजापुर भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने पत्रकारवार्ता कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और क्षेत्रीय विधायक विक्रम मंडावी पर निजीकरण करने का आरोप लगाया है।
भाजपा जिलाध्यक्ष मुदलियार ने कहा कि प्रदेश में विगत सत्र में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश स्कूल बनाकर लगभग 300 प्राचार्यो के पद व इतने ही प्रधान अध्यापकों का माध्यमिक शाला, प्राथिमक शाला के पद समाप्त किये गए। प्रदेश सरकार पुन: स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल बनाने की ओर अग्रसर हैं। मतलब फिर इतने पद समाप्त हो जाएंगे, जिस में सहायक शिक्षक, शिक्षक, व्याख्याता के पद भी समाप्त हो जाएंगे। छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग से दिनांक 06 जुलाई 2023 को पारित आदेश में प्रदेश भर में 318 स्कूलों को स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में संचालित करने का निर्णय लिया। जिसमें स्कूल के संचालक पंजीकृत समितियों को हस्तांतरित किया गया। राज्य शासन द्वारा सोसाइटी को अंतरित किए गए सभी पदों को सोसायटी राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग से प्रतिनियुक्ति पर ही भर सकेंगे। इन पदों पर सोसाइटी द्वारा सीधी भर्ती व संविदा नियुक्ति अब नहीं करेगी।
स्कूल शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को प्रतिनिक्ति के माध्यम से नियुक्त करेगी, जबकि अन्य विभाग के कर्मचारियों को आप किसी दूसरे विभाग में नियुक्त करते हो तो उसे प्रतिनुक्ति के श्रेणी में माना जाता है। चूंकि एक ही विभाग होने के कारण संलग्न किया जाना या युक्तियुक्तकरण के माध्यम से नियुक्त किया जाना चाहिए।
श्री मुदलियार ने यह भी कहा कि शासन के इस आदेश से वर्तमान में जो कर्माचारी शासकीय विद्यालयों में कार्यरत है, उस संस्था को आत्मानंद स्कूल में परिवर्तन करने पर उस संस्था का कर्मचारी प्रतिनियुक्ति में जाना नहीं चाहता है तो उसे अब सरकार जिले के कई अन्य स्कूलों में स्थानांतरण करेगी, बावजूद इसके जिले में कई आत्मानंद स्कूल बनेंगे।
तब उन कर्मचारियों के लिए पदस्थापना के लिए कहीं कोई स्थान रिक्त नहीं होगा। तब उनका स्थानांतरण अन्य जिलों में भी किया जा सकता है। इससे कर्मचारियों को परेशान करने की सरकार की मंशा भी साफ नजर आती है।
उन्होंने कहा कि इस उक्त आदेश के बाद ऐसा प्रतीत होता है जो कर्मचारी प्रतिनियुक्ति नहीं ले रहे हैं आने वाले समय में सरकार की ओर से सख्त आदेश जारी कर अनिवार्य करेंगी। जिससे शिक्षकों को शासन द्वारा मिलने वाले पदोन्नति कर्मोन्नति आदि अन्य लाभों से वंचित होना पड़ेगा। ऐसे में समस्त शिक्षक संवर्ग के लिए गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है। वहीं पूरे राज्य में 90 हज़ार से अधिक पद पंजीकृत समितियों को सौपा जाकर सीधी भर्ती व संविदा संविदा भर्ती समाप्त कर व्याख्याता, प्राचार्य, यूडीटी आदि को पदोन्नति से वंचित किया था, तथा पढ़े-लिखे युवा बेरोजगारों को किस आधार पर भर्ती करेगी। जब संविदा और सीधी भर्ती समाप्त होता है तो किस मापदंड से बेरोजगारों को उक्त स्कूलों में नियुक्त करेगें। क्या भविष्य में युवा बेरोजगारों को नियुक्ति मिलती है तो सवाल उठता है, क्या नियमित हो पाएंगे और शासन आदेश अनुसार समिति के पास यह अधिकार भी है इन युवा बेरोजगारों को जब चाहे तब स्वामी आत्मानंद स्कूल से निकाल सकते हैं जिससे पढ़े-लिखे युवा बेरोजगारों के भविष्य अंधकार में है। इससे यह परिलक्षित होता है आने वाले समय में छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार शासकीय स्कूलों को स्वामी आत्मानंद स्कूलों के माध्यम से संपूर्ण शिक्षा पद्धति को निजीकरण करने की दिशा में प्रयासरत है।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने क्षेत्र के विधायक व कांग्रेस की सरकार से मांग की है कि स्कूलों की शिक्षा पद्धति बदलाव न करते हुए यथावत रखा जाए एवं किसी भी शिक्षकों का अहित न हो।
श्री मुदलियार ने कहा है कि सरकार की निजीकरण की मंशा को भाजपा सफल होने नहीं देगी इसका प्रदेश स्तर भर में विरोध किया जाएगा। इस दौरान भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष घासीराम नाग भी मौजूद रहे।
आईईडी विस्फोट में थे शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 जुलाई। पुलिस पर विस्फोट करने की घटना में शामिल दस महीने से फरार चल रहे दो मिलिशिया सदस्यों को सीआरपीएफ व जिलाबल की संयुक्त पार्टी ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए मिलिशिया सदस्यों पर एसपी ने दस-दस हजार रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को पामेड़ थाना से जिलाबल व सीआरपीएफ कोबरा 204 की संयुक्त पार्टी नक्सल विरोधी अभियान पर पामेड़ थाना क्षेत्र के धरमारम व सापेड की तरफ निकली हुई थी। सर्चिंग के दौरान धरमारम के जंगल से फरार चल रहे नक्सली मिलिशिया सदस्य सामु उर्फ समैया उम्र 30 निवासी धरमारम व ताती बुचा उर्फ बुचैया उम्र 40 निवासी धरमारम थाना पामेड़ को पकड़ा गया।
पकड़े गये दोनों मिलिशिया सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक ने 10 -10 हजार रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था। दोनों के विरुद्ध पामेड़ थाना में 1-1 स्थाई वारंट भी लंबित है।
ज्ञात हो कि 30 सितंबर 2022 को पामेड़ थाना क्षेत्र के पामेड़ व धरमाराम मार्ग पर चिंतावागु नदी के किनारे पुलिस पार्टी पर आईईडी विस्फोट करने की घटना में यह दोनों सदस्य शामिल थे। इस घटना में एक जवान शहीद हुआ था। पकड़े गए आरोपियों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई कर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी न्यायालय बीजापुर में पेश किया गया।
गेड़ी चढक़र मनाया हरेली तिहार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 जुलाई। छत्तीसगढ़ के पहली तिहार हरेली के उपलक्ष्य में सोमवार को बीजापुर स्थित मिनी स्टेडियम में छत्तीसगढिय़ा ओलपिंक का शुभारंभ किया गया। जिसमें क्षेत्रीय विधायक विक्रम शाह मंडावी, कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा सहित जनप्रतिनिधियों ने गिल्ली-डंडा खेलकर छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक का शुभारंभ किया। वहीं हरेली तिहार की परंपरा के अनुसार गेड़ी चढक़र अतिथियों ने हरेली तिहार की शुभकामनाएं जिलेवासियों को दिए।
वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ शासन के मंशानुसार हरियर छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने हरेली तिहार के मौके पर पूरे प्रदेश में 1 लाख पौधों का वितरण कार्यक्रम के तहत वनमंडल बीजापुर द्वारा चार हजार पौधे वितरण किया गया है। जिसे प्रतीकात्मक रूप से मंच के माध्यम से विधायक ने 5 लोगों को पौधे वितरण कर इसका शुूभारंभ किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के मंशानुसार छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल को पुनर्जीवित करने छत्तीसगढिय़ा ओलपिंक का आयोजन किया जा रहा है। जिसका सकारात्मक परिणाम मिल रहा है। विगत वर्ष भी हजारों लोगों ने जोश और उमंग के साथ विभिन्न स्तरों पर खेल में भाग लेकर गिल्ली-डंडा, पिट्टूल, फुगड़ी, गेड़ी, रिलेरेस, संखली, बांटी, भौरा जैसे 16 प्रकार के खेल को सम्मिलित किया गया जो हमारी प्राचीन और पारंपरिक खेल है, जो अभी युवा मितान क्लब स्तर से शुरु होकर पंचायत, जोन, ब्लाक जिला एवं राज्य स्तर पर खेला जाएगा।
विधायक ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के पहल पर स्थानीय बोली-भाषा परंपरा त्यौहार को पुनर्जीवित कर सहेजने का कार्य किया जा रहा। शासन के इस मुहिम में हम सबकी भागीदारी जरुरी है ताकि हम अपने आने वाली पीढ़ी को हमारे परंपरा से परिचित करा सके।
इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम ने खेल भावना से खेलने एवं बिना पक्षपात निर्णय लेने हेतु खिलाडिय़ों एवं कोच को शपथ ग्रहण कराया। जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम ने जिलेवासियों को हरेली पर्व की शुभकामनाएं दी।
कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने छत्तीसगढ़ के प्रथम तिहार हरेली के शुभकामनाएं देते हुए छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक के शुभारंभ के अवसर पर खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा है। पारंपरिक खेलों को आज विकसित देशों में पुनर्जीवित कर आज के टेक्नोलॉजी के दौर में भी पर्याप्त समय निकालकर बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ खेलते हैं, जिसे हम अक्सर सोशल मीडिया के माध्यम से देख रहे हैं।
छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक के माध्यम से नए-नए खिलाड़ी उभर कर सामने आ रहे हैं। लोगों के अंदर छुपी हुई प्रतिभा और उनका खेल के प्रति रुचि सामने दिख रहा है। पिछले वर्ष राज्य स्तर पर जिले के खिलाडिय़ों ने अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इस बार फिर नए जोश और उमंग के साथ और भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
इस अवसर पर डीएफओ अशोक पटेल, सीईओ जिला पंचायत रवि कुमार साहू, जिला खेल अधिकारी दिलीप उइके सहित पार्षद, जिले के वरिष्ठ अधिकारी, सीएमओ नगरपालिका बीजापुर सहित अधिकारी-कर्मचारी खिलाड़ी, शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 जुलाई। सोमवार को जिले के दो अलग-अलग जगहों पर नगरसेना के जवानों ने बाढ़ के दौरान उफनती नदी के बीच रेस्क्यू कर 2 गर्भवतियों को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया।
सोमवार को गंगालूर के बड़ी नदी के उफान पर होने से कडेनार निवासी गर्भवती सुखारी तांती प्रसव पीड़ा से कराह रही थी। उसे अस्पताल पहुंचाना था। चेरकंटी नदी में आई बाढ़ के बीच नगर सेना के जवानों ने गर्भवती महिला का रेस्क्यू कर उसे मोटरबोट की मदद से नदी पार कराया और उसे एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया।
वहीं दूसरी ओर कामकानार गांव की दो महिला जयमती उइका व जम्मो उइका को प्रसव पीड़ा हुर्इं। इनमें जयमती उइका की स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य वर्कर ने जयमती का नदी पार ही सुरक्षित प्रसव करा दिया। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों के स्वस्थ होने की जानकारी दी गई, वहीं दूसरी गर्भवती महिला जम्मो को नदी पार करा कर उसे गंगालूर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ज्ञात हो कि नगर सेना की 10 सदस्यीय रेस्क्यू टीम को लगातार उफनती नदियों के आसपास तैनात कर दिया गया है। टीम को सूचना मिलते ही वे ग्रामीणों की मदद कर उनका रेस्क्यू कर रहे हैं। टीम में जिलयुस तिर्की,मंगल राम, ब्रम्हानंद, माडवी हुर्रा, कन्हैया, सुरेश, व मदनैया शामिल हैं।
एक सूत्रीय मांग नहीं मानी तो 31 से बेमुद्दत आंदोलन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 15 जुलाई। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा एलबी संवर्ग के सभी प्रमुख संगठनों का साझा मंच जिला बीजापुर के पदाधिकारियों के द्वारा एलबी संवर्ग के शिक्षकों की एक सूत्रीय मांग को लेकर आगामी 18 जुलाई को रायपुर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन व रैली का आयोजन किया जाएगा।
छग शिक्षक संघर्ष मोर्चा के कैलाश रामटेके व राजेश मिश्रा ने संयुक्त बयान जारी कर बताया है कि एलबी संवर्ग के शिक्षकों ने पूर्व सेवा की गणना कर प्रथम नियुक्ति तिथि से सही वेतन का निर्धारण कर, सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर कर क्रमोन्नत वेतनमान का निर्धारण कर कुल 20 वर्ष की सेवा अवधि में पुरानी पेंशन का लाभ प्रदान किया जाए। मांग पूरी न होने की स्थिति में 31 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने की चेतावनी दी गई है।
छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा द्वारा कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी के दौरे में होने के कारण वरिष्ठ लिपिक राजेन्द्र पसपुल बीजापुर को ज्ञापन देकर सूचना सौंपा गया। पूर्व की भाँति ही एलबी संवर्ग के सभी संगठन अब एक मंच के बैनर तले आंदोलन करेंगे। ज्ञापन सौंपते समय सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्राँतीय उपाध्यक्ष परुषोत्तम झाड़ी,जिलाघ्यक्ष राजेश मिश्रा,सचिव सुशील हेमला चारों ब्लाक अध्यक्षगण, शांतिलाल वर्मा,कमल नारायण कुंजाम,महेश यालम,गौकरण ठाकुर,छ्ग शालेय शिक्षक संघ के सचिव कैलाश रामटेके, महामंत्री वसीम खान , ब्लाक अध्यक्ष विजय चापड़ी शामिल थे।
ज्ञापन के बाद बैठक कर सभी शिक्षकों ने उम्मीद जताई है कि सरकार उनकी माँग को पूरा करेगी। माँग पूरी नहीं होने की स्थिति मे प्रदेश के समस्त शिक्षक उग्र आंदोलन हेतु बाध्य होंगे, जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
डीईओ ने 10 स्कूलों का किया निरीक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 15 जुलाई। शिक्षा सत्र शुरू होते ही जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूलों का दौरा किया, जिसमें एक प्राचार्य व एक भृत्य सहित 23 शिक्षक स्कूल से नदारद पाए गए। डीईओ ने सभी को कारण बताओ नोटिस दिया हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी बीआर बघेल ने बताया कि जिले के स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाने व शिक्षकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए शनिवार को दो अलग अलग टीम बनाकर बीजापुर ब्लॉक के विभिन्न स्कूलों का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम विद्यालय बीजापुर में सुबह 7.55 तक प्राचार्य प्रभारकर शर्मा, एसएल खलखो, विद्या विश्वकर्मा, व्याख्याता अनिल मिश्रा, सुखराम साहनी, ओनेश्वर झाड़ी, बेनजीर रावतिया, सरिता मांझी, रंजीता कडती, अभिषेक पामभोई, प्रीति व भृत्य डेविड हरमुख अनुपस्थित रहे।
इसी तरह जनपद प्राथमिक शाला में सत्यवती मंडावी, प्राथमिक कन्या आश्रम शाला में लक्ष्मी पदम,रंजीता जुमड़े, गीता नेताम। शासकीय प्राथमिक शाला जैतालूर में अर्पणा कुम्मर। माध्यमिक शाला ईटपाल में प्रमिला मोरला, रामगोपाल झाड़ी, अजय गुरला, निरुपमा गायकवाड़ व नाहिद रिजवी अनुपस्थित पाई गई।
डीईओ बघेल ने बताया कि समय पर स्कूल नहीं पहुंचने वाले इन सभी शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है। डीईओ ने बताया कि नोटिस का जवाब संतोषप्रद नहीं मिलने पर वेतन कटौती की कार्रवाई की जाएगी।
अब तक 2 हजार के नोट के 43 लाख 60 हजार पकड़े
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 15 जुलाई। नक्सलियों के 2 हजार रुपये के नोटों को बैंक में जमा करने जा रहे एक नक्सल सहयोगी से पुलिस ने 60 हजार रुपये नगद पकड़े हैं। नक्सली सहयोगी के पास से बैंक पासबुक व नक्सल पर्चा भी बरामद किया गया हैं। जिले में अब तक पुलिस ने नक्सलियों के 2000 रुपये नोट के 43 लाख 60 हजार रुपये सहयोगियों से पकड़े हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बासागुड़ा पुलिस को सूचना मिली थी कि माओवादी संगठन का पैसा जमा कराने एक व्यक्ति मोटर साइकिल में आवापल्ली आ रहा है। जिसके पास माओवादी संगठन के 2000 रुपये मूल्य के नोट हैं। सूचना के बाद गुरुवार को बासागुड़ा पुलिस ने एमसीपी कार्यवाही के दौरान हीरापुर हनुमान टेकरी के पास हीरो ग्लेमर मोटर सायकल सीजी 20 जे 0210 चालक को रोककर मौके पर पूछताछ किया गया।
पूछताछ पर अपना नाम नागुल सत्यनारायण उम्र 55 निवासी पुतकेल थाना बासागुड़ा जिला बीजापुर बताया। इसके पास रखे कत्था हल्का पीला रंग के बैग की तलाशी के दौरान 2000 रुपये मूल्य के 30 नोट कुल 60000 रुपये, 2 सहकारी केंद्रीय मर्यादित बैंक का पासबुक व माओवादी पाम्पलेट बरामद किया गया। पकड़े रुपये व सामग्रियों के बारे में वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया, लेकिन उसने कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया।
पूछताछ में नागुल सत्यनारायण ने बताया कि उसूर एरिया कमेटी के उसूर एलओएस सदस्य झाड़ी कन्ना व नरसापुर आरपीसी अध्यक्ष हड़मा कुंजाम ने 2000 - 2000 रुपये के 30 नोट कुल 60 हजार रु. बैंक में जमा कराने व माओवादी पर्चा फोटोकॉपी कराकर आरपीसी अध्यक्ष हड़मा कुंजाम को देना बताया।
प्रकरण में बासागुड़ा पुलिस ने छग विशेष जन सुरक्षा अधिनियम की धाराओं में अपराध पंजीबद्घ कर वैधानिक कार्रवाई करते हुए आरोपी नागुल सत्यनारायण को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 2000 रुपये के 30 नोट कुल 60000, 500 के 6 नोट, 100 के 2 नोट व 20 रुपये के 1 नोट कुल 3220 रुपये। 2 पासबुक, 1 एंड्राइड मोबाईल फोन, 1 मोटरसाइकिल जप्त कर न्यायिक रिमांड पर न्यायालय में पेश किया गया है।
ज्ञात हो कि बीजापुर जिले में पुलिस ने अब तक नक्सलियों के 2000 हजार नोट के 43 लाख 60 हजार रुपये नक्सल सहयोगी से पकड़े हैं। इससे पहले 16 जून को 10 लाख, 25 जून को 8 लाख, फिर 29 जून व 1 जुलाई को 25 लाख व 13 जुलाई को 60 हजार पकड़ा गया हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपट्टनम, 15 जुलाई। छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य कर आबकारी वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री तथा बीजापुर जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा द्वारा नगर पंचायत भोपालपटनम एवं भैरमगढ़ में आयोजित विकास कार्यों की सौगात कार्यक्रम को मोबाईल कॉल के माध्यम से क्षेत्र की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि जब-जब बीजापुर आने का कार्यक्रम बनता है तब-तब मैं पहुंच जाता हूं, किंतु मौसम खराब होने के कारण कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो पाया इस बात का मुझे अफसोस है।
मंत्री लखमा ने 16 करोड़ से अधिक राशि के विकास कार्यों की सौगात मिलने पर भोपालपटनम एवं भैरमगढ़ की जनता को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के मंशानुसार हम बीजापुर में सभी बुनियादि सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध हैं, विगत साढ़े चार सालों में बिजली, पानी, सडक़, अद्योसंरचना, स्कूल, आंगनबाड़ी जैसे बुनियादि सुविधाओं का विस्तार किया है। वहीं शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं से ग्रामीण, गरीब, किसान, आदिवासी, महिलाएं, युवा, बेरोजगार सभी को लाभान्वित करने का प्रयास किया है।
आज किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना से 25 सौ रुपए धान का कीमत मिल रहा है। कर्जमाफी से किसान आर्थिक बोझ और कर्ज से मुक्त होकर आत्मनिर्भर बन रहे हैं। वर्तमान खरीफ वर्ष में प्रति एकड़ 15 के बजाय 20 क्विंटल धान खरीदने के फैसले से किसान खुशहाल नजर आ रहे है। इसी तरह भूमिहीन कृषक न्याय योजना का विस्तार गांव के अलावा नगर पंचायत को भी शामिल करने से प्रतिवर्ष सात हजार रूपए मजदूरों को मिल रहा है, गायता, पेरमा, पूजारी को भी इस योजना से लाभान्वित किया जा रहा है। बेरोजगारी भत्ता से बेरोजगार युवाओ को आगे बढऩे का अवसर दिया जा रहा है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने गौठान, महात्मा ग्रामीण औद्यौगिक पार्क के माध्यम से महिलाएं आत्म निर्भर बनकर आजिविका की गतिविधियों से जुड़ गई है।
मंत्री लखमा ने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों के बंद पड़े स्कूलों को खोलने से बीजापुर जैसे सुदूर क्षेत्रों की बच्चे, शिक्षा के मुख्य धारा से जुड़ रहे हैं। मंत्री लखमा ने कहा कि हम सभी प्रकार के बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाने और भी बेहतर ढंग से प्रयास करेंगे और अंतिम व्यक्तियों तक शासन की योजनाओं को पहुंचाने अधिकारियों को निर्देश दिए।
विधायक विक्रम शाह मंडावी ने कहा कि सुदूर क्षेत्र होने और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद मैदानी अमला शासन और प्रशासन मिलकर विकास को नई गति दे रहे हैं। जहां शासन-प्रशासन के पहुंचविहीन क्षेत्रों में राशन, अस्पताल एवं बंद स्कूलों को खोला गया है। संड्रा, केरपे सहित विभिन्न अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में बुनियादि सुविधाओं को विस्तार किया जा रहा है। जिले में ऐसे कई गांव और पंचायत है जहां राशन लेने के लिए दो दिनों तक सफर तय करना पड़ता था वहां उनके मूल पंचायतों में राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। सडक़, बिजली, पुल-पुलिया सहित शिक्षा के क्षेत्र में बंद पड़े स्कूलों का पुन: संचालन, स्वामी आत्मानंद स्कूलों में बेहतर शिक्षा सहित बेहतर स्वास्थ्य के लिए कार्य किया जा रहा है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म, जिला कांग्रेस कमेटी जिलाध्यक्ष लालू राठौर,जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम, जिला पंचायत एवं कृषक कल्याण बोर्ड के सदस्य बसंत राव ताटी, जिला पंचायत एवं बस्तर विकास प्राधिकरण के सदस्य श्रीमती नीना रावतिया उद्दे, मंडी बोर्ड के अध्यक्ष कामेश्वर गौतम सहित जनप्रतिनिधियों ने छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए योजनाओं से लाभान्वित होने के लिए लोगो को प्रेरित किया।
कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने जिले के विकास एवं बुनियादि सुविधाओं के विस्तार के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए और भी बेहतर कार्य करने की बात कही विपरीत परिस्थितियों में मैदानी अमला द्वारा शासन की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में अहम योगदान रहता है। जिसका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहा है। भविष्य में और भी बेहतर ढंग से जिले के विकास में कार्य करने की बात कही।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक एवं बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी ने 16 करोड़ से अधिक राशि के विकास कार्यो की सौगात दी।
3 जुलाई से नियमितीकरण की मांग को ले बेमुद्दत हड़ताल पर हैं कर्मी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 14 जुलाई। नियमितीकरण की मांग को लेकर 3 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ पर सरकार द्वारा एस्मा लगाये जाने से नाराज संविदा कर्मियों ने आज मुख्यमंत्री के नाम सामूहिक त्यागपत्र का आवेदन डिप्टी कलेक्टर को सौंपा।
ज्ञात हो कि जिले में मनरेगा, आईसीडीएस, एनएचएम, डीआरडीए, पंचायत, कृषि, शिक्षा व एनआरएलएम सहित अन्य विभागों में कार्यरत संविदा कर्मी बीते 3 जुलाई से नियमितीकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं। लेकिन सरकार ने अब तक इनकी मांगों पर कोई विचार नहीं किया। गत 11 जुलाई को सरकार ने संविदा कर्मियों पर एस्मा लगाकर कलेक्टरों को कार्रवाई के निर्देश दिए जाने के बाद छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ भडक़ गया है।
एस्मा के विरोध में संविदा कर्मियों ने शुक्रवार को नौकरी से सामूहिक त्यागपत्र देकर अपना विरोध प्रदर्शन किया। ज्ञात हो कि जिले में 700 से ज्यादा संविदा कर्मी विभिन्न विभागों में कार्यरत हैं।
ज्ञात हो कि पौने पांच साल बाद भी सरकार के जनघोषणा पत्र के वादे संविदा कर्मचारियों का नियमितिकरण पूरा नहीं किए जाने को लेकर संविदा कर्मचारी हड़ताल में बैठे हैं। सरकार ने इनसे संवाद स्थापित करने की अपेक्षा कर हड़ताल को दमनपूर्वक तोडऩे सीधे एस्मा कानून लगाकर कलेक्टर को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इससे संगठन भडक़ गया है और दमनपूर्वक करवाई एस्मा के विरोध में संविदा कर्मचारियों ने नौकरी से त्यागपत्र देकर अपना विरोध प्रदर्शन किए।
महासंघ के जिला अध्यक्ष रमाकांत पुनेठा ने कहा कि लोकतंत्र में सम्मानपूर्वक काम और संवैधानिक तरीके से अपनी आवाज उठाने का अधिकार है। किंतु जब शासन की योजनाओं को धरातल पर लागू करने वाले कर्मचारियों को हर साल नौकरी से निकाले जाने का भय और कार्य के दौरान प्रशासनिक प्रताडऩा का प्रति दिन सामना करना पड़ता हो तो उनकी मन:स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। जब वे पीडि़त कर्मचारी अपनी पीड़ा दूर करने चुनावपूर्व किए गए सरकार के वादे को पूरा करने गुहार लगाते हैं तो उनको सुनने संवाद स्थापित करने की बजाय उनकी आवाज को दमनपूर्वक दबाया जाता है। छत्तीसगढ़ में सरकारें तो बदली पर हमारे भाग्य नहीं बदले। हम आज भी स्थायित्व और सम्मान के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
मछली पकडऩे नदी पार करते हुआ था हादसा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 जुलाई। मंगलवार को पिंडुमपाल के मिंगाचल नदी में मछली पकडऩे नदी पार करते बहे एक ग्रामीण का शव दो दिन बाद नदीघाट में मिला। नगर सेना की रेस्क्यू टीम ने काफी मशक्कत के बाद शव बरामद कर लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक बीजापुर जिले के कुटरू तहसील के अंतर्गत आने वाले पिंडुमपाल में मंगलवार की दोपहर करीब 2 बजे एक ग्रामीण मुन्ना हेमला (50) जाल लेकर मछली पकडऩे मिंगाचल नदी पार कर रहा था। तभी नदी का बहाव बढ़ गया और ग्रामीण मुन्ना हेमला नदी में बह गया।
परिजनों ने मंगलवार व बुधवार को खोजबीन की, लेकिन ग्रामीण का कुछ पता नहीं चल पाया। गुरुवार की सुबह नगर सेना की रेस्क्यू टीम ने घटना स्थल पर खोजबीन शुरू की। इसी बीच घटना स्थल से करीब 1 किलोमीटर दूर नदीघाट के झाडिय़ों में सुबह 9 बजे ग्रामीण का शव फंसा हुआ मिला।
कुटरू तहसीलदार वीरेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि मंगलवार को ग्रामीण मुन्ना हेमला मिंगाचल नदी में बहे गया था। दो दिन बाद गुरुवार की सुबह ग्रामीण का शव बरामद कर लिया गया है। तहसीलदार श्रीवास्तव ने बताया कि परिजनों से आवेदन मिलने के बाद मुआवजा का प्रकरण बनाकर कलेक्टर को भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि 4 लाख रुपये के मुआवजे का प्रावधान है।