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छह सूत्रीय मांगों को लेकर 500 सेल्समेन आंदोलन की राह पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 9 अगस्त। छह सूत्रीय मांगों को लेकर उचित मूल्य दुकान के संचालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। संचालकों के हड़ताल पर होने से जिले की पीडीएस व्यवस्था चरमरा गई हैं और जिले के 192 उचित मूल्य की दुकानों में तालाबंदी की नौबत आ गई हैं।
रविवार से जिले के बीजापुर, भोपालपटनम, भैरमगढ़ व उसूर ब्लाकों में संचालित उचित मूल्य की दुकानों में तालाबंदी की नौबत आ गई हैं। दरअसल पीडीएस दुकान के संचालकों ने अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर 1 अगस्त से 5 अगस्त तक जिले के दुकानों में ताला लगाकर सांकेतिक तौर पर अपनी मांगों को लेकर सरकार को आगाह किया था। किंतु सरकार द्वारा मांगों पर कोई निर्णय नहीं लिए जाने से शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालक विक्रेता कल्याण संघ के झंडे तले रविवार से अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया गया हैं। गंगालूर मार्ग पर हड़ताल में बैठे 500 संचालकों, तौलको व महिला समूहों ने अपनी मांगों को पूरा किये जाने की मांग की हैं। इनके हड़ताल पर जाने से जिले में संचालित 192 उचित मूल्य की दुकानों में ताला लग गया हैं। जिससे पीडीएस व्यवस्था जिले में चरमरा गई हैं।
राशन विक्रेताओं को अन्य राज्य की तरह कमीशन में वृद्धि कर राशि को मानदेय के रूप में विक्रेताओं को दी जाए, सहयोगी तौलक को कलेक्टर दर पर मजदूरी भुगतान दे, खाद्य विभाग के गलत फार्मूले से दुकानों में खाद्यान्न भंडारण होने से कार्ड धारी राशन से वंचित हो रहे हैं। माह के आबंटन से दो माह पूर्व के बचत कि कटौती कर माह में भंडारण का फार्मूला लागु किया गया है जो त्रुटिपूर्ण है। पॉस मशीन में वेबसाइट या एप उपलब्ध है। जिसके माध्यम से दुकानों में पूर्व बचत प्राप्त मात्रा वितरण मात्रा एवं शेष बचत खाद्यान्न कि मात्रा दैनिक रिपोर्ट में प्रदर्शित किया जाता है। शेष हितग्राहियों की फिल्टरयुक्त सूची वेवसाईट के माध्यम से उपलब्ध करायी जाये।
नागरिक अपूर्ति निगम के द्वारा शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में खाद्यान्न भंडारण की जाती हैजिसमें 3 प्रतिशत अतिरक्त सुखद के रूप में प्रति क्विंटल के हिसाब से भंडारण किया जाए। जिससे सार्टेज की कमी को पूरा किया जा सके।
भारत सरकार के द्वारा एनएफएसए मद में माह अप्रैल 2022 से 70 रूपये से बढ़ा कर 90 रूपये प्रति क्विंटल कि गई है। 20 रूपये अन्तर की राशि सहित सभी मदो कि राशि को राज्य सरकार द्वारा अविलंब भुगतान करवायी जाये ।कमीशन की राशि सीधे विक्रेता संचालक के खाते में जमा कराई जाए।
एसडीएम ने राशन दुकान किया निलंबित
वही दूसरी ओर उचित मूल्य दुकान संचालक के हड़ताल किये जाने के कारण जिले में माह अगस्त 2023 के राशन वितरण का कार्य प्रभावित हो रहा है। चूंकि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2012 के प्रावधानों के अनुसार खाद्य सुरक्षा अधिनियम सुनिश्चित किये जाने के लिए राशन सामग्री का समयबद्ध वितरण किया जाना अनिवार्य है। तत्संबध में कार्यवाही करते हुए सार्वजनिक वितरण प्रणाली नियंत्रण आदेश 2016 के प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए अनुविभागीय अधिकारी (रा) बीजापुर के द्वारा युवा बेरोजगार सहकारी समिति मर्यादित तोयनार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर ग्राम पंचायत तोयनार में अस्थाई रूप से संलग्न किया गया है।
पामेड़ अभ्यारण्य का मामला, आरटीआई से खुलासा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 8 अगस्त। आरटीआई से हुए खुलासे के मुताबिक बीजापुर में राज्य कैम्पा मद की राशि में इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान के अफसरों ने जानवरों के चारागाह के लिए मिली राशि का घालमेल किया गया।
विभाग द्वारा सूचना के अधिकार के तहत प्रदत्त जानकारी ने ही पूरे मामले की पोल खोल कर रखी दी है। जिम्मेदारों ने फर्जी मस्टररोल तैयार कर करीब 3 लाख 31 हजार 284 रूपए का आहरण विधिवत् कर लिया। जबकि मस्टररोल में जिन मजदूरों के नाम दर्ज है, तफतीश में सभी फर्जी पाए गए।
मामले की तह तक जाने सबसे पहले विभाग में सूचना के अधिकार के तहत् आवेदन दाखिल किया गया था। जिसे संज्ञान में लेते विभाग की तरफ से कार्य से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध करवाए गए थे। जिसमें पामेड़ अभ्यारण्य अंतर्गत धरमाराम परिक्षेत्र के भट्टीगुड़ा के कक्ष क्रमांक 848, सहायक परिक्षेत्र कंवरगट्टा और कंचाल कक्ष क्रमांक865 में वर्ष 2020 में कार्य होना बताया गया।
कैम्पा मद से होना था काम
इस हेतु 3 लाख 31 हजार 769 रूपए की राशि कैम्पा मद से वर्ष 2019 में स्वीकृत की गई थी। इसके तहत कई हेक्टेयर भूभाग पर बीज बोआई, पाटा चलाई, सीबीओ, क्षेत्र सफाई, लेन्टाना, यूपेटोरियम, वनतुलसा व अन्य बीड़ उन्मूलन, अखाद्यय घास , कड़ी मिट्टी में चेकडेम निर्माण आदि कार्य शामिल थे।
बाउचर से लेकर श्रमिकों की सूची में फर्जीवाड़ा
प्रतिदिन 295 रूपए प्रति मजदूर भुगतान की दर से काम कराया जाना था, लेकिन रेंज के ही जिम्मेदार अफसर-कर्मचारियों ने चारागाह विकास के तहत जितने कार्य होने थे, उन्हें कराए बिना फर्जी बाउचर और इंक्लोजर लेटर(मस्टररोल) तैयार कर राशि आहरित कर ली गई। कैम्पा मद से स्वीकृत इस काम को माह भर में पूर्ण कराना बताया गया है, जबकि स्थानीय ग्रामीण वर्ष 2020 में संबंधित कक्ष क्रमांक में कोई काम ना होने की बात कह रहे हैं।
वहीं बाउचर में परिसर रक्षक, सहायक परिक्षेत्र अधिकारी, परिक्षेत्र अधिकारी धरमाराम और अधीक्षक पामेड़ अभ्यारण्य द्वारा हस्ताक्षर कर भौतिक सत्यापन दर्शाया गया है। लेकिन मिल रही शिकायतों की तस्दीक की गई तो ग्रामीणों के कथन और मौका स्थल के निरीक्षण में कोई काम न होने की बात सामने आई है।
कोंडापल्ली सरपंच मनीष यासम का आरोप हैं कि अधीक्षक, रेंजर और डिप्टी रेंजर ने मिलीभगत कर राशि आहरित कर ली और उन्हें भनक तक नहीं लगी। सूची में जिन मजदूरों के नाम दर्शाए गए हैं, उनका भी वास्ता इस काम से नहीं था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 7 अगस्त। शनिवार को इंद्रावती नदी के निलकोंडा घाट में नाव पलटने से बहे मंगलू पोडियामी को ढूंढने राजस्व व नगर सेना की टीम 62 घण्टों से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है, लेकिन लापता मंगलू का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। इंद्रावती नदी के निलकोंडा घाट से मंगलनार तक 25 किलो के दायरे में रेस्क्यू टीम मंगलू को ढूंढने तलाशी अभियान चला रही हैं।
सोमवार को एसडीएम उत्तम सिंह पंचारी व तहसीलदार मोहन साहू निलकोंडा घाट पहुंचे। अफसरों ने दिनभर घाट में रुककर राजस्व व नगर सेना की टीम द्वारा किये जा रहे रेस्क्यू अभियान की जानकारी ली। ज्ञात हो कि कि शनिवार को पल्लेवाया के रहने वाले ग्रामीण मंगलू पोडियामी व अन्य छह ग्रामीण तुमनार साप्ताहिक बाजार आने के लिए इंद्रावती नदी के निलकोंडा घाट को नाव से पार कर रहे थे। इसी बीच सुबह 11 से 12 बजे के दरमियान नदी के तेज बहाव से नाव अनियंत्रित होकर पलट गई। जिसमें सवार छह ग्रामीण जैसे तैसे तैरकर अपनी जान बचा पाने में कामयाब हो गए। लेकिन मंगलू पोडियामी नदी के तेज बहाव में बहकर लापता हो गया।
राजस्व व नगर सेना की टीम लापता ग्रामीण को ढूंढने पिछले 62 घंटों से रेस्क्यू के काम में जुटी हुई हैं, लेकिन अब तक लापता ग्रामीण का कोई सुराग नहीं मिल पाया हैं।
भैरमगढ़ तहसीलदार मोहन सोनी ने बताया कि नगर सेना व राजस्व की टीम हाई डेनसिटी बोर्ड से छह छह की टीम में इंद्रावती नदी के 25 किलो मीटर के दायरे तक लापता ग्रामीण मंगलू को ढूंढने के ऑपरेशन चला रही हैं।
उन्होंने बताया कि सोमवार को भी एसडीएम की मौजूदगी में रेस्क्यू टीम मंगनार तक जाकर आई है। देर शाम तक ग्रामीण का कुछ पता नहीं चल सका था। तहसीलदार साहू ने बताया कि मंगलवार सुबह से फिर रेस्क्यू ऑपरेशन लांच किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 7 अगस्त। हाइटेंशन तार की चपेट में आकर झुलसे दो युवकों में एक युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई है। वहीं दूसरे युवक का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है।
बीजापुर जिले के उसूर ब्लॉक के बासागुड़ा में सोमवार की दोपहर 3 बजे के करीब बासागुड़ा स्थित एक दुकान के सामने वेंकटेश्वर अतकुरी (25) व हिमांशु (19) खड़े हुए थे। तभी अचानक हाइटेंशन तार टूटकर युवकों के ऊपर गिर गया। हाइटेंशन करंट की चपेट में आने से दोनों युवक बुरी तरह से झुलस गए। लोगों ने युवकों को बासागुड़ा अस्पताल लाया। यहां इलाज के दौरान वेंकटेश्वर ने दम तोड़ दिया।
वहीं हिमांशु को गंभीरता अवस्था मे जिला अस्पताल लाया गया। यहां उसका उपचार चल रहा हैं। मंगलवार को मृतक वेंकटेश्वर का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
वेतन वृद्धि को लेकर प्रदर्शन, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
अनुदेशकों ने कहा- 10 हजार में नहीं होता गुजारा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 6 अगस्त। जिले में संचालित राजीव गांधी शिक्षा मिशन के तहत संचालित 28 पोटाकेबिन में कार्यरत 450 अनुदेशकों ने वेतन वृद्धि की मांग को लेकर रैली निकालकर प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
जिले के भैरमगढ़, उसूर, भोपालपटनम व बीजापुर ब्लॉक में राजीव गांधी शिक्षा मिशन द्वारा समग्र शिक्षा अभियान के तहत संचालित 28 पोटाकेबिनो में आवासीय शिक्षा ले रहे 15000 बच्चों को 24 घण्टे रहकर शिक्षा दे रहे 450 अनुदेशकों फुल टाइम जॉब के बदले पार्ट टाइम टीचर का भुगतान किया जा रहा हैं। जिससे अनुदेशक संघ में असंतोष व्याप्त है।
अनुदेशक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष गोविंद गांधरला का कहना है कि हजारों बच्चों को शिक्षा के मुख्यधारा से जोडक़र अनुदेशक पढ़ाई करवा रहे हैं। इसमें प्राथमिक व उच्च प्राथमिक क्लास शामिल हैं। अनुदेशक द्वारा शैक्षणिक कार्य के साथ ही प्रतियोगी परीक्षा के लिए कोचिंग कक्षाएं, खेलकूद, योगा, कम्प्यूटर, शिक्षा, स्वास्थ्य व देखरेख आदि के काम 24 घण्टे संस्था में रहकर की जाती हैं। इसके अलावा संवेदनशील क्षेत्रों में जाकर बच्चों का सर्वे कर संस्था में दाखिला दिलाया जाता हैं।
अध्यक्ष गांधरला ने बताया कि इस सारे कामों के बदले अनुदेशकों को प्रतिमाह महज 10 हजार रुपये का मानदेय दिया जाता हैं। बढ़ती महंगाई से इतने कम मानदेय में आवश्यकताओं की पूर्ती संभव नहीं हैं। अनुदेशक संघ के अध्यक्ष का कहना है कि 14 साल से 24 घण्टे काम लिया जा रहा है। उसके समतुल्य मानदेय दिया जाए। जबकि राज्य परियोजना कार्यालय के द्वारा पार्ट टाइम टीचर के नाम से ही मानदेय दिया जा रहा हैं। वर्ष 2009 -10 से चतुर्थ श्रेणी में रखकर निरंतर शैक्षणिक कर रहे हैं। कार्य अनुभव व डीएलएड प्रशिक्षित के आधार पर प्राथमिकता देते हुए तृतीय श्रेणी में रखा जाए।
संघ की 4200 ग्रेड पे की मांग
अनुदेशक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष गोविंद गांधरला ने बताया कि अनुदेशकों की नियुक्ति वर्ष 2011 में हुई थी। उस वक्त उनका मानदेय 4940 रुपये था। चार साल बाद वर्ष 2015 में मानदेय बढक़र 7 हजार रुपये किया गया। इसके बाद वर्ष 2018 में चुनाव से पहले 23 दिनों की हड़ताल के बाद मानदेय बढ़ाकर 10 हजार कर दिया गया, लेकिन महंगाई व काम के बदले ये नाकाफी है।
तहसीलदार, पटवारी जनपद उपाध्यक्ष सहित नगर सेना बचाव में जुटी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 6 अगस्त। शनिवार को इंद्रावती नदी के निलकोंडा घाट में बहे एक ग्रामीण का 30 घण्टे बाद भी सुराग नहीं लग पाया है। नदी में बहे ग्रामीण के रेस्क्यू के लिए तहसीलदार, पटवारी, जनपद उपाध्यक्ष व नगर सेना की टीम जुटी हुई हैं।
भैरमगढ़ ब्लॉक के पल्लेवाय का रहने वाला मंगलू पोडियामी पिता बुद्धु (40) तुमनार साप्ताहिक बाजार जाने के लिए शनिवार की सुबह घर से निकला था। मंगलू व अन्य छह ग्रामीण तुमनार बाजार जाने के लिए नाव से इंद्रावती नदी के निलकोंडा घाट पार कर रहे थे। इसी बीच दोपहर 12 बजे के करीब नदी के बहाव से नाव अनियंत्रित होकर पलट गई।
नाव के पलट से उसमें सवार सात ग्रामीणों में से 6 ग्रामीण तैर कर जैसे तैसे अपनी जान बचा पाने में कामयाब हो गए। लेकिन मंगलू पोडियामी नदी के बहाव में बहे कर लापता हो गया। जिसका अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया हैं।
भैरमगढ़ तहसीलदार मोहन साहू ने बताया कि ग्रामीण मंगलू के रेस्क्यू के लिए नगरसेना व राजस्व की टीम शनिवार से जुटी हुई हैं। उन्होंने बताया कि 30 घण्टे बाद भी ग्रामीण मंगलू का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
तहसीलदार मोहन साहू, पटवारी श्रवण गुप्ता, प्रफुल्ल सलाम, मुन्ना राम कडियामी, पल्लेवाय सरपंच व जनपद उपाध्यक्ष सहदेव नेगी निलकोंडा घाट में मौजूद हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 6 अगस्त। जाति समस्या को लेकर विगत तीस वर्षों से जूझ रहे महार समाज को आरक्षण मिलने से समाज के लोगों में खुशी की लहर व्याप्त है। शनिवार को यहां अपने निवास में मराई महार समाज के जिलाध्यक्ष सुरेश चंद्राकर ने महार समाज के लोगों के बीच पत्रकारों को इसकी जानकारी दी।
मराई महार समाज के अध्यक्ष सुरेश चंद्राकर ने प्रेसवार्ता आयोजित कर पत्रकारों को बताया कि मेहरा, महारा अथवा महार जाति प्रमाण पत्र बनाने में मात्रात्मक त्रुटि में सुधार हुई है। चंद्राकर ने बताया कि मेहरा महारा अथवा महार जाति को संवैधानिक रूप से संविधान में अनूसूचित जाति में शामिल किया गया है। जाति बनने से प्रदेश में समाज के पांच लाख लोगों को इसका लाभ मिलेगा।
उन्होंने स्वर्गीय महेन्द्र कर्मा की जंयती पर उन्हे याद करते हुए नमन किया। उन्होंने बताया कि स्वर्गीय कर्मा द्वारा समाज को दिये गए अमूल्य समय को हमारा समाज सदैव याद कर उनका ऋणी रहेगा। साथ ही चंद्राकर ने जाति समस्या को हल कराने में जिस किसी ने भी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग दिया है उन सबका उन्होंने आभार प्रकट किया है। उनका भी आभार जताया हैं।
जिलाध्यक्ष सुरेश चंद्राकार व जिले के चारो ब्लाको से आये महार समाज के लोगों ने केन्द्र व राज्य सरकार के साथ ही बस्तर सांसद दीपक बैज, मंत्री कवासी लखमा, दंतेवाड़ा विधायक देवती कर्मा व बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनका आभार व्यक्त किया है।
सुरेश चंद्राकर ने आगे कहा कि महार समाज के लोगों का जाति प्रमाण पत्र बनाने में आ रही समस्या का समाधान होने से समाज के युवाओं को सरकारी नौकरी और शिक्षा ग्रहण करने के साथ ही साथ सरकारी योजनाओं में आरक्षण का लाभ मिलेगा। जिससे समाज और देश आगे बढ़ेगा।
पत्रकार वार्ता के दौरान समाज के मल्लाराव गांधरला ,नंदकिशोर गांधरला, महेश चापडी, विष्णु दुर्गम मनीष झाडी, परीक्षित के जी, कामेश मोरला, सडवली मोरला, रूद्र झाड़ी, विजय चंद्रकार, सडवली कावरे, मोरला,अनसूर्या ,जंगम समक्का ,मोरला सत्यवती के अलावा महार समाज के लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 6 अगस्त। जाति समस्या को लेकर विगत तीस वर्षों से जूझ रहे महार समाज को आरक्षण मिलने से समाज के लोगों में खुशी की लहर व्याप्त है। शनिवार को यहां अपने निवास में मराई महार समाज के जिलाध्यक्ष सुरेश चंद्राकर ने महार समाज के लोगों के बीच पत्रकारों को इसकी जानकारी दी।
मराई महार समाज के अध्यक्ष सुरेश चंद्राकर ने प्रेसवार्ता आयोजित कर पत्रकारों को बताया कि मेहरा, महारा अथवा महार जाति प्रमाण पत्र बनाने में मात्रात्मक त्रुटि में सुधार हुई है। चंद्राकर ने बताया कि मेहरा महारा अथवा महार जाति को संवैधानिक रूप से संविधान में अनूसूचित जाति में शामिल किया गया है। जाति बनने से प्रदेश में समाज के पांच लाख लोगों को इसका लाभ मिलेगा।
उन्होंने स्वर्गीय महेन्द्र कर्मा की जंयती पर उन्हे याद करते हुए नमन किया। उन्होंने बताया कि स्वर्गीय कर्मा द्वारा समाज को दिये गए अमूल्य समय को हमारा समाज सदैव याद कर उनका ऋणी रहेगा। साथ ही चंद्राकर ने जाति समस्या को हल कराने में जिस किसी ने भी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग दिया है उन सबका उन्होंने आभार प्रकट किया है। उनका भी आभार जताया हैं।
जिलाध्यक्ष सुरेश चंद्राकार व जिले के चारो ब्लाको से आये महार समाज के लोगों ने केन्द्र व राज्य सरकार के साथ ही बस्तर सांसद दीपक बैज, मंत्री कवासी लखमा, दंतेवाड़ा विधायक देवती कर्मा व बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनका आभार व्यक्त किया है।
सुरेश चंद्राकर ने आगे कहा कि महार समाज के लोगों का जाति प्रमाण पत्र बनाने में आ रही समस्या का समाधान होने से समाज के युवाओं को सरकारी नौकरी और शिक्षा ग्रहण करने के साथ ही साथ सरकारी योजनाओं में आरक्षण का लाभ मिलेगा। जिससे समाज और देश आगे बढ़ेगा।
पत्रकार वार्ता के दौरान समाज के मल्लाराव गांधरला ,नंदकिशोर गांधरला, महेश चापडी, विष्णु दुर्गम मनीष झाडी, परीक्षित के जी, कामेश मोरला, सडवली मोरला, रूद्र झाड़ी, विजय चंद्रकार, सडवली कावरे, मोरला,अनसूर्या ,जंगम समक्का ,मोरला सत्यवती के अलावा महार समाज के लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 5 अगस्त। नक्सलियों ने नक्सल शहीदी सप्ताह मनाने का वीडियो जारी किया है। बीजापुर, सुकमा और तेलंगाना की सीमा पर किसी अज्ञात स्थान पर शहीदी सप्ताह समारोह मनाया गया।
माओवादियों के तेलंगाना स्टेट कमेटी के प्रवक्ता जगन और दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी की सचिव गंगाल ने प्रेस नोट जारी कर जानकारी दी। 2 और 3 अगस्त को बीजापुर के जंगलों में माओवादियों ने बड़े पैमाने पर शहीदी सप्ताह मनाया। पांच हजार से अधिक ग्रामीणों ने इस समारोह में शिरकत की।
ढोल नगाड़ों के साथ दो किलोमीटर लंबी रैली निकाली गई। केंद्रीय समिति के पोलित ब्यूरो सदस्य कटकम सुदर्शन की ऊंची स्मारक का अनावरण किया गया ।
28 जुलाई से 3 अगस्त तक नक्सलियों ने शहीदी सप्ताह मनाया। इस दौरान अब तक मारे गए नक्सलियों को श्रद्धांजलि दी गई।
गमछा पहनाकर जेसीसीजे के कार्यकर्ता बताना बंद करें भाजपा
बीजापुर, 5 अगस्त। शुक्रवार को छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जे के 6 कार्यकर्ताओं के भाजपा में शामिल होने के दावे के बीच छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जे) के जिला सचिव गुलशन भण्डारी ने प्रेस नोट जारी कर भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा की भाजपा और उनके नेता बीजापुर में पूरी तरह लाचार और बेबस हैं, इसीलिए भाजपा और उनके नेता किसी को भी लाकर छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जे) के कार्यकर्ता बताते हुए उनका भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश करवा रहे हैं।
उन्होंने अपने जारी बयान में कहा कि भाजपा जनता कांग्रेस जे की बढ़ती लोक प्रियता से डरी हुई है। जिसके कारण भाजपाई जेसीसीजे की छवि खराब करने की नापाक कोशिश करते हुए अपने प्रदेश के आला नेताओं को खुश करने का प्रयास कर रहें है। जबकि सच्चाई यह है कि जो 6 लोगों को भाजपा प्रवेश करवाई है वो जनता कांग्रेस जे के सदस्य नही थे । भाजपा एक राष्ट्रीय पार्टी होने के बावजूद हमेशा झूठ ही परोसती है। भाजपा और उसके नेताओं को समझना होगा की झूठ ज्यादा नहीं चलने वाला सच हमेशा सामने आ ही जाता है। सच्चाई यह है की भाजपा ने जनता कांग्रेस जे के जिन 6 कार्यकर्ताओं को पार्टी में प्रवेश करवाने का दावा कर रही है वह पूरी तरह झूठ और निराधार है। यह सब भाजपा के बीजापुर जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार अपनी साख बचाने के लिए कर रहे हैं।
गुलशन भण्डारी ने अपने जारी बयान में आगे कहा कि भाजपा का जनाधार लगातार गिर रहा है। जिसके बौखलाकर भाजपा ऐसे कार्य कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 5 अगस्त। जिले मे बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने मैदानी अमला पूरी तरह मुस्तैदी के साथ काम कर रही है। स्वास्थ्य विभाग के अलावा आपातकालीन स्थिति में विभिन्न विभागों द्वारा संयुक्त रूप से जनहित के कार्य किए जा रहे हंै। इसका ताजा उदाहरण भैरमगढ़ ब्लॉक में देखने को मिल, जिसमें समन्वय स्थापित कर स्वास्थ्य विभाग एवं नगरसेना के संयुक्त प्रयास एवं सूझबूझ और तत्परता से दो जिंदगी को जीवनदान मिला है।
घटना शुक्रवार की रात इन्द्रावती नदी उस पार सतवा घाट की है, जो भैरमगढ़ ब्लॉक के इंद्रावती नदी उस पार जहाँ गर्भवती महिला को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू होने लगा। उक्त महिला को आठवां महीना चल रहा था। उसे शाम छह बजे अचानक तेज प्रसव पीड़ा होने लगा।
महिला के परिजनों ने एएनएम सुनीता मरावी को अवगत कराया। फिर एएनएम द्वारा डोंगी की सहायता से नदी पार करने की सलाह दी गई, किंतु विपरीत परिस्थिति को मद्देनजर रखते हुए एएनएम द्वारा संपूर्ण जानकारी बीएमओ को दी गई।
जानकारी मिलने पर क्षेत्रीय विधायक विक्रम शाह मंडावी एवं जिला पंचायत सदस्य पार्वती कश्यप सहित विभागीय अमले मौके पर पहुंच कर नगरसेना की टीम को बुलाकर स्वास्थ्य टीम के साथ नदी उस पार भेजा और मौके पर सुरक्षित प्रसव कराया गया।
अभी जच्चा और बच्चा दोनों सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नेलसनार में स्वस्थ हैं और डाक्टरों के निगरानी में है । गर्भवती महिला के परिजनों ने प्रशासन की पूरी टीम का ह्रदय से आभार जताया है। जिन्होंने तत्परता पूर्वक सभी व्यवस्थाएं सुलभ कराई और दो जिंदगी का जीवन बचाया।
अध्यक्ष ने गर्मजोशी से स्वागत किया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 4 अगस्त। शुक्रवार को यहां भाजपा कार्यालय में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी के छह कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ कर भाजपा की रीति नीति से प्रभावित होकर भाजपा का दामन थाम लिया। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने कार्यकर्ताओं का गर्मजोशी से स्वागत कर पार्टी का गमछा पहनाकर पार्टी में प्रवेश कराया।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी को छोडक़र भाजपा में आने वालों में महेश पायाम, रविन्द्र दुर्गम, देवचंद मंडावी, अर्जुन गडेम, मुत्ता पुलसे व श्रीकांत बदाम शामिल हैं। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार, जिलाराम राना, फूलचंद गागड़ा हरिहर साहनी, उर्मिला तोकल, शेखर जुमार, सुरेश परतागिरी सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
12 बजे के बाद खुली दुकानें
बीजापुर, 2 अगस्त। सोमवार 31 जुलाई को नैमेड़ साप्ताहिक के पास एक महिला के साथ रेप की घटना से मुखर हुई भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को दिवसीय बंद बुलाया था। भाजपा की अपील पर स्थानीय व्यापारियों ने बन्द को अपना समर्थन देते हुए अपनी अपनी प्रतिष्ठानों को बंद कर रखा। दोपहर में सभी दुकानें खोल दी गई।
बुधवार को भाजपा की अपील पर बीजापुर में व्यापारियों ने सुबह से दोपहर 12 बजे तक अपने प्रतिष्ठानों को सांकेतिक रूप से बंद भाजपा के द्वारा बुलाये गए बन्द को अपना समर्थन दिया। अतिआवश्यक चीजों के दुकानों को छोडक़र अन्य सभी दुकानें दोपहर 12 बजे तक बंद रहे। व्यापारियो ने 12 बजे के बाद दुकानें खोल दी।
संगठन ने राज्यपाल को सौंपा इच्छा मृत्यु का पत्र
बीजापुर में विधायक से मिला प्रतिनिधिमंडल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 1 अगस्त। नेशनल हेल्थ मिशन के 211 संविदा कर्मियों की बर्खास्तगी की गूंज राजधानी में गूंजी। संगठन ने राजधानी में बर्खास्तगी को लेकर प्रदर्शन करते हुए राजभवन कूच किया और राज्यपाल को इच्छा मृत्यु का पत्र सौंपा।
ज्ञात हो कि बीते 3 जुलाई से नियमितीकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे संविदा कर्मियों में नेशनल हेल्थ मिशन के 211 कर्मियों को सोमवार को बीजापुर कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने बर्खास्त कर दिया है।
एनएचएम कर्मियों पर हुई कार्रवाई की संगठन ने घोर निंदा की है। बर्खास्तगी के आदेश को संगठन ने तुगलगी फरमान बताते हुए हड़ताली कर्मचारियों से संवाद स्थापित करने के बजाय कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताया हैं।
मंगलवार को संगठन ने राजधानी रायपुर के घड़ी चौक स्थित बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा के सामने से लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए एकत्रित होकर राजभवन की ओर कूच किया और राज्यपाल के नाम इच्छा मृत्यु का पत्र राजभवन में सौंपा।
संगठन का कहना है कि 211 परिवार के लिए नौकरी नहीं, उनकी रोजी रोटी को छीना गया हैं। वहीं दूसरी तरह यहां बीजापुर में संगठन का एक प्रतिनिधि मंडल स्थानीय विधायक से मिलकर आदेश को निरस्त करने की मांग करने पत्र सौंपा है।
संविदा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष रमाकांत पुनेठा ने बताया कि बीजापुर जिला संवेदनशील और आदिवासी बाहुल्य जिला हैं। इस जिले में स्वास्थ्य अमला जान जोखिम में डालकर नदी पार कर ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराते है। ऐसे में उन पर संवेदनशीलता पूर्वक विचार करने की बजय कार्यवाही करने का हम घोर निंदा करते हैं।
युवा मोर्चा ने फूंका विधायक का पुतला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 1 अगस्त। सोमवार को नैमेड़ में महिला के साथ हुए रेप की घटना के बाद बीजापुर की राजनीति में उबाल आ गया है। इस मामले में भाजपा ने कड़े तेवर दिखाते हुए कहा है कि कांग्रेस के राज में इस तरह की घटना में वृद्धि हो रही हैं। अब छोटे शहर भी ऐसे जघन्य अपराधों से अछूते नहीं रहे गए हैं। बावजूद क्षेत्रीय विधायक चुप्पी साधे हुए हैं।
यहां भाजपा कार्यालय में पत्रकारवार्ता में भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने नैमेड़ में हुई रेप की घटना पर राज्य की कांग्रेस सरकार व स्थानीय विधायक को घेरते हुए उन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में अपराध का ग्राफ बढ़ा है। आदिवासी असुरक्षित हैं।
उन्होंने कहा कि सुकमा के एर्राबोर की घटना को सरकार के लोग जिस तरह से दबाने का प्रयास किया। ऐसी पुनरावृत्ति यहां न हो। उन्होंने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की हैं। मुदलियार आगे कहा कि जो घटनाएं महानगरों में होती थी। अब कांग्रेस की विफलता के चलते वह घटनाएं बीजापुर जैसे छोटे जगहों पर हो रही हैं। उन्होंने कहा कि यहां के आदिवासी असुरक्षित हैं।
विधायक लेनदेन में संवेदनशील
पत्रकारवार्ता में भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने आरोप लगाया कि स्थानीय विधायक सिर्फ लेनदेन के कार्यो में संवेदनशील रहते हैं। ऐसे घटनाओं पर वे चुप्पी साध लेते हैं। उन्होंने कहा कि विधायक निरंकुश साबित हुए हैं।
भाजयुमो ने फूंका पुतला
नैमेड में हुई रेप की घटना को लेकर भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने लॉ एंड ऑर्डर के फैल होने व विधायक के असंवेदनशील होने पर विधायक निवास चौक पर स्थानीय विधायक का पुतला फूंक विरोध दर्ज कराया गया।
इस अवसर पर भाजपा अध्यक्ष सहित जिलाराम राना, नंदकिशोर राना, फूलचंद गागड़ा, उर्मिला तोकल, माया झाड़ी, रंजना उद्दे, पूजा, हरीश बेलसरिया, बाबू स्वामी व विष्णु साहू सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
आवापल्ली के प्री मैट्रिक छात्रावास का मामला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 1 अगस्त। जिले के उसूर ब्लॉक के आवापल्ली में प्री मैट्रिक छात्रावास का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक लडक़ी लडक़े से अंकसूची मांग रही है। लडक़े ने अंकसूची देने से इंकार करते हुए लडक़ी के पेट में जोरदार लात मार दी। जिससे लडक़ी रोते हुए वहीं गिर पड़ी। इस घटना का वीडियो वायरल हो गया और प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया है, वहीं मंडल संयोजक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
दरअसल, सोमवार की शाम को एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें प्री मैट्रिक छात्रावास में दसवीं क्लास में पढऩे वाले छात्र से बारहवीं की छात्रा अंकसूची मांग रही है। लेकिन छात्र उसे अंकसूची नहीं देने की जिद कर रहा है। दोनों में नोकझोक बढ़ी और तैश में आकर लडक़े ने लडक़ी को पेट में लात मार दी। जिससे लडक़ी रोते हुए वहीं गिर पड़ी। इस घटना का वीडियो वहीं के छात्रों द्वारा बना लिया गया और उसे वायरल कर दिया।
वीडियो के वायरल होते ही हडक़ंप मच गया। आनन-फानन में मंगलवार की सुबह सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग ने प्री मेट्रिक छात्रावास का दौरा कर पूरे मामले से रूबरू हुए।
सहायक आयुक्त ने कलेक्टर के निर्देश पर प्री मेट्रिक छात्रावास अधीक्षक रुद्रप्रताप झाड़ी को निलंबित कर दिया है, वहीं प्रभारी मंडल संयोजक रामकृष्ण पंदमपल्ली को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए सहायक आयुक्त केएस मशराम ने कहा है कि आपको विभाग द्वारा संचालित छात्रावास, आश्रमों में निवासरत छात्र छात्राओं के शैक्षणिक एंव आवासीय व्यवस्था के संचालन के लिए आपको प्रभारी मंडल संयोजक का दायित्व सौंपा गया है। किंतु आपके द्वारा प्रभारी मंडल संयोजक के दायित्व का निर्वहन नियमानुसार नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण उसूर ब्लॉक में संचालित आश्रम, छात्रावासों का सही संचालन में भारी लापरवाही हो रही है। इस कृत्य के लिए क्यों न आपको मंडल संयोजक के पद से पृथक करते हुए आपके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जाए। सहायक आयुक्त ने मंडल संयोजक को तीन दिवस के अंदर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 1 अगस्त। सोमवार को हड़ताली संविदाकर्मियों पर बर्खास्तगी की गाज गिरी। नेशनल हेल्थ मिशन के 211 कर्मचारियों की सेवा समाप्ति का आदेश निकला। कलेक्टर राजेन्द्र काटारा ने बर्खास्तगी का आदेश जारी किया। आदेश में कहा गया है कि हड़ताल में गए अधिकारी-कर्मचारियों को तत्काल कार्यस्थल पर उपस्थित होने के निर्देश दिए गए थे, परंतु संबंधित कर्मचारियों के द्वारा आज तक अपनी उपस्थिति नहीं दी गई है। अत: उक्त अनुपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों की तत्काल सेवा समाप्त की जाती है।
ज्ञात हो कि संविदाकर्मी नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं।
आरोपियों की तलाश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 1 अगस्त। यहां से 15 किलोमीटर दूर नैमेड़ के साप्ताहिक बाजार से कुछ दूरी पर एक महिला के साथ दिनदहाड़े सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया है। घटना के बाद से आरोपी फरार हैं। पुलिस ने पीडि़त महिला की रिपोर्ट पर एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की पतासाजी में जुट गई है।
नैमेड़ थाना प्रभारी जयलाल सलाम ने बताया कि सोमवार को एक महिला नैमेड़ साप्ताहिक बाजार आई थीं। महिला दोपहर 3 से 4 बजे के बीच बाजार से करीब सौ मीटर दूर झाडिय़ों की तरफ शौच के लिए गई हुई थी। उसी दौरान 3 लोगों ने महिला को अकेला देखकर उसके साथ बलात्कार कर आरोपी वहां से फरार हो गए।
टीआई सलाम ने बताया कि पीडि़ता की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध धारा 376 के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया है। उन्होंने बताया कि फरार आरोपियों की पतासाजी के लिए पुलिस जुटी हुई है।
2 महिला समेत 4 गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 31 जुलाई। गांजा एवं नशीली दवाइयों का व्यापार करने के आरोप में 2 महिलाओं समेत 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर किया है।
बीजापुर थाना प्रभारी सुरेंद्र राम यादव ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि पुराना बस स्टैंड के पास रहने वाले कादिर खान अपने सहयोगियों के साथ अवैध रूप से गांजा की बिक्री कर रहा है एवं अपने मकान में गांजा रखे हुए है। जिसके बाद संदेह के आधार पर मकान में दबिश देकर एनडीपीएस एक्ट की धारा 50 के तहत मकान की तलाशी ली गई।
तलाशी के दौरान मकान के अंदर रखे लोहे की बड़ी पेटी में एक सफेद रंग के थैला के अंदर प्लास्टिक झिल्ली में अवैध मादक पदार्थ गांजा तथा नगदी रकम 15 सौ रुपये बरामद किया गया, वहीं 4.08 किलो गांजा बरामद किया गया।
एक अन्य कार्रवाई में उप पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार साहू की टीम ने तहसीलपारा में एक महिला एवं जयंता मंडल के घर पर एनपीएस एक्ट की धारा 50 के तहत नोटिस जारी कर मकान की तलाशी ली गई। तलाशी में पुलिस को नशीली कैप्सूल के 19 पैकेट और 41859 रुपये बरामद किया गया।
आरोपियों द्वारा अवैध मादक पदार्थ गांजा एवं नशीली दवाइयों के कब्जे में रखने के वैध दस्तावेज नहीं दिए गए।
इस प्रकरण में थाना कोतवाली बीजापुर द्वारा अलग - अलग कार्रवाई करते हुए आरोपियों को रिमांड में लेकर बीजापुर कोर्ट में पेश किया गया।
भोपालपटनम क्षेत्र में तेजी से फैल रही आई फ्लू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 31 जुलाई। भोपालपटनम क्षेत्र में आई फ्लू (कंजक्टिवाइटिस) का संक्रमण पोटाकेबिनों में पढऩे वाले बच्चों को अपने जद में ले लिया हैं। आंखों की बीमारी से ग्रसित इन बच्चों का उपचार चल रहा हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक भोपालपटनम ब्लॉक में संचालित पोटाकेबिन आवासीय विद्यालयों में पढऩे वाले बच्चे इन दिनों आंखों की बीमारी कंजक्टिवाइटिस की चपेट में आ गए हैं। बच्चों का उपचार शुरू कर दिया गया है। इनमें कुछ बच्चों की तबीयत में सुधार भी हो रहा है।
बताया गया है कि सेंड्रापल्ली, पेगड़ापल्ली तारलागुड़ा व भोपालपटनम पोटाकेबिनों के 70 से ज्यादा बच्चे इस संक्रमण से ग्रसित हो गए हैं, वहीं तारलागुड़ा के 40 से ज्यादा बच्चों को उनके परिजन कंजक्टिवाइटिस के डर से घर लेकर चले गए हैं। हालांकि सभी बच्चों का उपचार शुरू कर दिया गया है। इनमें से कुछ बच्चे ठीक भी हो गए हैं। डॉक्टर इससे बचने के उपाय भी बता रहे हैं।
बताया गया है कि बारिश के मौसम में बैक्टीरिया के ग्रोथ बढऩे से कंजेक्टिवाइटिस बीमारी अधिक होती है। इसके चलते आवासीय विद्यालय के बच्चे ज्यादा इसकी जद में आ रहे हैं। सेंड्रापल्ली पोटाकेबिन के अधीक्षक श्री प्रसाद ने बताया कि उनके यहां 50 बच्चे कंजेक्टिवाइटिस से ग्रसित हैं। उनका उपचार चल रहा हैं। कुछ बच्चे अब ठीक हैं। उन्होंने बताया कि डॉक्टर यहां आकर बच्चों की जांच करके गए हैं।
वही तारलागुड़ा बालक पोटाकेबिन के अधीक्षक अल्वा गौरैया ने बताया कि उनके पोटाकेबिन में अभी 10 बच्चे आई फ्लू (कंजक्टिवाइटिस) से पीडि़त हैं। अधीक्षक ने बताया कि इस बीमारी के डर से 40 से ज्यादा बच्चों को उनके परिजन घर लेकर चले गए हैं।
पेगड़ापल्ली अधीक्षक बन्दम ने बताया कि उनके संस्था में 6 बच्चे कंजक्टिवाइटिस से पीडि़त हैं। बालिका पोटाकेबिन भोपालपटनम की अधीक्षिका चन्द्रा नागवंशी ने बताया कि उनके यहां भी अभी 6 बच्चियां इस बीमारी से ग्रसित हंै। उन्होंने ये संख्या बढऩे की संभावना भी जताई हैं। उन्होंने बताया कि उनकी संस्था में 250 बच्चियां है जो एक छोटा भवन में संचालित हो रही है। ऐसे में कंजेक्टिवाइटिस का संक्रमण बढ़ सकता हैं।
इस बारे भोपालपटनम बीआरसी मिजऱ्ा खान से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनके पास अभी तक इस तरह की जानकारी अधीक्षकों से नहीं आई हैं। वहीं कन्या पोटाकेबिन अधीक्षिका से जानकारी लेने उन्हें कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 29 जुलाई। गुरुवार की रात बाढ़ ने धर्मारम गांव के तीन दर्जन घरों को अपने जद में लेकर काफी तबाही मचाई हैं। घरों के डूबने से ग्रामीण दूसरे जगह पर शरण लिए हुए हैं। गांव की ही एक बुजुर्ग महिला की बीमारी के चलते मौत हो गई।
जिले के उसूर ब्लॉक के अंतिम छोर पर बसे पामेड़ से लगे धर्मारम गांव के सरपंचपारा में 30 से 40 घर बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। अब इन घरों के ग्रामीण बचे खुचे सामानों को लेकर पास के पटेलपारा में शरण लिए हुए हैं। गांव के चारों ओर पानी भरा होने से मार्ग अवरुद्ध है। इसके चलते ग्रामीणों तक राहत नहीं पहुंच पा रहा है।
उसूर तहसीलदार फानेशवर सोम ने बताया कि उनके पास भी वीडियो व फोटोग्राफ के माध्यम से धर्मारम गांव के 30 से 40 घरों के डूबने की जानकारी मिली हैं। उन्होंने बताया कि चिंतावागु व तालपेरू नदी में बाढ़ आने से वहां के बैक वाटर से धर्मारम गांव में पानी घुसा और वहां घरों को नुकसान पहुंचा।
तहसीलदार ने बताया कि सभी तरफ से रास्ते बंद होने की वजह से वहां पहुंचा नहीं जा सका हैं। उन्होंने बताया कि रिलीफ टीम को पामेड़ से होकर धर्मारम भेजा जा रहा हैं।
वहीं धर्मारम ग्राम पंचायत के सचिव केजी राजकुमार ने बताया कि धर्मारम के सरपंच पारा व पूजारीपारा में गुरुवार को तालपेरु व चिंतावागु के बाढ़ का पानी घरों में घुसा हैं। 8 से 10 मकानों को क्षति हुई हैं। सचिव राजकुमार ने बताया कि धर्मारम में 164 मकान हैं। वहां की जनसंख्या 557 हैं। सचिव ने बताया कि सरपंच पारा के प्रभावित पटेलपारा में रुके हुए हैं।
उन्होंने बताया कि धर्मारम गांव की एक 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला गुंडी मल्ली की भी मौत बीमारी के चलते हो गई है। बाढ़ होने से बीमार महिला समय पर अस्पताल नहीं पहुंच सकी और उसकी मौत हो गई। सचिव ने बताया कि धर्मारम से लगे चिंतावागु, तालपेरु व छोटा नाला नाम की नदी पड़ती हैं। अभी ये तीनों ही जगहों पर पानी भरा हुआ है। जिसके चलते धर्मारम तक पहुंच पाना मुश्किल हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 28 जुलाई। महाराष्ट्र व तेलंगाना में बाढ़ ने राहगीरों की मुश्किलें बढ़ाई है। दोनों राज्य की सीमा पर सैकड़ों यात्री फंसे हुए हंै। तेलंगाना व महाराष्ट्र की सीमा में फंसे कुछ यात्री पहाडिय़ों से होकर पैदल भोपालपटनम पहुंचे।
सीमावर्ती राज्य महाराष्ट्र और तेलंगाना के इलाकों में बारिश के चलते बीजापुर को तेलंगाना और महाराष्ट्र से जोड़ती सडक़ पर आवागमन पिछले 24 घंटों से ठप है। भोपालपटनम ब्लॉक मुख्यालय से 15 किमी दूर महाराष्ट्र के सोमनपल्ली को जोड़ती सडक़ पर नाले का जलस्तर सुबह से बढ़ गया है, वहीं तेलंगाना रुट पर गंगाराम के नजदीक जलस्तर बढऩे से सडक़ डूबा हुआ है।
दोनों ही अंतरराज्यीय मार्ग पर बीजापुर से गुजरने और इस तरफ आने वाली गाडिय़ों के पहिये थम गए है।
बताया जा रहा है कि तेलंगाना के गोदावरी नदी में बने समक्का सारक्का बैराज के 59 गेट खोल दिया गया। जिसकी वजह से नदी का जल स्तर बढऩे लगा और भद्रकाली संगम के पास से बैक वाटर से दोनों रास्ते जाम हो गए हंै। बीजापुर से हैदराबाद के लिए 4 और महाराष्ट्र रुट पर 3 बसे नियमित रूप से चलती है। इसके अलावा सैकड़ों गाडिय़ों का आना-जाना इस मार्ग से लगा रहता है। गंगारम में 20 घंटों से फंसे कुछ यात्री पहाड़ी रास्ते से होकर पैदल चलकर बड़ी कठिनाइयों से भोपालपटनम पहुंचे हैं, वहीं अन्य यात्री अब भी वहीं फंसे हुए हैं।
नैमेड़ से कुटरू मार्ग अब भी बंद, बासागुड़ा के बच्चों को सारकेगुड़ा भेजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 27 जुलाई। जिले में बुधवार से हो रही लगातार बारिश ने तबाही मचाई है। जिले के पांचों तहसीलों में कहीं मकान क्षतिग्रस्त हुए हंै, तो कहीं सडक़ उखड़ गई है। नैमेड़ से कुटरू मुख्यमार्ग अब भी बंद है। बासागुड़ा पोटाकेबिन में देर रात पानी घुस गया था। बाढ़ की आशंका को देखते हुए वहां से बच्चों को सारकेगुड़ा शिफ्ट किया जा रहा है।
बीजापुर तहसीलदार डीके ध्रुव ने बताया कि पामलवाया के पास पेड़ गिरने से कुछ देर मार्ग अवरुद्ध रहा। गिरे पेड़ को हटाकर मार्ग बहाल कर दिया गया हैं। बीजापुर के कोकड़ापारा में रात सडक़ पर घुटनों तक पानी पहुंच गया था। उन्होंने बताया कि उनके तहसील में सभी मार्ग खुले हुए है। कही भी बाढ़ के हालात नहीं हैं।
कुटरू तहसीलदार वीरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि कुटरू तहसील के अम्बेली नाला उफान पर होने से यहां लगातार जलस्तर बढ़ रहा था, लेकिन गुरुवार की दोपहर तक जलस्तर घटकर नाला सामान्य हो गया। उन्होंने बताया कि तुमला नाला भरा होने से नैमेड से कुटरू मार्ग अब भी बन्द हैं।
भैरमगढ़ तहसीलदार मोहन लाल ने बताया कि फुलगट्टा में पानी नाला के बराबर चल रहा था। मिंगाचल नदी में भी पानी नाला से बराबर चल रहा है। लेकिन बाढ़ की स्थिति नहीं हैं। उन्होंने बताया कि बारिश की वजह से कर्रेमरका में 11मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इनमें से 6 आंशिक व 5 पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि पटवारी को मौका मुआयना कर मुआवजा प्रकरण बनाने के लिए कहा गया हैं।
उसूर तहसीलदार फानेश्वर सोम ने बताया कि इलमिडी से बुरका पारा मार्ग पर पुल क्षतिग्रस्त हुआ है, वहीं यंगपल्ली से बीजपारा मार्ग तक पीएमजीएसवाय द्वारा बनाई गई सडक़ उखड़ गई हैं। उन्होंने बताया कि तिम्मापुर, लिंगागिरी व चिंताकोंटा में बारिश के चलते 4 से 5 मकानों के क्षतिग्रस्त होने की खबर आई है। यंगपल्ली में भी 3 मकानों में पानी घुसने की सूचना हैं। तहसीलदार सोम ने बताया कि बीती रात को बासागुड़ा पोटाकेबिन में पानी घुसने से अब वहां से बच्चों को सुरक्षा की दृष्टि से सारकेगुड़ा आश्रम में शिफ्ट किया जा रहा हैं।
गंगालूर तहसीलदार अश्वनी गावड़े ने बताया कि चेरपाल नदी में रात भर पानी पुल से ऊपर चल रहा था। सुबह से नदी का जलस्तर कम होते दोपहर तक यह मार्ग बहाल हो गया था। वहीं भोपालपटनम तहसीलदार सूर्यकांत ने बताया कि फिलहाल उनके तहसील में कही भी बाढ़ के हालात नहीं हैं। सभी रास्ते खुले हुए हैं।
जिले में आज 156.2 मिमी वर्षा दर्ज
अधीक्षक भू-अभिलेख बीजापुर से मिली जानकारी के अनुसार जिले में गुरुवार तक 156.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। तहसीलवार बात करें तो बीजापुर में 205.0 मिली मीटर, गंगालूर में 200.0 मिली मीटर भैरमगढ़ मे 130.0, कुटरू में 156.7 मिली मीटर, भोपालपट्टनम मे 98.0 मिलीमीटर तथा उसूर तहसील मे 147.4 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है।
चालू मानसून के दौरान जिले में 01 जून से अब तक 994.4 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है।
सार्वजनिक हित की बजय निजी हित साध रहे कांग्रेसी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 27 जुलाई। आंगनबाड़ी, सांस्कृतिक भवन व बच्चों के खेलकूद के लिए जिस जमीन को वहां के लोगों ने रोक रखा था, अब उस सरकारी जमीन पर कांग्रेस पार्षद का आशियाना तन रहा है। लोगों के द्वारा शिकायत करने पर उन्हें विधायक व कलेक्टर के नाम की धमकी दी जा रही हैं। यह आरोप युवा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य फूलचंद गागड़ा ने प्रेस को एक बयान जारी कर लगाया है।
फूलचंद गागड़ा ने अपने जारी बयान में कहा है कि नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 7 में वार्डवासियों द्वारा आंगनबाड़ी, सांस्कृतिक भवन व खेल कूद के लिए शासकीय भूमि रोक रखा था। लेकिन वार्ड क्रमांक 6 की कांग्रेसी पार्षद ने जबरन उस जमीन पर अपना निजी मकान तान रही हैं। जब वहां के लोगों ने मना किया तो उन्हें विधायक-कलेक्टर का डर दिखाकर दबंगई कर रही है। गागड़ा का कहना है कि आम जनता सार्वजनिक हित सोच रही है, लेकिन चुनी हुई पार्षद निजी हित साधने में लगी है।
उन्होंने कहा कि इस बारे में लोगों ने पूर्व मंत्री महेश गागड़ा से मिलकर उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत करवाया हैं। भाजपा आने वाले दिनों में इस तरह के अवैध कार्य का विरोध करेगी। फूलचंद ने संबंधित विभाग से इस पर कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही फूलचंद गागड़ा ने अपने बयान में यह भी आरोप लगाया है कि सरकारी जमीनों पर कब्जा का खेल नगर में आम हो गया है। यहां के संपन्न लोगों की निगाह भी सरकारी जमीन पर टिकी हुई है।
उन्होंने इसके पीछे स्थानीय विधायक के संरक्षण का आरोप लगाते हुए कहा कि वे अपने करीबियों को अवैध कब्जा में संरक्षण दे रहे हैं। उनकी इस कार्यशैली से नगर के लोगों में भी रोष व्याप्त है, वहीं कब्जा रोक पाने में संबंधित विभाग भी नाकाम है।
इलाज के लिए रेड्डी ला रहे थे, रास्ते में तोड़ा दम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 27 जुलाई। उल्टी दस्त व मलेरिया से पीडि़त एक छात्र की मौत हो गई हैं। छात्र को इलाज के लिए रेड्डी लाया जा रहा था। तभी रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।
रेड्डी के संकुल समन्यवक सुधीर नाग ने बताया कि पदमुर प्राथमिक शाला में पांचवी क्लास में अध्यनरत राजमन गोंदे पिता छन्नू गोंदे (11) की मंगलवार को मौत हो गई। सीएससी नाग ने बताया कि छात्र पांच छह दिन पहले उल्टी दस्त व मलेरिया से पीडि़त हुआ था। मंगलवार को उसे इलाज के लिए उप स्वास्थ्य केंद्र रेड्डी लाया जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में जारगोया के पास छात्र ने दम तोड़ दिया।
बाढ़ ने रोका रास्ता
बताया गया है कि पदमुर व रेड्डी के बीच मिंगाचल नदी में बाढ़ होने से बीमार छात्र समय पर अस्पताल नहीं पहुंच सका और रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
14 साल बाद खुला पदमुर स्कूल
रेड्डी संकुल के अंतर्गत आने वाला पदमुर वही स्कूल है, जिसे खोलने के लिए प्रशासन को 14 साल वक्त लग गया। काफी मशक्कत के बाद शिक्षा विभाग ने पदमुर स्कूल को शुरू किया है। आज भी इस स्कूल तक पहुंचने के लिए एक मात्र रास्ता नदी ही है, जिसे पार करके जाना होता है।