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अंबागढ़ चौकी , 25 जनवरी। विधायक छन्नी साहू के निर्देश एवं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी की पहल पर समाज कल्याण विभाग द्वारा सोमवार को नगर के 4 दिव्यांगों को ट्राईसिकल प्रदान किया गया।
नगर के वार्ड 6 निवासी 15 वर्षीय प्रतिमा देवांगन, वार्ड 15 निवासी 60 वर्षीय खैरूननिशा, वार्ड 8 निवासी 65 वर्षीय जानीदास मानिकपुरी एवं वार्ड 13 निवासी 70 वर्षीय धरनीधर वैष्णव दिव्यांग बीते दो तीन वर्ष से छग शासन से मिलने वाली ट्राइसिकल के लिए स्थानीय शासकीय कार्यालयों का चक्कर काट रहे थे। इन दिव्यांगो ने शुक्रवा को अपनी समस्या नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी को बताते टाईसिकल दिलाने की मांग की। तत्पश्चात दिव्यांगों की समस्या का निराकरण के लिए विधायक श्रीमती छन्नी चंदू साहू से चर्चा की गई। विधायक श्रीमती साहू ने जिला प्रशासन एवं समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को नगर के दिव्यांगो को ट्राइसिकल प्रदान करने का निर्देश दिया।
सोमवार को ब्लॉक अध्यक्ष श्री मानिकपुरी ने नगर के इन चारों दिव्यांगो को समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगो को प्रदान की जाने वाली ट्राइसिकल प्रदान किया। इस दौरान पार्षद मनीष बंसोड, पार्षद शंकर निषाद, अफसान खान, नंदकिशोर बंसोड, राजेन्द्र मंडावी, लोकदीप बोरकर, पवन ठाकुर, गोलू सिन्हा, भुनेश्वर देवांगन, लखनलाल नुरेशिाया, बसंत कुमार बोदेला आदि उपस्थित थे।
शासकीय राशि का दुरूपयोग व भ्रष्टाचार प्रमाणित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी , 25 जनवरी। ब्लॉक के ग्राम पंचायत केकतीटोला में 14वें एवं 15वें वित आयोग की मद से शासकीय राशि का दुरूपयोग का गंभीर मामला में सामने आया है। जनप पंचायत के ग्राम पंचायत के सरपंच व सचिव पर सवा लाख रुपए की शासकीय राशि शासन के पक्ष में जमा करने का आदेश दिया है, अन्यथा पंचायतीराज अधिनियम 1993 की धारा 92 व धारा 40 के तहत कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पूूर्व अध्यक्ष कांग्रेस नेता रमेश त्रिपाठी व केकतीटोला के ग्रामीणों द्वारा दिए गए शिकायतों के बाद जनपद पंचायत द्वारा कराई गई जांच में यह आरोप प्रमाणित हो गया है कि ग्राम पंचायत के सरपंच गोविंद नुरेटी व सचिव रेखा वारके ने अपने पदों का दुरूपयोग करते 14वें व 15वें वित्त आयोग की मद के कार्यों में अनियमितता बरती है।
जनपद पंचायत के सीईओ बीपी चुरेन्द्र द्वारा जारी नोटिस में यह बताया गया है कि सरपंच व सचिव ने वर्ष 2022-21 एवं 2021-22 में 14वें व 15वें वित आयोग के मद के खर्च में अनियमितताएं बरती गई है। बताया गया कि इन दोनों मद के कार्यों के लिए न तो विधिवत प्राकक्लन तैयार किया गया और न ही भुगतान के पूर्व इन कार्यों का मूल्यांकन व सत्यापन कराया गया। मूलभूत मद के अंतर्गत पंचायत में कारए गए कार्यों में शासन के नियमों का पालन नहीं किया गया और 54 हजार 152 रुपए की राशि वसूली योग माना गया है। नाली निर्माण कार्य में भी गड़बड़ी की शिकायतें प्रमाणित हो गई है।
जांच में सभी आरोप प्रमाणित
केकतीटोला के सरपंच गोविंद नुरेटी व सचिव रेखा वारके के खिलाफ केकतीटोला के ग्रामीणों ने कई मामलों में अनियमितता को लेकर गंभीर शिकायतें की थी। जनपद पंचायत द्वारा नवंबर-दिसंबर महीने में कराई गई जांच में सभी शिकायतों को सही पाया गया और सरपंच व सचिव के खिलाफ लगे आरोपों को प्रमाणित पाया गया।
बताया गया कि सरपंच व सचिव के खिलाफ 4 बिन्दुओं में जांच कराई गई थी। चौंकाने वाली बात यह है कि इस पंचायत में बिना प्राक्कलन तैयार किए कार्य कराए गए और बिलों का भुगतान भी बिना मूल्यांकन व सत्यापन के कराया गया।
जनपद पंचायत के सीईओ ने 6 जनवरी 2022 को जारी अपने नोटिस में सरपंच व सचिव पर एक लाख 14 हजार 802 रुपए वसूली योग्य माना है। सीईओ ने अपने नोटिस में कहा है कि आपने जांच प्रतिवेदन में यह बात सामने आई है कि आपने 14वें व 15वें वित्त तथा मूलभूत मद में प्राप्त राशि के व्यय में घोर अनियमितता एवं शासकीय राशि का दुरूपयोग किया है। आप पर अधिरोपित कुल राशि एक लाख 14 हजार वसूली योग्य है। सीईओ ने कहा कि आपका यह कृत्य पंचायतराज अधिनियम के निहित प्रावधानों के विपरीत है एवं आपका सरपंच पद में बने रहना जनहित में नहीं है।
केकतीटोला सरपंच गोविंद नुरेटी ने कहा कि पंचायत में सभी कार्य नियमों के तहत कराए गए हैं। मेरे खिलाफ विरोधियों ने राजनीति से प्रेरित होकर झूठी शिकायत किया है। मैं सभी आरोपो की जांच के लिए तैयार हूं।
बांकल रेत खुदाई का मामला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 जनवरी। ग्राम पंचायत बांकल में शिवनाथ नदी से रेत उत्खनन के मामले में छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के सदस्यों ने मोर्चा खोल दिया है। रनर मोल्डिंग सैंड बांकल के कार्य में व्यवधान उत्पन्न करने की मामले में चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से लिखित शिकायत की है।
अध्यक्ष शरद अग्रवाल ने कहा कि कतिपय लोग ग्रामीणों के नाम का सहारा लेकर लीज पर ली गई खदान के संचालन में व्यवधान उत्पन्न कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत बांकल में औद्योगिक उपयोग के लिए रेत निकाली जा रही है, इसके लिए खसरा नंबर 406 रकबा 12 एकड़ में शासन द्वारा 50 साल की लीज दी गई है। निर्धारित जगह में उत्खनन किया जा रहा है, लेकिन कतिपय लोगों द्वारा लगातार इस काम में व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा है। ग्रामीणों के नाम का सहारा लेकर के लगातार काम पर रोक लगाई जा रही है। इस मामले को लेकर लगातार प्रशासन से शिकायत भी की गई है।
इस मामले में छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के जिला अध्यक्ष शरद अग्रवाल ने बताया कि अर्चना दुष्यंत दास जो कि छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की सम्मानित सदस्य हैं। इनके द्वारा ग्राम पंचायत बांकल में खसरा नंबर 406 रकबा 12 एकड़ में शासन द्वारा 50 साल की स्वीकृत लीज के अनुरूप औद्योगिक उपयोग के लिए रेत निकाली जा रही है, लेकिन लगातार ग्रामीणों की आड़ में असामाजिक तत्व इस काम में व्यवधान उत्पन्न कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि व्यापारियों को लगातार ऐसे लोग परेशान कर रहे हैं और कई तरह के के मामलों में फंसा देने की धमकी भी दी जा रही है। ऐसी स्थिति में उन्होंने व्यापारियों के हितों का ध्यान रखने के उद्देश्य पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से की है।
ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रदेश सचिव राजा मखीजा, जिलाध्यक्ष शरद अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष सूरज खंडेलवाल, उपाध्यक्ष संजय बहादुर सिंह, महामंत्री संजय रिजवानी, मतीन खान, राकेश सेठिया सहित अन्य मौजूद रहे।
राजनांदगांव, 25 जनवरी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राजनंादगांव ने दिग्विजय कॉलेज में प्राईवेट छात्र-छात्राओं से 400 रुपए अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए इसके विरोध में सोमवार को धरना प्रदर्शन किया।
अभाविप के प्रदेश सहमंत्री चिंटू सोनकर ने बताया कि अभाविप के प्रतिनिधि मंडल ने शुक्रवार को बातचीत का प्रयास किया, किन्तु कोई सार्थक निर्णय नहीं निकला। तत्पश्चात दूसरे दिन शनिवार को कार्यकर्ताओं ने विद्यार्थियों के साथ प्रदर्शन किया। प्राचार्य के आश्वासन पर सोमवार को नया निर्णय लिया जाएगा, जो विद्यार्थियों के हित में होगा, प्रदर्शन शांत हुआ, किन्तु सोमवार को कॉलेज फार्म जमा करने पहुंचे तो कहा कि 400 जनभागीदारी भी देना पड़ेगा, तब विद्यार्थी सोमवार को धरना में बैठ गए और जनभागीदारी अध्यक्ष के विरोध में नारेबाजी की।
श्री सोनकर ने बताया कि दिग्विजय कॉलेज में प्राईवेट छात्र-छा9ाओं से गत् दिनों जब से फाम्र जमा किया जा रहा है, तब से 30 रुपए अग्रेषण शुल्क बस लेकर फार्म जमा कर रहे थे, किन्तु 21 जनवरी को प्राचार्य यह आदेशा जारी करते हैं कि अब से 22 जनवरी से अग्रेषण शुल्क के साथ 400 रुपए जनभागीदारी शुल्क भी लिया जाएगा। जिसका विरोध करने फिर दिग्विजय महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं ने विद्यार्थी परिषद के बैनर तले प्रदर्शन किया। अभाविप ने कॉलेज प्रशासन से मांग किया कि इस प्रकार लिए गए अनुचित निर्णय को जल्द से जल्द वापस लिया जाए, नहीं तो आने वाले समय में विशाल आंदोलन किया जाएगा। प्रदर्शन में अभाविप के प्रदीप झा, आशीष सोरी, सौरभ रात्रे, देवा यादव, हरीश साहू, नंद कुमार रजक, विनोद टेंबुलकर, विनोद जांगड़े, सोहन कुमार साहू, चांदनी साहू व अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
तीन गांवों के किसानों को फायदा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 जनवरी। नरवा, गरवा, घुरवा, बारी कार्यक्रम के अंतर्गत नरवा उपचार की कोशिशें अब रंग ला रही है। राजनांदगांव जिले का ठाकुरटोला-गर्रा नरवा जिसे पटपर नरवा के नाम से भी जाना जाता है, अब जनवरी के महीने में भी नजर आ रहा है। ग्राम पंचायत और किसानों की मेहनत तथा मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) से 48 लाख 31 हजार रुपए की लागत से हो रहे नरवा उपचार के कार्यों ने इस नाले को पुनर्जीवित कर दिया है। नरवा उपचार के बाद वहां ठहरे पानी से पटपर गांव के 20 किसान 50 एकड़ में रबी की फसल ले रहे हैं।
पटपर नरवा के संरक्षण और संवर्धन के लिए वर्ष-2019 में स्वीकृत 27 कार्यों में से 20 अब पूरे हो चुके हैं। इस दौरान गर्रा पंचायत के 521 मनरेगा श्रमिकों को 31 हजार 231 मानव दिवस का सीधा रोजगार भी मिला है। नरवा उपचार के लिए पटपर गांव में नया तालाब भी निर्माणाधीन है।
राजनांदगांव जिले के छुईखदान विकासखंड मुख्यालय से करीब 15 किमी की दूरी पर गर्रा ग्राम पंचायत है। इसके आश्रित गांव पटपर में कोहकाझोरी बांध के नजदीक की पहाड़ी से पटपर नरवा का उदगम होता है। गर्रा, पटपर और ग्राम पंचायत के एक अन्य आश्रित ग्राम जुझारा से होकर यह लगभग 7.77 किमी की यात्रा कर एक-दूसरे नरवा मंडीपखोल में जाकर मिल जाता है। पटपर नरवा का कुल जलग्रहण क्षेत्र (कैचमेन्ट एरिया) करीब 1007 हेक्टेयर है। वन क्षेत्र में इसकी लंबाई 3.62 किमी और राजस्व क्षेत्र में 4.15 किमी है। जबकि जलग्रहण क्षेत्र क्रमश: 394.89 हेक्टेयर और 611.61 हेक्टेयर है।
पटपर नरवा में पानी को रोकने के लिए लूज बोल्डर चेकडेम की छह और गेबियन की दो संरचनाएं बनाई गई हैं। चार लाख 68 हजार रुपए की लागत के इन संरचनाओं के निर्माण से अब पहाड़ी से आने वाले पानी का बहाव धीमा हो गया है। इससे भू-जल स्तर में सुधार देखने को मिला है। नरवा में पानी रूकने से आसपास की जमीन में नमी की मात्रा बनी रहने लगी है। जिससे इसके दोनों ओर के 20 किसान लाभान्वित हुए हैं। नरवा उपचार के लिए जुझारा गांव में भी छह संरचनाओं का निर्माण प्रस्तावित है। इसके बनने से वहां के 12 किसान प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे और उनके कुल 30 एकड़ खेत तक पानी पहुंचेगा।
पटपर नरवा के कैचमेन्ट एरिया में जल-संचय व संवर्धन के लिए पटपर में श्मशान घाट के पास एक नए तालाब के निर्माण के साथ ही गिट्टी खदान के पास स्थित तालाब का गहरीकरण किया गया है। पटपर में नए तालाब की खुदाई भी प्रगतिरत है। नरवा से लगे जमीन वाले किसान करण, हरीराम, लोकेश, रोशन, परदेशी, सुंदरलाल, सुखदेव और केदार के खेतों में भूमि सुधार और मेड़ बंधान का कार्य भी कराया गया है। इसके अंतर्गत खेतों के मेड़ की ऊंचाई को अपेक्षाकृत ज्यादा रखा गया है, ताकि नरवा में पानी के तेज बहाव से खेतों को नुकसान नहीं पहुंचे। नरवा उपचार के बाद इन किसानों के कुल 28 एकड़ खेत में धान की भरपूर पैदावार हुई है। अभी इन किसानों ने उन खेतों में चना बोया है।नरवा पर बनाए गए विविध संरचनाओं का सीधा लाभ ग्रामीणों व किसानों को जल संग्रहण और सिंचाई सुविधा के रूप में मिल रहा है।
किसान हरीराम पटपर नरवा के पुनरूद्धार से हो रहे फायदे के बारे में बताते हैं कि वे पहले अपने तीन एकड़ जमीन पर एक बोर के सहारे केवल सोयाबीन और चना की ही खेती करते थे। पर इस बार भूमि सुधार के बाद बोर के साथ ही नरवा में रूके पानी का उपयोग कर उन्होंने साढ़े चार एकड़ में चना, धान और गेहूं की फसल ली है। इससे खेती से होने वाली उसकी कमाई बढ़ी है। वह क्षेत्र में नरवा उपचार के कार्यों से बेहद खुश हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 जनवरी। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कोविड वैक्सीनेशन के संबंध में स्वास्थ्य विभाग और अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने जिले में हुए वैक्सीनेशन कार्यों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण बढ़ रहा है। कोरोना से सुरक्षा के लिए कोविड वैक्सीनेशन बहुत जरूरी है। उन्होंने कोविड टीकाकरण का दूसरा डोज बढ़ाने के सख्त निर्देश दिए। एसडीएम, जनपद सीईओ, सीएमओ और बीएमओ रणनीति बनाकर कार्य करें। वैक्सीन लगाने से छूटे हुए नागरिकों का गांव वार सूची तैयार करें।
आंगनगाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, शिक्षक, राजस्व अमला इस सूची के आधार पर प्रत्येक गांव के नागरिकों का टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें। इस कार्य में सरपंच, सचिव के माध्यम से सर्वे कर टीकाकरण कराएं। उन्होंने कहा कि फ्रंट लाइन में काम करने वाले सभी का टीकाकरण बूस्टर डोज लगाना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि कोविड टीकाकरण से कोविड संक्रमण की गंभीरता से बचा जा सकता है। वैक्सीनेशन का कार्य प्राथमिकता का कार्य है। सभी अधिकारी और कर्मचारी इस कार्य को गंभीरता से लेते शत-प्रतिशत वैक्सीन का डोज लगाना सुनिश्चित करें। सभी एसडीएम वैक्सीनेशन की मानिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से मृत्यु हुए लोगों के परिजनों को सहायता राशि का भुगतान शीघ्र करें।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी सहित स्वास्थ्य विभाग व अन्य अधिकारी उपस्थित थे। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए सभी एसडीएम, जनपद सीईओ जुड़े रहे।
राजनांदगांव, 25 जनवरी । छुरिया ब्लॉक के ग्राम पदगुड़ा निवासी भीषम पटेल (50) का निधन हो गया। भीषम पटेल ग्राम के वरिष्ठ कास्तकार रहे। वे अपने पीर्छे पत्नी सहित एक पुत्र व एक पुत्री का भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनका अंतिम संस्कार ग्राम के मुक्तिधाम में किया गया। इस अवसर पर उपस्थित गणमान्यजनों एवं ग्रामवासियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
राजनांदगांव, 25 जनवरी। राजनांदगांव नगर पालिक निगम आयुर्वेदिक चिकित्सालय के पूर्व औषधि संयोजक व शांतिनगर निवासी श्यामसुंदर झा (84) का 24 जनवरी को निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार 24 जनवरी को गठुला स्थित मुक्तिधाम में किया गया। वे अपने पीछे पुत्र प्रवीण झा, पौत्र अमर झा सहित भरापूरा परिवार छोड़ गए। उनके अंतिम संस्कार के दौरान समाजसेवी, राजनेता, अधिकारीगण व शहर के गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
गंडई, 25 जनवरी । सोमवार को देर शाम लगभग 6 बजे ग्राम घिरघोली पुल के पास सडक़ हादसे में एक अधेड़ की मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार धान से भरे एक अज्ञात वाहन ने बुजुर्ग के बाइक को ठोकर मार दी। जिससे अधेड़ गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल पहुंचते-पहुंचते उसकी मौत हो गई। बताया जाता है कि घिरघोली के पुल के पास एक दुर्घटना में सुरेन्द्र वर्मा पिता शुभेराम (56 वर्ष)पातरझोरी गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे ग्रामीण एवं पुलिस के सहयोग से छुईखदान चिकित्सालय ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषिात कर दिया। बताया गया कि छुईखदान थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम घिरघोली में शाम करीब 6 बजे उक्त बुजुर्ग अपनी मोटर साइकिल से छुईखदान से घिरघोली की ओर आ रहा था, अज्ञात धान वाहन की ठोकर से बुजुर्ग सडक़ पर दूर जा गिरा। गंभीर रूप से घायल होकर अचेत हो गया। दुर्घटना में मोटर साइकिल के परखच्चे उड़ गये। घटनास्थल पर ग्रामीणों ने तत्काल घटना की सूचना पुलिस को दी। कुछ देर बाद पुलिस 108 के साथ घटना स्थल पर पहुंची और घायल को छुईखदान चिकित्सालय लेकर गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत बताया।
राजनांदगांव, 25 जनवरी। राजनांदगांव ने यात्री बसों की चेकिंग कर चालानी कार्रवाई शुरू कर दी है। विभाग के जवानों ने सोमवार को चेकिंग के दौरान बसों में निर्धारित सीट से अधिक सवारी पाए जाने पर 17 प्रकरणों में साढ़े 14 हजार रुपए समन शुल्क वसूल किया है।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को एसपी संतोष सिंह के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेन्द्र ठाकुर के मार्गदर्शन में यातायात पुलिस द्वारा यात्री बसों की चेकिंग किया गया। चेकिंग के दौरान बसों में निर्धारित सीट से अधिक सवारी पाए जाने पर 17 प्रकरणों में 14600 समन शुल्क वसूल किया गया। साथ ही बस ड्राइवर व कंडक्टर को निर्धारित सीमा में सवारी बिठाने व कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने एवं बस में किराया सूची चस्पा करने की हिदायत दी गई। आगे भी कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।
म्युनिसिपल स्कूल मैदान में होगा मुख्य समारोह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 जनवरी। गणतंत्र दिवस के अवसर पर कल 26 जनवरी को जिलेभर के सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में तिरंगा शान से लहराएगा। प्रशासनिक स्तर पर जहां स्थानीय म्युनिसिपल स्कूल में ध्वजारोहण किया जाएगा। वहीं नगर निगम, कलेक्टोरेट, एसपी व सीएमओ कार्यालय में विभाग में भी ध्वजारोहण होगा। राजनीतिक रूप से भी इस पर्व को मनाने के लिए व्यापक तैयारी की गई है। कांग्रेस एवं भाजपा कार्यालय में भी कल बुधवार को ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों में भी गणतंत्र दिवस मनाने की व्यापक तैयारी की गई है। उधर नक्सल इलाकों में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। गणतंत्र दिवस पर नक्सल उत्पात की आशंका को देखते लगातार गश्त की जा रही है। संवेदनशील क्षेत्रों में फोर्स की मौजूदगी में ध्वजारोहण किए जाने की तैयारी है।
बताया जाता है कि प्रशासनिक स्तर पर गणतंत्र दिवस मनाने के लिए कड़े निर्देश जारी किए गए हैं। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने सभी विभागीय प्रमुखों को पर्व पर कार्यालयों में तय-समय पर ध्वजारोहण करने के निर्देश दिए हैं। कोरोना काल की वजह से इस बार मुख्य समारोह में स्कूली बच्चों का परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रम को स्थगित किया गया है। गणतंत्र दिवस के परेड को लेकर पुलिस जवान परेड के अभ्यास कर चुके हैं। ध्वजारोहण के साथ ही राष्ट्रगान होगा और हॉर्स फायर किया जाएगा। मार्च पास्ट कर तिरंगे को सलामी दी जाएगी।
समारोह का किया गया अंतिम रिहर्सल
जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह का रिहर्सल सोमवार सुबह सर्वेश्वरदास स्कूल मैदान में किया गया। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने रिहर्सल में मुख्य अतिथि का दायित्व निभाया। कलेक्टर सिन्हा ने ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह उपस्थित थे। रिहर्सल के दौरान ध्वजारोहण कर गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया। कलेक्टर एवं एसपी ने अंतिम रिहर्सल कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कार्यक्रम की तैयारियों के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। रिहर्सल के दौरान गणतंत्र दिवस समारोह के परेड का नेतृत्व परेड कमांडर भूपेन्द्र गुप्ता ने किया। पुलिस उप निरीक्षक विमल कुमार लवनिया ने परेड टू आईसी का दायित्व निभाया। परेड में आईटीबीपी, सीएएफ 8वीं बटालियन राजनांदगांव, पीटीएस राजनांदगांव, जिला पुलिस बल राजनांदगांव, नगर सेना राजनांदगांव एवं जिला पुलिस महिला बल राजनांदगांव प्लाटून शामिल हुए। इस अवसर पर अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम राजनांदगांव अरूण कुमार वर्मा सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी व पुलिस विभाग के जवान उपस्थित थे।
निगम में महापौर करेंगी ध्वजारोहण
गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में कल 26 जनवरी को नगर निगम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में महापौर हेमा सुदेश देशमुख सुबह 7.30 बजे नगर निगम टाऊन हाल में ध्वजारोहण किया जाएगा। निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने निगम अध्यक्ष, नेताप्रतिपक्ष सहित महापौर परिषद के प्रभारी सदस्यों, सभी पार्षदों, नामांकित पार्षदो, गणमान्य नागरिकों व पत्रकार बंधुओं से मास्क लगाकर, कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते समारोह में उपस्थिति की अपील की है।
भाजपा कार्यालय में होगा ध्वजारोहण
आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में जिला भाजपा द्वारा भाजपा कार्यालय में वरिष्ठ भाजपा नेताओं की उपस्थिति में सुबह 8 बजे ध्वाजारोहण किया जाएगा। भाजपा जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव ने भाजपा कार्यकर्ताओ को समय पर उपस्थिति का आव्हान किया है।
हेमू कालानी चौक पर ध्वाजारोहण होगा
आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में पूज्य सिंधी पंचायत द्वारा इस वर्ष भी वीर शहिद हेमू कालानी चौक पर ध्वाजारोहण का कार्यक्रम सादगीपूर्ण तरीके से सुबह 9.30 बजे पूज्य पंचायत के वरिष्ठ सलाहकारों के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया है। पूज्य पंचायत के अध्यक्ष मन्नुमल मोटलानी ने समाज के सभी लोगों से राष्ट्रीय महत्व के इस महत्वपूर्ण आयोजन में अपनी उपस्थिति का आव्हान किया है।
नक्सल के बजाय अब विकास के गढ़ में बदल रहा गांव, कारगर साबित हुई समर्पण नीति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 जनवरी। 12 जुलाई 2009 को तत्कालिन एसपी स्व. विनोद चौबे समेत 29 जवानों की शहादत की घटना से देश और राज्य की सुरक्षा एजेंसियों को गहरा आघात लगा। खुफिया और राज्य की एजेंसियों को यह बात समझने में देरी नहीं हुई कि नक्सलियों को ढील देने पर न सिर्फ राज्यों की, बल्कि देश की भीतरी सुरक्षा को ताक में रखने जैसा होगा।
नक्सलियों के सशस्त्र लड़ाई का जवाब में अब केंद्र और राज्य लगभग मतभेद को भुलाकर साझा लड़ाई लड़ रहे हैं। जिसके चलते नक्सलियों का प्रभाव और आतंक कम हुआ है। चरमपंथियों का ठिकाना माने जाने वाले राजनांदगांव जिले के मानपुर इलाका गुजरे 5 साल में नक्सल मोर्चे में पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी की बदौलत विकास की नई इबारतें लिख रहा है।
नक्सलियों को सबक सिखाने के साथ-साथ राजनांदगांव पुलिस अपने अहम सहयोगी सीएपीएफ (इंडो तिब्बत पुलिस) और सीएएफ के साथ पहाड़ों को चीरकर विकास का नया रास्ता बना रही है। नक्सलियों को सीख देने का इरादा लेकर पुलिस समर्पण नीति को भी एक कारगर रूप देने में कामयाब रही है। नतीजतन पुलिस के सामने कई बड़े हार्डकोर नक्सलियों ने हथियार डालकर विकास की गति को रोकने की जुगत में बैठे अपने ही साथियों को करारा जवाब दिया है।
नक्सलियों के लिए राजनांदगांव पुलिस का रूख लड़ाई के दौरान काफी सख्त रहा है। वहीं नक्सलियों की घर वापसी के लिए समर्पण नीति को पुलिस ने लागू कर उनके मुख्यधारा में लौटने के लिए उन्मुक्त वातावरण भी बनाया है। मानपुर के अलावा राजनांदगांव जिले के उत्तरी इलाके बकरकट्टा-गातापार जैसे दुर्गम नक्सलग्रस्त क्षेत्र में भी विकास की धार तेज हुई है। इस इलाके में पुलिस ने सडक़ों का जाल फैलाया है।
पखडंडी और उबडख़ाबड़ रास्तों को डामरीकृत मार्ग में बदलने के लिए जवानों ने दिन-रात पहरा देकर चमचमाती सडक़ें बनाने में अहम भूमिका अदा की। गातापार से लेकर बकरकट्टा के बीच बन रहे मार्ग ने भविष्य में इस इलाके को विकास के पिछड़ेपन के श्राप से मुक्त करने की उम्मीद जगाई है। नक्सलियों के लिए राजनंादगांव एक कारीडोर की तरह रहा है।
नक्सल संगठन ने राजनांदगांव को एक ट्रॉजिट रूट के रूप में इस्तेमाल किया है। यही कारण है कि गढ़चिरौली और राजनांदगांव के सरहद से नक्सलियों की आवाजाही रही है।
एमएमसी जोन को एक सुरक्षित कारीडोर बनाने के लिए नक्सली सीमा पर उपद्रव मचाते रहे हैं। पिछले 5 सालों में स्थिति तेजी से बदली है। पुलिस ने नक्सल खौफ को खत्म कर अंदरूनी इलाकों में अपनी पकड़ मजबूत की है।
पुलिस के साथ खड़े होने के लिए ग्रामीण अब सामने आने लगे हैं। नक्सलियों के खोखले नीति से परे ग्रामीण अब लोकतंत्र की गहराईयों को समझकर पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने के लिए नजर आ रहे हैं। पिछले 5 सालों में नक्सलियों को पुलिस ने अपने सटीक रणनीति से कमजोर किया है। जिसमें नक्सलियों को अपने हार्डकोर दर्जनों साथियों के मारे जाने से सर्वाधिक नुकसान हुआ है।
आंकड़े बता रहे हैं नांदगांव पुलिस की सफलता
राजनांदगांव पुलिस ने 5 साल में शानदार कामयाबी हासिल की है। जिसमें 2017 से 2020 के दौरान पुलिस ने 28 नक्सल शव बरामद किए। 2017 से 2019 के साल में 8-8 नक्सलियों को पुलिस ने अपनी बंदूक से ढ़ेर किया। वहीं 2020 में 4 नक्सली मारे गए थे। हालांकि पुरदौनी में हुए इस मुठभेड़ में नक्सलियों की गोली से मदनवाड़ा थाना प्रभारी श्यामकिशोर शर्मा शहीद हुए थे। 2021 का वर्ष पुलिस की उपलब्धियों के लिहाज से कमजोर साबित रहा। 2021 में पुलिस गिरफ्तारी और समर्पण का इंतजार करती रह गई। हालांकि पुलिस ने 2021 में तीन आईईडी भी बरामद किया था।
बेसकैम्प बने पुलिस के लिए ढाल
मानपुर से लेकर बकरकट्टा के बीच पुलिस ने गुजरे सालों में दर्जनभर से ज्यादा बेसकैम्प बनाए हैं। पुलिस ने ऐसे जगहों पर सुरक्षा कैम्प तैयार किए, जहां से नक्सलियों की आवाजाही होती रही।
नक्सलियों को घेरने और उनके दायरे को सीमित करने के लिए बेसकैम्प पुलिस के लिए एक ढाल बने।
नक्सलियों की खोजबीन में पुलिस जवानों को बेसकैम्प में आपरेशन करने में आसानी हुई।
पहले किसी दूर-दराज थाने से आपरेशन पर निकले गश्ती दल जल्दी ही थक जाती थी। इसी का नक्सली फायदा उठाकर हिंसक वारदात को अंजाम देने थे। अब सीमा पर बने बेसकैम्पों से आपरेशन पर निकले जवान आसानी से नक्सलियों को करारा जवाब दे रहे हैं।
2009 के नक्सल हमले के बाद मानपुर में खुले ज्यादातर बेसकैम्प पुलिस थाना में बदल गए हैं। बेसकैम्पों का उपयोग पुलिस के लिए फायदेमंद साबित हुआ है।
‘नक्सल विचारधारा हमेशा रही खोखली, समर्पण के साथ आपरेशन पर रहेगा जोर’ -पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह
राजनांदगांव पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने बीहड़ इलाकों के युवाओं और ग्रामीणों से नक्सलियों की विचारधारा को महज खोखला बताते हुए कहा कि नक्सलपंथ की राह एक मुखौटा मात्र है। नक्सलियों की नीति हमेशा दोहरी रही है। विकास के घोर विरोधी बनकर नक्सलियों ने हमेशा ग्रामीणों की बुनियादी जरूरतों को पूरा नहीं होने दिया।
एसपी श्री सिंह ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि अब वक्त है कि युवा नक्सलियों के भ्रामक जाल में न फंसे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजनांदगांव पुलिस नक्सलवाद को काबू करने और आत्मसमर्पण करने की इच्छा रखने वालों का स्वागत करने के लिए प्रतिबद्ध है। नक्सल पुनर्वास नीति राह भटक चुके नक्सलियों के लिए कारगर साबित हुई है। आज समर्पण के बाद नक्सलियों का जीवन स्तर बदल गया है।
उन्हें राज्य सरकार सरकारी नौकरियों के साथ-साथ स्वरोजगार, आवास तथा आर्थिक सहायता भी दे रही है। हिंसक उपद्रव मचाने पर नक्सलियों के खिलाफ सख्ती की जाएगी। जल्द ही सीमा पर बड़ा आपरेशन शुरू कर नक्सलियों को घेरा जाएगा।
पदमा को प्रत्याशी बनाए जाने के खिलाफ हैं खैरागढ़-गंडई के सरपंच
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 जनवरी। खैरागढ़ उपचुनाव को लेकर बढ़ती सियासी सरगर्मी के बीच दिवंगत विधायक स्व. देवव्रत सिंह की तलाकशुदा पत्नी के विधानसभा टिकट के लिए दावेदारी पेश करने पर गंडई-खैरागढ़ क्षेत्र के सरपंचों ने खुलेआम विरोध शुरू कर दिया है। सरपंचों का कहना है कि पत्नी का दर्जा खोने के बाद भी पदमा सिंह देवव्रत की राजनीतिक विरासत को सम्हालने के लिए जोर लगा रही है। कानूनी और नैतिकता के आधार पर देवव्रत से उनके संबंध विच्छेद हो गए। सरपंचों का आरोप है कि पदमा सिंह के मन में सियासी नेतृत्व करने की भावना पैदा हो गई है। जिसका सभी विरोध कर रहे हैं।
सोमवार को सरपंच संघ के अलग-अलग पंचायतों के सरपंचों ने पदमादेवी को देवव्रत सिंह की बुरी गत करने का जिम्मेदार ठहराते मीडिया से कहा कि 12 वर्ष पूर्व देवव्रत सिंह के उनका तलाक हो गया था। तलाक के बाद देवव्रत से पदमादेवी ने 11 करोड़ रुपए लेकर क्षेत्र के लोगों की भावनाओं को चूर-चूर कर दिया। अब उनके आकस्मिक निधन के बाद वह उपचुनाव के लिए कांग्रेस से प्रत्याशी बनने के लिए टिकट मांग रही है। उनका यह दावा गलत है कि क्षेत्र के सरपंचों ने टिकट के लिए सहमति दी है।
दर्जनभर सरपंचों ने पत्रकारवार्ता लेकर आरोप लगाया कि तलाक के बाद पदमा स्थानीय होने का दर्जा खो चुकी है। उनका अब बच्चों के आड़् में राजनीति करने का रवैया लोगों को रास नहीं आ रहा है। सरपंचों ने कहा कि 2007 के उपचुनाव में देवव्रत के जीवित रहते पदमा चुनाव लडक़र बुरी तरह हार चुकी है। ऐसे में उनका टिकट को लेकर दावा करना क्षेत्र की जनता का अपमान है।
गौरतलब है कि पदमादेवी सिंह के तलाक के बाद ही देवव्रत सिंह ने मौजूदा पत्नी विभा सिंह से दोबारा विवाह किया था। उनका दूसरा वैवाहिक जीवन भी निजी कारणों से उथल-पुथल रहा। देवव्रत सिंह के निधन के बाद से खैरागढ़ राजघराने की पुश्तैनी जायदाद को लेकर पदमा और विभा के बीच अदालती लड़ाई चल रही है। इधर उपचुनाव की तारीख को लेकर सुगबुगाहट शुरू होते ही पदमादेवी ने खुद को देवव्रत की सियासी बागडोर सम्हालने का असल दावेदार के रूप में पेश किया है।
सरपंचों ने आरोप में कहा कि देवव्रत की खराब दुर्दशा की शुरूआत पदमादेवी से ही शुरू हुई थी। सरपंचों ने खैरागढ़ विधानसभा के संभावित उपचुनाव के लिए किसी भी जाति को टिकट देने की मांग की है। बशर्ते वह स्थानीय व क्षेत्रीय नागरिक हो। सरपंचों का कहना है कि पदमादेवी सिंह तलाक लेने के बाद से बाहरी हो गई है। ऐसे में उनको टिकट दिए जाने का विरोध लगातार जारी रहेगा। सरपंचों ने पदमादेवी के उस दावे को खारिज कर दिया। जिसमें 100 सरपंचों द्वारा टिकट के लिए समर्थन पत्र दिया गया है। बहरहाल पदमादेवी को टिकट मांगने के मामले में सरपंचों के नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ भी पदमादेवी को टिकट दिए जाने के खिलाफ में लामबंद हो गए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 24 जनवरी। कुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर के आगे बने नवागांव एनीकट में एक व्यक्ति की तैरती लाश मिली है। व्यक्ति की पहचान राजिम के वार्ड क्रमांक 03 के जितेंद्र गुप्ता तौर पर हुई है। जल से बाहर निकालने का वीडियो व्हाट्सएप एवं फेसबुक पर जैसे ही वायरल हुआ लोग तरकीब लगाते रहे यह तो राजिम के जितेंद्र गुप्ता है। शनिवार को रात तक चर्चा का माहौल गर्म था।
राजिम पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जितेंद्र शुक्रवार को नहाने एनीकेट की ओर आया था। और उसके बाद वह घर नही लौटा। शनिवार दोपहर को उसकी लाश राजिम एनीकट में तैरती मिली। लोगों ने जब उसकी लाश को पानी मे तैरते देखा तो इसकी सूचना राजिम पुलिस को दी गयी। आनन फानन में राजिम पुलिस भी मौके पर पहुँची और शव का शिनाख्त कर पोस्टमार्टम कर शव को परिजनों को सौंपा गया है।
राजिम पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है। और जांच के बाद ही जितेंद्र गुप्ता की मौत के कारणों का पता चल पाएगा कि क्या इसके पीछे की वजह खुदखुशी करना या गलती से पैर फिसलने या गहराई में जाने की वजह से डूबकर उनकी मौत हुई या इसके पीछे और कोई कारण भी हो सकता है। पुलिस के सामने मामले से जुड़े कई सवाल खड़े है जिनका जवाब ढूंढे बैगर जितेन्द्र की मौत के सही कारणों का पता लगाना उनके लिए मुश्किल होगा। पहला और सबसे बड़ा सवाल तो यही है। कि जितेंद्र की मौत एक हादसा है या फिर खुदकुशी। राजिम पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जितेन्द्र के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नही थी। मृतक राजिम के वार्ड क्रमांक 03 की पूर्व पार्षद अचला गुप्ता के पति थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 जनवरी शासकीय कमला देवी राठी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनांदगांव के राजनीति विज्ञान विभाग में प्रभारी प्राचार्य डॉ. एमएल साव के मार्गदर्शन में सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती ऑनलाइन मनाई गई।
इस अवसर पर बीए तीन की छात्रा सोनाली देवांगन ने बताया कि सुभाषचंद्र बोस ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत देश में चल रहे असहयोग आंदोलन से की। सुभाष चंद्र बोस क्रांतिकारी विचारों के व्यक्ति थे। उनके अंदर असीम साहस अनूठे शौर्य और अनूठी संकल्प शक्ति का अनंत प्रवाह मौजूद था। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान उन्हें ग्यारह बार जेल जाना पड़ा, पर वे अपने फौलादी इरादो से कभी भी टस से मस नहीं हुए। उन्होंने कांग्रेस से अलग होने के बाद मई 1939 में फारवर्ड ब्लॉक नामक एक नए राजनीतिक दल स्थापना की। इसके अंतर्गत उनके विचार साम्राज्यवाद राज्य, आर्थिक विकास के वैज्ञानिक तरीके, अंतकरण की स्वतंत्रता, समान अधिकार पर ध्यान केन्द्रित किया।
बीए भाग तीन की छाया समुन सोनी ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जन्म दिवस से संबंधित प्रेरक कविता प्रस्तुत की । बीए भाग की संजना मिंज ने आजाद हिंद फौज के निर्माण पर प्रकाश डाला। सुभाषचंद्र बोस ने 1943 में आजाद हिंद फौज बनाई। इससे उनकी संगठन शक्ति का परिचय मिला। आपने तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आजादी दंूगा का नारा दिया। इससे भारतीयों के मन में देश भक्ति की भावना और बलवान होती थी।
राजनीति विज्ञान विभाग की आबेदा बेगम ने बताया कि सुभाषचंद्र बोस ने 1922 में उत्तर बंगाल के बाद पीडि़तो की अद्भूत सहायता करके अपने कौशल का परिचय दिया। कार्यक्रम में छात्राएं ऑनलाइन उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन आबेदा बेगम विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान ने किया ।
पांच दिनी दीक्षा महोत्सव शुरू
राजनांदगांव, 24 जनवरी। स्थानीय जैन बगीचे में रविवार से पांच दिवसीय दीक्षा महोत्सव का कार्यक्रम शुरू हो गया। रविवार को डोरा बंधन एवं केसर छांटने का कार्यक्रम हुआ। कार्यकम के दौरान मुनि श्री सम्यक रतन सागर ने कहा कि बिना नियम के जीवन नहीं होता। हर किसी को नियम के साथ ही जीना पड़ता है।
मुनिश्री ने कहा कि खेल क्रिकेट का हो या टेबल टेनिस का या फिर फुटबॉल का नियम से ही खेलना होता है। बिना नियम के कुछ नहीं होता। बिना नियम के कोई संस्था भी नहीं होती। हर किसी को नियम के साथ ही जीना पड़ता है। नियम एक सुरक्षा है, नियम हमें हमारे मंजिल तक पहुंचाती है। आत्मा को नियम से नियंत्रित करें। नियम की शक्ति और ताकत को पहचानें। मन हमेशा नियम का विरोधी रहा है और विरोधी है। उन्होंने कहा कि जो आत्मा मन के नियंत्रण में रहती है, वह आत्म विकास नहीं कर सकती।
मुनिश्री ने कहा कि संयम जीवन बंधन से मुक्ति और मुक्ति से अनुबंध के लिए है। पतंग कितनी भी सुंदर क्यों न हो, लेकिन जब तक डोर का बंधन नहीं होगा, तब तक वह ऊंची उड़ान नहीं उड़ सकती । उन्होंने कहा कि आसमान में उड़ती पतंग की डोर की कमान यदि गुरु के हाथ से मुक्त हो जाए तो उसका अधोपतन हो जाता है, वह नीचे गिर जाती है और फट जाती है। उन्होंने कहा कि पतंग की डोर योग्य व्यक्ति के हाथ में होनी चाहिए और जीवन की डोर योग्य गुरु के हाथ में, तभी वह सही दिशा में उड़ान भर सकता है।
मुनिश्री सम्यक रतन सागर जी के प्रवचन के पूर्व साध्वी जिन वर्षा ने कहा कि घर में यदि दीवार न हो और जीवन की लगाम यदि हाथ में न हो, तो यह जीवन कैसे चलेगा। उन्होंने कहा कि जब तक जीवन रूपी गाड़ी में ब्रेक न हो तो पता नहीं कब हम पतन की गर्त में गिर जाएंगे। जीवन मिला है और परमात्मा हम से कह रहे हैं कि इसे संभाल कर रखें, यदि यह चला जाएगा तो फिर नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि पुण्य का अथाह अर्जन हुआ, तब हमें यह मनुष्य जीवन मिला है।
साध्वी स्नेह यशा श्री जी ने कहा कि राजनांदगांव में कई आत्माएं वैराग्य की ओर बढ़ी। आज छह जीव वैराग्य की ओर बढ़ रहे हैं। इनमे एक और दीक्षा जुड़ गई है। उन्होंने कहा कि इन जीवों ने काफी पुण्य किया होगा, जो इस जन्म में एक साथ यहां इक_े हुए हैं। उन्होंने कहा कि हम घर का, वस्त्रों का, लाइफ स्टाइल सहित सब चीजों में एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते हैं कि इनके समान हमारा भी घर, वस्त्र एवं लाइफ स्टाइल होनी चाहिए, किंतु हम यह तुलना क्यों नहीं करते कि डाकलिया परिवार जैसा हमारा भी परिवार होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आसक्ति डुबाती है। साध्वी ने कहा कि स्वभाव हमारा वंडरफुल होना चाहिए और समाधि ब्यूटीफुल होनी चाहिए। मन गुरु को अर्पण कर दो, जहां संयम है वहां इच्छा कभी नहीं होती।
प्रशासन से रोक लगाने की मांग, चक्काजाम की चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 जनवरी। पनेका बांकल में शिवनाथ नदी से बड़े पैमाने पर अवैध रेत खनन के मामले में अब ग्रामीणों ने रेत माफिया और अफसरों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करते हुए तत्काल नदी से रेत निकासी बंद नहीं होने की स्थिति में सप्ताहभर के भीतर चक्काजाम की चेतावनी दी है। बांकल पंचायत सरपंच भरत पटेल और सैकड़ों ग्रामीणों ने मीडिया से बातचीत करते रेत ठेकेदार दुष्यंत दास के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। ग्रामीण लगातार बैठकें कर नदी से हो रहे उत्खनन को लेकर आपत्ति करने के लिए एकजुट हो गए हैं। पिछले कुछ दिनों से बांकल रेत खदान का मामला सुर्खियों में है। ठेकेदार पर नियम विरुद्ध नदी का गहरीकरण कर रेत निकालने का मामला सामने आया है। वहीं नदी की धार रोककर मशीनों के जरिये रेत खुदाई करने पर भी लोगों में नाराजगी है। यहां यह बता दें कि कुछ दिनों पहले अधिकृत ठेकेदार होने का हवाला देकर अर्चना दुष्यंत दास ने निकासी को नियमत: बताया था। उनका कहना है कि 30 साल के लिए औद्योगिक इकाईयों को रेत सप्लाई करने की लीज सरकार ने दी है। जबकि ग्रामीणों का आरोप है कि कोरोनाकाल के दौरान 2 साल में धड़ल्ले से हाईवा और डंपर से भारी मात्रा में रेत नदी से निकालकर सप्लाई की गई है। इस मामले में रेत ठेकेदार दुष्यंत दास की कार्यप्रणाली को लेकर ग्रामीणों में गहरी नाराजगी है। ग्रामीणों ने इस बात का खंडन किया है कि रेत ठेकेदार को धमकाया गया है। जबकि रेत ठेकेदार ही ग्रामीणों को देख लेने की कई बार धमकी दी गई है। इस बीच रायल्टी पर्ची को लेकर भी ग्रामीणों ने मीडिया के जरिये प्रशासन से विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करने की मांग ठेकेदार से की है। ग्रामीणों का
कहना है कि रेत ठेकेदार ने पंचायत में निर्धारित रायल्टी पर्ची की राशि को भी जमा नहीं किया है। जिसके चलते ग्राम पंचायत को राजस्व का नुकसान भी उठाना पड़ा है। बांकल रेत खदान में ठेकेदार ने मशीनों के जरिये नदी से व्यापक पैमाने पर रेत का उत्खनन किया है। नदी की दशा और दिशा खुदाई के चलते बिगड़ गई है। ग्रामीणों का दावा है कि प्रशासन और खनिज विभाग के अधिकारियों को अवैध खनन के मामले में पूरी जानकारी है, लेकिन अफसरों के ढील देने के कारण ठेकेदार ने नदी को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। शिवनाथ नदी की स्थिति खुदाई के कारण बिगड़ रही है। जिससे पर्यावरण पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक ठेकेदार पर सख्तीपूर्वक कार्रवाई नहीं किए जाने की स्थिति में एक सप्ताह के इंतजार के बाद ग्रामीणों ने पनेका मार्ग में चक्काजाम करने का भी ऐलान किया है।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की ओर क्रांतिकारी कदम होगा यह कम्युनिटी रेडियो
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 जनवरी। राजनांदगांव जिले का पहला एफएम रेडियो स्टेशन संगवारी रेडियो के नाम से 26 जनवरी गणतंत्र दिवस को शुभारंभ होगा। सरकार की मंशानुरूप समता जनकल्याण समिति द्वारा सामुदायिक (कम्युनिटी) रेडियो स्टेशन की स्थापना की गई है। जिसको स्थापित करने में राजनांदगांव के कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा का पूर्णरूपेण योगदान रहा है। उनके मार्गदर्शन व निर्देशन पर संगवारी रेडियो श्रोताओं व नागरिकों को समर्पित होने जा रहा है।
इस रेडियो स्टेशन के प्रारंभ होने से शासन की महत्वाकांक्षी योजना के तहत स्थानीय लोक कलाकारों की प्रतिभाओं को सशक्त माध्यम उपल्ब्ध हो सकेगा। स्थानीय कला एवं संस्कृति तथा किसानों को फसलों से संबंधित उन्नत तकनीकी जानकारी से कम्युनिटी रेडियो अवगत करा बढ़ावा देगा। साथ ही मौसम से संबंधित नवीनतम जानकारी पहुंचाने में आसानी होगी। किसानों को कृषि संबंधित विषयों पर सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
जिले में शासन की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत क्षेत्र के विकास कार्यों की प्रगति को भी समय-समय में अवगत कराने के साथ ही जन समस्याओं पर भी ध्यान प्रशासन को दिलाएगा, ताकि जन समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई हो सके। राजनांदगांव जिला अपने सौहार्द साहित्यिक गतिविधियों मूर्धन्य साहित्यकारों खेल प्रतिभाओ रियासतकालीन महत्वो और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध है। संस्कृति लोक नृत्य लोक गीत के संरक्षण एवं संवर्धन और प्रशासन की समस्त योजनाओं को जन-जन तक प्रसारित करने के लिए कम्युनिटी रेडियो की स्थापना की जा रही है। इसमें लोकगीतों के माध्यम से न सिर्फ छत्तीसगढ़ की संस्कृति का प्रचार-प्रसार किया जाएगा, अपितु समस्त शासकीय योजनाओं की उपयोगिता को भी जनसामान्य को अवगत कराया जाएगा
क्या है कम्युनिटी रेडियो
स्थानीय समुदाय को सशक्त बनाने में कम्युनिटी रेडियो की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कम्युनिटी रेडियो लोकगीतों के माध्यम से न सिर्फ संस्कृति का प्रचार-प्रसार करते हैं, बल्कि सरकारी योजनाओं की जानकारी भी लोगों तक पहुंचाने कटिबंध है। समझना होगा कि आखिर हमें किसका साथ चाहिए और इससे किसका विकास होगा। हमें समुदाय, प्रशासन और सरकार का साथ चाहिये और इससे समाज के उन लोगों का विकास होगा, जिन तक शासन और प्रशासन की पहुंच नहीं है। कम्युनिटी रेडियो सिर्फ समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिलाता, बल्कि उनका समाधान करने का प्रयास भी करता है।
सरकारी योजनाओं का भी होगा प्रचार-प्रसार
कम्युनिटी रेडियो ग्रामीणों इलाकों के लोगों से जुडऩे, उनके लोक संस्कृति को जानने का उत्तम माध्यम है। कम्युनिटी रेडियो से धीरे-धीरे क्षेत्र में बदलाव आएगा और विकास में स्थानीय लोगों की विकास में भागीदारी भी सुनिश्चित करेगा। कृषि वैज्ञानिकों और पत्रकार, साहित्यकार, किसान लोक कलाकार तथा किसानों का आपसी संपर्क बहुत ही कम हो पाता है। स्थानीय पुरातत्व संस्कृति से जुड़े लोग शामिल होंगे। जिसका सीधा लाभ जनता को होगा।
संगवारी रेडियो का स्टुडियो तैयार
राजनांदगांव जिले का प्रथम रेडियो स्टेशन एफएम संगवारी रेडियो का स्टुडियो बनकर तैयार है, जो शांति विजय रेजीडेंसी सृष्टि कॉलोनी में स्थित है, रेडियो का रेंज क्षेत्र 25 किमी डायमीटर और फ्रीकवेंसी 90.8 है रेडियो स्टेशन में टावर व एसी स्टुडियो बनकर तैयार है कलाकार के सीधे प्रसारण के लिए भी पृथक से लाइव रूम भी बनाया गया है, जहां से कलाकार या अपने अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ सीधे प्रसारण पर आ सकेंगे। 26 को होगा एफएम का शुभारंभ
गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी को छत्तीसगढ़ प्रदेश के कृषि, जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे के मुख्य आतिथ्य, छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष दलेश्वर साहू, महापौर हेमा सुदेश देशमुख की उपस्थिति में शांति विजय रेजीडेंसी सृष्टि कॉलोनी के संगवारी रेडियो स्टेशन का शुभारंभ करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 जनवरी। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के इतिहास विभाग द्वारा सुभाषचंद्र बोस जयंती के पूर्व संध्या पर परिचर्चा का आयोजन किया गया।
शुभारंभ अवसर पर प्राचार्य डॉ. केएल टांडेकर ने सुभाषचंद्र बोस की जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 1919 में कलकत्ता विश्वविद्यालय सेे स्नातक करने के बाद सुभाष इंग्लैंड चले गए और 1920 में उन्होंने भारतीय सिविल सर्विस की परीक्षा में चौथा स्थान प्राप्त किया, लेकिन नियुक्ति से पहले ही वे भारत लौट आए और भारत की स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ गए। कलकत्ते में ‘‘प्रिंस ऑफ वेल्स’’ के शाही दौरे के विरोध करने पर उन्हें जेल में डाल दिया गया।
विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि 1938 में सुभाषचंद्र बोस को हरिपुरा अधिवेशन में कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया, तब वे 41 वर्ष की आयु में सबसे कम आयु के अध्यक्ष बने। सुभाषचंद्र बोस का अपना अलग दृष्टिकोण था। उन्होंने जब देखा कि गांधी और कांग्रेस की मुख्य धारा को अपने तात्कालिक दृष्टिकोण से जोडऩे का उनका प्रयत्न सफल नहीं हो सकता, तब उन्होंने स्वतंत्रता प्राप्ति हेतु देश के बाहर जाने का निर्णय लिया था। 21 अक्टूबर 1943 का दिन भारतीय इतिहास में अविस्मरणीय है। इस दिन नेताजी ने स्वतंत्र भारत की ‘‘अस्थायी सरकार की स्थापना की’’ इसमें 21 सदस्य थे। नेताजी ने आईएनए लोग का गठन किया था और सैनिको को ‘‘दिल्ली चलो’’ का नारा दिया था।
इस अवसर पर बसंतपुर थाना के टीआई राजेश साहू, डॉ. डीपी कुर्रे, डॉ. एचएस भाटिया, डॉ. केएन प्रसाद, प्रो. नूतन देवांगन, प्रो. संजय देवांगन, प्रो. विकास कांडे, प्रो. मंजरी सिंह, प्रो. संजय सप्तर्षि, प्रो. हेमंत नंदागौरी एवं डॉ. हेमलता साहू उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 जनवरी। छत्तीसगढ़ वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन चेयरमेन एवं दुर्ग विधायक अरूण वोरा शनिवार को राजनंादगांव प्रवास पर डोंगरगढ़ और राजनांदगांव के वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के गोदामों का आकस्मिक निरीक्षण किया। श्री वोरा डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी देवी की पूजा-अर्चना की। इस दौरान कांग्रेसियों ने उनका स्वागत किया।
श्री वोरा ने गोदामों की प्रबंधक से पूरी जानकारी लेते गोदामों का अवलोकन किया। उन्होंने श्रमिकों से रूबरू होते चर्चा कर उनकी समस्याओं को सुनते समाधान का आश्वासन दिया। इस दौरान उन्होंने गोदाम प्रबंधकों को गुणवत्ता का विशेष ख्याल रखने कहा। साथ ही अनाज का भंडारण सुरक्षित रखने, लापरवाही नहीं करने कहा।
नांदगांव मुख्यालय में श्री वोरा ने युवा आयोग अध्यक्ष जितेन्द्र मुदलियार के आमंत्रण पर उनके निवास स्थान पहुंचे। यहां कांग्रेसियों ने उनका भव्य स्वागत किया। इसके अलावा गंज लाइन स्थित वरिष्ठ साहित्यकार मोहन अग्रहरि के निवास में पहुंचकर सांई मंदिर का दर्शन कर परिजनों से भेंट की। तत्पश्चात श्री वोरा दुर्ग-भिलाई सडक़ मार्ग से प्रस्थान किए। इस दौरान दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल, यूथ कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी संदीप वोरा एवं अन्य कांग्रेसी शामिल थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 जनवरी। एक नाबालिग युवती को बहला-फुसलाकर अपहरण कर शारीरिक संबंध बनाने वाले आरोपी को डोंगरगढ़ पुलिस ने दुर्ग से ढूंढ निकाला है। आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा गया है। वहीं पुलिस ने नाबालिग युवती को भी बरामद कर लिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 21 जनवरी को प्रार्थी ने डोंगरगढ़ थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 17 जनवरी को उसकी नाबालिग नातिन दोपहर से घर से कहीं चली गई है। उसने पुलिस के समक्ष आशंका जताया कि कोई अज्ञात व्यक्ति द्वारा नाबालिग को बहला-फुसलाकर भगाकर ले गया है। रिपोर्ट पर गुम इंसान एवं अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की। पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग ओपी पाल, एसपी संतोष सिंह तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश बढ़ई एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी डोंगरगढ़ कृष्णकुमार पटेल द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते एवं प्रकरण की गंभीरता को देखते तत्काल थाना स्तर पर टीम गठित कर दुर्ग, भिलाई, राजनंादगांव एवं सरहदी राज्य मप्र, महाराष्ट्र व नागपुर में निरंतर पता तलाश की जा रही थी।
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि नाबालिग को गोविंदा उर्फ मोनू मेश्राम निवासी बंगालीपारा डोंगरगढ़ द्वारा भगाकर ले जाकर उरला दुर्ग में रखा गया है। सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक शिव चंद्रा के नेतृत्वमें तत्काल टीम उरला दुर्ग रवाना होकर नाबालिग को आरोपी गोविंदा के कब्जे से बरामदकर पूछताछ किया गया। पूछताछ में पीडि़ता द्वारा आरोपी गोविंदा द्वारा बहला-फुसलाकर भगाकर ले जाकर शारीरिक संबंध बनाना बताई है।
आरोपी का कृत्य अपराध धारा सदर 363, 366, 376 (2) (ढ़) भादवि 4,5, (ठ) 6 पाक्सो एक्ट पाए जाने से 23 जनवरी को आरोपी गोविंदा को विधिवत गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा गया है।
उक्त कार्रवाई में उनि राधा बोरकर, आर. गजेन्द्र भारद्वाज, आर. परस ध्रुव की भूमिका सराहनीय रहा।
1 हफ्ते में डेढ़ हजार स्वस्थ
बुजुर्ग, महिलाओं, युवाओं ने विशेष सहभागिता दिखाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 जनवरी। जीवनदायिनी वैक्सीन का दो डोज कोविड-19 की महामारी की विपरीत परिस्थियों से निपटने में प्रभावी रहा। जिले में वैक्सीनेशन जुनून, हिम्मत और जागृति की इबारत है। कोरोना की दो लहर की विभीषिका से मिले जख्म जिससे ठीक तरह से उबर भी नहीं पाए थे। ऐसे में कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रॉन की दस्तक से सबका सहम सा जाना वाजिब भी था। जिले में टीकाकरण का परिणाम असरकारक रहा है। इस बार स्थितियां और चुनौतियां अलग थी। कोविड-19 का टीका सबके लिए संबल बना।
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के नेतृत्व में टीकाकरण महाभियान में सभी वर्गों की व्यापक सहभागिता रही। जिला प्रशासन द्वारा जिस तेज गति से दूरगामी परिस्थितियों को देखते टीकाकरण अभियान को लक्ष्य तक पहुंचकर अंजाम दिया गया, वह काफी महत्वपूर्ण है। जिसके सार्थक परिणाम अब दिखाई दे रहे हैं। इस बार भी नागरिक कोविड पॉजिटिव तो हुए, लेकिन रिकव्हर दर काफी अच्छी रही है। मन में हिम्मत के टीके से आस और विश्वास भी बना रहा। हमारे स्वास्थ्यकर्मी, फ्रंट लाइन वर्कर्स कोरोना पॉजिटिव होने के बाद जल्दी ही रिकव्हरी ले रहे हैं और स्वस्थ होकर सेवाएं दे रहे हैं। जिले में कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए अब तक 21 लाख 99 हजार 944 व्यक्तियों ने कोविड टीका लगवा लिया है। जिसमें से कोविड टीका का प्रथम डोज 12 लाख 86 हजार 182 लोगों ने लगा लिया है। वहीं कोविड टीका का दूसरा डोज 9 लाख 829 तथा बूस्टर डोज 12 हजार 833 लोगों ने लगाया है। पिछले 1 हफ्ते में लगभग 1403 व्यक्ति कोविड-19 से रिकव्हर हुए हैं।
जिले में कोविड-19 के नए वैरियंट ओमिक्रॉन का मुकाबला करने व्यापक तौर पर अभियान चलाकर वैक्सीनेशन किया गया। जिसमें शहरी क्षेत्रों से लेकर सुदूर वनांचल क्षेत्रों तक टीकाकरण किया गया। अभियान में बड़े बुजुर्ग, महिलाओं, युवाओं ने विशेष सहभागिता दिखाई। शासन द्वारा कोरोना की तीसरी लहर के दृष्टिगत स्वास्थ्य अधोसंरचना को मजबूती प्रदान की गई है। जिला प्रशासन द्वारा कंट्रोल रूम नंबर 7440203333 के माध्यम से 24 घंटे सेवाएं प्रदान की जा रही है। कोविड जांच बढ़ाई गई है और अधिक से अधिक सैम्पल लिए जा रहे हैं। निगरानी एवं नियंत्रण तंत्र को मजबूत किया गया है। कोरोना को हराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सक्रिय कदम उठाए जा रहे हैं। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। मरीजों के दवाई की उपलब्धता के लिए वाहन सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
किसी तरह की परेशानी की स्थिति में उदयाचल संस्था द्वारा नि:शुल्क भोजन की पहल भी मरीजों के लिए की गई है। सीमावर्ती चेक पोस्ट में सख्ती बढ़ाई गई है और लगातार कोविड जांच की जा रही है। कोरोना की चेन को तोडने के लिए मास्क लगाने एवं कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना एक मजबूत प्रयास है। जिला प्रशासन द्वारा लगातार मार्केट में जागरूकता अभियान चलाए जाने के साथ ही मास्क नहीं लगाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। निश्चय ही इस कठिन समय का सामना हम टीकाकरण, जागरूकता, अनुशासन से कर पाएंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 जनवरी। यातायात पुलिस नियमों का उल्लंघन करने वालों पर अभियान चलाते कार्रवाई कर रही है। यातायात पुलिस ने 5 दिनों के अभियान में विभिन्न धाराओं के 325 प्रकरणों में एक लाख 60 हजार 400 रुपए समन शुल्क वसूल की है। इसके अलावा विभाग की कार्रवाई निरंतर जारी है।
मिली जानकारी के अनुसार नवपदस्थ एसपी संतोष सिंह के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेन्द्र ठाकुर के मार्गदर्शन में गत् 5 दिनों से यातायात पुलिस द्वारा नियम विरूद्ध वाहन चालकों के उपर अभियान के तहत् शराब सेवन कर वाहन चालन के 16 प्रकरणों में 10 प्रकरण में प्रति प्रकरण 10000 समन शुल्क न्यायालय द्वारा वसूल किया गया। साथ ही लाइसेंस निलंबन हेतु प्रकरण आरटीओं को भेजा गया, शेष 6 प्रकरण लंबित है। 7 नाबालिग वाहन चालकों को रोककर उनके परिजनों को थाना मे समझाईस देकर दोबारा ऐसा न करने की हिदायत देकर चालानी कार्रवाई की गई। तेज आवाज वाले 8 बुलेट को रोककर उनका साइलेंसर जब्त कर चालानी कार्रवाई की गई। इसी प्रकार दोपहिया में तीन सवारी, बिना हेलमेट, तेज वाहन चालन, संकेतक का उल्लंघन, खतरनाक तरीके से वाहन चालन सहित अन्य धाराओं में 325 प्रकरणों में 160400 समन शुल्क वसूल किया गया। आगे भी कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 जनवरी। एक नाबालिग युवती को बहला-फुसलाकर अपहरण कर शारीरिक संबंध बनाने वाले आरोपी को डोंगरगढ़ पुलिस ने दुर्ग से ढूंढ निकाला है। आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा गया है। वहीं पुलिस ने नाबालिग युवती को भी बरामद कर लिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 21 जनवरी को प्रार्थी ने डोंगरगढ़ थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 17 जनवरी को उसकी नाबालिग नातिन दोपहर से घर से कहीं चली गई है। उसने पुलिस के समक्ष आशंका जताया कि कोई अज्ञात व्यक्ति द्वारा नाबालिग को बहला-फुसलाकर भगाकर ले गया है। रिपोर्ट पर गुम इंसान एवं अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की। पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग ओपी पाल, एसपी संतोष सिंह तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश बढ़ई एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी डोंगरगढ़ कृष्णकुमार पटेल द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते एवं प्रकरण की गंभीरता को देखते तत्काल थाना स्तर पर टीम गठित कर दुर्ग, भिलाई, राजनंादगांव एवं सरहदी राज्य मप्र, महाराष्ट्र व नागपुर में निरंतर पता तलाश की जा रही थी।
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि नाबालिग को गोविंदा उर्फ मोनू मेश्राम निवासी बंगालीपारा डोंगरगढ़ द्वारा भगाकर ले जाकर उरला दुर्ग में रखा गया है। सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक शिव चंद्रा के नेतृत्वमें तत्काल टीम उरला दुर्ग रवाना होकर नाबालिग को आरोपी गोविंदा के कब्जे से बरामदकर पूछताछ किया गया। पूछताछ में पीडि़ता द्वारा आरोपी गोविंदा द्वारा बहला-फुसलाकर भगाकर ले जाकर शारीरिक संबंध बनाना बताई है। आरोपी का कृत्य अपराध धारा सदर 363, 366, 376 (2) (ढ़) भादवि 4,5, (ठ) 6 पाक्सो एक्ट पाए जाने से 23 जनवरी को आरोपी गोविंदा को विधिवत गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा गया है। उक्त कार्रवाई में उनि राधा बोरकर, आर. गजेन्द्र भारद्वाज, आर. परस ध्रुव की भूमिका सराहनीय रहा।
राजनांदगांव, 23 जनवरी । राजा स्व. महंत दिग्विजय दास की पुण्यतिथि पर छत्तीसगढ़ श्री वैष्णव महासभा, युवा प्रकोष्ठ ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर उन्हें याद किया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ श्री वैष्णव महासभा, युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष प्रतुल कुमार वैष्णव ने कहा कि स्व. राजा महंत दिग्विजय दास एवं उनके पूर्ववर्ती राजाओं महंत सर्वेश्वर दास, महंत बलराम दास एवं महंत घासीदास की दूरदर्शिता, त्याग एवं दानशीलता के कारण राजनांदगांव सहित संपूर्ण छत्तीसगढ़लाभान्वित हुआ है। रायपुर मे महंत घासीदास संग्रहालय की स्थापना, छत्तीसगढ़ में रेललाइन हेतु पहल, बीएनसी मिल की स्थापना, नल घर का निर्माण एवं अंत में अपनी विशाल संपत्ति को जनकल्याण हेतु राजगामी संपदा न्यास के रूप में जनता को अर्पित करने जैसे अद्वितीय कार्यों के कारण ये सभी व्यक्तित्व राजनांदगांव सहित संपूर्ण छत्तीसगढ़ की जनता के लिए पूज्यनीय हैं।
जिलाध्यक्ष विवेक वैष्णव ने कहा कि राजा साहब सर्व समाज के पूज्यनीय हैं। हम उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित करने यहां एकत्रित हुए हैं यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है ।
इस अवसर परए जिला महासचिव ढालेश वैष्णव, प्रदेश सलाहकार देवकुमार निर्माणी, मंडलेश्वर अनूप दास वैष्णव, संदीप वैष्णव, गोपाल दास वैष्णव, रूबी गरचा, महेन्द्र जंघेल, चिन्टू सोनकर, आदित्य पराते, साकेत वैष्णव, भरत भूषण वैष्णव, कमलेश प्रजापति, सोनू वैष्णव आदि उपस्थित थे।