राजनांदगांव
1 हफ्ते में डेढ़ हजार स्वस्थ
बुजुर्ग, महिलाओं, युवाओं ने विशेष सहभागिता दिखाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 जनवरी। जीवनदायिनी वैक्सीन का दो डोज कोविड-19 की महामारी की विपरीत परिस्थियों से निपटने में प्रभावी रहा। जिले में वैक्सीनेशन जुनून, हिम्मत और जागृति की इबारत है। कोरोना की दो लहर की विभीषिका से मिले जख्म जिससे ठीक तरह से उबर भी नहीं पाए थे। ऐसे में कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रॉन की दस्तक से सबका सहम सा जाना वाजिब भी था। जिले में टीकाकरण का परिणाम असरकारक रहा है। इस बार स्थितियां और चुनौतियां अलग थी। कोविड-19 का टीका सबके लिए संबल बना।
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के नेतृत्व में टीकाकरण महाभियान में सभी वर्गों की व्यापक सहभागिता रही। जिला प्रशासन द्वारा जिस तेज गति से दूरगामी परिस्थितियों को देखते टीकाकरण अभियान को लक्ष्य तक पहुंचकर अंजाम दिया गया, वह काफी महत्वपूर्ण है। जिसके सार्थक परिणाम अब दिखाई दे रहे हैं। इस बार भी नागरिक कोविड पॉजिटिव तो हुए, लेकिन रिकव्हर दर काफी अच्छी रही है। मन में हिम्मत के टीके से आस और विश्वास भी बना रहा। हमारे स्वास्थ्यकर्मी, फ्रंट लाइन वर्कर्स कोरोना पॉजिटिव होने के बाद जल्दी ही रिकव्हरी ले रहे हैं और स्वस्थ होकर सेवाएं दे रहे हैं। जिले में कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए अब तक 21 लाख 99 हजार 944 व्यक्तियों ने कोविड टीका लगवा लिया है। जिसमें से कोविड टीका का प्रथम डोज 12 लाख 86 हजार 182 लोगों ने लगा लिया है। वहीं कोविड टीका का दूसरा डोज 9 लाख 829 तथा बूस्टर डोज 12 हजार 833 लोगों ने लगाया है। पिछले 1 हफ्ते में लगभग 1403 व्यक्ति कोविड-19 से रिकव्हर हुए हैं।
जिले में कोविड-19 के नए वैरियंट ओमिक्रॉन का मुकाबला करने व्यापक तौर पर अभियान चलाकर वैक्सीनेशन किया गया। जिसमें शहरी क्षेत्रों से लेकर सुदूर वनांचल क्षेत्रों तक टीकाकरण किया गया। अभियान में बड़े बुजुर्ग, महिलाओं, युवाओं ने विशेष सहभागिता दिखाई। शासन द्वारा कोरोना की तीसरी लहर के दृष्टिगत स्वास्थ्य अधोसंरचना को मजबूती प्रदान की गई है। जिला प्रशासन द्वारा कंट्रोल रूम नंबर 7440203333 के माध्यम से 24 घंटे सेवाएं प्रदान की जा रही है। कोविड जांच बढ़ाई गई है और अधिक से अधिक सैम्पल लिए जा रहे हैं। निगरानी एवं नियंत्रण तंत्र को मजबूत किया गया है। कोरोना को हराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सक्रिय कदम उठाए जा रहे हैं। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। मरीजों के दवाई की उपलब्धता के लिए वाहन सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
किसी तरह की परेशानी की स्थिति में उदयाचल संस्था द्वारा नि:शुल्क भोजन की पहल भी मरीजों के लिए की गई है। सीमावर्ती चेक पोस्ट में सख्ती बढ़ाई गई है और लगातार कोविड जांच की जा रही है। कोरोना की चेन को तोडने के लिए मास्क लगाने एवं कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना एक मजबूत प्रयास है। जिला प्रशासन द्वारा लगातार मार्केट में जागरूकता अभियान चलाए जाने के साथ ही मास्क नहीं लगाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। निश्चय ही इस कठिन समय का सामना हम टीकाकरण, जागरूकता, अनुशासन से कर पाएंगे।