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बिलासपुर, 21 अप्रैल। कोरोना के बढ़ते फैलाव को देखते हुए नगर निगम के आठ एल्डरमैनों ने विधायक शैलेश पांडेय के नेतृत्व में कलेक्टर सारांश मित्तर को पार्षद निधि से 8 लाख रुपये प्रदान किये।
इस राशि को अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधा विस्तार, गैस ऑक्सीजन सिलेंडर, एम्बुलेंस, शव वाहन एवं अन्य स्वास्थ्य राहत सामग्री खरीदने में खर्च किया जायेगा।
कोरोना संक्रमण के तेजी से प्रसार के कारण स्वास्थ्य सेवा करने वालों को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। जिला अस्पताल, सिम्स, प्रयास, चित्रकूट कोविड सेंटर एवं निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, बेड, दवाई आदि की कमी देखी जा रही है, जिसकी पूर्ति करने का कार्य किया जा रहा है। सभी एल्डरमैनों ने अपनी पार्षद निधि से एक-एक लाख रुपये दिये हैं। डॉ. मित्तर ने विधायक व एल्डरमैनों को इस अनुकरणीय पहल के लिए धन्यवाद दिया है।
इस दौरान नगर निगम आयुक्त अजय त्रिपाठी सहित एल्डरमैन शैलेन्द्र जायसवाल, काशी रात्रे, दीपांशु श्रीवास्तव, अखिलेश गुप्ता बंटी, सुरेश सोनकर, अजरा खान, सुबोध केसरी व श्याम लाल चंदानी उपस्थित थे। कुछ महीनों पूर्व एल्डरमैन दीपांशु श्रीवास्तव के पिता दिलीप श्रीवास्तव का कोरोना से निधन हुआ था, उनकी पहल पर सभी एल्डरमैन मदद के लिये आगे आये। विधायक ने सभी एल्डरमैन व पार्षदों से भी कोरोना की रोकथाम के लिये शासन की मदद करने की अपील की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 20 अप्रैल। लॉकडाउन के दौरान जिले में निर्धारित अवधि तक बैंकों के संचालन के लिये दी गई अनुमति में और छूट देते हुए व्यापारिक लेन-देन की अनुमति दी गई है पर सामान्य लेनदेन में प्रतिबंध जारी रहेगा।
कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर द्वारा आज जारी किये गये संशोधित आदेश के अनुसार बैंकों को-मार्बिड, गर्भवती, अधिकारियों, कर्मचारियों को एक्टिव ड्यूटी से छूट देते हुए हब-बैंकिंग सिद्धांत अनुसार न्यूनतम स्टाफ के साथ कार्य करने की अनुमति प्रदान की गई है, किन्तु सभी बैंक एवं शाखाएं सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक ही संचालित हो सकेगी।
इस अवधि में केवल एटीएम कैश रि-फिलिंग, मेडिकल इक्विपमेंट, मेडिसिन, पेट्रोल-डीजल पंप, पी.डी.एस, केरोसीन वितरक, शासकीय उचित मूल्य दुकानदारों से संबंधित लेन-देन, उद्योगों के व्यापारिक लेन-देन, श्रमिकों की भुगतान, मेडिकल ऑक्सीजन आपूर्ति, लिक्विड आक्सीजन उत्पादक, शासकीय लेन-देन, निविदा, अस्पताल एवं मेडिकल प्रयोजन को छोड़कर आमजनता हेतु किसी प्रकार के सामान्य लेन-देन की अनुमति नहीं होगी। इसके लिये शाखा प्रबंधन सम्बन्धित व्यक्तियों से विधिवत आवेदन प्राप्त इसका रिकॉर्ड रखेंगे।
व्यापारिक लेन देन की मांग शहर के कारोबारियों और उद्योगपतियों ने कल कलेक्टर से की थी, जिसके परिप्रेक्ष्य में यह कदम उठाया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 20 अप्रैल। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड बढ़ाने के लिये तेजी से प्रयास किये जा रहे हैं।
संभागीय कोविड अस्पताल बिलासपुर में 40 अतिरिक्त ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड लगभग तैयार हैं, जो 21 या 22 अप्रैल तक मरीजों के लिये उपलब्ध हो जायेंगे। इस समय यहां 100 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड हैं। इन्हें मिलाकर संख्या 140 हो जायेगी। आज जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हैरिस एस., अतिरिक्त कलेक्टर नुपूर राशि पन्ना ने अंतिम चरण की तैयारियों का निरीक्षण किया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रमोद महाजन व एसडीएम देवेन्द्र पटेल भी उपस्थित थे।
इन अधिकारियों ने आज जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय का भी निरीक्षण किया। यहां पर भी नया कोविड अस्पताल बनाने की तैयारी की जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इस इस अस्पताल में 60 ऑक्सीजन सपोर्टेड बिस्तर तैयार किये जायेंगे।
इस तरह कुछ दिनों के भीतर 100 अतिरिक्त बेड मिल जायेंगे।
बिलासपुर, 20 अप्रैल। प्रदेश में कोविड के बढ़ते संक्रमण को देख कर शिक्षकों की टीम भी सक्रिय हो गई है। स्कूल शिक्षा विभाग के प्राचार्यो व शिक्षकों ने सजग नाम से सेवा कार्य हेतु टीम गठित की है।
अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के अंतर्गत सजग टीम और बिलासपुर में संचालित शासकीय स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय मंगला, तारबाहर, लाजपतराय एवं लिंगियाडीह शाला के शिक्षकों ने आपस में मिलकर जिला प्रशासन के द्वारा विकसित किये जा रहे नवीन कोविड अस्पतालों के लिये सामग्री का वितरण किया।
जिला कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर को टीम के प्रतिनिधि के रूप में पी. दासरथी, संदीप चोपडे, कौस्तुभ चटर्जी एवं रविन्द्र चारी ने यह सामग्री सौंपी। कलेक्टर डॉ. मित्तर ने इस योगदान की सराहना की। उन्होंने मुख्य स्वास्थ एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रमोद महाजन को सामग्री हस्तांतरित किया एवं इसे आयुर्वेद चिकित्सालय में विकसित किये जा रहे नवीन कोविड अस्पताल में व्यवस्थित करने का निर्देश दिया।
उपलब्ध कराई गई सामग्री में कवर सहित 50 गद्दे, 50 तकिये, 25 ऑक्सीमीटर, 25 वेपोराइजर, 25 इन्फ्रारेड थर्मामीटर शामिल हैं। टीम के सदस्यों ने बताया कि शीघ्र ही ऑक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि सजग की टीम 2017 से लगातार शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रही है। इन्होंने पूर्व में वनवासी क्षेत्र एवं अस्पतालों में कंबल, कपड़े, स्वेटर, जूते-मोजे, पानी बोतल, स्कूल बैग बच्चों के लिये ग्रीन कार्पेट एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 20 अप्रैल। सिम्स चिकित्सालय के अनुबंधित एवं जूनियर चिकित्सकों ने अपनी मांगों को लेकर लगातार दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा कि अभी तक शासन से कोई भी प्रतिक्रिया उन्हें नहीं मिली है। जब तक हमे कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलेगा, हम इसी तरह अनिश्चितकाल तक प्रदर्शन करते रहेंगे। डॉक्टरों ने कहा कि कि छोटे पद में कार्य करने वालों की सुध लेने वाला कोई नहीं है, जबकि हम पूरी कर्मठता से इस घोर विपदा की घड़ी अपने कार्य को करने मे लगे हुए हैं। डॉक्टर वेतन विसंगति को दूर करने की मांग पर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम मरीजों को अपनी सेवायें भी देंगे और प्रदर्शन भी करेंगे।
कल फिर हुई 39 मौतें, बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, रेमडेसिविर की कमी,
श्मशान गृह में नये शेड बन रहे, भोजन, दवा के लिए सामाजिक संस्थाएं आगे आईं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 20 अप्रैल। जिले में लगातार छह दिनों से हजार से ऊपर जा रहे कोरोना संक्रमितों की रफ्तार में थोड़ी कमी आई पर स्थिति चिंताजनक ही बनी हुई है। बीते 24 घंटे में नये 720 पॉजिटिव मिले। इस दौरान 39 की मौत हो गई, जिनमें बिलासपुर जिले के 34 और अन्य जिलों के 5 मरीज हैं।
जिले में अब संक्रमित हो चुके मरीजों की संख्या से 30 हजार 307 पहुंच चुकी है और अप्रैल के 19 दिन में ही 13 हजार 945 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इस दौरान 5600 अधिक लोग ठीक भी हो गए। सोमवार को भी 365 लोग स्वस्थ हुए। अब तक ठीक होने वालों की संख्या 27000 से अधिक पहुंच गई है। जिले में इस समय संक्रमित मरीजों की संख्या 8813 पहुंच चुकी है।
जो नए संक्रमित मिल रहे हैं उनमें ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है 369 लोग ग्रामीण क्षेत्रों से तो 351 शहरी क्षेत्र से संक्रमित पाए गए। अप्रैल माह में जिले 370 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 70 की उम्र 45 साल से कम थी।
नए संक्रमित मरीज राजेंद्र नगर, अज्ञेय नगर, एकता नगर, प्रियदर्शिनी नगर, भरनी, इंदिरा विहार, इमली पारा, कुदुदंड, सीपत रोड, अशोक विहार, गणेश नगर, राजकिशोर नगर, पुराना बस स्टैंड, लिंक रोड, शुभम् विहार, गंगा नगर, गोपाल नगर, रामा ग्रीन सिटी, विनोबा नगर, गौरव पथ, ओम नगर, जरहाभाठा, विजयापुरम, क्रांति नगर, अभिषेक विहार, भारतीय नगर, तेलीपारा, 27 खोली, तिफरा, जूनी लाइन, तेलीपारा, जबड़ा पारा, सरकंडा, सरजू बगीचा, सिंधी कॉलोनी, सीएसईबी कॉलोनी, विद्यानगर, रामा लाइफ सिटी, सकरी, सागर होम्स, स्काई हॉस्पिटल, रेलवे, नर्मदा नगर, देवरीखुर्द, चकरभाटा, मल्हार नूतन चौक, सीएमपीडीआईडी कॉलोनी, नेचर सिटी आदि शामिल हैं।
यह कहा जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लौट रहे प्रवासी मजदूरों की वजह से संक्रमण फैल रहा है। राज्य सरकार ने बाहर से आए प्रत्येक मजदूर का आरटीपीसीआर टेस्ट कराने का निर्णय लिया है। तखतपुर में रविवार को 80 मरीज मिलने के बाद सोमवार को फिर 56 नए मरीज मिले।
अस्पतालों और श्मशान गृहों में एक जैसी स्थिति बनी हुई है। लगातार आ रहे नये मरीजों के लिए निजी और सरकारी दोनों ही अस्पतालों में बिस्तर की लगातार कमी बनी हुई है। घंटों मरीजों को बेड की तलाश में एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भडक़ना पड़ रहा है। इसके अलावा लोग अस्पताल परिसर के बाहर भी ऑक्सीजन लगाकर बिस्तर मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
सबसे ज्यादा गंभीर समस्या ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी दिखाई दे रही है। इसके लिए जिलाधीश डॉ सारांश मित्तर ने एक समिति बना दी है। अतिरिक्त कलेक्टर बीएस उइके इसके नोडल अधिकारी हैं। सीएमएचओ सहित अन्य अधिकारी इसमें शामिल किए गए हैं। ये प्राथमिकता के अनुसार अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति करायेंगे और शार्टेज होने पर रायपुर के कंट्रोल रूम से सम्पर्क में रहकर उपलब्धता सुनिश्चित करायेंगे।
जो मरीज गंभीर रूप से संक्रमित नहीं है उनको चिकित्सीय सलाह के साथ घर में रहकर आइसोलेट हो ने कहा जा रहा है। नगर निगम ने इसके लिए एक होम आइसोलेशन हेल्प ऑन कॉल सुविधा की शुरुआत की है। सामान्य कोरोना संक्रमित इसमें सलाह ले रहे हैं और दवाइयों की पर्ची उन्हें व्हाट्सएप के जरिए भेजी जा रही है। हर दिन लगभग 200 लोग इस सेवा की सहायता ले रहे हैं। आईएमए के सहयोग से यह सुविधा शुरू की गई है, जिसमें बारी-बारी डॉक्टर बैठ रहे हैं।
जिले के अस्पतालों में बड़ी संख्या में आसपास के जिलों मुंगेली, बेमेतरा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, जांजगीर-चाम्पा से मरीज लाये जा रहे हैं। इन जिलों के मरीज व परिजन भोजन के लिए भटक रहे हैं। इसे देखते हुए महापौर रामशरण यादव और कांग्रेस कमेटी ने मिलकर 50 रुपये थाली में पैक भोजन देने की व्यवस्था शुरू की है। इसके अलावा अनेक सामाजिक संस्थाओं ने भी फोन के जरिए भोजन भेजने के लिए अपना हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।
स्थिति की समीक्षा के लिए जिला प्रशासन, नगर निगम, डॉक्टर और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ कलेक्टर ने बैठक ली। बैठक में डॉक्टरों ने रेमडेसिविर इंजेक्शन व ऑक्सीजन की कमी बताई। कलेक्टर ने बताया कि इसके लिए रायपुर कंट्रोल रूम के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए समिति बनाई गई है।
रेलवे ने हाथ खड़े किये
मरीजों के लिये बिस्तर की कमी को देखते हुए रेलवे ने पिछले साल से 52 कोच बनाए हैं और जिनमें पर 400 बेड हैं। ये कोट बिलासपुर व रायपुर में स्टेशन पर खड़े हैं। पिछले कई दिनों से जनप्रतिनिधि व स्वास्थ्य विभाग ये कोच देने की मांग कर रहे हैं। रेलवे ने कह दिया है कि वह सिर्फ तैयार कोच दे रहे हैं। ऑक्सीजन, डॉक्टर व स्टाफ उनके पास नहीं है। कोच देने के लिये भी रेलवे ने कहा कि रायपुर डीआरएम इसके लिये नोडल अधिकारी बनाये गये हैं, उनके माध्यम से रेलवे बोर्ड से कोच देने की अनुमति लेनी पड़ेगी।
शवों के दाह संस्कार में लगातार आ रही परेशानी को देखते हुए तोरवा स्थित मुक्तिधाम में 15 नए चबूतरे बनाए जा रहे हैं। मुक्तिधाम से लगे हुए खाली जगह पर रेलवे की जमीन है जिस पर डीआरएम ने महापौर की पहल पर शेड बनाने की सहमति दी है। इसका निर्माण कार्य शुरू भी कर दिया गया है। ज्ञात हो कि शवों के दाह संस्कार के लिये बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने के कारण सरकंडा व तोरवा स्थित मुक्तिधाम में जगह कम पड़ रही है।
डॉक्टरों ने किया प्रदर्शन
इधर सिम्स के संविदा और अनुबंध पर काम कर रहे चिकित्सकों ने वेतन विसंगति और अवकाश नहीं मिलने के कारण प्रदर्शन किया। इन डॉक्टरों की वेतन वृद्धि 1 अप्रैल से लागू की गई है। उनमें नाराजगी है इस विसंगति के कारण जूनियर छात्रों की छात्रवृत्ति की राशि सीनियर डॉक्टर से ज्यादा हो गई है। सिम्स में स्टाफ की कमी का भी उन्होंने हवाला दिया है और कहा है कि इसके चलते वे शारीरिक, मानसिक तनाव से घिरे हुए हैं। अन्य राज्यों में को कोविड उपचार में लगे डॉक्टरों को अलग भुगतान किया जाता है लेकिन यहां ऐसा नहीं है। इसके लिए उन्हें भी प्रोत्साहन राशि दी जानी चाहिए। डॉक्टर्स काम पर हैं लेकिन उन्होंने विरोध जारी रखने का निर्णय लिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 18 अप्रैल। जैसी संभावना व्यक्त की जा रही थी जिले में लॉकडाउन की अवधि 26 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। इस दौरान राशन दुकानों को सीमित संख्या में खोलने की छूट दी गई है। साथ ही किसान डोर-टू-डोर सब्जियां बेच सकेंगे। बैंकों को भी सीमित कार्य के लिए खोलने की छूट दी गई है।
जिला दंडाधिकारी डॉ. सारांश मित्तर द्वारा आज जारी आदेश में बताया गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से आम जनों की सुरक्षा की दृष्टि से जिले को 21 अप्रैल तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था किन्तु प्रभावितों की संख्या चिंताजनक रूप से बढ़ने के कारण 26 अप्रैल तक के लिए इसे बढ़ाया जा रहा है। लॉक डाउन की विस्तारित की गई अवधि में उचित मूल्य दुकानों को सुबह 7 से 12 बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है। राशन वितरण टोकन के आधार पर किया जाएगा और एक दिन में अधिकतम टोकन 50 से 60 ही वितरित किए जाएंगे। हितग्राहियों को खाद्यान्न वितरण के लिए अलग-अलग दिन वार्ड मोहल्लों में तिथि निर्धारित की जाएगी ताकि अनावश्यक भीड़ इकट्ठी ना हो। उचित मूल्य दुकानों में सैनिटाइजर व मास्क की व्यवस्था संचालक द्वारा की जाएगी। दुकान आने-जाने के लिए राशन कार्ड को दिखाया जाना पर्याप्त होगा लेकिन अनावश्यक भवन भ्रमण प्रतिबंधित रहेगा।
खेतों से सीधे किसान या सब्जी उत्पादक सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक कालोनियों गलियों में डोर टू डोर जाकर फल और सब्जी विक्रय कर सकेंगे लेकिन उन्हें एक स्थान पर खड़े होकर बेचने की अनुमति नहीं होगी। किसी भी सब्जी बाजार या फल सब्जी दुकान को भी खोलने की अनुमति नहीं दी गई है। थोक दुकानों या थोक व्यापारियों को दुकान या मंडी में फल सब्जी बेचने की अनुमति नहीं है।
इस दौरान बैंकों को भी एटीएम कैश रिफलिंग और कार्यालय के प्रयोजन के लिए खोलने की अनुमति होगी। दवा, चिकित्सा प्रयोजन, पेट्रोल पंप गैस एजेंसियों के कार्य को छोड़कर अन्य किसी भी प्रकार के लेन-देन एवं बैंक के शाखा के संचालन की अनुमति नहीं होगी।
कोरोना महामारी भयावह स्थिति में पहुंच रही, ऑक्सीजन बेड की कमी बड़ी वजह, डिप्टी कलेक्टर्स के फोन नंबर किसी काम के नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 अप्रैल। बीते तीन दिनों के भीतर जिले में कोरोना संक्रमण से 97 लोगों की मौत हो गई। आज दोपहर दो बजे तक मिली जानकारी के मुताबिक 7 लोगों की और मौत हो चुकी है। इस तरह 100 से अधिक लोगों ने जान गवां दी है। अप्रैल माह के 15 दिनों में सरकंडा स्थित मुक्तिधाम में 175 शवों का दाह संस्कार किया जा चुका है।
अकेले बुधवार को जिले में 40 लोगों की मौत हुई है उसके पहले मंगलवार को 36 कोरोना संक्रमित जान गंवा बैठे। इन 76 मौतों में 40 बिलासपुर जिले के रहने वाले थे। शेष दूसरे जिलों से इलाज कराने पहुंचे थे।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह दावा किया जा रहा है कि जिले में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। इस बारे में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बयान जारी किया है। यह सही है कि ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी नहीं है पर ऑक्सीजन बेड की भारी कमी है। कोरोना संक्रमितों को ऑक्सीजन बेड के लिये अस्पतालों में सिफारिश करनी पड़ रही है, उसके बावजूद व्यवस्था नहीं हो रही है। अन्य अस्पतालों के डॉक्टर व नर्स कोरोना संक्रमित मरीजों को हाथ लगाने के लिये तैयार नहीं हैं। मरीजों की मौत का आंकड़ा इसलिये भी बढ़ रहा है क्योंकि उन्हें समय पर ऑक्सीजन बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इधर जिला प्रशासन तथा विधायक की ओर से लगातार बयान जारी किया जा रहा है कि अस्पतालों में बेड बढ़ाये जा रहे हैं पर बीते साल के मुकाबले अब तक एक भी बिस्तर किसी सरकारी अस्पताल में नहीं बढ़ाया जा सका है।
जिला प्रशासन ने जिन डिप्टी कलेक्टरों का फोन नंबर जारी किया है वे मरीजों की कोई मदद नहीं कर रहे हैं। वे मरीजों को सलाह दे रहे हैं कि इस अस्पताल में जगह नहीं हैं तो वे खुद उस अस्पताल में पता कर लें। ये एक तरह से सिर्फ सूचना देने का काम कर रहे हैं। कई डिप्टी कलेक्टर्स तो फोन भी नहीं उठा रहे हैं। इस समय प्रशासन का सारा जोर लॉकडाउन और वैक्सीनेशन को सफल बनाने में है जबकि अस्पतालों में व्याप्त अव्यवस्था और मरीजों के सामने खड़े हो रहे संकट के निदान के लिये उनकी टीम काम नहीं कर रही है।
जिले में कोरोना के नये केस भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को जिले में 1136 नए मरीजों का पता चला है। ये शहर के सभी इलाकों से हैं।
नए मरीजों में हरि नगर, विजया पुरम्, इंदिरा विहार, भरनी, गुलाब नगर, मिशन हॉस्पिटल, स्काई हॉस्पिटल, घाटगे हॉस्पिटल, निराला नगर, क्रांति नगर, गीतांजलि सिटी, राजकिशोर नगर, शांति नगर, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी चिल्हाटी, पुराना बस स्टैंड, उसलापुर, अभिलाषा परिसर, देवनंदन नग, आदर्श कॉलोनी, इमली भाठा, गंगानगर कॉलोनी, पुलिस लाइन, महाराणा प्रताप चौक, सिंधी कॉलोनी, सदर बाजार, बोदरी, गोलबाजार, बसंत विहार, विनोबा नगर, इमली पारा, जूनी लाइन, नेहरू नगर, डीपू पारा सरकंडा. सीआरपीएफ आदि शामिल है।
अमर, डांगी कोरोना पॉजिटिव
पूर्व मंत्री व भाजपा नेता अमर अग्रवाल आज सपत्नीक कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं। दोनों अपोलो अस्पताल में इलाज के लिये भर्ती हो गये हैं। उनके बेटे कान्हा अग्रवाल पहले से ही संक्रमित हैं। अग्रवाल ने अपने सम्पर्क में आये लोगों को कोरोना टेस्ट कराने की सलाह दी है। उन्होंने कल ही कलेक्टर से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा था जिसमें नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता भूपेन्द्र सवन्नी, जिला भाजपा अध्यक्ष रामदेव कुमावत सहित कुछ और नेता उनके साथ थे। पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी ने भी ट्वीट कर अपने कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी दी है। वे घर पर रहकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 14 अप्रैल। पत्रकार प्रदीप आर्य के इलाज में आरबी हॉस्पिटल द्वारा बरती गई लापरवाही को लेकर बिलासपुर प्रेस क्लब ने गहरा रोष जाहिर किया है। आज सदस्यों ने कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर से मिलकर इसकी शिकायत की। कलेक्टर ने मामले की जांच का आदेश दिया है।
पत्रकार व कार्टूनिस्ट प्रदीप आर्य का बीते सोमवार को आरबी कोविड हॉस्पिटल में निधन हो गया था। परिजन उन्हें ऑक्सीजन लेवल गिरने पर सिम्स चिकित्सालय लेकर गये थे। वहां बेड पर उनके लिये लगाये गये सिलेन्डर का ऑक्सीजन खत्म हो गया। कई अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड का पता करने पर जगह नहीं मिली। आखिरकार उन्हें एक ऑक्सीजन सिलेंडर बेड आरबी हॉस्पिटल में खाली होने का पता चला। ऑक्सीजन की सुविधा वाले एक एम्बुलेंस से परिजन उन्हें आरबी हॉस्पिटल स्वर्ण जयंती नगर लेकर आये। यहां आते ही उन्हें एम्बुलेंस से उतारकर व्हील चेयर पर बिठाया गया और ऑक्सीजन सिलेंडर लगाया गया। पर आईसीयू में पहुंचाने के 15-20 मिनट के भीतर ही प्रदीप आर्य की सांसें उखड़ गईं। पत्रकार प्रदीप आर्य की पुत्री प्रिया सिंह ने बताया कि वह यह जानकर सन्न रह गई कि जो ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पताल के स्टाफ ने लगाया वह खाली था। इसके चलते वे ऑक्सीजन लगाने के बावजूद हांफ रहे थे और थोड़ी देर में चल बसे। अस्पताल प्रबंधन ने गुमराह करते हुए ऐसा सिलेंडर लगा दिया जिसमें ऑक्सीजन ही नहीं था। शायद स्टाफ को लगा कि उनकी इस धोखाधड़ी का पता नहीं चलेगा और कुछ घंटे बाद मरीज के लिये नया सिलेंडर ला दिया जायेगा। पर, उन्होंने जानबूझकर पत्रकार को मौत के मुंह में जाने दिया।
इस घटना की जानकारी मिलने पर पत्रकारों में गहरा रोष है। बिलासपुर प्रेस क्लब के सदस्यों ने आज कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर को पूरे मामले की जानकारी दी और अस्पताल प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई की मांग की। साथ ही यह जांच कराने की मांग की कि किन परिस्थितियों में सिम्स में ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था पत्रकार के इलाज के लिये नहीं हो सकी।
डॉ. मित्तर ने इस मामले की जांच कराने का आदेश देने का आदेश दिया है लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया है कि यह जांच कौन सी टीम करेगी और कब तक इसकी रिपोर्ट मिलेगी।
करगीरोड (कोटा), 14 अपै्रल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन देव साय, की सहमति से व्यापार प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक लाभ चंद बाफना, के द्वारा कोटा नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष मुरारी लाल गुप्ता को व्यापार प्रकोष्ठ बिलासपुर संभाग का सह प्रभारी बनाया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 14 अप्रैल। बिना मास्क लगाये सामान बेच रहे दुकानदार और उसकी बहन ने एसडीएम के साथ गाली गलौच करते हुए धक्का मुक्की की। पुलिस ने तुरंत भाई, बहन को हिरासत में ले लिया। बाद में दुकानदार के विरुद्ध अपराध दर्ज किया गया।
घटना जांजगीर-चाम्पा जिले के शिवरीनारायण की है। जानकारी के मुताबिक सोमवार को कोरोना गाइडलाइन के पालन का निरीक्षण करने के लिये एसडीएम मेनका प्रधान, तहसीलदार पुलिस बल के साथ शिवरीनारायण में थीं। एक दुकान बालाजी मोटर्स में उन्होंने पाया कि दुकानदार बिना मास्क पहने बैठा है। उन्होंने दुकान जाकर उन्हें मास्क पहनने कहा। इससे दुकान संचालक सुशील बंजारे व उसका भाई भड़क गया और एसडीएम तथा पुलिस वालों से वह गाली गलौच व जान से मारने की धमकी देने लगा। इसी बीच युवक की बहन वहां पहुंच गई। उसने एसडीएम को धक्का दे दिया। इससे पुलिस वाले तुरंत अलर्ट हुए और सुशील तथा उसकी बहन को गाड़ी में बिठाकर थाने ले आये। थाने में मालूम हुआ कि दुकानदार की बहन मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है। उसे छोड़ दिया गया। नगर पंचायत के सीएमओ हितेन्द्र यादव की शिकायत पर सुशील बंजारे के खिलाफ महामारी एक्ट सहित आईपीसी की धारा 186, 294 तथा 506 के तहत कार्रवाई की गई है।
200 नये बेड आज और तैयार, ऑक्सीजन की भारी कमी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 13 अप्रैल। कोविड संक्रमण से हो रही मौतों के चलते स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि सरकंडा स्थित मुक्तिधाम में शवों को जलाने के लिए लोगों को चार चार घंटे तक प्रतीक्षा करनी पड़ रही है। बीते 24 घंटे के दौरान 21 लोगों की मौत हुई। कल नये केस 700 से कम आए थे लेकिन यह आंकड़ा बढ़कर बढ़कर फिर 833 पहुंच गया। कल देर रात तक मुक्तिधाम में 15 शवों का दाह संस्कार किया गया। आज दोपहर 2 बजे तक 5 100 जलाए चुके थे और तीन कतार में थे। आज दोपहर 200 बिस्तरों का नया आइसोलेशन सेंटर तैयार किया गया।
स्थिति इतनी बिगड़ी हुई है कि परिजनों को शवों को मुक्तिधाम तक पहुंचाने के लिए भी वाहनों का घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। सिम्स चिकित्सालय में दो शव वाहन हैं जो बारी-बारी दाह संस्कार के लिए सरकंडा मुक्तिधाम, तोरवा, मधुबन और भारतीय नगर शमशान गृह में शवों को पहुंचा रहे हैं।
एक के बाद एक हो रही कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत से जिले में हाहाकार मचा हुआ है। बीते 24 घंटे के भीतर कोरोना संक्रमित 21 मरीजों ने दम तोड़ा है। इनमें से 9 दूसरे जिलों के थे से थे तो 12 बिलासपुर जिले के निवासी हैं। मृतकों में 40 साल के प्रौढ़ से लेकर 85 साल तक के बुजुर्ग शामिल हैं।
शहर के किसी न किसी इलाके में हर रोज नया हॉटस्पॉट बन रहा है। कल सर्वाधिक मरीज नेहरू नगर इलाके से 11 और क्रांति नगर से 10 मिले। इसके अलावा भारतीय नगर, देवनंदन नगर, हेमू नगर, देवरी खुर्द, मसान गंज, गोंडपारा, जूनी लाइन, सागर होम्स, शांति नगर, गंगानगर, कोनी, गीतांजलि विहार, सिंधी कॉलोनी, सरजू बगीचा, कुदुदंड, उसलापुर, गांधी चौक, विनोबा नगर और जूना बिलासपुर से नए मरीज मिले।
निजी अस्पताल में इस तरह हो रही लूट
पहले से ही अनेक अनेक अनैतिक गतिविधियों के लिए चर्चा में रहे अमेरी रोड नेहरू नगर स्थित श्री राम केयर हॉस्पिटल में एक मरीज से आरटी पीसीआर टेस्ट के लिए शासन द्वारा तय दर ₹200 की जगह 14 सो रुपए लिए गए। एंटिजन जांच के लिये भी अस्पताल में 400 रुपये लिए जा रहे हैं। इस अस्पताल के दो वार्ड व्वाय कुछ माह पहले से वहां भर्ती की गई एक मरीज युवती से बलात्कार करने के आरोप में जेल में हैं। इन्हें बचाने के लिये अस्पताल प्रबंधन ने प्रेस कांफ्रेंस भी ली थी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रमोद महाजन से कई गुना अधिक बिल बनाने की शिकायत की गई है। डॉ. महाजन ने इस मामले की तहकीकात करने का भरोसा दिलाया है और कहा कि यदि शासन द्वारा तय किए गए दर से अधिक राशि ली गई तो अस्पताल प्रबंधक के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
ऑक्सीजन सिलेंडर की भारी कमी
सरकारी और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की भारी कमी हो रही है। नये वेरियेंट के कोरोना मरीजों में श्वास का लेवल गिर रहा है। महादेव हॉस्पिटल के प्रबंधक डॉ. आशुतोष तिवारी ने बताया कि उनके यहां भर्ती होने वाले 10 में से 9 मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत पड़ रही है। हम इसकी लगातार आपूर्ति मांग रहे हैं। 10 में 1 मरीज ही ऐसा है जिसे जनरल बेड में जगह दी जा सकती है। डॉक्टर ने बताया कि 31 मार्च से अगर तुलना करें तो 12 अप्रैल के बीच इसकी आवश्यकता 7 गुना बढ़ चुकी है।
जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों से बात की। उन्होंने यथाशीघ्र कोविड अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने तथा अधिक से अधिक वैक्सीनेशन करने का निर्देश दिया। उन्होंने विकासखंड स्तर पर कोविड केयर सेंटर स्थापित करने का भी निर्देश दिया है। बैठक में जिला कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर ने बताया कि 14 अप्रैल से 21 अप्रैल तक जिले में पूरी तरह लॉकडाउन रखा गया है जिसे सख्ती से लागू किया जायेगा।
कांग्रेस भवन को बनायेंगे केयर सेंटर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश, कांग्रेस महासचिव पी एल पुनिया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम और स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव ने कल प्रदेश भर के कांग्रेस पदाधिकारियों से कोरोना महामारी से निपटने के लिए सुझाव मांगे। वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हुई इस चर्चा में जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा है कि वे कांग्रेस भवन को कोविड केयर सेंटर के रूप में बदलने के लिए तैयार हैं।
नगर निगम कर्मचारियों की उदारता
नियमित रूप से वेतन पाने के लिए जूझ रहे निगम के कर्मचारियों ने भी कोविड संक्रमण से निपटने के लिए सहृदयता दिखाई है। उन्होंने अपने एक दिन का वेतन कोरोना संकट से निपटने के लिए दान देने का निर्णय लिया है। इसके लिए नगर निगम कर्मचारियों ने कोरोना सहायता कोष की स्थापना की है। एचडीएफसी बैंक में इसका एक अकाउंट भी खोल दिया गया है। लोगों से उन्होंने इस अकाउंट में राशि जमा करने और सहयोग करने की अपील की है।
5 हजार टेस्ट की रिपोर्ट रुकी
एक और निजी अस्पतालों में कहा जा रहा है की आरपीसीआर टेस्ट के बगैर उन्हें कोरोना मरीज नहीं माना जाएगा क्योंकि इसको न तो बीमा कंपनी मानती है न ही सरकार। दूसरी ओर सिम्स में लिए जाने वाले आरटीपीसीआर लैब में आज की स्थिति में करीब 5000 सैंपल की रिपोर्ट रुकी हुई है। इसके चलते नए आरटीपीसीआर जांच में भी आनाकानी की जा रही है ताकि पुरानी रिपोर्ट दी जा सके। लैब में इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए सिर्फ संविदा कर्मचारियों की भर्ती की गई है। इनमें से दो लोगों ने हाल ही में नौकरी छोड़ दी है। काम का बोझ दो साइंटिस्ट और तीन लैब अटेंडेंट के ऊपर है।
ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता बढ़ायें
केन्द्र सरकार ओर से एक टीम ने बिलासपुर, मुंगेली, जांजगीर-चांपा और गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में दौरा करके कोविड संक्रमण से पीड़ित मरीजों के उपचार की व्यवस्था की जानकारी ली है। इस टीम ने ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता बढ़ाने का सुझाव दिया है। टीम में भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव जिग्नेश तमका, रीजनल डायरेक्टर डॉक्टर के एम कामले, डॉ कुमार मीणा और डॉक्टर आरती शामिल थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा ), 12 अप्रैल। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई कोटा जिला पेंड्रा के द्वारा कोरोना के बढ़ते प्रकोप को कम करने एवं आम नागरिक को जागरूक करने के लिए कोटा नगर में जागरूकता अभियान चलाया गया इस जागरूकता अभियान में 45 वर्ष से पूर्ण आयु के व्यक्तियों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित किया गया।
यमराज एवं मैं हूं को रोना जैसी झांकी के माध्यम से पोस्टर बैनर के माध्यम से आम जनता को जागरूक किया गया एवं सोशल डिस्टेंसिंग मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया गया इस जागरूकता अभियान में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बिलासपुर विभाग के विभाग सयोंजक योगानन्द साहू प्रदेश कार्यकारणी सदस्य सुहानी जायसवाल इकाई कोटा की नगर मंत्री प्रियंक अग्रहरि, अमन अग्रहरि, मनोज प्रजापति मोहन वैष्णव , रोहित साहू नवीन साहू धनंजय साहू प्रवीण , गणेश जयसवाल, प्रकाश तिवारी, मनीषा गंधर्व एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 12 अप्रैल। सरकंडा पुलिस ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा चलाने वाले सरस्वती शिशु मंदिर के पूर्व प्राचार्य 65 वर्षीय गोपी चंद चंद्रा को 13 वर्षीय बालक के साथ डरा-धमकाकर अप्राकृतिक कृत्य करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
सरकंडा पुलिस से मिली जानाकारी के अनुसार बंधवापारा निवासी गोपी चंद चंद्रा नूतन कॉलोनी स्थित कन्या शाला में वर्षों से आरएसएस की शाखा का संचालन करता है। वह संगठन में संभागीय मार्ग प्रमुख का दायित्व भी देख रहा है। सरकंडा स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में वह प्राचार्य भी रहा है।
पीडि़त की ओर से दर्ज कराये गये बयान के अनुसार 13 वर्षीय बालक उसकी शाखा में व्यायाम के लिये जाता था। छात्र से उसने नजदीकी बढ़ाई और सूनी जगह पर उसे ले जाकर उसके साथ अप्राकृतिक कृत्य करने लगा। बालक द्वारा विरोध करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई। करीब 4 माह तक से यह करतूत की जा रही थी। इसके बाद वह बालक को यह कहकर डराने लगा कि मैं तुम्हारे पेट में अपना बच्चा डालना चाहता हूं। भयभीत बालक ने इसकी जानकारी अपनी मां को दी। तब माता-पिता ने थाने पहुंचकर इसकी शिकायत की। पुलिस ने बालक को अलग बिठाकर काउन्सलिंग की तब आरोपी के कुकृत्य की पुष्टि हो गई। पुलिस ने आरोपी पर आईपीसी की धारा 377, 506 तथा पॉक्सो एक्ट की धारा 4 व 6 के तहत अपराध दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
बताया जाता है कि आरोपी से सेवानिवृत्ति के बाद भी विभिन्न शालाओं में स्वैच्छिक सेवायें ली जा रही थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 12 अप्रैल। कोटा ब्लॉक के ग्राम पंचायत अमाली में कोरोना वैक्सीन लगवाने से वचिंत हो रहे हैं ग्रामीण पांच साल पूर्व में बने अधार कार्ड में वर्तमान45वर्ष की आयु हो चुका है लेकिन अधार कार्ड 45 साल का डाटा एंट्री नहीं होने से ग्रामीणों को कोरोना वैक्सीन लगवाने से मना किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि डाटा एंट्री में आधार कार्ड का जन्म तारीख कम होने पर एंट्री नहीं हो पाता और यह कोरोना वैक्सीन टेबलेट से ऑनलाइन एंट्री होता है , इसी कारण टीका लगवाने से 45वर्ष होने बाद भी सही समय में नहीं लग पा रहा हैं।
गौरतलब है की सभी ग्राम पंचायतों में करोना टीका लगाने सभी को अधार कार्ड महिला और पुरूषों को कहा जा रहा है वहीं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने बताया और भी जरूरी राष्ट्रीय कृत पहचान पत्र, मतदाता फोटो परिचय पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस,पेन कार्ड से भी दिखाकर कोरोना टीका लगा सकते हैं ,लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में जन जगरूता कमी होने के कारण एक बार टीकाकरण से आधार कार्ड पूर्व में बने हैं कोरोना वैक्सीन टेबलेट से ऑनलाइन एंट्री नहीं लेने से दोबारा आने से कतराते हैं।
कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले आनलाईन टेबलेट में सरलीकरण करना चाहिए सरकार को ताकि 45 वर्ष पूरे चुके सभी महिला और पुरुषों को भी अधिक संख्या टीका सही समय में लग जाना चाहिए हैं, नहीं तो अधिकांश लोगों को पांच साल पूर्व में अधार कार्ड उम्र नहीं दिखाने कारण टीका नहीं लग रहा है और टीकाकरण कराये बिना लौट रहे हैं ऐसे में शत प्रतिशत करोना टीकाकरण नहीं लग पायेगा । केंद्र सरकार और राज्य सरकार को सरलीकरण करना चाहिए। ताकी कोई भी महिला और पुरूष लौटे नहीं इसका ध्यान रखना चाहिए होगा।
प्रेम बिंझवार महिला ने अमाली ग्राम पंचायत में कोरोना वैक्सीन लगवाने गये तो उनका अधार कार्ड में 45 वर्ष कम बताने से टीकाकरण नहीं लग पाया हैं। गायत्री बाई महिला ये भी करोना टीकाकरण लगवाने अपने साथ अधार कार्ड लेकर गयीं लेकिन पूर्व में बने अधार 45 वर्ष वर्तमान स्थिति में नहीं बता पाने के कारण बिना टीका लगवाये ही लौटना पडा़।
ग्राम पंचायत अमाली सचिव लक्ष्मी क्षत्रिय ने बताया की हमारे यहाँ ग्राम जोगीपुर, अमाली, बिल्ली बंद,ग्रामीणों ने टीकाकरण के लिए यहाँ रहें लेकिन ऐसे कई महिला ,पुरूष, जिनकी आयु 45वर्ष होने बाद अब आधर एंट्री नहीं के करण टीकाकरण से कई लोगों टीकाकरण से वचिंत हो रहे हैं।
कोटा स्वास्थ्य विभाग कोरोना वैक्सीन टीकाकरण प्रभारी श्वेता सिंह ने बताया कि पोर्टल में 45वर्ष दिखाना जरूरी हैं आनलाईन टीकाकरण लग रहा हैं।
बिलासपुर कलेक्टर सांराश मित्तर ने कहा कि उच्च अधिकारियों से बातचीत कर जल्द निराकरण किया जायेगा। जिला चिकित्सा अधिकारी प्रमोद महाजन ने कहा यह सब आनलाईन टीकाकरण हो रहा जल्द ही आधार कार्ड की समस्या को निराकरण किया जायेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 12 अप्रैल। कोरोना संक्रमण से पीडि़त नये मरीजों की संख्या बीते 24 घंटों में 889 से 629 रही लेकिन इस दौरान 19 लोगों की मौत हो गई, जो अब तक सर्वाधिक है। इनमें से 11 बिलासपुर जिले के मरीज तो 8 अन्य जिलों से हैं जो यहां के अस्पतालों में इलाज करा रहे थे। मृतकों में सबसे कम की उम्र 30 वर्ष और सबसे अधिक उम्र 93 वर्ष है।
कोरोना संक्रमण शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से फैल रहा है। मस्तूरी तहसील के एरमसाही गांव में 13 नये मरीजों के मिलने के बाद यहां संक्रमितों की संख्या 125 से अधिक हो गई है। इसी इलाके के मल्हार नगर पंचायत में अब तक 140 संक्रमित मिल चुके हैं।
शहर के तालापारा, सिरगिट्टी, विनोबा नगर, राजेंद्र नगर, सरकंडा, उसलापुर, हेमू नगर, सिम्स आवासीय परिसर, नेहरू नगर, मंगला, गोंड पारा, भारतीय नगर, जूना बिलासपुर, अशोक नगर, चांटीडीह, कुदुदंड, तालापारा, सीआरपीएफ कैंप भरनी, इमली पारा, कुम्हारपारा, जरहाभाटा, करबला रोड, रेलवे परिक्षेत्र, मसानगंज, तेलीपारा, गंगानगर, राजकिशोर नगर और शांति नगर में नए मरीज मिले हैं। इस तरह से शहर का कोई भी इलाका अब संक्रमितों से अछूता नहीं रह गया है।
रतनपुर महामाया में दर्शन पर रोक
रतनपुर स्थित सिद्ध शक्तिपीठ महामाया देवी मंदिर में भक्तों के प्रवेश पर आज से रोक लगा दी गई है। 13 अप्रैल से शुरू हो रहे नवरात्रि पर्व पर पूर्व में भक्तों को सीमित संख्या में प्रवेश की अनुमति देने का निर्णय लिया गया था लेकिन कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए और जिला प्रशासन द्वारा सभी धार्मिक स्थलों को बंद रखने का निर्देश दिए जाने के बाद इस पूरी नवरात्रि के दौरान भक्तों का प्रवेश मंदिर में वर्जित रहेगा। मंदिर में प्रतिदिन पुजारियों द्वारा पूजा पाठ, आरती और भोग तथा ज्योति की पूजा की जाएगी, जिसका ऑनलाइन यूट्यूब चैनल और दूसरे सोशल मीडिया पर सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक प्रसारण किया जाएगा। जिन श्रद्धालुओं ने ज्योति कलश की राशि जमा की है उन्हें उनके कलश का दर्शन भी ऑनलाइन दिखाया जाएगा। जिले के अन्य देवी मंदिरों में भी श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद किया गया है। इनमें जिनमें नगोई, तिफरा, जरहाभाटा काली मंदिर, बघवा मंदिर सरकंडा आदि शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि चैत्र नववर्ष पर अन्य उत्सव भी होते हैं। इन्हें लॉकडाउन के चलते स्थगित कर दिया गया है। आंध्र समाज का उगादी पर्व, महाराष्ट्रीयन गुड़ी पड़वा, व सिंधी समाज चेटीचंड उत्सव का सार्वजनिक आयोजन स्थगित कर दिया गया है। मंदिरों एवं सामाजिक भवनों में सीमित उपस्थिति के साथ पूजन पाठ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आम लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
कोरोना संक्रमित रोज सैकड़ों मरीजों के सामने आने के कारण इलाज की व्यवस्था चरमरा गई है। जिले के 16 निजी अस्पतालों में 635 बेड हैं, जिनमें से कोई खाली नहीं है। सरकारी अस्पताल में 275 बेड हैं जिनमें से सिर्फ 18 खाली हैं। नए मरीजों की भर्ती के लिए किसी भी अस्पताल में जगह नहीं है। नई व्यवस्था करने में भी विलंब हो रहा है। स्थिति यह है कि गरीब एवं मध्यम वर्गीय लोग तो परेशान है ही संपन्न परिवारों के लोग भी जो किसी भी हद तक खर्च करने के लिए तैयार हैं लेकिन उन्हें बिस्तर मिल नहीं रहा है। संक्रमण की यही गति रही तो दो चार दिन में हालत पूरी तरह बेकाबू हो जायेंगे। जिला प्रशासन ने युद्धस्तर पर संभागीय कोविड अस्पताल में अतिरिक्त 120 बेड की व्यवस्था करने की बात कही है।
वैक्सीनेशन ने गति पकड़ी
इधर टीकाकरण की गति भी वैक्सीन की नियमित आपूर्ति के चलते बनी हुई है। जिले के 156 कोविड टीकाकरण केंद्रों में 13 हजार 137 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। हालांकि यह लक्ष्य 22500 से कम था। वैक्सीन लगवाने वालों में 12 हजार 880 ने पहली तथा 257 ने दूसरी डोज लगवाई। फ्रंटलाइन वारियर्स में 28 ने दूसरी डोज तथा एक ने पहली डोज लगवाई। 45 साल से 60 साल के भीतर उम्र के 9 हजार 56 लोगों ने पहली तथा 72 लोगों ने दूसरी डोज लगवाई। 60 वर्ष से अधिक उम्र के 3793 बुजुर्गों ने पहली और 135 ने दूसरी डोज लगवाई। सोमवार को फिर वैक्सीन की नई खेप फिर आ रही है।
24 घंटे के दौरान कोरोना संक्रमण के 900 केस आने पर जारी किया गया आदेश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 11 अप्रैल। कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए जिले में 14 अप्रैल की सुबह 6 बजे से लेकर 21 अप्रैल की रात्रि 12 बजे तक लॉकडाउन लगा दिया गया है। इस दौरान केवल मेडिकल दुकान, दूध पार्लर और चारा दुकानों व अन्य जरूरी सेवाओं को सीमित समय के लिये जारी रखने का आदेश दिया गया है। शादियों और दूसरे समारोह के लिए दी गई मंजूरी रद्द कर दी गई है हालांकि घरों में कार्यक्रम की अनुमति 20 लोगों के लिये दी जायेगी।
जिला दंडाधिकारी एवं कलेक्टर द्वारा जारी आज दोपहर आदेश में संपूर्ण जिले को कंटेनमेंट जोन में रखा जाना घोषित किया गया है। इस अवधि में जिले की सभी सीमाएं सील रहेंगी। मेडिकल दुकानों को निर्धारित समय में खोलने की अनुमति रहेगी। मेडिकल दुकान संचालक मरीजों को दवाई होम डिलीवरी देने को प्राथमिकता देंगे। पेट्रोल पंप संचालकों को केवल शासकीय वाहन में पेट्रोल भरवाने की अनुमति होगी। इसके मेडिकल इमरजेंसी वैन, केस वैन और इससे संबंधित निजी वाहन, रेलवे स्टेशन, बस-स्टैंड के लिये टैक्सी व निजी वाहन परिचय पत्र दिखाकर आना-जाना कर सकेंगे। एडमिट कार्ड व परिचय पत्र दिखाकर परीक्षार्थी शासन की अनुमोदित परीक्षाओं में भाग लेने के लिये जा सकते हैं, जिन्हें पेट्रोल दिया जायेगा। परिचय पत्र दिखाने पर मीडिया कर्मी, न्यूज़पेपर हॉकर, दुग्ध वाहन तथा छत्तीसगढ़ में नहीं रुकते हुए कहीं भी एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने वालों को पेट्रोल प्रदान किया जाएगा।
अत्यावश्यक परिवहन से संबंधित नगर निकाय सीमा के बाहर स्थित ऑटोमोबाइल शॉप एसडीएम की अनुमति से खोली जा सकेगी। सुबह 6 से 8 बजे तक एवं शाम 5 बजे से 6.30 बजे तक दूध पार्लर के सामने केवल दूध बेचेंगे। पेट शॉप में केवल पशुओं को चारा देने के लिए भी इसी अवधि में खोलने की अनुमति रहेगी। एलपीजी सिलेंडर कि सिर्फ होम डिलीवरी की जाएगी और टेलीफोन से ऑर्डर लिए जाएंगे। उद्योगों में कैम्पस के भीतर आवश्यक व्यवस्था करते हुए संचालन एवं निर्माण की अनुमति कैंपस के भीतर दी गई है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे सडक़ निर्माण एवं रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण इस प्रतिबंध से मुक्त रहेगा। ब्रायलर व ब्लास्ट फर्नेस के साथ उत्पादन करने वाले औद्योगिक संस्थान जैसे सीमेंट, स्टील, शक्कर, फर्टिलाइजर, खनन आदि संयंत्र कोरोना निर्देशों का पालन करते हुए संचालित किये जाएंगे।
इस अवधि में जिले की सभी शराब दुकानें बंद रहेंगी। सभी धार्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन स्थल आम जनता के लिए पूरी तरह से बंद रहेंगे। विवाह के लिए पूर्व में 50 व्यक्तियों के शामिल होने की अनुमति दी गई थी। कोरोना प्रकोप को देखते हुए सभी अनुमति निरस्त की गई है। घरों में विवाह कार्यक्रम आयोजित किया जा सकता है जिसमें अधिकतम 20 लोग शामिल हो सकते हैं। पूर्व में जो लोग होटल में रुके हैं उनके लिए भोजन की सेवा केवल रूम में हो सकेगी। सभी प्रकार की सभा, जुलूस, सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक आयोजन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। अपरिहार्य कारणों से शहर से जिले से बाहर जाने वालों को ई पास के जरिए अनुमति दी जाएगी।
इस दौरान जिले के सभी केंद्रीय शासकीय कर्मचारी कार्यालय, बैंक बंद रहेंगे। टेलीकॉम, रेलवे एयरपोर्ट से जुड़े कार्यालय में उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उचित मूल्य दुकान की दुकानें निर्धारित सीमित अवधि में खुली रहेंगी।
कोविड संक्रमण की रोकथाम हेतु जिले में सभी सेवाएं जारी रहेगी। इनमें कांटेक्ट ट्रेसिंग, एक्टिव सर्विलांस, होम आइसोलेशन, दवाई वितरण शामिल हैं। इस कार्य में संलग्न सरकारी कर्मचारियों की उपस्थिति पहले के अनुसार अनिवार्य रहेगी। कोविड केयर सेंटर से डिस्चार्ज होने वाले मरीजों के परिवहन में संलग्न वाहन पूर्व अनुसार संचालित रहेंगे।
टीकाकरण की समस्त गतिविधियां पंजीयन, परिवहन एवं टीकाकरण लॉकडाउन से मुक्त रहेंगे। कोविड-19 टीकाकरण जांच हेतु मेडिकल दस्तावेज या आधार कार्ड या परिचय पत्र दिखाने पर अस्पताल पैथोलॉजी लैब और टीकाकरण के लिये आने-जाने की अनुमति होगी, किंतु अनावश्यक भ्रमण प्रतिबंधित रहेगा। आपात स्थिति में यात्रा के दौरान चार पहिया वाहनों में ड्राइवर सहित अधिकतम चार व्यक्तियों, ऑटो में तीन तथा दुपहिया में ड्राइवर सहित अधिकतम अधिकतम दो व्यक्ति की यात्रा की अनुमति होग। इन निर्देशों का उल्लंघन करने के लिए 15 दिन के लिए वाहन जप्त करने के अलावा अन्य कार्रवाई की जाएगी।
मीडिया कर्मियों को यथासंभव वर्क फ्रॉम होम कार्य करने कहा गया है। अत्यावश्यक स्थिति में बाहर निकलने पर अपना परिचय पत्र साथ रखना पड़ेगा तथा उन्हें फिजिकल डिस्टेंस तथा मास्क संबंधी निर्देशों का कड़ाई से पालन करना होगा।
यह आदेश संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी तथा उनके कार्यालय, दंडाधिकारी कार्यालय, तहसील, थाना व पुलिस चौकी पर लागू नहीं होगा। स्वास्थ्य से संबंधित अधिकारी, विद्युत, पेयजल आपूर्ति, नगर पालिका की सेवाएं सफाई, कचरे का डिस्पोजल इत्यादि के संचालन की अनुमति होगी लेकिन उक्त अवधि में आम जनता का शासकीय कार्यालय में प्रवेश प्रतिबंध रहेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड कोटा, 10 अप्रैल। समाज सेवी छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान के तत्वावधान में बिलासपुर जिला,कोटा विकासखण्ड के ग्राम नवापारा में नशा मुक्ति अभियान के तहत ग्रामीणों को जागरूक किया गया ।
जनपद पंचायत कोटा के ग्राम पंचायत जोगीपुर नवापारा के युवा कार्यकर्ता गेदराम बिरको ने कहा कि नशा मानव समाज के लिए घातक है इससे समाज में अनेकों अपराध पनपते हैं । नशा चाहे वह शराब का हो तम्बाखू हो बीड़ी सिगरेट गांजा या गुड़ाखु सभी मानव शरीर के लिए हानिकारक है जिसके वजह से नशा करने वाला व्यक्ति जीवन में आगे नही बढ़ सकता इसके अलावा वह गरीबी लाचारी जैसे हालातो से जुझता रहता है। जिससे कि वह वह अपने जीवन में विकास नही कर सकता नशा अपराध की जननी है नशेड़ी व्यक्ति अपने इच्छाओं को पूरी करने के लिए चोरी लूट जैसे आपराधिक कृत्य करने लगता है जिससे कि समाज में भय का वातावरण निर्मित होने लगता है कैंसर, अस्थमा, टीबी, श्वास, डिप्रेसन आदि कई गम्भीर बीमारी होने का मूल कारण नशा ही है जो आदमी को समय से पहले मौत की ओर ले जाता है इसलिये हम सभी को अपने परिवार समाज गांव को नशा मुक्त बनाने का संकल्प करना चाहिये जिससे कि सभी का जीवन सुखमय हो सके किशोरावस्था के बालक बालिकाओं को भी नशा से होने वाले नुकसानों से अवगत कराना जरूरी है ।
क्योंकि आज के बच्चे कल के भविष्य होते हैंइसलिये हमे सभी की समान भागीदारी सुनिश्चित करते हुए नशा मुक्त समाज का निर्माण करना है।
उक्त कार्यक्रम में सरस्वती , रोशनी ,जागेश्वरी, दीपिका, सोनम ,अंजनी, सीमा, सहित ग्रामीण जन उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड( कोटा), 10 अप्रैल। एनएसयूआई, विधानसभा उपाध्यक्ष प्रशांत अग्रहरि ने विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर में कोटा नाका चौक, कोटा महाशक्ति चौक, कोटा बस स्टैंड, जिला सहकारी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, तहसील एवम अन्य बहुत जगह पर मास्क एवम सेनिटाइजर का वितरण किया।। उन्होंने लोगों से कोविड 19 से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाने की अपील की।
इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष प्रशांत अग्रहरि, कमलू कश्यप, हासिम अली, हरीश नामदेव, आनंद मिश्रा, प्रतीक त्रिवेदी, साकेत तिवारी, अंकुश सिंगरौल, नरेंद्र सिंगरौल, रिंकू सोनी, अमन चंद्राकर, राशिद खान, रोहन यादव, शुभम यादव, उदय नामदेव, आवेश जायसवाल, साकेत तिवारी, सत्यम सोनी, भोलू खान, राकेश नवरंग, शोएब खान, प्रेम कोल, एवम सभी एन एस यू आई कार्यकर्ता उपस्थित थे।
कोचिंग सेंटर में 300 बच्चे सटकर कर रहे थे पढ़ाई-सील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 10 अप्रैल। जिले में एक कोरोना संक्रमण के मामलों ने लगातार तीसरे दिन रिकॉर्ड तोड़ा है। दो दिन तक छह सौ करीब नये मामले आ रहे थे अब यह 700 के करीब पहुंच गया है। इस बीच 7 मरीजों ने जान भी गंवाई है।
शहर के प्रायः सभी इलाकों में कोरोना के नए केस सामने आ रहे हैं। अनेक सरकारी दफ्तरों सहित हाईकोर्ट में भी नए मरीज मिले हैं। यूनिवर्सिटी कॉलेज और सिम्स हॉस्टल में भी कोरोना के नए मरीज मिले। लगभग सारे निजी और सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ पहुंच रही है। लोग ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर के लिए परेशान हो रहे हैं साथ ही इंजेक्शन रेमडेसिविर की कमी से भी जूझ रहे हैं।
नगर पंचायत मल्हार में बुधवार को 27, गुरुवार को 17 फिर शुक्रवार को भी 15 मरीज मिले हैं। नगर निगम सीमा के सिरगिट्टी इलाके में फिर 15 नए कोरोना संक्रमित मिले। यहां गुरुवार को 28 मरीज संक्रमित पाए गए थे। कोटा में 16 नए मरीज मिले हैं, वहीं रतनपुर में 13 संक्रमित पाए गए हैं। शहर के गंगानगर में 10 तथा 27 खोली में 55 मरीज पाये गये हैं। सीआरपीएफ भरनी, हेमू नगर तथा शुभम् विहार में चार-चार तथा नर्मदा नगर, मसानगंज, तेलीपारा और चांटीडीह में दो-दो नए मरीज मिले। सिम्स के गर्ल्स हॉस्टल में तीन और बॉयज हॉस्टल में दो कोरोना संक्रमित मिले हैं। हाईकोर्ट के 11 कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाये गये हैं।
कोरोना संक्रमित 7 लोगों की जान नहीं बचायी जा सकी है। इनमें तीन बिलासपुर के तथा चार अन्य जिलों के मरीज हैं, जिनका यहां उपचार चल रहा था। शहर के जबड़ापारा निवासी बालकृष्ण की उम्र 23 वर्ष और सरकंडा के दीपक श्रीवास की उम्र 30 वर्ष थी जिनकी कोरोना से मौत हुई। शेष सभी मृतकों की उम्र 55 से 85 साल थी।
डीएमओ ऑफिस व पीएनबी सील
जिला विपणन अधिकारी सहित डीएमओ ऑफिस के 6 कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। इन सभी कर्मचारियों का होम आइसोलेशन किया गया है। पूरे कार्यालय को सैनिटाइज करने के बाद सील किया गया है। इधर जिला पंचायत में भी कोरोना ने दस्तक दी है। यहां पर 60 कर्मचारियों का रैपिड टेस्ट कराया गया, जिनमें से चार संक्रमित पाए गए हैं। सभी की आरटीपीसीआर कराई गई है, जिसकी रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है। तब तक इन्हें होम आइसोलेशन पर रहने के लिए कहा गया है। पंजाब नेशनल बैंक की दयालबंद शाखा में पांच कर्मियों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। इसके चलते बैंक को सील कर दिया गया है।
शंकर नगर स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में एक व्याख्याता व उनके परिवार के 5 लोग कोरोना की चपेट में आ गये। इसके बाद स्कूल बंद कर दिया गया।
कोचिंग सेंटर में 300 बच्चे मिले, सील
इस समय कोरोना संक्रमण के फैलाव के कारण कोचिंग सेंटर्स को बंद करने का निर्देश जिला प्रशासन ने दिया है। इसके बावजूद दयालबंद स्थित दिल्ली आईएएस अकादमी में एक साथ तीन सौ से अधिक बच्चों को बुलाकर कोचिंग दी जा रही थी। नगर निगम की टीम ने यहां छापा मारा तो पाया कि सेंटर की तीसरी मंजिल पर 300 से अधिक बच्चे एक दूसरे से सटकर बैठे थे और अनेक ने मास्क भी नहीं पहना था। तत्काल एकेडमी को सील करा दिया गया। इसके बाद शहर के अन्य कोचिंग सेंटर्स में भी नगर निगम ने दबिश दी। तीन अन्य में भी सेंटर चलते हुए पाया गया लेकिन उनमें कम विद्यार्थी थे। उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया, साथ ही फिलहाल कोचिंग सेंटर नहीं खोलने कहा।
लॉकडाउन से बचने की कोशिश
जिला प्रशासन की ओर से प्रयास किया जा रहा है कि लॉक डाउन की स्थिति से बचा जाये और कम कंटेनमेंट जोन हों। लोगों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की उम्मीद की जा रही है पर बाजारों में रोजमर्रा के सामान के लिये लगातार भीड़ पहुंच रही है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। फिलहाल शाम 7 बजे तक बाजार बंद करने का निर्देश जारी किया गया है, जिसे घटाया जा सकता है। इस समय मस्तूरी में दो और बिल्हा, कोटा, मल्हार के अलावा शहर के हेमू नगर लगरा और महमद कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।
संभागीय अस्पताल में 100 कोविड बेड बढ़ेंगे
मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए संभागीय कोविड अस्पताल में 100 बिस्तर और बढ़ाए जाएंगे। इस समय वहां सौ बेड ही उपलब्ध हैं। इसके लिए एसईसीएल ने सीएसआर मदद से डेढ़ करोड़ रुपए देने का आश्वासन दिया है। विधायक शैलेष पांडे ने बताया की एसईसीएल ने उनके अनुरोध पर इसकी सहमति दी है। इसके पहले भी इस कोविड-19 हॉस्पिटल के लिए एसईसीएल ने दो करोड़ रुपये दिए थे।
इधर एनटीपीसी सीपत ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। कार्यकारी निदेशक पद्मकुमार राजशेखरन कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर को 30 लाख रुपए का चेक प्रदान किया। यह राशि पीपीई किट खरीदने और कोविड उपचार की अन्य सुविधाओं के लिये हैं। इस मौके पर मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रमोद महाजन भी उपस्थित थे।
लक्ष्य से कम लगा टीका
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस समय 171 सेंटर में वैक्सीन लगाने का काम चल रहा है। प्रतिदिन 22 हजार 500 टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। शुक्रवार को 18 हजार 456 लोगों ने टीका लगवाया इनमें से 18090 ने पहला और 366 ने दूसरा डोज लिया। सबसे ज्यादा 45 से 60 वर्ष के बीच वाले 12 हजार 484 लोगों ने पहला व 119 ने दूसरा टीका लगवाया। 60 वर्ष से अधिक उम्र के 5564 लोगों ने पहला और 178 लोगों ने दूसरा डोज लगवाया इसके अलावा कोरोना वारियर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स ने भी डोज लगवाये।
आयुर्वेदिक चिकित्सक देखेंगे आइसोलेशन
कोविड अस्पतालों में डॉक्टरों व अन्य स्टाफ पर बढ़ते बोझ को देखते हुए कलेक्टर ने कोरोना पॉजिटिव होम आइसोलेट मरीजों की देखरेख की जिम्मेदारी आयुर्वेदिक चिकित्सा विभाग को सौंप दी है। जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ एनके दुबे को इसका नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। आयुर्वेद चिकित्सा विभाग होम आइसोलेट मरीजों के लगातार इलाज और उनकी दवाइयां सुनिश्चित करेंगे। साथ ही उन्हें डिस्चार्ज करने का भी निर्णय लेंगे। इसके लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा विभाग में टीम बनाई जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 8 अप्रैल। नूतन चौक कोविड टीकाकरण सेंटर में आज बेलतरा के पूर्व विधायक बद्रीधर दीवान ने पहुंचकर कोविड 19 वैक्सीन लगवाया। इस उम्र में भी वे खुद अपने परिवार के साथ वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचे। टीका लगवाने के बाद उन्होंने लोगों से अपील की कि महामारी को जड़ से उखाड़ने के लिये सभी उपयुक्त लोग टीकाकरण कराएं। दीवान भाजपा के वरिष्ठतम नेता हैं जो छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष सहित मंत्री दर्जा प्राप्त अनेक पदों पर रह चुके हैं।
राजकिशोर नगर के 81 वर्षीय चंदन भट्टाचार्य ने सपत्नीक आज कोविड वैक्सीन लगवाया। भट्टाचार्य ने कहा कि यह उनका पहला डोज है, समय पर दूसरा डोज भी सपत्नीक आकर लेंगे। उनकी पत्नी 77 वर्षीय अंजली भट्टाचार्य ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिये वैक्सीन का पहला डोज वह ले चुकीं, दूसरा डोज भी समय पर लेंगी।
रायपुर, दुर्ग की तरह बिलासपुर में भी संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा, एक दिन में करीब 600 मरीज, 15 की मौत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 8 अप्रैल। रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव के बाद बिलासपुर भी कोरोना के मामलों में खतरनाक पर पहुंच गया है। बीते 24 घंटों में यहां 594 नए मरीजों का पता चला हैं। इस दौरान 15 लोगों की मौत हो गई। एक तरफ शाम के बाद शहर में कर्फ्यू जैसा माहौल दिखाई दे रहा है वहीं दिन में लोगों की बाजार में भीड़ उमड़ रही है, जिससे संक्रमण लगातार बढ़ने की आशंका बनी हुई है। वेंटिलेंटर और ऑक्सीजन वाले बिस्तरों की निजी व सरकारी अस्पतालों में मारामारी मची हुई है। वैक्सीनेशन की रफ्तार आपूर्ति नहीं होने के कारण बार-बार प्रभावित हो रही है।
जिले में 594 नये संक्रमितों के मामले आने के बाद अब तक 26 हजार से अधिक पॉजिटिव सामने आ चुके हैं। एक सप्ताह के भीतर ही 2800 नये संक्रमित मिले हैं और इस दौरान 42 मरीजों की मौत हो गई है। यह पिछले साल के किसी भी आंकड़े से अधिक है। शहर के बसंत विहार, तोरवा, हेमूनगर, नेहरू नगर, नर्मदानगर, सरकंडा, जूना बिलासपुर, गोलबाजार इलाकों में नये मरीज मिले हैं। एनटीपीसी सीपत, एसईसीएल जैसे बाहरी इलाकों के अलावा मस्तूरी, बिल्हा, बेलगहना, सेंदरी, मल्हार आदि के ग्रामीण इलाकों से लगातार नये मरीजों के आने के कारण स्थिति बिगड़ती जा रही है।
सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में लगातार संक्रमित मरीज पहुंच रहे हैं। जिन मरीजों को जनरल बेड में रखा जाना है उनके लिये किसी तरह की व्यवस्था हो भी रही है पर वेंटिलेटर व ऑक्सीजन यूनिट वाले बिस्तरों की कमी बनी हुई है। निजी अस्पतालों में इसकी अनाप-शनाप कीमत वसूल की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को निर्देश दिया है कि ऑक्सीजन या वेंटिलेटर बेड केवल मरीजों की गंभीर स्थिति को देखकर ही दिया जाये इसके लिये सिफारिश या अन्य किसी प्रकार का प्रलोभन पर काम नहीं किया जाये। संभागीय कोविड अस्पताल, अपोलो अस्पताल, आरबी हॉस्पिटल, महादेव हॉस्पिटल आदि निजी अस्पतालो में ये बेड फुल चल रहे हैं। जैसे ही कोई एक बेड खाली होता है इंतजार में चार छह मरीज होते हैं कि वह उन्हें मिल जाये। संभागीय कोविड अस्पताल में केवल 20 जनरल बेड खाली बचे हैं। यहां 25 और बिस्तरों की व्यवस्था करने की तैयारी चल रही है। इसके अलावा जिले में एक हजार नये ऑक्सीजन बेड तैयार करने के लिये निर्देश स्वास्थ्य मंत्री ने दे रखा है, जिस पर काम अभी शुरू नहीं हुआ है।
वैक्सीन लगाने के बाद तबियत बिगड़ रही
कोरोना संक्रमण के नये मामलों में कई ऐसे मरीज हैं जिन्होंने कोविड वैक्सीन का पहला डोज लिया है। वैक्सीन लगने के बाद बुखार आने पर लोगों ने इसे रियेक्शन माना और डॉक्टरों के पास नहीं पहुंचे। जब तीन—चार दिन बाद बुखार नहीं उतरा और ऑक्सीजन लेवल गिरने लग गया तो वे टेस्ट कराने लैब पहुंच रहे हैं। ऐसे मरीजों की तबियत ज्यादा खराब हो रही है और उन्हें तत्काल ऑक्सीजन अथवा वेंटिलेटर की जरूरत पड़ रही है।
रेमडेसिवर की शॉर्टेज, मुनाफाखोरी
कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन लेबल घटने के साथ-साथ फेफड़ों में निमोनिया जमने की शिकायत आ रही है। ऐसे गंभीर मरीजों को तत्काल रेमडेसिवर इंजेक्शन की जरूरत पड़ती है। जिले में इसकी सप्लाई या तो सिर्फ सरकारी है या बड़े निजी अस्पतालों में। मेडिकल स्टोर्स में यह उपलब्ध नहीं है। आपूर्ति की कमी के कारण यह स्थिति बनने की बात कही गई है। रेमडेसिवर की जमाखोरी व मुनाफाखोरी रोकने के लिये प्रशासन ने इसे सिर्फ आधार कार्ड, कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट व डॉक्टर की सिफारिश के आधार पर वितरित करने का निर्देश दिया है। हालांकि इस इंजेक्शन की कीमत 900 रुपये है पर इसे 4 से 5 हजार रुपये में एमआरपी बदलकर बेचा जा रहा है।
वैक्सीनेशन पर बार-बार रुकावट
45 से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोविड वैक्सीनेशन की मंजूरी मिलने के बाद वैक्सीनेशन सेंटर्स में भीड़ उमड़ी हुई है। पर वैक्सीन की कमी के कारण बार-बार इसमें रुकावट आ रही है। जिले में सोमवार को वैक्सीन खत्म होने के कगार पर पहुंचने के बाद 1 लाख डोज भेजने की मांग की गई थी लेकिन बुधवार को दोपहर 33 हजार डोज आये। बुधवार को 13 हजार व गुरुवार दोपहर दो बजे तक 7 हजार वैक्सीन लगाये जा चुके हैं। वैक्सीन की यह नई खेप कल तक चलने का अनुमान है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि वैक्सीन की कमी पूरे राज्य में बनी हुई है। आपूर्ति में संतुलन बनाने की वजह से मांग के अनुरूप पूरा वैक्सीन नहीं भेजा जा रहा है। बुधवार को लगाये गये 13 हजार डोज में 8 हजार 45 से 60 साल के बीच उम्र वाले ही अधिक हैं। 230 लोगों ने दूसरा डोज लिया है।
एमपी-सीजी के बसों पर रोक
छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के बीच बस परिवहन पर रोक लगाने के कारण बिलासपुर से निकलने वाली तथा रायपुर से आने वाली 20 बसों का परिचालन बंद हो गया है। जो लोग व्यापार या रिश्तेदारी में आये हैं उन्हें अब अन्य साधनों की व्यवस्था करके लौटना और आना पड़ रहा है। इसके लिये उन्हें कोविड निगेटिव का रिपोर्ट रखना जरूरी किया गया है। गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिले की सीमा मध्यप्रदेश से जुड़ी हुई है। यहां की करीब एक दर्जन बस सेवायें प्रभावित हुई हैं। इसके चलते लोग टैक्सी, मिनी बस, जीप आदि में मुख्य मार्ग को छोड़कर गावों के रास्ते से मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं। इन वाहनों में कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ रही हैं।
दिन में भीड़, रात में सड़कें सूनी
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बिलासपुर में भी रायपुर और दुर्ग की तरह लॉकडाउन की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल यहां शाम 7 बजे दुकानों को तथा 9 बजे होटलों को बंद करने का आदेश दिया गया है। इसके चलते शाम के बाद जहां सड़कें सूनी हो रही है वहीं लोग बाजार में अतिरिक्त खरीदी के लिये निकल रहे हैं। सब्जी बाजार में व शहर के प्रमुख बाजार गोलबाजार, सदरबाजार, शनिचरी, बृहस्पति में लोगों ने पुलिस के डर से मास्क जरूर पहना हुआ है पर सोशल डिस्टेंस की वे धज्जियां उड़ा रहे हैं। पुलिस लगातार गश्त कर रही है। दुकानदारों को सैनेटाइजर और मास्क रखने कहा गया है। मास्क के बगैर आने वाले ग्राहकों को सामान नहीं देने कहा गया है। बुधवार को करीब एक हजार लोगों पर मास्क नहीं पहनने के कारण जुर्माना लगाया गया।
बिलासपुर, 7 अप्रैल। राज्यसभा सदस्य विवेक के तन्खा ने छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के महाधिवक्ता और छत्तीसगढ़ बार कौंसिल के प्रभारी अध्यक्ष सतीश चंद्र वर्मा को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि कोरोना महामारी के चलते प्रदेश के जिन अधिवक्ताओं की मृत्यु हो गई है उनके परिवारों को कौंसिल की ओर से अविलम्ब आर्थिक सहायता पहुंचाई जाये।
तन्खा ने प्रदेश कांग्रेस विधि विभाग के अध्यक्ष संदीप दुबे के पत्र का हवाला देते हुए कहा है कि विगत एक वर्ष से अधिक समय से पूरा देश कोरोना संकट से जूझ रहा है। इस संकट में हमने अपने कई साथियों को खोया है। यह हमारे लिये अपूरणीय क्षति है। यह दर्द सबसे अधिक उन परिवारों पर है, जिन्होंने असमय अपने घर के मुखिया को खोया है। अतएव संकट की इस घड़ी में राज्य अधिवक्ता कल्याण कोष से इन अधिवक्ता परिवारों को अविलम्ब यथासंभव आर्थिक सहायता प्रदान करने का कष्ट करें ताकि इनके परिवारों को सहारा मिल सके।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 7 अप्रैल। शासकीय प्राथमिक शाला बंधवा के नवाचारी शिक्षक महावीर सिंह राजपूत गांव में वॉल पेंटिंग कर बच्चों को पढ़ा रहे हंै। उनके इस कार्य में शाला प्रबंधन समिति की अध्यक्ष मानी बाई बंजारे, सरपंच प्रेम कुमार यादव, कोटवार किशोर कुमार यादव, सभी सदस्य और पंच सहयोग कर रहे हंै।
ग्राम बंधवा के पालकों का कहना है कि शिक्षक महावीर सिंह के लगातार प्रयास व दीवार लेखन से गांव में पढ़ाई का माहौल तैयार हो रहा है। सरपंच प्रेम कुमार यादव का कहना है कि शिक्षक महावीर सिंह के प्रयास से बच्चे आनंदित हैं और पढ़ाई का आनंद ले रहे हंै। शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष मानी बाई बंजारे का कहना है कि दीवार में लिखे शब्दों, वाक्यों, गिनती, पहाड़ा को बच्चे पढ़ते हैं और घर आकर लिखते हैं।
गांव के कोटवार किशोर कुमार साकत का कहना है कि बच्चे दीवार में लिखे गणित के सवाल और रिक्त स्थान को भरो को एक-दूसरे से चर्चा करते हंै, पूछते हंै और सवाल को हल करते हैं। गांव वालों का कहना है जबसे शिक्षक महावीर सिंह की पदस्थापना बंधवा पंचायत में हुई है बच्चों की पढ़ाई के स्तर में सुधार हुआ है, वे पालकों से बच्चों के पढ़ाई-लिखाई के बारे में सतत संपर्क करते रहते हंै। कोरोनाकॉल में इनके द्वारा पढ़ाई तुहर मोहल्ला, ऑनलाइन कक्षाओं का सफल संचालन किए थे, इसके लिए उन्हें शिक्षक सम्मान भी मिला था। लगातार दो वर्षों से शिक्षक सम्मान मिला है।
कांग्रेस विधि विभाग के अध्यक्ष ने महाधिवक्ता व प्रभारी बार कौंसिल अध्यक्ष से की मांग, तन्खा ने जताया शोक
बिलासपुर, 6 अप्रैल। प्रदेश में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के बीच बीते 10 दिनों में 12 अधिवक्ताओं ने अपनी जान गंवा दी है। उनके पीड़ित परिवारों के लिये अधिवक्ताओं ने तुरंत सहायता राशि जारी करने की मांग की है।
प्रदेश विधि कांग्रेस विभाग के अध्यक्ष संदीप दुबे ने बार कौंसिल छत्तीसगढ़ के प्रभारी अध्यक्ष महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा को पत्र लिखकर मांग की है कि बीते 10 दिनों में कोरोना संक्रमण के चलते रायपुर में 10 व दुर्ग में 2 अधिवक्ताओं की मौत हो गई । यह वकील समुदाय के लिये अपूरणीय क्षति है। अधिवक्ताओं को इस विकट परिस्थिति में भी न्यायालय के कार्य करना आवश्यक है। महाधिवक्ता से उन्होंने आग्रह किया है कि उन वकीलों के परिवार को तत्कालिक सहायता राशि प्रदान की जाये, ताकि उनके परिवार के लोगों को सम्बल प्राप्त हो सके।
दुबे ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधि विभाग कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विवेक तन्खा तथा छत्तीसगढ़ से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य केटी तुलसी को भी ई मेल के जरिये पत्र भेजकर मांग की है कि मृत अधिवक्ताओं के परिजनों को उचित सहायता दी जाये।
विधि विभाग कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष तन्खा ने छत्तीसगढ़ में कुछ ही दिनों के भीतर हुई 12 अधिवक्ताओं की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इसकी जानकारी दी और उनके परिजनों को मदद करने का आग्रह किया है। तन्खा ने कहा कि इस विषम परिस्थिति में अधिवक्तागण पीड़ित परिवारों के साथ है।
दुबे ने बताया कि रायपुर के अधिवक्ता आर के जांगड़े, जमालुद्दीन, अजय कौल, नीरज श्रीवास्तव, आशीष गोस्वामी, रुपेश विश्वकर्मा व मुकेश वर्मा सहित 10 अधिवक्ताओं का पिछले कुछ ही दिन में निधन हो गया। इसके अलावा दुर्ग के अधिवक्ता शिव प्रसाद कापसे व एक अन्य अधिवक्ता का भी देहांत हुआ है।