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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 अक्टूबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 15 अक्टूबर को पूर्व राष्ट्रपति, महान वैज्ञानिक भारत रत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर उन्हें नमन किया है। श्री बघेल ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को याद करते हुए कहा कि डॉ. कलाम का जीवन राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित रहा है। मिसाइल मैन डॉ. कलाम की अनेक वैज्ञानिक उपलब्धियों के साथ अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल के विकास के क्षेत्र में भारत का नाम बुलंदियों पर पहुंचा। उन्होंने हमेशा सपनों को अपना दृढ़ संकल्प बनाने के लिए युवाओं को प्रेरित किया। डॉ. कलाम का देश प्रेम और विचार मूल्य हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।
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रायपुर, 14 अक्टूबर। खारून नदी में दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन की सारी तैयारियां पूरी हो गई है। अस्थाई रूप से विसर्जन कुंड तैयार किया गया है। सीसीटीवी की निगरानी में दुर्गा का विसर्जन होगा।
कलेक्टर सौरभ कुमार, और आयुक्त प्रभात मलिक ने महादेवघाट स्थित मूर्ति विसर्जन के अस्थाई विसर्जन कुंड की प्रशासनिक व्यवस्थाओं का अवलोकन किया, और व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कई निर्देश भी दिए।
बताया गया कि नगर निगम द्वारा दुर्गा माता की मूर्तियों के विसर्जन के लिए सभी जरूरी तैयारियां की गई हैं। अस्थाई विसर्जन कुंड के जल के शुद्धिकरण हेतु ब्लीचिंग पावडर, और एलम की व्यवस्था की गई है। वैकल्पिक प्रकाश व्यवस्था देने की तैयारी के तौर पर जनरेटर की व्यवस्था रखी गई है। परिसर में अस्थाई वाहन पार्किंग की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से पूजा सामग्रियों के विसर्जन के लिए अलग से ड्रम की व्यवस्था की गयी है।
परिसर में कचरा परिवहन के लिए दो चक्रीय एवं चारपहिया वाहनों का प्रबंध स्वच्छता निरंतरता से परिसर में कायम रखने किया गया है। सम्पूर्ण परिसर में सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई है। अस्थाई विसर्जन कुंड क्षेत्र के परिसर में कानून व्यवस्था एवं शान्ति कायम रखने पुलिस कंट्रोल रूम पुलिस बल की व्यवस्था देने बनाया गया है, पृथक से नगर निगम रायपुर के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी हेतु नगर निगम कंट्रोल रूम बनाया गया है, निगम अधिकारी एवं कर्मचारीगण यहाँ लगातार ड्यूटी करते हुए सम्पूर्ण विसर्जन व्यवस्था का संचालन सभी शासकीय विभाग के अधिकारियों के सहयोग से मॉनिटरिंग के साथ करेंगे।
परिसर में जवारा विसर्जन हेतु प्रवेश स्थल चिन्हाकित किया गया है एवं पूजा सामग्रियों की कंपोस्टिंग की व्यवस्था दी गयी है। अस्थाई विसर्जन परिसर में अस्थाई शौचालय की व्यवस्था दी गयी है. इसी प्रकार से मूर्ति विसर्जन सुविधा के लिये अस्थाई विसर्जन कुंड में क्रेन, नावों, गोताखोरों की टीम को सुसज्जित रूप में तैनात किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 अक्टूबर। केंद्र सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत शुरु की गई कोल ब्लाकों की नीलामी प्रक्रिया ने देशभर के आदिवासी क्षेत्रों में नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। एक तरफ अपनी आजीविका के लिए पूरी तरह वनों पर आश्रित आदिवासी समाज अचानक आए इस संकट से चिंतित होकर आंदोलन पर उतर आया तो दूसरी ओर, वन्य प्राणियों के प्राकृतिक रहवास और पर्यावरण को लेकर अनेक सवाल उठ खड़े हुए हैं। छत्तीसगढ़ में भी यही परिदृश्य है, लेकिन यहां हो रहे आदिवासी आंदोलन में जहां राज्य सरकार और आंदोलनकारी एक ही पलड़े पर हैं, वहीं दोनों के ही निशाने पर दूसरे पलड़े में खड़ी मोदी सरकार की नीतियां हैं।
केंद्र की मोदी सरकार ने 18 जून को छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और झारखंड के 41 कोयला खदानों में कमर्शियल माइनिंग की नीलामी प्रक्रिया के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था। इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पर्यावरणीय संवेदनशीलता और लेमरू प्रोजेक्ट का हवाला देते हुए 22 जून को एक पत्र लिखकर केंद्र से हसदेव क्षेत्र की पांच खदानों को कमर्शियल माइनिंग नीलामी प्रक्रिया से बाहर रखने का आग्रह किया था।
टास्क फोर्स समिति ने दिए सुझाव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्रों के व्यवस्थित विकास को लेकर यहां छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग के कार्यालय में शहरी विकास और प्रबंधन टास्क फोर्स समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्य के शहरों के सतत् और व्यवस्थित विकास और इन कार्यों में आने वाली चुनौतियों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। इस अवसर पर विशेषज्ञ पैनल और टास्क फोर्स के सदस्य उपस्थित थे। बैठक में राज्य के शहरों में व्यवस्थित और संतुलित विकास, शहरीकरण की गतिशीलता और रोजगार संभावनाओं में वृद्धि के संबंध में अहम सुझाव दिए गए।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग के द्वारा सीएम भूपेश बघेल के गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के नारे को साकार करने के उद्देश्य से और वैश्विक महामारी कोविड-19 की वजह से उत्पन्न चुनौतियों के मद्देनजर राज्य का सतत् विकास और रणनीतिक दिशा प्रदान करने के लिए मई में 14 टास्क फोर्स का गठन किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग के सदस्य डॉ. के. सुब्रमण्यम की अध्यक्षता में शहरी विकास और प्रबंधन टास्क फोर्स समिति गठित की गई है।
टास्क फोर्स की बैठक में प्रो. अमिताभ कुंडू, महबूब रहमान और वर्गीस कुंजप्पी ने शहरीकरण की गतिशीलता और शहरी रोजगार की संरचना पर चर्चा की और इससे जुड़े कुछ मुद्दों पर प्रकाश डाला। बैठक में जानकारी दी गई कि यद्यपि पिछली शताब्दी में छत्तीसगढ़ और भारत के बीच शहरीकरण के स्तर में अंतर काफी कम हो गया है, फिर भी केवल 23 प्रतिशत लोग शहरी क्षेत्रों में रह रहे हैं। आधे से ज्यादा शहरी लोग छह जिलों में हैं।
इसके अलावा, 2001-11 के दौरान, सरकार द्वारा आदिवासी आबादी के उच्च प्रतिशत वाले पिछड़े जिलों में लगभग 75 नए वैधानिक शहर घोषित किए गए हैं। यह राज्य सरकार की संतुलित शहरीकरण नीति का परिणाम है। छत्तीसगढ़ में आसपास के राज्यों के कुशल प्रवासियों और वापस लौटने वाले प्रवासियों को अवसर प्रदान करने की जबरदस्त क्षमता है। आने वाले कुछ दशकों में अन्य राज्यों से पूंजी और कुशल जनशक्ति को आकर्षित करने के लिए राज्य के भविष्य के विकास की संभावना का संकेत देते हैं।
पवन कुमार गुप्ता ने मौजूदा बंदोबस्त योजना - मास्टर प्लान, सिटी प्लान को लागू करने में आने वाली कठिनाइयों और संतुलित शहरी विकास के लिए रणनीतियों पर चर्चा की। उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य में समावेशी शहरी विकास या तो मौजूदा शहरी क्षेत्रों या शहरों के आसपास के विकास क्षेत्रों को बढ़ावा देकर किया जा सकता है। इन कार्यों में भूमि अधिग्रहण और भूमि पूलिंग, बुनियादी ढांचा विकास जैसी चुनौतियां भी है।
उन्होंने तत्काल मास्टर प्लान लागू करने और रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव क्षेत्र के बढ़ते शहरी क्षेत्र की दीर्घकालिक आवश्यकताओं के लिए राज्य द्वारा विकास क्षेत्र की पहचान करने का सुझाव दिया। उन्होंने उन सभी यूएलबी (राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग और प्रमुख जिला सडक़ों) के चरणबद्ध विकास की सिफारिश की।
श्री गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ की विरासत के अन्वेषण के लिए स्थलों के जीर्णोद्धार और उनके रखरखाव का सुझाव देते हुए विरासत क्षेत्रों के निर्माण, कला और शिल्प बाजारों सहित सांस्कृतिक और वाणिज्यिक सुविधाओं के विकास पर भी जोर दिया। प्रो. दीपेंद्र नाथ दास ने छत्तीसगढ़ में सतत शहरी बुनियादी ढांचे के विकास में आने वाली कठिनाइयों के बारे में चर्चा की।
रायपुर, 14 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ में कृषि शिक्षा के विस्तार को नया आयाम देते हुए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित विभिन्न महाविद्यालयों में शैक्षणिक वर्ष 2021-22 हेतु स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में कुल 418 सीटों की वृद्धि की गई है।
स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों में 401 सीटों की बढ़ोतरी हुई है वहीं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में 17 सीटों की बढ़ोतरी की गई है। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की विद्या परिषद द्वारा सीटों की संख्या में वृद्धि का अनुमोदन कर दिया गया है। बीएससी कृषि पाठ्यक्रम में 305 सीटों की बढ़ोतरी के साथ शैक्षणिक सत्र 2021-22 में प्रवेश हेतु कुल 2151 सीटें उपलब्ध हैं। बी.एस.सी. उद्यानिकी में 58 सीटों की बढ़ोतरी के साथ कुल 610 सीटें तथा बी.टेक. कृषि अभियांत्रिकी में 20 सीटों की वृद्धि के साथ कुल 282 सीटें उपलब्ध हैं।
बीटेक खाद्य प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम में 18 सीटों की अभिवृद्धि के साथ कुल 44 सीटें विद्यार्थियों के प्रवेश हेतु उपलब्ध होंगी। स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में 17 सीटों की बढ़ोतरी के साथ अब विद्यार्थियों के लिए 478 सीटें उपलब्ध होंगी। इस प्रकार इंदिरा गांधी कृषि विवि के अंतर्गत संचालित स्नातक, स्नातकोत्तर एवं शोध पाठ्यक्रमों में अब कुल 3676 सीटें विद्यार्थियों के प्रवेश हेतु उपलब्ध कराई गई है।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा लिए गए इस निर्णय से कृषि शिक्षा हेतु इच्छुक विद्यार्थियों के लिए संभावनाओं के नए द्वार खुल गए हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य के स्थापना के उपरान्त यहां कृषि शिक्षा के क्षेत्र में आशातीत वृद्धि हुई है। राज्य निर्माण के समय वर्ष 2000-2001 में छत्तीसगढ़ में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत केवल रायपुर में एक कृषि महाविद्यालय संचालित था जहां स्नातक पाठ्यक्रमों में कुल 85, स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में कुल 132 और शोध पाठ्यक्रमों में कुल 10 सीटें उपलब्ध थीं। इस प्रकार राज्य स्थापना के समय छत्तीसगढ़ में कृषि शिक्षा के विभिन्न पाठ्यक्रमों में कुल 227 सीटें ही विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध थी। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद यहां विभिन्न वर्षों में शनै: शनै: नये कृषि महाविद्यालय, उद्यानिकी महाविद्यालय, कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय, वानिकी महाविद्यालय तथा खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय की स्थापना की गई। शासकीय महाविद्यालयों के साथ ही निजी महाविद्यालयों की स्थापना भी की गई। वर्तमान में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत कुल 31 कृषि महाविद्यालय संचालित हैं जिनमें 22 शासकीय कृषि महाविद्यालय तथा 9 निजी कृषि महाविद्यालय शामिल हैं। यहां कुल 11 उद्यानिकी महाविद्यालय संचालित हैं जिनमें 7 शासकीय तथा 4 निजी उद्यानिकी महाविद्यालय हैं। इसी प्रकार 4 कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालयों में दो शासकीय क्षेत्र में तथा दो निजी क्षेत्र में संचालित हैं। एक शासकीय वानिकी महाविद्यालय तथा एक खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय भी संचालित किए जा रहे हैं। इस प्रकार वर्तमान समय में राज्य में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में कुल 48 महाविद्यालय संचालित हैं जिनमें 33 शासकीय क्षेत्र में तथा 15 निजी क्षेत्र में कार्यरत हैं। राज्य में महाविद्यालयों तथा उनके अंतर्गत संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में सीटों की संख्या में बढ़ोतरी से कृषि शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक विद्यार्थियों को स्थानीय स्तर पर गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्राप्त करने की सुविधा मिल रही है। इसी प्रकार राजधानी रायपुर के अलावा प्रदेश के विभिन्न अंचलों में स्थित कृषि महाविद्यालयों - बिलासपुर, अंबिकापुर, जगदलपुर और भाटापारा में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की शुरूआत होने से उन क्षेत्रों में रहने वाले विद्यार्थियों को स्थानीय स्तर पर ही स्नातकोत्तर शिक्षा की सुविधा भी प्राप्त हो रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ योग आयोग के द्वारा नगर निगम के वार्डो में नियमित नि:शुल्क योगाभ्यास कार्यक्रम के अन्तर्गत, 13 अक्टूबर को वार्ड 41 (पंडित दीनदयाल उपाध्याय वार्ड), सेक्टर 4 गार्डन में सातवें नियमित योगाभ्यास केंद्र का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक विकास उपाध्याय, और छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा रहे। विकास उपाध्याय ने अपने उद्बोधन में योग को चिकित्सा का प्राचीनतम उपाय बताया एवं योग से होने वाले लाभों के वर्णन किया। विधायक ने जन स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सभी से योग को अपनाने की अपील की।
ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि आयोग का मुख्य उद्येश्य योग का प्रचार - प्रसार कर जन सामान्य को स्वास्थय के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कोरोना के तीसरे लहर से बचाव के लिए योग को एक मात्र एवं सफल उपाय बताया। इस अवसर पर अतिथियों के द्वारा वरिष्ठ योग साधकों को योगा मैट योग पुस्तिका देकर सम्मानित भी किया गया।
कार्यक्रम में पार्षद प्रतिनिधि आशु चंद्रवंशी, योग प्रशिक्षक कमलेश शर्मा, अमिताभ दुबे, हितेश दीवान, रेखा हिरवानी, सीएल सोनवानी, लच्छुराम निषाद, एम. एल.पाण्डेय (सचिव, छग योग आयोग), आयोग के कर्मचारीगण एवं डीडी नगर के आमजन उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 अक्टूबर। देवपुरी स्थित गोदड़ी वाला धाम में संत बाबा हरिदास राम साहब का 30 वां बरसी महोत्सव के तीसरे दिन सुबह सतसंग कीर्तन एवं शाम गोदड़ीवाला महिला मंडल द्वारा सत्संगी की प्रस्तुति की गई।
विशेष रुप से रायगढ़ बाबा मंडली एवं भाटापारा बाबा मंडली द्वारा बाबा के भजनों पर सभी ने शिरकत की। भोपाल से आए कलाकार दीपक खत्री, और दुर्ग से आए कलाकार मुकेश सचदेव। चकरभाठा से विनोद चावला द्वारा दी भजन कीर्तन किया गया। बाबा के गानों अपने नृत्य किया रात्रि अखंड धुनी साहब एवं अखंड पाठ साहब का समापन मुख्य अतिथि के रुप शदिणी दरबार के संत युधिष्ठिर लाल साहब द्वारा संपन्न हुआ।
विशेष रुप से जलगांव दरबार के महंत श्री देवीदास देवपुरी दरबार के महंत अम्मा मीरा देवी द्वारा संपन्न हुआ विशेष रुप से रायपुर ग्रामीण के विधायक सत्यनारायण शर्मा ने संतो से आशीर्वाद प्राप्त किया, और दो लाख रुपए विधायक निधि से दरबार के सामने रोड नाली बनाई जाएगी रोड का रिपेरिंग नाली बनाने की दो लाख का विधान विधायक कोटे की घोषण की एवं बाबा गेला रामनगर में जो भी समस्या है उनको उनका निराकरण किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ से सभी धाम से श्रद्धालुओं ने शिरकत कर आशीर्वाद लिया भंडारा ग्रहग किया विशेष रूप से 12 फरवरी संत बाबा गेलाराम राम साहब के जन्मोत्सव पर छत्तीसगढ सिंधी पंचायत एवं दरबार सयुकत तत्वाधान में पंजीयन चालू करने का शुभारंभ किया गया, उपरांत पल्लव साहब श्रीदेवी दास द्वारा संपन्न हुआ। दरबार के सेवादार अमर गिदवानी. राम खूबचंदानी, हरी इसरानी, ईश्वर कोडवानी, महेश हरजानी, गंगाराम मेघानी, राजेश थौरानी, सुनील काशवानी, राकी काशवानी, गनू काशवानी, राजन रोहरा, मुकेश मंधान रवि प्रीतवानी, नितेश छुगानी, और महिला म मंडल द्वारा सेवा की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 अक्टूबर। राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक 1 जून 2021 से अब तक राज्य में 1131 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून से आज 14 अक्टूबर तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार कोरबा जिले में सर्वाधिक 1530.1 मिमी और महासमुन्द जिले में सबसे कम 935.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सरगुजा में 952.6 मिमी, सूरजपुर में 1275.4 मिमी, बलरामपुर में 1077.9 मिमी, जशपुर में 1131.7 मिमी, कोरिया में 1031.2 मिमी, रायपुर में 969.2 मिमी, बलौदाबाजार में 1026.6 मिमी, गरियाबंद में 1081.4 मिमी, धमतरी में 1035.6 मिमी, बिलासपुर में 1121.3 मिमी, मुंगेली में 1134.7 मिमी, रायगढ़ में 943.5 मिमी, जांजगीर चांपा में 1158.1 मिमी, कोरबा में 1530.1 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 1418.9 मिमी, दुर्ग में 1018.2 मिमी, कबीरधाम में 983.1 मिमी, राजनांदगांव में 1010.4 मिमी, बालोद में 947.7 मिमी और बीजापुर में 1272 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई।
बेमेतरा में 1239.9 मिमी, बस्तर में 1182.8 मिमी, कोण्डागांव में 1128.8 मिमी, कांकेर में 1049.3 मिमी, नारायणपुर में 1307.5 मिमी, दंतेवाड़ा में 1250 मिमी, सुकमा में 1453.5 मिमी,
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 अक्टूबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को दशहरा पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी है। उन्होंने इस अवसर पर प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की है। दशहरा की पूर्व संध्या पर जारी बधाई संदेश में श्री बघेल ने कहा है कि दशहरा शक्ति पूजा, शस्त्र पूजन, हर्ष, उल्लास और विजय का पर्व है। विजयादशमी का यह पर्व बुराई पर अच्छाई और अन्याय पर न्याय की जीत का प्रतीक है। इस दिन मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम ने रावण का वध किया था। दशहरा पर्व हमें सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है, हमें विश्वास दिलाता है कि सत्य के मार्ग में कितनी भी परेशानियां और कठिनाईयां क्यों न हो, विजय सदा सत्य की होती है। यह पर्व अन्याय और अहंकार पर न्याय और सत्य की विजय को रेखांकित करता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने शारदीय नवरात्रि दुर्गा अष्टमी पर प्रदेशवासियों को दी बधाई शुभकामनाएं।
विस अध्यक्ष डॉ. महंत ने अपने बधाई संदेश में कहा कि, मां दुर्गा के आशीर्वाद से प्रदेश में सुख- समृद्धि, उन्नति हो यही प्रार्थना करता हूं। दुर्गा अष्टमी के दिन मां दुर्गा के महागौरी स्वरूप की आराधना की जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव को पाने के लिए कई वर्षों तक मां पार्वती ने कठोर तप किया था, जिससे उनके शरीर का रंग काला हो गया था।
जब भगवान शिव उनकी तपस्या से प्रसन्न हुए तो उन्होंने उनको गौर वर्ण का वरदान भी दिया। इससे मां पार्वती महागौरी भी कहलाईं। महाष्टमी या दुर्गा अष्टमी को व्रत करने और मां महागौरी की आराधना करने से व्यक्ति को सुख, सौभाग्य और समृद्धि भी मिलती है। सब पाप भी नष्ट हो जाते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 अक्टूबर। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के सावरकर को दिए बयान पर सीएम भूपेश बघेल ने पलटवार किया है। राजनाथ ने बयान दिया था कि सावरकर ने महात्मा गांधी के कहने पर अंग्रेजों से माफी मांगी थी।
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि लो भला अब नई बात आ गई, मुझे एक बात बताओ महात्मा गांधी वर्धा में थे और ये सेलुलर जेल में थे, उनसे इनकी मुलाकात कब हो गई, फूट डालो और शासन करो का सावरकर ने ही सबसे पहले दो भारत की बात कही थी।
सीएम ने आरएसएस की तुलना नक्सलियों से की है। उन्होंने कवर्धा मामले पर राज्यपाल को लिखे पत्र को लेकर जिक्र किया कि छत्तीसगढ़ में जैसे नक्सलियों का नेता आंध्रप्रदेश में है, और वहीं से ही इनका मूमेंट संचालित होता है। वैसे ही छत्तीसगढ़ में आरएसएस के पास अपनी कोई क्षमता नहीं है, वो नागपुर से चलता है। इनके पास कोई मुद्दा नहीं।
रायपुर, 13 अक्टूबर। लखीमपुर नरसंहार के खिलाफ माकपा, सीटू, आरडीआई ईयू, सहित विभिन्न जनसंगठनों के कार्यकर्ताओं ने संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा के देशव्यापी शहीद किसान दिवस के आव्हान के तहत अमर शहीद भगत सिंह की शंकर नगर स्थित प्रतिमा के समक्ष श्रद्धांजलि सभा आयोजित की ।
यहां हुई सभा को सीटू के राज्य सचिव धर्मराज महापात्र, संयुक्त ट्रेड यूनियन कौंसिल के सचिव एस सी भट्टाचार्य, प्रदीप गभने, अलेकजेंडर तिर्की ने संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में शांतिपूर्वक विरोध कर रहे किसानों की हत्या को सबसे भीषण हत्या करार दिया। उन्होंने कहा कि इस घटना ने जनरल डायर और जलियांवाला बाग की याद दिला दी। वक्ताओं ने कहा कि केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ने जानबूझकर किसानों के ऊपर अपना वाहन चलाकर किसानों की हत्या कर दी।
उल्लेखनीय है कि शहीद साथी लवप्रीत सिंह, दलजीत सिंह, नछत्तर सिंह, गुरविंदर सिंह और पत्रकार रमन कश्यप की 3 अक्टूबर को तिकुनिया में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री, अजय मिश्रा के 3 वाहनों से कुचलकर हत्या कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि किसानों और कृषि श्रमिकों की आजीविका की कीमत पर कॉर्पोरेट विकास में मदद करने के लिए आरएसएस-बीजेपी की सरकार की प्रतिबद्धता के खिलाफ इस नरसंहार ने लोगों मे नाराजगी की एक नई चिंगारी जला दी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 अक्टूबर। हसदेव क्षेत्र को खनन से बचाने के लिए 10 दिनी यात्रा बुधवार को यहां पहुंची। सरगुजा के हसदेव अरण्य क्षेत्र के 30 गांवों के 250 से अधिक आदिवासी ‘हसदेव बचाओ पदयात्रा’ के बैनर तले यात्रा में शामिल हुए।
पदयात्रियों की मांग है कि बिना ग्राम सभा की सहमति के क्षेत्र में कोयला धारक क्षेत्र (अर्जन और विकास) अधिनियम के तहत किए गए सभी भूमि अधिग्रहण को तत्काल रद्द किया जाए। इसके अलावा इस क्षेत्र में सभी कोयला खनन परियोजनाओं को रद्द करें। पांचवीं अनुसूची के क्षेत्रों में किसी भी कानून के तहत भूमि अधिग्रहण के लिए आगे बढऩे से पहले च्पेसा’ अधिनियम, 1996 के अनुसार निश्चित ग्राम सभा सहमति के प्रावधान को लागू करें।
परसा कोयला ब्लॉक के लिए फर्जी प्रस्ताव पत्र बनाकर प्राप्त की गयी वन मंजूरी को तत्काल रद्द करें, और फर्जी ग्राम सभा प्रस्ताव बनाने वाले अधिकारी व कंपनी के खिलाफ कार्यवाही करें। सभी गांवों में समुदाय और व्यक्तिगत स्तर के वन अधिकारों को मान्यता दें, और घाटबर्रा गांव के निरस्त किये सामुदायिक वन अधिकारों को बहाल करें। पंचायत (अनुसूचित क्षेत्रों तक विस्तार) अधिनियम, 1996 के प्रावधानों का पालन करें।
बताया गया कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा उत्तरी छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य वन क्षेत्र को तबाह करने की क्षमता वाली कोयला खनन परियोजनाओं की मंजूरी के खिलाफ स्थानीय आदिवासी समुदाय और पूरी ग्राम सभा 2014 से ही लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यह क्षेत्र भारत के प्राचीन और वन भूमि के सबसे बड़े सन्निहित क्षेत्रों को समाये हुए है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 अक्टूबर। जगतगुरु शंकराचार्य ज्योतिष पीठाधीश्वर एवं द्वारका शारदा पीठाधीश्वर स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के द्वारा स्थापित बोरियाकला आश्रम में नवरात्रि के पुनीत पर्व पर पराम्बा भगवती राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी की उपासना श्री यंत्र में चल रही है।
डॉ. इंदु भवानंद महाराज ने बताया कि श्री यंत्र त्रिपुर सुंदरी का आयतन माना जाता है, श्री यंत्र की रचना बिंदुओं से होती है बिंदु से ही पिण्ड( शरीर) की रचना होती है और बिंदु से ही ब्रह्मांड की रचना होती है बिंदु ही चक्र का मूल आधार है श्री यंत्र शक्ति और शिव के अभेदयोग का प्रतीक है शिव को संहारात्मक अग्नि तथा शक्ति को सर्गात्मक सोम का प्रतीक माना जाता है, इन दोनों की मिथुन से मिश्र बिंदु की उत्पत्ति होती है यही मिश्र बिंदु श्री यंत्र का आधार होता है।
श्री यंत्र के ज्ञान से पिंड और ब्रह्मांड दोनों का ज्ञान हो जाता है श्री यंत्र के दर्शन करने मात्र से सौ यज्ञ करने का पुण्य प्राप्त होता है, त्रिपुर सुंदरी की उपासना भोग और मोक्ष दोनों को देने वाली है। नवरात्रि एवं दीपावली में श्री यंत्र की पूजन से अनेक जन्मों की दरिद्रता दूर हो जाती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 अक्टूबर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि केंद्र सरकार राज्य से सेंट्रल पुल में उसना चावल नहीं लेने की बात कह कर एक बार फिर से राज्य के किसानों और प्रदेश के मिलरों के हितों के खिलाफ कदम उठा रही है।
उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार ने इस वर्ष छत्तीसगढ़ से 61 लाख मीट्रिक टन चावल लेने के लिए सैद्धांतिक सहमति दिया है लेकिन केंद्र ने इस सहमति के साथ यह शर्ते भी लगा दिया है कि राज्य से केंद्र उसना चावल नहीं लेगा। केंद्र की इस रोक से राज्य के 6 सौ से अधिक उसना मिलें बंद हो जायेगी। पहले केंद्र राज्य से उसना चावल भी बराबर लेती थी। केंद्र द्वारा उसना लेने के कारण राज्य के मिलरों ने लाखों रुपये खर्च करके उसना का प्लांट लगाया। यदि उसना चावल लेना बंद कर दिया जायेगा तो मीलों में ताला लग जायेगा।
मोहन मरकाम ने कहा कि मोदी सरकार के कथनी और करनी में अंतर है। चालू खरीफ वर्ष के लिए मोदी सरकार के छत्तीसगढ़ से 61 मीट्रिक टन चावल लेने के सैद्धांतिक सहमति में भी राज्य को परेशान करने की नीयत साफ दिख रही है। जिस प्रकार से केंद्र सरकार ने इस वर्ष उसना चांवल सेंट्रल पुल में लेने में मनाही की है। ये मोदी भाजपा के किसान विरोधी नीति को उजागर करता है। पिछले वर्ष भी 60 लाख मीट्रिक टन चावल लेने की सैद्धांतिक सहमति देकर किसानों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश किया गया लेकिन वास्तविक में मात्र 24 लाख मीट्रिक टन चावल ही सेंट्रल पुल में छत्तीसगढ़ से लिया गया।
उन्होंने कहा कि किसानों के नाम से राजनीति करने वाले भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय को किसानों और उसना चावल बनाने वाले मिलरों को बताना चाहिए कि मोदी सरकार आखिर उसना चावल क्यो नहीं लेना चाहती है? सेंट्रल पुल में उसना चावल नहीं लेने से 600 से अधिक राइस मिल बन्द होंगे, वहां काम करने वाले बेरोजगार होंगे उनका क्या होगा?
मोहन मरकाम ने कहा कि मोदी सरकार किसानों के धान खरीदी में बाधा उत्पन्न करने के लिए इस प्रकार से शर्तें लागू की है। मोदी सरकार को अपने शर्तों को शिथिल करना चाहिए और पूर्व में से चली आ रही सेंट्रल पूल में चावल देने की व्यवस्था को यथावत रखना चाहिए। मनमोहन सरकार के दौरान से छत्तीसगढ़ से सेंट्रल पूल में उसना और अरवा चावल दोनों चावल को बराबर लिया जाता रहा है आज भी उन्हीं व्यवस्थाओं को लागू करना चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 अक्टूबर। कोविड के पश्चात बढ़ते मानसिक तनाव को दूर करने के लिए आम लोगों को जागरूक बनाने के उद्देश्य से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के मनोचिकित्सा विभाग के तत्वावधान में निरंतर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसमें लोगों में बढ़ते अवसाद को दूर करने के लिए विशेष रूप से विभिन्न उपाय बताए जा रहे हैं। चिकित्सकों ने आम लोगों का आह्वान किया है कि वे निजी जीवन के साथ व्यावसायिक और अध्यात्मिक भाग में सामंजस्य रखें और अपनी रूचि के विषयों पर भी ध्यान दे। इनमें से किसी भी पक्ष में असमानता होने पर अवसाद का शिकार हो सकते हैं।
निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने कहा है कि एम्स में मनोरोगियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। कोविड के बाद कई प्रकार की मानसिक बीमारियों के रोगी एम्स में पहुंच रहे हैं। ऐसे में दवाइयों और चिकित्सकों की काउंसलिंग के साथ-साथ योग, संगीत और परिवार का साथ भी मनोरोगों को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने इसके लिए सामाजिक स्तर पर पहल करने पर जोर दिया।
विभागाध्यक्ष डॉ. लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि मनोरोग से बचने के लिए जरूरी है कि व्यक्तिगत, शारीरिक, मानसिक, अध्यात्मिक, व्यावसायिक और भावनात्मक पहलुओं में सामंजस्य बना रहे। इसके लिए आवश्यक है कि चिकित्सकों की निगरानी में मनोरोग का इलाज करवाया जाए। खुद को स्वस्थ रखने के लिए स्वास्थ्यवर्द्धक भोजन, नियमित नींद, व्यायाम, अपनी रूचि के अनुसार ग्रुप ज्वाइन करना, परिवार के साथ गुणवत्तापूर्ण समय गुजारना, दोस्तों के साथ अपनी भावनाएं शेयर करनी चाहिए।
रायपुर, 13 अक्टूबर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मीडिया प्रमुख इकबाल अहमद रिजवी ने कहा है कि वर्तमान में सरकार के समक्ष भूमिहीन कृषि मजदूरों को आत्म निर्भर बनाने की विकराल समस्या बनी हुई है।
उन्होंने इस समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार को सुझाव देते हुए कहा है कि प्रदेश में घांस, चारागाह एवं आबादी के लिए सुरक्षित भूमि है तथा वर्तमान में उक्त भूमि पर सक्षम रसूखदारों का कब्जा है। उक्त शासकीय राजस्व भूमि पर से बेजा कब्जा हटाकर कृषिहीन मजदूरों में बांटना चाहिए, इससे कृषि मजदूर किसान की श्रेणी में आ जावेंगे तथा उन्हें रोजी रोटी के लिए दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा।
रिजवी ने राज्य सरकार के राजस्व विभाग को इस सामयिक सुझाव का हवाला देकर कहा है कि ग्रामीण अंचल की उपरोक्त श्रेणी की शासकीय भूमि को मुक्त कराकर कृषि मजदूरों में एक या दो एकड़ भूमि आबंटित कर कृषि मजदूरों के भविष्य को सुधारा जा सकता है। प्रदेश के कृषि मजदूरों के लिए यह एक क्रांतिकारी कदम होगा। बेजा कब्जा मुक्ति की दिशा में तत्काल सकारात्मक निर्णय लिया जाना उपयुक्त पहल होगी।
रायपुर, 13 अक्टूबर। देवपुरी सिथित गोदड़वाला धाम में सुबह पूजा अर्चना हुई। उसके पश्चात दोपहर भगवान झूलेलाल की पूजा अर्चना कर शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें सभी श्रद्धालु गण, और संत महात्मा ने शिरकत की।
इसमे छत्तीसगढ़ के रायपुर , तिल्दा, भाटापारा चकर भाटा, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, धमतरी, दल्लीराजहरा, राजनंदगांव, दुर्ग, भिलाई के श्रद्धालुओं ने शोभायात्रा में शामिल होकर अंमा मीरिदेवी से आशीर्वाद प्राप्त है महंत श्री देवीदास जीने भी सभी को आशीर्वाद दिया।
रायपुर, 13 अक्टूबर। महापौर एजाज ढेबर ने ट्रैफिक एएसपी एमआर मंडावी की उपस्थिति में यातायात पुलिस कार्यालय से लगे हुए पंजा चौक के जीर्णोद्धार एवं नवीन स्वरूप देने सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्य किये जाने के लिए श्रीफल फोडक़र एवं कुदाल चलाकर भूमिपूजन किया।
महापौर श्री ढेबर के निर्देश पर पंजा चौक को बस्तर के कलाकारों द्वारा शीघ्र नवीन स्वरूप प्रदान किया जाएगा, जो बस्तर आर्ट की पूर्ण झलक राजधानी शहर में स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करेगा। शहर के विभिन्न चौक-चौराहों की तर्ज पर पंजा चौक का शीघ्र जीर्णोद्धार करके उसे राजधानी शहर के अनुरूप नवीन स्वरूप प्रदान किया जाएगा। पूर्व में जालियों से पटे होने के साथ ही यहां होर्डिंग लगाई जाती थी, जिससे इस चौक का स्वरूप स्पष्ट नहीं हो पा रहा था। यह देखकर स्थल पर ही महापौर श्री ढेबर ने नगर निगम के सम्बंधित अधिकारियों को बुलाकर निर्देशित करते हुए पंजा चौक से जालियां हटवाने के साथ पेड़ों की व्यवस्थित तौर पर छटाई तत्काल करवाई, जिससे अब पंजा चौक की सुंदरता स्पष्ट रूप से दिखने लगी है।
महापौर ने पंजा चौक को और अधिक सुसज्जित बनाते हुए इसे बस्तर आर्ट के माध्यम से शीघ्र नवीन स्वरूप प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में सम्बंधित निगम अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। महापौर श्री ढेबर द्वारा पंजा चौक के जीर्णोद्धार एवं नवीन स्वरूप देने से सम्बंधित सौंदर्यीकरण कार्य के भूमिपूजन के अवसर पर नगर पालिक निगम रायपुर के सम्बंधित अधिकारीगण, और हीरा ग्रुप के सम्बंधित प्रतिनिधि अधिकारीगण उपस्थित थे।
रायपुर, 12 अक्टूबर। चरामेति फाउंडेशन के राजेंद्र ओझा और नितिन जैन ने बताया कि संस्था की पहल पर कॉमर्स में अध्ययनरत जरूरतमंद छात्रा सृष्टि सुधीर भाई जोशी को दोशी परिवार द्वारा लैपटॉप प्रदान किया गया।
नयना बेन, पूनम बेन, दक्षा बेन, अश्विन भाई, जितेंद्र भाई, शैलेश भाई, कपिल भाई और चिराग भाई दोशी मुख्य रूप से उपस्थित थे। उन्होंने शैक्षणिक सफल जीवन के लिए सृष्टि को शुभकामनाएं दीं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 अक्टूबर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया एवं प्रभारी सचिव डॉ. चंदन यादव को विस्तारा के नियमित विमान सेवा द्वारा 13 अक्टूबर को शाम 7.45 बजे रायपुर पहुंचेंगे। रात्रि 8.30 बजे वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
14 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे राजीव भवन रायपुर में आयोजित प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेंगे। दोपहर 3 बजे राजीव भवन में वरिष्ठ कांग्रेसजनों एवं कार्यकर्ताओं से भेंट एवं चर्चा करेंगे। रात्रि 8.20 बजे विस्तारा के नियमित विमान सेवा द्वारा रायपुर से नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ जनसंपर्क अधिकारी संघ के आह्वान पर मंगलवार को प्रदेश भर के जनसंपर्क अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने एक दिवसीय कलम बंद हड़ताल की। रायपुर स्थित संचालनालय सहित प्रदेश के सभी जिला कार्यालयों में कामकाज पूरी तरह ठप रहा। संगठन द्वारा मांगें शासन के सामने रखी गई है। जनसंपर्क अधिकारियों की मांगों के समर्थन में मंगलवार को राजपत्रित अधिकारी संघ ने भी प्रदेशभर में काली पट्टी लगाकर काम किया।
जनसंपर्क अधिकारी संघ द्वारा मांग की गई है कि संचालक जनसंपर्क के पद पर राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी की नियुक्ति को रद्द करके भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अथवा जनसंपर्क विभाग के ही किसी वरिष्ठ अधिकारी को नियुक्त किया जाए। इसी तरह विभाग की सहयोगी संस्था छत्तीसगढ़ संवाद में जनसंपर्क विभाग के प्रतिनियुक्ति के पदों पर राज्य प्रशासनिक सेवा अथवा अन्य संवर्ग के अधिकारियों की नियुक्ति को तत्काल निरस्त कर जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों को नियुक्त किया जाए।
संगठन के आह्वान पर जनसंपर्क अधिकारी तथा कर्मचारी शासकीय कार्यक्रमों के कवरेज, समाचार संकलन, समाचार वितरण आदि काम बंद करते हुए हड़ताल पर चले गए। संगठन के मुताबिक आज की सांकेतिक हड़ताल के बाद भी सभी जनसंपर्क अधिकारी मांगें पूरी होने तक काली पट्टी लगाकर काम करेंगे। शीघ्र मांगे पूरी नही होने पर आंदोलन का विस्तार करते हुए अनिश्चितकाल हड़ताल की जाएगी। इससे पहले कल 11अक्टूबर को भी जनसंपर्क अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने काली पट्टी लगाकर काम किया था।
रायपुर, 12 अक्टूबर। मां दुर्गा की भक्ति के लिए होने वाले रास गरबा को व्यापार के लिए उपयोग करने वाले गरबा की आड़ में नशे के कारोबार के साथ अश्लीलता फैला रहे हैं जो कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री कन्हैया अग्रवाल के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा गया ।
श्री अग्रवाल ने कहा कि गरबा की आड़ में नशे के कारोबार के साथ अश्लीलता फैलाने के जिम्मेदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वीआईपी रोड स्थित होटलों ,कैफे, रेस्टोरेंट में बिना किसी अनुमति के गरबा का आयोजन कर गरबे की आड़ में नशे का कारोबार किए जाने की शिकायतें सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रही है ,आदि शक्ति मां दुर्गा की अराधना के लिए होने वाले गरबा को कुछ लोगों ने व्यापार का माध्यम बना लिया है थोड़े से लाभ के लिए भक्तों की आस्था से खिलवाड़ पर रोक जरूरी है ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल को गोवर्धन शर्मा, पुरुषोत्तम शर्मा, सचिन शर्मा ब्लॉक अध्यक्ष, ललित दुबे, मुकुंद पांचाल, राजा भट्टर, मनोज पाल, अंजना भट्टाचार्य, देवेंद्र पवार, सोमेश बघेल, बॉबी मूर्ति, सागर वाकडे एवं कांग्रेस जनों ने ज्ञापन सौंपा है।
डेढ़ साल बाद हो रहा मंत्रीजी से मिलिए कार्यक्रम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 अक्टूबर। करीब डेढ़ साल बाद राजीव भवन में मंत्री की आमद शुरू हुई, तो समस्याओं के निराकरण के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। पहले दिन कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे को ट्रांसफर से लेकर जमीन से जुड़ी समस्याओं के आवेदन मिले।
श्री चौबे के साथ संचार विभाग के नए मुखिया सुशील आनंद शुक्ला, खनिज निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, और महेन्द्र छाबड़ा भी थे। कोरोना की वजह से डेढ़ साल से अधिक समय तक राजीव भवन में मिलिए मंत्रीजी से, कार्यक्रम बंद था।
मंगलवार को दोपहर 12 बजे श्री चौबे पार्टी दफ्तर पहुंचे, तो बड़ी संख्या में कार्यकर्ता, और आम लोग अपनी समस्याएं लेकर कृषि मंत्री से मिलने खड़े थे। एक-एक कर श्री चौबे ने सबकी समस्याएं सुनी। आवेदन लिए, और तकरीबन सभी पर कुछ न कुछ टीप भी लिखा।
श्री चौबे के पास ट्रांसफर के लिए आवेदन आए थे। ट्रांसफर पर बैन लगा हुआ है, और समन्वय में विशेष परिस्थितियों में तबादले किए जा सकते हैं। कुछ की अनुशंसा कर संबंधित विभाग को भेजा भी है। इसके अलावा राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिए भी शिकायतें आई थी। यही नहीं, चौबे के खुद के विभाग से जुड़े प्रकरण भी आए थे। जिसका श्री चौबे ने समाधान भी किया। करीब ढाई घंटे कांग्रेस भवन में रूके, और सबसे चर्चा की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 अक्टूबर। पश्चिम विधानसभा के रामकृष्ण परमहंस वार्ड के कोटा क्षेत्र में संसदीय सचिव एवं क्षेत्रीय विधायक विकास उपाध्याय ने हरितांजली कार्यक्रम के तहत पौधा रोपित किया। कोरोनाकाल में दिवंगत हुए दिव्य आत्माओं की स्मृति में रायपुर पश्चिम विधानसभा के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा विधायक के नेतृत्व में अब तक सैकड़ो पौधे लगाए जा चुके हैं तथा यह सिलसिला अनवरत जारी हैं।
विधायक विकास उपाध्याय द्वारा दिवंगत सदस्यों के परिजनों के हाथों से पौधा लगवाकर उनके रख-रखाव की जिम्मेदारी भी उन्हीं को दी जा रही हैं। विधायक महोदय ने हरितांजली कार्यक्रम के बारे में बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से हम सभी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता रायपुर पश्चिम से कोरोनाकाल में दिवंगत हुए दिव्य आत्माओं की स्मृति में पौधा लगाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं,परिजनों की उपस्थिति में फलदार-छायादार वृक्षों का पौधा लगाकर हम दिवंगतों को अपनी स्मृति में संजोकर रखने का प्रयास कर रहे है।
साथ ही इस हरितांजली कार्यक्रम के माध्यम से हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि भी दे रहे हैं। आज के इस हरितांजली कार्यक्रम में स्व. चेतन लाल सेन,स्व. कालू रावत, स्व. कुमारी बाई वर्मा, स्व. सुरेश साहू,स्व. मोहनलाल सेन,स्व. रवि शर्मा,स्व. सीताराम झा,स्व. ए.के. बघेल,स्व. प्रभुलाल चौहान,स्व. रमशीला जंघेल,स्व. सतरूपा बाई वर्मा,स्व. जगतराम भारद्वाज,स्व. कृष्ण कुमार शर्मा,स्व. मालती सोनी,स्व. यशवंत कुमार बघेल,स्व. शिव कुमार साहू,स्व. चोखे लाल साहू, स्व. चंदा बाई यादव,स्व. हेमराज रामटेके, स्व. अर्चना महावर,स्व. लक्ष्मी नारायण, स्व. सावित्री विश्वकर्मा, स्व. संतोष कुमार सिंह, स्व. करीम खान,स्व. कृष्णमणि प्रसाद तिवारी की स्मृति में पौधा लगाकर श्रद्धांजलि दी गई ।