छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 मई। कलेक्टर टीके वर्मा के मार्गदर्शन में जिले में कोविड-19 टीकाकरण कार्य वृहद पैमाने में गाईड लाइन का पालन करते किया जा रहा है। शहरी और ग्रामीण अंचलों में टीकाकरण के लिए बनाए गए टीकाकरण केंद्रों में निरंतर टीकाकरण का कार्य 16 जनवरी से किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया कि कोविशील्ड वैक्सीन के प्रथम एवं द्वितीय खुराक के बीच न्यूनतम अवधि को 42 दिन से बढ़ाकर 84 दिन तक किया गया है। जिसके लिए कोविन पोर्टल में आवश्यक बदलाव किया जा रहा है। कोविन पोर्टल में आगे ऑनलाइन अपॉइंटमेंट एवं ऑनसाइट अपॉइंटमेंट की द्वितीय खुराक तभी संभव होगा, जब किसी लाभार्थी के लिए प्रथम खुराक की तारीख के बाद की अवधि 84 दिनों से अधिक होगी। पहले से बुक की गई द्वितीय खुराक के ऑनलाइन अपॉइंटमेंट को कोविन द्वारा रद्द नहीं किया जाएगा, लेकिन लाभार्थी को यह सलाह दी जा रही है कि वह द्वितीय खुराक हेतु बुक किए गए अपॉइंटमेंट को पुन: निर्धारित करें। जिले में लोगों को निर्धारित समय अवधि में वैक्सीनेशन करवाने एवं कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की गई है।
उल्लेखनीय है कि 45 वर्ष एवं उससे अधिक आयु के नागरिकों के लिए कोविशील्ड का पहला डोज लगाने के बाद दूसरे डोज के लिए वेबसाईट लॉक कर दिया गया है। निर्धारित समय 84 दिन होने के बाद पात्र होने पर ही नागरिक दूसरा डोज लगाने के लिए टीकाकरण केन्द्र पर आए।
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दुर्ग, 18 मई। जिले में कोरोना की रोकथाम के लिए 31 मई तक प्रभावी लॉकडाउन में रियायत मिलने के बाद सोमवार को आधा दर्जन ट्रेड से जुड़ी दुकानें खुली।जिससे 40 दिनों बाद बाजारों में फिर रौनक लौट आई हैं। यह रौनक भीड़-भाड़ का कारण भी बनी। जिन्हें सोशल डिस्टेसिंग का पालन करवाने नगर निगम, पुलिस प्रशासन के अलावा खुद व्यवसायी सक्रिय नजर आए।
लॉकडाउन में सप्ताह में 6 दिन मिले रियायत में विभिन्न ट्रेड से जुड़ी दुकानों को अल्टरनेट डे में खोलने की अनुमति दी गई हैं। जिसके तहत सोमवार को सराफा, कपड़ा, बर्तन,फुटवियर, गिफ्ट कॉर्नर, स्टेशनरी शॉप, लांड्री सर्विसेज पैकेजिंग मैटेरियल की दुकानें खुली। लोगों को लंबे समय बाद उनकी जरूरतें की सामान मिलने पर वे खुश नजर आए। कल मंगलवार को अनाज किराना, डेली नीड्स, मनिहारी, डिस्पोजल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल, मोबाइल शॉप, फ्लावर शॉप, ऑटो पंप, ऑटो पार्ट्स, दुग्ध उत्पाद संबंधी दुकाने, हार्डवेयर, प्लंबिंग, भवन निर्माण सामग्री संबंधित दुकानें खुलेगी।
लॉकडाउन में रियायत के हिसाब से उक्त ट्रडों की दुकानें सप्ताह में 6 दिन अल्टरनेट सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक खुलेंगे। जबकि फल, सब्जी, अंडा,मांस, मटन, मछली, पोल्ट्री, आटाचक्की सप्ताह में 6 दिन सुबह 6 बजे से सुबह 11 बजे तक खुले रहेगी।
वहीं वाहन मरम्मत व पंचर सुधार दुकाने भी 6 दिन खुलेगी। जिसके लिए सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है।
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सारंगढ़, 18 मई। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण क्षेत्र में लॉकडाउन के चलते गरीब बस्तियों में रहने वाले मजदूर तबके के लोग सबसे अधिक परेशान इन गरीब परिवारों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए सेवा फाउंडेशन अध्यक्ष सतीश यादव द्वारा गरीब बस्तियों में जा जाकर भोजन के पैकेट वितरित कर रहे हैं।
सेवा फाउंडेशन अध्यक्षसतीश यादव ने बताया कि क्षेत्र कल्याण के उद्देश्य को ध्यान में रखकर की रसोई की व्यवस्था की गई है। गरीब बस्ती में कोई गरीब भूखा नहीं सोए, ऐसी व्यवस्था की जा रही है। सेवा फाउंडेशन और सेवा भारती घर-घर जाकर गरीबों को रोज नियमित रूप से चिन्हित बस्तियों में भोजन के पैकेट वितरित कर रहे हैं।
सारंगढ़ में बनी भोजन शाला में सुबह से ही बस्तियों में बांटने के लिए भोजन का निर्माण शुरू हो जाता है।
12 बजे से कार्यकर्ता आकर भोजन के पैकेट बस्तियों में जाकर बांटना शुरू कर देते यह क्रम शाम तक चलता है। भोजन वितरण के साथ ही कार्यकर्ता उन बस्तियों को भी चिन्हित कर लेते हैं जहां भोजन के पैकेट नहीं पहुंचे। सेवा भारती प्रशासन का भी पूरा सहयोग कर रहे हैं। उनके द्वारा सूचना मिलने पर उन गरीब लोगों को भी भोजन के पैकेट पहुंचा रहे हैं।
सतीश यादव ने बताया कि आगामी 31 मई तक लॉकडाउन तक नियमित रूप से गरीब बस्तियों में भोजन के पैकेट वितरित किए जाएंगे। प्रतिदिन अलग-अलग मीनू के हिसाब से भोजन तैयार भी किया जा रहा है।
इस सामाजिक सेवा फाउंडेशन एवीएन सेवा भारती के कार्यकर्ताओं के अलावा सामाजिक कार्यकर्ता भी अपना पूरा सहयोग कर रहे हैं। समाजसेवी सतीश यादव ने कहा कि लोग धैर्य बनाए रखें लॉकडाउन का पालन करें घरों में रहे शारीरिक दूरी के साथ रहे मास्क लगाकर ही निकले जिससे इस बीमारी के संक्रमण से बचा जा सकें।
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बिलासपुर, 18 मई। लॉकडाउन के दौरान नियमों का उल्लंघन करने पर पांच दुकानदारों के पर 10-10 हजार का जुर्माना लगाया गया है। तहसीलदार भरत कौशिक, नोडल अधिकारी अनिश मसीह और मरवाही थाना प्रभारी प्रवीण द्विवेदी की टीम ने पेट्रोलिंग के दौरान पाया कि ग्राम सिवनी में गाइडलाइन के नियमों का उल्लंघन करते हुए 5 दुकानें खुली हैं।
ये दुकानें मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक, ऑटो पार्ट्स, इलेक्ट्रिकल्स और कपड़े की दुकान हैं। लॉकडाउन के दौरान इन दुकानों को बंद रखने का निर्देश है। पुलिस ने दुकानों के मालिक दुर्गेश गुप्ता, नरेंद्र गुप्ता, विनोद गुप्ता, संजू शर्मा और नितेश गुप्ता के विरुद्ध कुल 50 हजार का चालान काटा। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में लॉकडाउन के दौरान अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
चौबे ने जताया आभार
रायपुर, 18 मई। राज्य में कोरोना संक्रमण से पीड़ित एवं प्रभावित लोगों की मदद का सिलसिला जारी है। स्वयंसेवी, समाजसेवी संस्थाओं, दानदाताओं एवं व्यावसायिक संगठनों द्वारा राज्य में कोरोना संक्रमण की रोकथाम, पीड़ितों एवं जरूरतमंदों की मदद के लिए शासन-प्रशासन के जुड़कर हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है। इसी तारतम्य में आज आईसीआईसीआई बैंक के पदाधिकारियों ने कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे से उनके रायपुर स्थित निवास कार्यालय में मुलाकात कर 25 नग ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर और 5 नग वाटर कूलर प्रदान किया। मंत्री श्री चौबे ने कोरोना संकट काल में मरीजों एवं जरूरतमंदों की मदद के लिए बैंक द्वारा स्वर्स्फूत रूप से प्रदत्त सहायता की सराहना की। उन्होंने कहा कि कोरोना से पीड़ित लोगों की जीवन रक्षा और मानवता की सेवा का समय है। ऐसे समय में बैंक ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन किया है।
आईसीआईसीआई बैंक छत्तीसगढ़ के रीजनल हेड रामकृष्ण कुमार ने बताया कि बैंक द्वारा राज्य में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और पीड़ितों की मदद के लिए सीएसआर मद से लगातार सहायता पहुंचाए जाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 25 नग ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर एवं 5 नग वाटर कूलर बेमेतरा जिले के साजा विधानसभा क्षेत्र के कोविड मरीजों की मदद के लिए विशेष तौर पर बैंक द्वारा उपलब्ध कराया गया है। मंत्री श्री चौबे ने आईसीआईसीआई बैंक द्वारा कोविड मरीजों की सहायतार्थ प्रदत्त ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर और वाटर कूलर को साजा विधानसभा क्षेत्र स्थित स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए रवाना करने के साथ ही बैंक पदाधिकारियों का आभार जताया। इस अवसर पर आईसीआईसीआई बैंक के अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।
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बिलासपुर,18 मई। यूनिसेफ छत्तीसगढ़ एवं मीडिया कलेक्टिव फ़ॉर चाइल्ड राइट्स के संयुक्त तत्वावधान में बिलासपुर जिला प्रशासन के सहयोग से 18 मई से ‘रोको अउ टोको ' अभियान शुरु किया गया है। कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने आज इस प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर अतिरिक्त जिलाधीश नुपूर राशि पन्ना भी उपस्थित थीं।
मीडिया कलेक्टिव फॉर चाइल्ड राइट्स के जिला समन्वयक अभिषेक चौबे ने बताया कि तीन महीने के लंबे अभियान के दौरान शहर के वार्डों में 100 से अधिक युवा स्वयंसेवक, कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये लोगों को जागरूक करेंगे। वे शहरों में झुग्गियों, अपार्टमेंट, बाजार, होटल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और चौराहों पर जाकर लोगों को कोविड व्यवहारों के बारे में शिक्षित करेंगे तथा उनका पालन करना सुनिश्चित करेंगे। युवा स्वयंसेवक सभी लोगों से कोरोना टीकाकरण करने का आग्रह करेंगे। कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर लोगों को चिकित्सा सहायता लेने का सुझाव देंगे। अभियान के दौरान स्वयंसेवक जिला प्रशासन द्वारा जारी लॉकडाउन और रोकथाम दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करेंगे। स्वयं सेवक लॉकडाउन के दिशा निर्देशों का पालन करने के लिए नागरिकों से भी अपील करेंगे।
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धमतरी, 18 मई। छग कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश का संचालक द्वारा उल्लंघन किए जाने पर धान कुटाई केन्द्र से धान और चावल जब्त किया गया।
कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य के मार्गदर्शन में जिले में कस्टम मिलिंग के कार्य को गति देने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में खाद्य विभाग की टीम द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान के कस्टम मिलिंग के तहत जिले के राइस मिलरों द्वारा अनुबंधित धान का उठाव कम किए जाने के कारण औद्योगिक वार्ड धमतरी स्थित श्री हरिओम धान कुटाई केन्द्र की आकस्मिक जांच की गई।
बताया गया है कि श्री हरिओम धान कुटाई केन्द्र राईस मिल द्वारा 6400 मेट्रिक टन धान का अनुबंध किया गया है, जिसमें से मात्र 1668 मेट्रिक टन धान का ही उठाव किया गया है, जो कि मात्र 26.08 प्रतिशत है। उक्त राईस मिल द्वारा कस्टम मिलिंग नहीं कर अन्य कार्य खुले बाजार में बिक्री के लिए चावल का मिलिंग किया जा रहा था। छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 के उल्लंघन पाए जाने पर 576 च्ंिटल धान तथा 707.80 क्विंटल चावल संबंधित राईस मिल से जब्त किया गया।
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बलौदाबाजार, 18 मई। शासन के निर्देशानुसार विभिन्ना वर्गों में जिले में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है। पुलिस अधीक्षक बलौदाबाजार-भाटापारा आइके एलेसेला द्वारा पूरे जिले में जिन-जिन जगहों पर वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए हैं, वहां पुलिस के अधिकारी व जवानों को पर्याप्त संख्या में तैनात किया गया है। इन सभी वैक्सीनेशन सेंटर में संबंधित थाना/चौकी प्रभारियों द्वारा लगातार भ्रमण व पेट्रोलिंग कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया जा रहा है।
वैक्सीन लगवाने को लेकर बलौदाबाजार, भाटापारा, सिमगा, सुहेला, कसडोल, बिलाईगढ़, भटगांव सहित जिले के सभी वैक्सीनेशन सेंटरों पर लोगों का खासा उत्साह देखा जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीन लगवाने लोग बढ़-चढक़र हिस्सा ले रहे हैं। वहीं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात है, जिनके द्वारा शारीरिक दूरी व अन्य सुरक्षा नियमों का पालन कराया जा रहा है। जिले के समस्त थाना/चौकी प्रभारी भी वैक्सीनेशन सेंटर में लगातार डटे हुए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था की स्थिति निर्मित न हो। साथ ही लगातार वैक्सीनेशन सेंटर का भ्रमण व पेट्रोलिंग कर समुचित सुरक्षा प्रबंध किया जा रहा है।
वैक्सीनेशन पर समाज प्रमुखों ने दिया सुझाव
पवनी/बिलाईगढ़ जनपद कार्यालय में कलेक्टर ने वीडियो कांफ्रेंसिंग आयोजित की। जिसमें समाज प्रमुख, समाजसेवी व जनप्रतिनिधि शामिल हुए। इस दौरान वैक्सीनेशन पर कई सुझाव दिए गए।
वीडियो कांफ्रेसिंग में कलेक्टर ने वैक्सीनेशन के लिए जागरूकता लाने समाज के प्रमुख शामिल हुए। नगर अध्यक्ष नर्मदा अमित कौशिक ने नगर पंचायत में व्यवस्था की आंकड़ागत जानकारी प्रस्तुत की। प्रदीप देवांगन ने कलेक्टर को सुझाव दिया कि वैक्सीनेशन के पूर्व शुगर और ब्लड प्रेशर की जांच अनिवार्य हो, जबकि नगर अध्यक्ष नर्मदा अमित कौशिक, पंकज दुबे और गुलाम मुर्तजा खान ने वैक्सीन के लिए सामाजिक जागरूकता के लिए मेहनत करने का आश्वासन दिया। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में भटगांव से नगर अध्यक्ष नर्मदा कौशिक, देवांगन समाज से प्रदीप देवांगन, ब्राह्मण समाज से पंकज दुबे, मुस्लिम जमात से गुलाम मुर्तजा खान, सीर से वृषभान जगत शामिल हुए।
पूरे ब्लॉक से समाज प्रमुखों से वीसी के माध्यम से कलेक्टर ने बात की। प्रमुख लोगों में जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, पूर्व जनपद अध्यक्ष, बिलाईगढ़ नगर अध्यक्ष द्वारिका देवांगन, सीएमओ प्रदीप मिश्रा, सीएमओ बिलाईगढ़ चौधरी, सीईओ गायकवाड़ व अधिकारी, कर्मचारी व जनप्रतिनिधिगण उपस्थित हुए।
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पत्थलगांव, 18 मई। वैसे तो जन्मदिन पर कई तरह से तोहफे भेंट किए जाते हैं। लेकिन जशपुर के इस युवा किसान और कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष ने जो गिफ्ट दिया है, वो बिल्कुल अलग ही है।
दरअसल, युवा किसान व दुलदुला कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष अरविंद साय ने जशपुर कलेक्टर महादेव कावरे को जन्मदिन का सबसे अनोखा उपहार दिया। जन्मदिन के मौके पर आज अरविंद साय ने कलेक्टर कावरे को उपहार के तौर पर तरबूज गिफ्ट दिया है। जो अपने आप में दूसरे तोहफों से एकदम खास है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि क्योंकि यह एक हाइब्रिज तरबूज है।
अरविंद साय एमबीए की डिग्री हासिल करने के बाद अपने गांव में वैज्ञानिक पद्धति से खेती करने वाले उन्नत किसानों में शुमार है। जो अपनी अनोखी खेती के लिए जाने जाते हैं। इसके साथ ही वे कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष भी हैं।
गौरतलब है कि आज जशपुर के जिला कलेक्टर महादेव कावरे का जन्मदिन है। कोरोना काल में अपने अनूठे कार्य की वजह से वो और भी लोकप्रिय हो गए हैं। यही वजह है कि लोग उन्हें जन्मदिन की बधाईयां देने में पीछे नहीं हट रहे हैं। साथ ही उन्हें तरह-तरह के तोहफे भी मिल रहे हैं।
राजनांदगांव, 18 मई। कलेक्टर टीके वर्मा ने सोमवार को दिग्विजय स्टेडियम स्थित डिस्ट्रिक वार रूम में कोविड-19 के संबंध में समीक्षा बैठक में कहा कि सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुल गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के केस में कमी जरूर आई है, लेकिन अभी सावधानी रखने की जरूरत है। कोरोना प्रोटोकाल का पालन करना बहुत जरूरी है। उन्होंने मास्क नहीं पहनने वालों पर चालानी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से पीडि़त परिवारों में उनके जीवन पर गहरा असर पड़ा है। मनोवैज्ञानिक रूप से भी लोगों में भय की स्थिति रही है। इसके लिए लोगों के मनोबल को बनाए रखने तथा प्राणायाम, मेडिटेशन एवं अन्य उपचार की पद्धतियों का उपयोग करते उन्हें पुन: मुख्य धारा में लाने का प्रयास करें। इसके लिए मनोवैज्ञानिक चिकित्सकों का परामर्श एवं उपचार भी सही रहेगा।
कलेक्टर वर्मा ने सैम्पलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए तथा वैक्सीनेशन के संबंध में जानकारी ली। बैठक में जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, एसडीएम मुकेश रावटे, डिप्टी कलेक्टर विरेन्द्र सिंह, राहुल रजक, सीएसपी लोकेश देवांगन, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीएल कुमरे, डीपीएम गिरीश कुर्रे, ई-जिला प्रबंधक सौरभ मिश्रा, शासकीय मेडिकल कालेज से अविन चौधरी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
लापरवाही बन सकती है संक्रमण का कारण
कलेक्टर वर्मा ने नागरिकों से अपील करते कहा है कि कोरोना संक्रमण के केस में कमी आई है, लेकिन खतरा अभी भी टला नहीं है। लॉकडाउन के दौरान सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों एवं दुकान को सप्ताह में सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को प्रात: 6 से 3 बजे तक खोलने की अनुमति प्रदान की गई है, लेकिन यह जरूरी है कि जनसामान्य भीड़ में जाने से बचें और घर पर सुरक्षित रहें। आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकले तथा मास्क लगाए, दो गज दूरी एवं कोरोना प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन करें। किसी भी तरह की लापरवाही कोरोना संक्रमण का कारण बन सकती है।
प्रभारी मंत्री साहू ने जिले में कोविड संक्रमण बचाव एवं उपचार की समीक्षा की
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर,18 मई। लोक निर्माण, गृह एवं जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज अपने रायपुर निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेस द्वारा जिले में कोरोना 19 संक्रमण, बचाव और उपचार की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए जिले में इससे निपटने के लिए पहले से बेहतर रणनीति बनाकर रखें। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की व्यवस्था एवं मितानिनों को ऑक्सीमीटर देने का सुझाव दिया।
साहू ने कहा कि ब्लैक फंगस (म्यूकर मायकोसिस) के मरीजों की मानिटरिंग करते हुए इनके उपचार की समुचित व्यवस्था की जाए। इस बीमारी के विषय में व्यापक प्रचार-प्रसार करने कहा। सभी स्वास्थ्य केंद्रों में इसकी एडवायजरी जारी करने कि निर्देश दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में मितानिनों के माध्यम से लोगों को बीमारी के विषय में जागरूक करने कहा। कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने बताया कि जिले में ब्लैक फंगस के मरीजों का उपचार सिम्स में किया जा रहा है। मरीजों के उपचार के लिए सिम्स में डॉक्टरों की एक समिति गठित की गई है।
मंत्री साहू ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की व्यवस्था करने कहा। उन्होंने मितानिनों को मितानिन किट में ऑक्सीमीटर देने का भी सुझाव दिया। विकासखण्ड स्तर पर एम्बुलेंस की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कोविड इलाज कर रहे निजी अस्पतालों की समय-समय पर बैठक लेकर इन पर नियंत्रण रखने के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सक एवं दक्ष स्टाफ की संख्या बढ़ाने के लिये भी कहा। साहू ने पात्रता अनुसार लोगों के टीकाकरण में तेजी लाने कहा। जरूरतमंद व्यक्तियों का आयुष्मान एवं डॉ. खूबचंद बघेल योजना के तहत इलाज कराने के निर्देश दिए।
बैठक में डॉ. मित्तर ने बताया कि जिला अस्पताल एवं सिम्स में ऑक्सीजन बेड बढ़ाने के साथ-साथ चित्रकूट, प्रयास आवासीय विद्यालय, आयुर्वेदिक कॉलेज, बिल्हा, तखतपुर, कोटा रतनपुर एवं मस्तूरी में कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं। इससे स्थानीय स्तर पर लोगों को कोविड उपचार की सुविधा मिल रही है। कोविड केयर सेंटर में मरीजों की देखभाल में कमी न हो इसलिए डीएमएफ एवं एसडीआरएफ मद से मानव संसाधन की व्यवस्था की गई है। जिले में 40 शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों के माध्यम से कोविड मरीजों का उपचार किया जा रहा है। मंत्री साहू ने बेहतर रणनीति एवं उपचार के द्वारा कोविड संक्रमण पर काबू पाने के लिए जिला प्रशासन की पूरी टीम को बधाई दी।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हैरीश एस, एडीएम नुपूर राशि पन्ना, एसडीएम देवेन्द्र पटेल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रमोद महाजन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 18 मई। पूर्व संसदीय सचिव चंपा देवी ने शराब की होम डिलीवरी पर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति में कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोग तरह तरह के उपायों को अमल कर स्वस्थ रहने के लिए जद्दोजहद कर रहा है लेकिन छग प्रदेश सरकार प्रदेश वासियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हुए सीमा लांघ चुकी है। घरों में वैक्सीनवेशन करवाने के बजाय प्रदेश सरकार घरों तक शराब ढोकर पहुंचा रही है। आज बैंक का कार्य ठप्प है सामान्य व्यक्तियों के लिए लेन-देन बंद है ऐसी स्थिति मेंं रूपयों को जब शराब में उड़ाएंगे तो घर के अन्य सदस्यों पर क्या गुजरेगी। भूपेश सरकार केा अपनी झोली भरने की चिंता है।
पूर्व संसदीय सचिव चंपादेवी ने प्रदेश सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि भूपेंश सरकार को केंद्र सरकार से प्रेरणा लेनी चाहिए जो पूरे देश वासियों के हित के लिए सदैव प्रयत्नशील है। उन्होंने कहा कि छग प्रदेश किसानों का प्रदेश है किसान समर्थ संबल बन सके इसके लिए केंद्र सरकार ने अनेक योजनाओं का संचालन कर रही है।
श्रीमती पावले ने कहा कि गत 14 मई को 11 बजे से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न केवल किसानों से संवाद किया बल्कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अगली किश्त भी जारी किए। जो इस भयावह काल में किसानों को संबलता समर्थता प्रदान करेगी। श्रीमती पावले ने प्रदेश वासियों से अपील की है कि प्रदेश सरकार को शराबबंदी कर घर- घर वैक्सीनेशन करवाने की मांग करे।
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राजनांदगांव, 18 मई। कोविड-19 संक्रमण की वैश्विक महामारी में सेवाएं दे रहे जिले के फ्रंट लाइन कोरोना वारियर्स पत्रकारों एवं उनके परिजनों नेे सोमवार को प्रेस क्लब में कोरोना से सुरक्षा के लिए वैक्सीन लगवाया। प्रेस क्लब अध्यक्ष सचिन अग्रहरि ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के दौरान कार्य करते अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा के लिए वैक्सीनेशन एक सुरक्षा कवच है। जिससे हम सुरक्षित रह सकते हैं और साथ ही अपने परिवार के सदस्यों को सुरक्षित रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा के लिए सभी को वैक्सीनेशन जरूर कराना चाहिए। उन्होंने कलेक्टर टीके वर्मा एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को इस पहल के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
प्रेस क्लब में टीका लगवाने आई पत्रकार नीरा साहू ने कहा कि कोरोना से बचने का सबसे आसान रास्ता वैक्सीन लगाना है। वैक्सीन ही सुरक्षा कवच के रूप में हमें कोविड-19 से सुरक्षा प्रदान करेगा। पत्रकार परमानंद रजक ने कहा कि आज वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाया है। वैक्सीन लगाने से किसी भी प्रकार का साईड इफेक्ट नहीं हुआ है और बिल्कुल स्वस्थ महसूस कर रहा हूं। राधिका मिश्रा ने बताया कि वे अंतिम वर्ष की छात्रा हंै। वैक्सीन लगाने के लिए उत्साहित थी। उन्होंने कहा कि अब वैक्सीन लगाने के बाद सुरक्षित महसूस कर रही हूं। एकता रजक ने बताया कि वैक्सीन टीका लगाकर अब अच्छा महसूस कर रही हूं। सभी को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए टीका जरूर लगाना चाहिए। 65 वर्षीय शकुन साहू ने बताया कि प्रारंभ से ही वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित थी, लेकिन कुछ कारणवश नहीं लगा पाई थी। आज वैक्सीन लगाकर सुरक्षित महसूस कर रही हूं।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, पत्रकारगण सचिन अग्रहरि, जितेन्द्र मिश्रा, लक्ष्मण लोहिया, अतुल श्रीवास्तव, अनिल त्रिपाठी सहित सभी पत्रकार, स्वास्थ्य विभाग एवं जनसंपर्क विभाग की टीम उपस्थित थी।
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चिरमिरी, 18 मई। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल ने बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसल के सर्वे तथा किसानों को एक सप्ताह के भीतर क्षतिपूर्ति दिए जाने की मांग मुख्यमंत्री से की है।
श्री जायसवाल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र प्रेषित कर नुकसान हुई फसलों का जल्द से जल्द सर्वे कराकर प्रभावितों को मुआवजा राशि देने को कहा है। इसके साथ ही पत्र में कोविड महामारी और बेपरवाह मौसम की दोहरी मार झेल रहे किसानों की व्यथा को भी दर्शाया है।
आगे श्री जायसवाल ने कहा है कि, प्रदेशभर के किसान अभी गर्मी फसल के धान की कटाई मिंजाई आदि कर रहे हैं पर प्रदेश में हुए बेमौसम बारिश से खलिहान में पड़े फसल के साथ-साथ खेतों में खड़े फसलों को भी बेपरवाह मौसम ने बर्बाद कर दिया है। प्रदेश के बहुत से किसानों के खेतों में लगी सब्जियां भी नष्ट हो गई है। जिससे किसानों पर आर्थिक संकट कहर बनकर टूट पड़ा है। वहीं दूसरी ओर किसानों की खरीफ फसल के लिए खाद बीज व अन्य तैयारियां भी बाधित हुई हैं।
हमारे प्रदेश का किसान महामारी और बेपरवाह मौसम के कारण कृषि चौपट होने से दोहरी मार झेल रहा है। जिसमें छत्तीसगढ़ शासन विलंब ना करते हुए जल्द से जल्द एक सप्ताह के भीतर किसानों को फसलों व सब्जियों के नुकसान का आकलन करवा उन्हें मुआवजा राशि देने की समुचित व्यवस्था करें। इसके अतिरिक्त किसानों की क्षेत्र का बेपरवाह मौसम इस साल खरीफ की फसल के लिए बेहद नुकसान दायक साबित हो रहा है। क्षेत्र के अधिकांश हिस्से में खेतों में खड़ी फसल बर्बाद हो चुकी हैं।
हाल में हुई तेज बारिश और ओलों की मार ने किसानों को गंभीर परेशानी में डाल दिया है। इस बेमौसम बारिश व ओलों ने किसानों की करीब 70 प्रतिशत खेती नष्ट कर दी है। बर्बाद होने वाली खेती में अनाज की फसल के अलावा मौसमी सब्जियां भी शामिल हैं। जिससे खेती पर आश्रित किसान खासे परेशान हैं।
शासकीय एव निजी अस्पताल संचालकों की बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 18 मई। कलेक्टर संजीव कुमार झा ने कहा है कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर की चुनौती से निपटने के लिए सभी अस्पताल वर्तमान में जितने बेड और मानव संसाधन की क्षमता है उसे दोगुना करें ताकि तीसरी लहर में प्रभावित होने वाले बच्चो के ईलाज कर लिए बेड सहित जरूरी संसाधन मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि कोविड ईलाज के लिए इम्पैनल्ड सभी अस्पतालो में कम से कम 30-30 ऑक्सीजन बेड तथा 10-10 आईसीयू बेड बच्चो के लिए आरक्षित होनी चाहिए। कलेक्टर ने यह निर्देश सोमवार को जिला पंचायत सभा कक्ष में आयोजित शासकीय एवं निजी अस्पताल संचालकों की बैठक में दिए।
कलेक्टर ने कहा कि कोरोना के तीसरी लहर आने से पहले हमारे पास करीब दो माह का समय है। इस दो माह के भीतर अस्पतालों की अपनी क्षमता का विस्तार करना है। इसमें सिविल वर्क से लेकर मानव संसाधन, उपकरण इत्यदि को शामिल करें । उन्होंने कहा कि सभी अस्पताल स्वयं आकलन करें कि उन्हें अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए क्या उपाय करना है। मरीजो के बेहतर ईलाज के लिए सुविधाएं बढ़ाये। अब तक के ईलाज में यदि कोई चूक या गलती हुई हो तो उसकी पुनरावृति न हो क्योंकि यह जीवन और मृत्यु का सवाल है। कोविड सबंधित डेस्क हो तथा उसे स्ट्रीमलाईंन कर बेसिक प्रोटोकाल विकसित करें। अस्पतालो के लिए जरूरी उपकरण तथा अन्य सामग्रियों की स्टॉक अभी से रख लें ताकि जरूरत के समय कमी न हो।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्थापित होगा एक और ऑक्सीजन प्लांट
कलेक्टर ने कहा कि कोरोना के तीसरे लहर में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक और प्लांट लगाए जाएंगे। उन्होंने मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड वार्ड में बच्चो के लिए ऑक्सीजन बेड तथा आइसीयू बेड बढ़ाने के भी निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्हने सभी निजी अस्पतालों को भी ओक्सिजन प्लांट लगाने या एलएमओ टैंकर की व्यवस्था करने कहा। गंगापुर स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एकेडमिक ब्लॉक में कोविड मरीजो के लिए करीब 400 अतिरिक्त बेड का इंतजाम करने जरूरी कदम उठाने के भी निर्देश दिए।
निजी अस्पतालों में भी होगी कोविड मरीजों की डिलीवरी
कलेक्टर ने कहा कि निजी अस्पतालों तथा मैटरनिटी अस्पतालों में भी अब कोरोना मरीज गर्भवती महिला की डिलीवरी होगी। उन्हने निजी अस्पतालों द्वारा गर्भवती कोरोना मरीजो को डिलीवरी के लिए मेडिकल अस्पताल रिफर करने को गंभीरता से लेते हुए कहा कि जब तक गर्भवती महिला कोविड पॉजिटिव नही थी तब तक नियमित निजी अस्पताल में चेकअप कराती रही भर्ती भी हुई लेकिन जैसे ही पॉजिटिव रिपोर्ट आया तो सीधे मेडिकल कॉलेज रिफर कर दिए। यह अब नही चलेगा। संबंधित अस्पतालों को रिफर करने की वजह बताना होगा।
बेड अलॉटमेंट के लिए बनेगा सेंट्रलाइज सिस्टम
कलेक्टर ने शासकीय तथा निजी कोविड अस्पतालों में बेड अलॉटमेंट को पारदर्शी बनाने के लिए मेडिकल कॉलेज में सेंट्रलाइज सिस्टम विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोई भी कोविड का मरीज सीधे किसी भी अस्पताल में भर्ती नही होगा बल्कि उसे पहले मेडिकल कॉलेज आना होगा और यहां से उसकी स्थिति के अनुसार आईसीयूए ऑक्सीजन बेड जिस संस्थान में बेड उपलब्ध होगी उन्हें अलॉट किया जाएगा। पूरे संस्थान में बेड की वास्तविक स्थिति स्पष्ट रहे।
रेडक्रॉस में मिलेगा ऑक्सीमीटर
कलेक्टर ने कुछ जरूरी उपकरणों और दवाईयों के अचानक मेडिकल स्टोर से गायब होने तथा अत्यधिक कीमत पर बेचने की शिकायत पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियो को फटकार लगाते हुए कहा कि सभी मेडिकल दुकानो से पल्स ऑक्सीमीटर संग्रहित कर रेडक्रॉस को दें। रेडक्रॉस उसे जन सामान्य को निर्धारित दर पर विक्रय कर संबंधित मेडिकल स्टोर को राशि देंगे। उन्होंने कहा कि जो मेडिकल स्टोर उपकरण या दवाई स्टोर कर ज्यादा दर पर बेच रहे है उन पर कार्यवाही करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 18 मई। प्रदेश की केबिनेट मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक अनिला भेंडिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिखलाकसा आगमन पर उपाध्यक्ष अब्दुल इब्राहिम ने ग्राम पंचायत कुसुमकसा में कोविड जांच केंद्र खोले एवं चिखलाकसा मुक्ति धाम में इलेक्ट्रॉनिक मशीन लगाए जाने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा गया है।
ज्ञापन में नगर पंचायत उपाध्यक्ष ने बताया कि ग्राम पंचायत कुसुमकसा सहित उसके आसपास के लगभग 12 किलोमीटर के दर्जनों ग्रामीणों द्वारा कोरोना जांच के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिखलाकसा आना पड़ता है, वहीं चिखलाकसा में नगर पंचायत चिखलाकसा, दल्लीराजहरा एवं आस पास लोग कोरोना जांच करवाने आते हैं। कई बार भीड़ होने की स्थिति में कुसुमकसा व अन्य गांव के लोगों को बिना जांच के लौटना पड़ता है, जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी उत्पन्न होती है।
उन्होंने कहा कि यदि ग्राम पंचायत कुसुमकसा में कोरोना जांच केंद्र खोला जाता है तो ग्राम कुसुमकसा सहित दर्जनों गांव के लोगों को इस संक्रमण बिमारी की जांच करवाने में कोई परेशानी नहीं होगी, वहीं ग्रामीणों का कोरोना जांच भी जल्दी होगा।
जिस पर मंत्री अनिला भेंडिया ने कहा कि सप्ताह में 2 दिन ग्राम कुसुमकसा के उपस्वास्थ्य केंद्र में कोरोना जांच किया जाएगा।
वहीं नगर पंचायत उपाध्यक्ष अब्दुल इब्राहिम ने वार्ड क्रमांक 3 के मुक्ति धाम में दाह संस्कार के लिए इलेक्ट्रॉनिक मशीन की मांग की, जिससे जल्द पूरा करने के लिए आश्वस्त किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 18 मई। राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन अंर्तगत संचालित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जो कि इस समय आम नागरिकों के लिए वरदान साबित हो रहा है। जहां एक ओर कोरोना अपने चरम पर है और सभी लोग अपनी जान की परवाह कर रहे है। वहीं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ. आयुश्री रॉय एवं उनके चिकित्सकिय दल द्वारा बिना किसी परवाह किए सभी प्रकार के मरीजों का इलाज अपने जान पर खेलकर कर रहे हैं।
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ.आयुश्री रॉय जो डॉक्टर पीके दत्ता के त्यागपत्र देने के उपरांत प्रभार ग्रहण की है, वह 24 घंटा मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए लगी रहती है। जहां प्रतिदिन 60 से 70 ओपीडी एवं प्रत्येक माह 10 से 12 संस्थागत प्रसव कराने में इनका अहम योगदान रहता है।
एक ओर जहां अन्य चिकित्सक इस कोरोना काल में ओपीडी से मरीजों को भगाते हुए दिखते हैं या देखने से बचते हुए भी दिखते हैं वहीं दूसरी ओर डॉ.आयुश्री रॉय बिना किसी परवाह के कोविड मरीजों का भी इलाज कर रही हैं। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोविड महामारी के आने के पश्चात अभी तक कुल 7 स्टाफ कोरोना संक्रमित हुए हैं जिनमें से प्रथम स्टॉफ नर्स अंजली प्रसाद, लैब टेक्नीशियन कु.निशा कश्यप, आरती देवी पटेल, फार्मासिस्ट जीडी हुसैन, पूर्णिमा तिवारी, माया भारती, जितेंद्र कुमार एवं वार्ड आया सुनीता देवी इस महामारी से ग्रसित हुए हैं। इनके हौसले की तारीफ इस बात से की जा सकती है कि वे सभी पुन: 14 दिवस पूर्ण करने के उपरांत अपने कार्य में पूर्ण निष्ठा एवं ऊर्जा के साथ उपस्थित हुए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 18 मई। जल सरंक्षण हम सभी का नैतिक दायित्व है। प्रत्येक नागरिक को जल संरक्षण के प्रति सजग रहकर अपने-अपने स्तर पर सकारात्मक प्रयास करना चाहिये। ये उद्गार राज्यपाल अनुसुईया उइके ने व्यक्त किए। राज्यपाल हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग द्वारा ऑनलाईन रूप से ‘जल संरक्षण-कैच द रेन ‘ विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में लगभग 2000 से अधिक प्राध्यापकों, प्राचार्यों, 25 विश्विद्यालयों के कुलपतिगणों दुर्ग विश्वविद्यालय के अधिकारियों, कुलसचिवगण, कर्मचारियों, एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी, स्वयंसेवकों, शोधार्थियों, छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रही थी।
अनुसुइया उइके ने कहा कि हमारे दैनिक जीवन के क्रियाकलापों में भी आवश्यकतानुसार ही पीने का पानी उपयोग कर, व्यर्थ बहते नल की टोंटी बंदकर वृक्षारोपण कर, घरों में कार की धुलाई में अपव्यय होने वाले जल की मात्रा को रोक कर हम जल संरक्षण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। राज्यपाल ने सभी उपस्थित, कुलपतिगण तथा प्राचार्यों आव्हान किया कि वे अपने-अपने शैक्षणिक संस्थानों में रेन वॉटर हारवेस्ंिटग प्रणाली अनिवार्य रूप से स्थापित करें।
इससे पूर्व विश्वविद्यालय के कुलगीत के प्रस्तुतिकरण के साथ आरंभ हुए जल संरक्षण पर कार्यशाला में संचालक व दुर्ग विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने जल संरक्षण तथा कैच द रेन की विषय वस्तु पर प्रकाश डाला। दुर्ग विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा ने अपने स्वागत भाषण में जल संरक्षण की महत्ता पर विचार विमर्श करने हेतु राजभवन के निर्देश की सराहना करते हुए कहा कि इसका श्रेय महामहिम राज्यपाल को जाता है।
डॉ.पल्टा ने कहा कि विश्वविद्यालय के 6 वर्षों के इतिहास में प्रथम बार किसी कार्यक्रम में राज्यपाल के साथ-साथ सचिव उच्च शिक्षा तथा 25 से अधिक विश्वविद्यालयों के कुलपति शामिल हुए हैं। उच्च शिक्षा विभाग के सचिव धनंजय देवांगन ने अपने उद्बोधन में ‘जलसंरक्षण‘ संबंधी जागरूकता फैलाने हेतु उच्च शिक्षा संस्थानों को सबसे उत्तम माध्यम बताया। छत्तीसगढ़ प्रदेश के लगभग साढ़े सात लाख उच्च शिक्षा मेें अध्ययनरत् विद्यार्थियों को एैसी कार्यशालाओं के द्वारा जागरूक किया जा सकता है। कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित राजस्थान के प्रसिद्ध पर्यावरण एवं जल संरक्षण विद् तथा मैगसेसे पुरस्कार विजेता श्री राजेन्द्र सिंह ने जल संरक्षण को हमारे वर्तमान समय की नितांत आवश्यकता बताते हुए कहा कि उन्होंने थार मरूस्थल के नजदीक मात्र एक गांव में जल संरक्षण हेतु संरचना तैयार की थी धीरे-धीरे इसका प्रसार होते होते यह अवधारणा राजस्थान के 8600 गांवों में विस्तारित हो गई। इससे गांवों में तो भूजल स्तर में वृद्धि हुई ही साथ ही साथ पांच नदियों के जल स्तर में भी वृद्धि हुई। राजेन्द्र सिंह ने बताया कि छोटे-छोटे चेकडेम, नावलिया, रेन वाटर हारवेस्टिंग प्रणाली स्थापित कर जल को संरक्षित किया जा सकता है। जहां तक छत्तीसगढ़ अंचल की बात है तो यहां धान के खेत रेन वॉटर हारवेस्ंिटग के सबसे बड़े स्त्रोत है। हमें भूमिगत जलभंडार को कभी भी प्रदूषित नही करना चाहिये। श्रीराजेन्द्र सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमें जल संरक्षण कार्यक्रमों के साथ-साथ अंदर से जागृत होने की आवश्यकता है। हमारे देष में 90: से ज्यादा लोग अच्छा काम की प्रषंसा करते है परंतु वे स्वयं अच्छे कार्य हेतु आगे नहीं आते। डॉ. सिंह ने विष्वविद्यालयों में जल संसाधन पाठ्यक्रम आरंभ किये जाने पर बल दिया। इस पर राज्यपाल महोदया ने भी अपनी सहमति दी। उन्होंने कहा कि अगला विश्व युद्ध पानी के लिए होगा ऐसी लोग भविष्यवाणी कर रहे है। प्रकृति का लाडला प्रदेश है।
जहां 1200 मिमी वर्षा वार्षिक होती है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर के स्टॉक होम पुरस्कार से 2015 में सम्मानित थी। राजेन्द्र सिंह के उद्बोधन से राज्यपाल, कुलपतिगण तथा सभी प्रतिभागी संतुष्ट एवं प्रसन्न नजर आये। राज्यपाल सुश्री उइके ने अपने उद्बोधन में राजेन्द्र सिंह की जल संरक्षण कार्यशाला मे उपस्थिति को छत्तीसगढ़ के लिए मील का पत्थर निरूपित किया।
उल्लेखनीय है कि राजभवन द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की निर्देशानुसार प्रेशित पत्र में विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों को जल संरक्षण से संबंधित ऑनलाईन गतिविधियां संचालित करने को कहा गया है। इसी के परिपालन में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग द्वारा नियमित छात्र-छात्राओं हेतु जल संरक्षण पर केंद्रित पोस्टर, स्लोगन तथा चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। न केवल विद्यार्थी अपितु शिक्षक संवर्ग हेतु भी जल संरक्षण पर आधारित पावर पाइंट अथवा वीडियों बनाओं प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी। महाविद्यालयों द्वारा किए गये जल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों को भी अंतर महाविद्यालयीन प्रतियोगिता के माध्यम से पुरस्कृत किया जावेगा। कर्मचारियों हेतु जल संरक्षण पर आधारित निबंध प्रतियोगिता भी आयोजित की जावेगी।
कार्यशाला के अंत में धन्यवाद ज्ञापन हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग के एनएसएस समन्वयक डॉ. आर.पी. अग्रवाल ने किया। कार्यशाला में छत्तीसगढ़ के 25 से अधिक विश्वविद्यालयों के कुलपति, कुलसचिव, दुर्ग संभाग के अपर संचालक उच्च शिक्षा डॉ. सुशील चंद्र तिवारी, कुलसचिव डॉ. सी. एल. देवांगन सहित लगभग 2000 से ज्यादा प्रतिभागी ऑनलाईन रूप से उपस्थित थे।
दंतेवाड़ा, 18 मई। जिला स्तरीय कोरोना कोर कमेटी की बैठक सोमवार को हुई इस बैठक के दौरान कलेक्टर दीपक सोनी ने कुर्ला नियंत्रण हेतु समग्र समीक्षा की। कलेक्टर नेे कहा कि जिले के जिन स्थानों में कोरोना वायरस का संक्रमण अधिक हो रहा है, उसका आंकलन कर उन जगहों पर एक्टिव सर्विलेंस और कोरोना जागरूकता दल की मदद से कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, टेस्टिंग, होम आइसोलेशन, प्रोफिलेक्टिक किट, जैसी सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए। जरूरत पडऩे पर मरीज को संस्थागत आइसोलेशन, कोविड केयर सेंटर या कोविड अस्पताल भेजने की व्यवस्था करना एवं उचित उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
जिले के 18 केंद्रों में 45 वर्ष से अधिक एवं 4 केंद्रों में 18से 44 वर्ष तक के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण केंद्रों में पर्याप्त व्यवस्था हो, ताकि लोगों को असुविधा का सामना न करना पड़े। उनका पहले टीकाकरण कराए एवं उन्हे जागरूक करने के निर्देश दिए।
जिले में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट की स्थिति, मेडिसीन, पीपी किट, दवाइयों की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। एन एम डी सी द्वारा संचालित दोनों अस्पतालों में 10-10 आईसीयू एवं वेंटीलेटर बैड के साथ 100-100 ऑक्सीजन बैड की व्यवस्था के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन, एडीएम अभिषेक अग्रवाल, संयुक्त कलेक्टर आस्था राजपूूत, सीएस डॉ. संजय बघेल, डीपीएम संदीप ताम्रकार एवं कोर कमेटी के सदस्य उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 18 मई। लौह नगरी बचेली में करोना का प्रकोप बढऩे के कारण 13 अप्रैल सख्त लॉकडाउन किया गया और आज कोरोना प्रकोप बैलाडीला क्षेत्र के साथ पूरे प्रदेश में कम होने लगा, उसके बावजूद प्रशासन ने दन्तेवाड़ा जिला के साथ पूरे बचेली बैलाडीला को 31 मई तक का पुन: बंद का आदेश जारी कर दिया, जिससे व्यापारी बेहद निराश और हताशा हो गए हैं।
बचेली के बहुत से युवा व्यापारियों का कहना है कि इस तरह का हम सभी लोगों का यह व्यापार लगभग दूसरा साल से ऐसा ही चल रहा है और आगे व्यापार हमें कोरोना के संग संग यानी उनसे बचाव करके ही अब व्यापार करना सीखना है और हम लोगों ऐसा व्यापार करना सीख लिया है
लगभग बचेली के बहुत से व्यापारीगण ने तो दो गज की दूरी को आत्मसात किया ही है और उसे अपने दुकान पर इसे क्रियान्वयन भी किया है जैसे बहुत से दुकानों ने बेरिकेट लगाया है और बैलाडीला बचेली के सभी दुकानदार अपने ग्राहकों को मास्क के लिए अनिवार्य रूप से बोलते ही है बहुत से दुकानों के अंदर सेनिटाइजर के इस्तेमाल किये बिना प्रवेश वर्जित किया जाता है।
इस तरह से इन व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन ने सख्त से सख्त लॉकडाउन किया और केवल केवल व्यापारी ही इस लॉकडाउन का और शासन के आदेश का पूर्णत: पालन किया परन्तु बदले में प्रशासन ने कभी भी कोई व्यापारी से दो टूक बात करना या व्यापारी गण से कोई राय भी नहीं लिया गया। यही कारण है कि व्यापारी प्रशासन का साथ देकर भी निराश और हताश हो गया है इन युवा व्यापारियों का कहना है कि शासन बंद करे और करोना के इस जंग को जीतने भरसक प्रयास करें। पूरे व्यापारी गण साथ है, पर व्यापारी भी चाहते है कि कम से कम आड ईवन यानी एक दिन छोड़ एक दिन का व्यापार या बचेली के व्यापार क्षेत्र को चार भाग में विभक्त कर बारी-बारी से दुकान खोलने की अनुमति दें या कम से कम सुबह 10 से 2 बजे तक भी व्यापर करने की अनुमति दे सकते हैं।
इस तरह व्यापारी अपना व्यापार को सुरक्षा के साथ व्यापार करना चाहता है। सभी व्यापारियों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि उन्हें कैसे भी व्यापार की अनुमति प्रदान करे चाहे वो केवल 2 या घंटे भी हो और सुरक्षा के नियम भले कड़े कर दिया जाए, क्योंकि व्यापारी भी अपना और अपने परिवार को सुरक्षित रखना चाहता है।
राजनांदगांव, 18 मई। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के स्नातक स्तर की सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए जिन्होंने निर्धारित समय पर परीक्षा फार्म नहीं भरा है, ऐसे वंचित विद्यार्थियों के लिए विश्वविद्यालय के पूर्व सदस्य अशोक लोहिया ने गत् दिनों हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के अधिकारी से चर्चा कर ऐसे वंचित विद्यार्थियों के लिए सुविधा प्रदान करने का अनुरोध किया। विश्वविद्यालय द्वारा ऐसे सभी विद्यार्थियों, जिन्होंने विषम परिस्थिति रहने के कारण परीक्षा फार्म नहीं भरा है, उनके लिए 19 मई को विश्वविद्यालय की अधिकृत वेबसाइट का पोर्टल खोला जाएगा। श्री लोहिया ने बताया कि बुधवार को कार्यालयीन समय पर हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की वेबसाइट पर पोर्टल खुलेगा, जो बच्चे परीक्षा फार्म भरने से वंचित हो गए हैं, वह बुधवार को अपना परीक्षा फार्म भरकर परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
दंतेवाड़ा,18 मई। जिले में खरीफ फसलों की तैयारी किसानों द्वारा शुरू कर दी गई हैं। वहीं दूसरी तरफ किसानों को बीज उपलब्ध कराने के लिए कृषि विभाग द्वारा समिति में प्रमाणित बीज भण्डारण किया जा रहा है। खरीफ 2021 में जिले के किसानों की मांग अनुरूप अब तक जिले के 16 समितियों पालनार, नकुलनार, कटेकल्याण, मोखपाल, बड़े गोडऱे, केशापुर, मेटापाल, भांसी, दन्तेवाड़ा, बारसूर, बड़े तुमनार, छिन्दनार, समलूर, पुण्डरी, फरसपाल, एवं गीदम में कुल 1715 क्विंटल प्रमाणित धान बीज का भण्डारण किया जा चुका हैं। कृषि विभाग के उप संचालक आनंद सिंह नेताम ने बताया कि इस साल 2365 क्विंटल प्रमाणित धान बीज की मांग की गई हैं। जिसमें से 1715 क्विंटल प्रमाणित धान बीज समितियों में भण्डारण किया जा चुका हैं।
जिसमें डज्न्.1001, डज्न्.1010, स्वर्णासब-1, महेश्वरी, बंमलेश्वरी, छ.ग. सुंगधित किस्म शामिल हैं। ोकिसान अपने नजदीक की समिति में जाकर नकद या किसान केड्रिट के माध्यम से बीज का अग्रिम उठाव का लाभ ले सकते हैं। शासन से निर्धारित प्रमाणित बीज की कीमत मोटा धान 2400 रू. प्रति क्विंटल पतला धान 2700 प्रति क्विंटल एवं सुंगधित धान 3000 रू. प्रति क्विंटल निर्धारित की गई हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 18 मई। ग्राम लेंड्रा, चित्रकूट और तीरथगढ़ के स्व सहायता समूह की महिलाएं गोठनों में इन दिनों गाय के गोबर से बीजा लाडू जिसे प्रचलित भाषा मे सीड बॉल कहा जाता है, बनाने में जुटी हुई हैं।
स्थानीय संस्था एपीएस और पंखुड़ी सेवा समिति के माध्यम से महिलाएं को प्रशिक्षण एवं सीड बॉल निर्माण का कार्य करवाया जा रहा हैं। कोरोना काल में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण हेतु यह स्वयं सेवी संस्थायें नि:शुल्क अपनी सेवाएं दे रही है।
बीजा लाडू को किसी भी खाली अथवा बंजर जमीन या जंगल पर फेंका जा सकता है और इसके लिए जंगल के अंदर जाना भी जरूरी नहीं होता। सडक़ से ही या गुलेल अथवा हाँथ से फेंका जा सकता है। यह तरीका इसलिए भी कारगर साबित हो रहा है क्योंकि इससे पेड़ उगाने पर होने वाला खर्च आधे से भी कम हो जाता है। इन सीड बॉल्स के बनाने में गाय के गोबर, बीज और मिट्टी के सही अनुपात का इस्तेमाल किया जा रहा है जैसे ही बारिश या नमी इन पर पड़ती है, ये अंकुरित होना शुरू हो जाते हैं। धीरे-धीरे बंजर लग रही जमीन भी ऊंचे-ऊंचे पेड़ों से हरी-भरी हो जाती है। ये प्रयोग काफी सफल रहा है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इंद्रजीत चंद्रावल ने बताया कि बस्तर जिला में प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में देश-दुनिया के पर्यटक आते हैं। हमारी कोशिश यह है कि महिलाओं द्वारा बनाये जा रहे बीजा लाडू पर्यटकों के लिये भी आसानी से उपलब्ध हों, जिससे सडक़ मार्ग से जाने वाले पर्यटक यात्रा के दौरान सडक़ों के किनारों पर खाली-बंजर स्थानों पर इन सीड बालों को फेंक कर पौध रोपण में अपनी सहभागिता दे पाएंगे और पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी निभा पाएंगे। इस हेतु पर्यटको को पर्यटन समूहों के माध्यम से प्रेरित भी किया जाएगा। इसके प्रचार प्रसार और मार्केटिंग हेतु अन्य संस्थाओं से भी अनुबंध किया गया है। जिला प्रशासन की इस अनूठे पहल से निश्चय ही बीजा लाडू का विक्रय कर महिलाओं की आर्थिक स्थिति और मजबूत होगी साथ ही साथ पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
रायपुर, 18 मई। आयुष पांडेय (आईटी सेल महासचिव)- संचार विभाग और आईटी सेल के समन्वय से सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने वाली फेक खबरें रोकने में मदद मिली है, नागरिकों तक सच पहुंचा है।
जयवर्धन बिस्सा- कोरोना काल में ऐसी सेल के गठन से हम लोगों को मानसिक नकारात्मकता से बचा पाए हैं। ऐसे बहुत सी भ्रांतियां हम दूर कर पाए जो एक अस्वस्थ व्यक्ति के लिए घातक हो सकती थीं।’
आरपी सिंह -सोशल मीडिया में फर्जी खबरों को तेजी से वायरल कर झूठ फैलाने पर रोक लगाने में विगत 1 माह से फेक न्यूज़ मॉनिटरिंग सेल ने प्रभावी सफलता प्राप्त की है।
शैलेश नितिन त्रिवेदी -कांग्रेस संचार विभाग और प्रदेश कांग्रेस के आईटी सेल के द्वारा समन्वय के साथ काम करते हुए सोशल मीडिया में झूठ फैलाने पर प्रभावी रोकथाम करने के लिए फेक न्यूज मॉनिटरिंग सेल का गठन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम की मंशा से किया गया और एक माह से भी कम समय में भाजपा द्वारा झूठ फैलाने की 12 साजिशों को बेनकाब करने और उन पर प्रभावी रोक लगाने में फेक न्यूज मॉनिटरिंग सेल ने सफलता प्राप्त की है।
रायपुर, 18 मई। पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के ट्विटर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं को राज्य शासन द्वारा साड़ी वितरित किए जाने वाले आधारहीन आरोपों पर पलटवार करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी वरिष्ठ प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि भाजपाई झूठे आरोपों से बाज आये। तिवारी ने कहा कि, राज्य शासन के महिला एवं बाल विकास विभाग से स्पष्ट है कि, विभाग के बजट में यूनिफॉर्म क्रय करने के लिए 8 करोड़ 88 लाख रुपए का प्रावधान है। वित्त विभाग द्वारा 31 मार्च 2021 को महिला एवं बाल विकास विभाग को यूनिफॉर्म क्रय करने की सहमति प्रदान की गई है योजना अंतर्गत 2020-21 में भी प्रावधान था और 2021-22 में भी प्रावधान हैं। ज्ञात हो कि वित्तीय अधिकार पुस्तिका भाग-1 के खंड चार के बिंदु क्रमांक 9 में इस हेतु प्रशासकीय विभाग को अधिकार प्रत्यायोजित हैं। इस तारतम्य में वित्त विभाग ने विभागीय प्रस्ताव के अनुसार भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप यूनिफॉर्म क्रय आदेश जारी करने की सहमति दी है ।
वित्त विभाग द्वारा यह भी स्पष्ट किया गया कि यह व्यय वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट से किया जाए। इस हेतु महिला एवं बाल विकास विभाग के बजट में 8 करोड़ 88 लाख रुपए का प्रावधान उल्लेखित है।
उन्होंने कहा कि मुद्दों से जूझती प्रदेश भाजपा लगातार झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाकर सरकार की छवि धूमिल करना चाहती है एक और जिम्मेदार पद पर बैठे नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक पीएम केयर्स फंड से केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए वेंटिलेटर को राज्य सरकार द्वारा खरीदी बताया गया जो कोरा झूठ साबित हुआ क्योंकि पीएम केयर्स फंड खर्च करने का अधिकार सिर्फ और सिर्फ केंद्र सरकार को है।
घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि, भाजपा का संकटकाल में स्वास्थरक्षक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका विरोधी चेहरा उजागर हुआ है। आज आपदा, महामारी के दौर में यही आंगनबाड़ी, मितानिन बहनों ने ही ग्रामीण, शहरी क्षेत्रों में जनता को घर घर जाकर दवाईयां व स्वस्थ संबंधित जानकारियां दे रही है। उनके हक अधिकार की चिंता करते हुए राज्य शासन ने वित्तीय प्रबंधन के साथ योजना क्रियान्वित कर रही है तो उसमें भी भाजपाईयो को दिक्कत होने लगी, यह आंगनबाड़ी बहनों के प्रति द्वेष को दर्शाता है।