कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 18 मई। राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन अंर्तगत संचालित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जो कि इस समय आम नागरिकों के लिए वरदान साबित हो रहा है। जहां एक ओर कोरोना अपने चरम पर है और सभी लोग अपनी जान की परवाह कर रहे है। वहीं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ. आयुश्री रॉय एवं उनके चिकित्सकिय दल द्वारा बिना किसी परवाह किए सभी प्रकार के मरीजों का इलाज अपने जान पर खेलकर कर रहे हैं।
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ.आयुश्री रॉय जो डॉक्टर पीके दत्ता के त्यागपत्र देने के उपरांत प्रभार ग्रहण की है, वह 24 घंटा मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए लगी रहती है। जहां प्रतिदिन 60 से 70 ओपीडी एवं प्रत्येक माह 10 से 12 संस्थागत प्रसव कराने में इनका अहम योगदान रहता है।
एक ओर जहां अन्य चिकित्सक इस कोरोना काल में ओपीडी से मरीजों को भगाते हुए दिखते हैं या देखने से बचते हुए भी दिखते हैं वहीं दूसरी ओर डॉ.आयुश्री रॉय बिना किसी परवाह के कोविड मरीजों का भी इलाज कर रही हैं। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोविड महामारी के आने के पश्चात अभी तक कुल 7 स्टाफ कोरोना संक्रमित हुए हैं जिनमें से प्रथम स्टॉफ नर्स अंजली प्रसाद, लैब टेक्नीशियन कु.निशा कश्यप, आरती देवी पटेल, फार्मासिस्ट जीडी हुसैन, पूर्णिमा तिवारी, माया भारती, जितेंद्र कुमार एवं वार्ड आया सुनीता देवी इस महामारी से ग्रसित हुए हैं। इनके हौसले की तारीफ इस बात से की जा सकती है कि वे सभी पुन: 14 दिवस पूर्ण करने के उपरांत अपने कार्य में पूर्ण निष्ठा एवं ऊर्जा के साथ उपस्थित हुए हैं।