छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 22 जनवरी। 21 जनवरी को पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने थाना बसना से हमर पुलिस हमर संग के तहत गांव-गांंव में यातायात जागरूकता प्रचार-प्रसार हेतु हेलमैट लगाकर ग्राम तोषगांव तक मोटर साइकिल यात्रा की।
ग्राम तोषगांंव स्थित फुलझर सेवा समिति स्कूल में हमर पुलिस हमर संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ग्राम पंचायत तोषगांव, लमकेनी, अतरला के महिला समूह के सदस्यों, ग्रामवासियों एवं छात्र-छात्राओं को पुलिस अधीक्षक ने यातायात नियमों एवं सडक़ सुरक्षा, सायबर क्राईम, ऑनलाईन ठगी, एटीएम फ्राड, युपीआई पिन ठगी, ओटीपी, पासवर्ड आदि का उपयोग कर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा जनता के साथ ठगी किये जाने के सम्बंध में जानकारी दी। उन्होंने ग्रामवासियों को पुलिस मित्र बनने हेतु प्रोत्साहित किया।
उपरोक्त अभियान में जिला महासमुन्द के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेम्भुरकर साहू, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सरायपाली विकास पाटले, थाना प्रभारी बसना निरीक्षक लेख राम ठाकुर, थाना प्रभारी सरायपाली निरीक्षक वीणा यादव, थाना प्रभारी सिघोडा उपनिरीक्षक चन्द्रकान्त साहू, यातायात पुलिस स्टाफ एवं पदमिनी विशाल सरपंच तोषगांव, कल्पना सरपंच लमकेनी शामिल रहे।
कहा- व्यवस्था दुरुस्त करें प्रबंधक
महासमुन्द, 22 जनवरी। शहर में यातायात व्यवस्था बनाने और मुख्य मार्ग पर स्थित बैंकों के सामने बेतरतीब पार्किंग पर पालिकाध्यक्ष ने नाराजगी जाहिर की है। पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने यातायात पुलिस एवं बैंक प्रबंधकों की बैठक लेकर पार्किंग व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सूचना के बाद भी बैठक में शामिल नहीं होने वाले सेल संचालकों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
शहर के मुख्य मार्ग पर स्थित बैंक व विभिन्न सेल, बाजार के सामने बिगड़ते ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने कल गुरूवार को यातायात पुलिस और विभिन्न बैंकों के प्रबंधकों की बैठक ली। बैंकों और सेल बाजार के सामने बेतरतीब तरीके से वाहनों की पार्किंग को लेकर चर्चा की गई। पालिका अध्यक्ष ने कहा बैंकों के पास जो भी पार्किंग व्यवस्था है, उपभोक्ताओं को वहां वाहन पार्किंग करने को कहा जाए। पालिका अध्यक्ष ने कहा कि मुख्य सडक़ पर आये दिन दुर्घटनाएं हो रही है। लोग गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं। पालिका अध्यक्ष ने बैंक प्रबंधकों से कहा कि प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से बैंकों के सामने कर्मचारी नियुक्त करें। उन्होंने कहा कि खाताधारक उपभोक्ताओं को पार्किंग व्यवस्था देना बैंकों की जिम्मेदारी है।
एक सप्ताह में बैंकों के सामने पार्किंग व्यवस्था दुरुस्त नहीं की जाती तो वाहनों की जब्ती और चालान की कार्रवाई यातायात पुलिस द्वारा किया जाएगा। पालिका अध्यक्ष ने यह भी कहा कि आम उपभोक्ताओं के लिए बैंकों द्वारा किसी भी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जाती है। इस दौरान पालिका अध्यक्ष चंद्राकर ने मेन रोड पर संचालित सेल बाजार के संचालकों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सेल के सामने अन्य कोई भी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के सामने गलत तरीके से वाहनों की पार्किंग किया जाता है तो सम्बंधित व्यापारी के विरुद्ध चालानी कार्रवाई करने के साथ वाहनों की जब्ती भी की जाएगी। बैठक में एसबीआई, आईडीबीआई, बैंक आफ इंडिया, एक्सीस बैंक सहित विभिन्न बैंक प्रबंधक शामिल हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 22 जनवरी। शहर के टाउनहाल हाल में आयोजित भक्त गुहा निषाद जयंती कलश यात्रा समारोह में संसदीय सचिव बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस दौरान संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने समाज को एकजुट होकर आगे बढऩे का आह्वान किया।
उन्होंने समाज के प्रतिभाशाली बच्चों का सम्मान भी किया। कल गुरूवार को शहर के टाउनहाल में भक्त गुहा निषाद जयंती कलश यात्रा समारोह का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर थे। अतिथि के रूप में कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष ढेलू निषाद, राजेन्द्र निषाद, नीलसिंग निषाद, गायत्री निषाद, सुरेश निषाद, जगमोहन निषाद मौजूद थे। अपने संबोधन में मुख्य अतिथि श्री चंद्राकर ने कहा कि कहा कि भक्त गुहा निषादराज समाज के गौरव हैं। ऐसे सहज और सरल समाज के व्यक्ति को भगवान श्रीराम जी का विशेष आशीर्वाद मिला था। उनके बताए रास्ते पर निषाद समाज चल कर विकास के मार्ग पर अग्रसर है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से देव निषाद, रामभगत निषाद, दल्लू निषाद, भोला, गायत्री निषाद, सती निषाद, माहेश्वरी निषाद, चैती निषाद, उषा निषाद तथा तारा निषाद आदि मौजूद थे।
महासमुन्द, 22 जनवरी। कलेक्टर डोमन सिंह ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में चल रहे विभिन्न विकास निर्माण कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने बारी-बारी से लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, विद्युत विभाग, जल संसाधन, आदिवासी विकास और नगरीय निकाय विभागों के निर्माण की जानकारी ली।
बैठक में जल संसाधन, लोक निर्माण विभाग एवं सेतु विभाग के भू-अर्जन के प्रकरण लम्बित है। जल संसाधन अधिकारी ने बताया कि विशेषकर बागबाहरा विकासखण्ड में जल संसाधन के काफी संख्या में भू अर्जन के प्रकरण लम्बित है।
उन्होंने कहा कि आगामी गर्मी को दखते हुए पेयजल के लिए अभी से कार्ययोजना बना ली जाए। जहां पेयजल के उपकरण खराब है। उन्हें तत्काल दुरूस्त कर लिया जाए। ताकि गर्मी के मौसम में आम जनता को पेयजल में किसी प्रकार की दिक्कत या परेशानी न हों। खासकर ग्रामीण ईलाकों में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए।
श्री सिंह ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को बागबाहरा को और सम्बंधित अनुविभागीय अधिकारियों को भी भू.अर्जन के प्रकरण पर तुरंत कार्यवाही कर निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने निर्माण एजेंसियों को भी कहा कि जिनके जितने भी भू अर्जन के प्रकरण लम्बित हैं, उन्हें अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को स्टॉफ मुहैया कराकर त्वरित निराकरण कराएं। कलेक्टर ने कहा कि जिले के सभी निर्माण कार्यों को पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा करें और उनकी सतत् मॉनिटरिंग भी करते रहें। उन्होंने कहा कि निर्माण गुणवत्ता में किसी भी प्रकार का कोई समझौता न किया जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 22 जनवरी। वेब सीरीज तांडव में धर्म विशेष पर टिप्पणी करने का विरोध करते हुए युवा वाहिनी व बजरंग दल ने डॉयरेक्टर, राइटर और कलाकारों का पुतला फंू का। बजरंग दल ने शहर के नेहरू चौक पर पुतला दहन कर सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
हिन्दू युवा वाहिनी जिलाध्यक्ष सुमन सेंद्रे, बजरंग दल के छबीलाल सिन्हा, गुड्डा सिन्हा, आशुतोष साहू, सहकार भारती जिलाध्यक्ष जितेन्द्र साहू ने कहा कि इस वेब सीरीज के पहले एपिसोड के ही एक सीन में कलाकार भगवान शंकर से मिलता-जुलता रूप बनाए हुए हैं। इसके डायरेक्टर अली अब्बास, राइटर गौरव सोलंकी सहित अन्य कलाकारों पर धार्मिक भावनाओं को भडक़ाने और धर्म विशेष के भावना को ठेस पहुंचाने के विरूद्ध युवा वाहिनी व बजरंग दल के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं।
पुतला दहन के दौरान जगन्नाथ छुरा, नरेश नायक, मोनू राजपूत, भरत डोंगरे, सुरेन्द्र दास, अमित यादव, योगेश सोनवानी, विक्की यादव, भुनेश्वर कुमार, रमन ठाकुर, प्रहलाद सागर, बल्ला कुमार,आदित्य साहू, तरूण साहू, देवेन्द्र साहू, चंदन नेताम, राकेश साहू, हिमांशु साहू, हर्ष साहू, अमन वर्मा, आशु शर्मा सहित हिन्दू समाज के युवा कार्यकर्ता शामिल हुए।
7 माह में 9 हजार मरीज लाभांवित
महासमुन्द, 22 जनवरी। महासमुन्द जिले में हर हफ्ते लगने वाले हाट बाजार में शिविर लगाकर जांच और इलाज की सुविधा से ऐसे मरीजों को त्वरित रूप से आधारभूत स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही है। पिछले दिनों ग्राम खट्टी विकासखंड बागबाहरा के हाट बाजार में, जहां पर 289 मरीजों की जांच की गई। इस दौरान 121 लोगों की कोविड जांच, 11 बच्चों का टीकाकरण, 16 गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच किया गया।
जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि कोरोना के चलते हाट बाजार नहीं लगने से गति धीमी थी। इस योजना में पिछले 7 माह में जुलाई 2020 से अब तक लगभग 9 हजार मरीजों की जांच कर उन्हें नि:शुल्क दवा वितरण जिले की 12 हाट बाजारों में स्वास्थ्य शिविर लगा कर किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एनके मंडपे और डीपीएम रोहित ने शिविर का अवलोकन किया। योजना में मरीजों को प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है। इसके तहत चिकित्सक दल हाट बाजार स्थल पर ही निश्चित स्थल पर स्वास्थ्य शिविर लगाकर ग्रामीणों का मौसमी बुखार, दर्द, मलेरिया, पेचिस, दस्त, उल्टी, रक्त अल्पता, कमजोरी, ब्लड प्रेशर,मधुमेह आदि बीमारियों के साथ कोरोना की भी जांच कर रहे हैं। डॉक्टरी परामर्श के साथ ही टीबी एवं कैंसर के संभावित मरीजों का स्क्रीनिंग भी करते हैं। छोटे बच्चों का टीकाकरण कार्य भी किया जा रहा है तथा 5 वर्ष से कम बच्चों एवं 15 से 49 वर्ष की महिलाओं की खून जांच कर आयरन की गोलियां मुफ्त बांटी जा रही है।
राजनांदगांव, 22 जनवरी। कलेक्टर टीके वर्मा की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट सभाकक्ष में शिशु संरक्षण माह के संबंध में जिला टास्क फोर्स कमेटी की बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर वर्मा ने 22 जनवरी से 26 फरवरी तक शिशु संरक्षण माह के क्रियान्वयन के संबंध में की जाने वाली तैयारियों के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के मददेनजर कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते कार्य करना है। कलेक्टर ने नागरिकों से अपील करते कहा कि नियमित टीकाकरण दिवस मंगलवार एवं शुक्रवार के दिन अपने 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र या आंगनबाड़ी केन्द्रों में ले जाकर आयरन एवं फोलिक एसिड की सिरप और विटामिन ए की दवा अवश्य पिलाए। अपने नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र एवं मितानिन से सतत संपर्क में रहे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि यह अभियान कुल 10 सत्रों में चलाया जाना है। जिसमें नियमित टीकाकरण दिवस मंगलवार एवं शुक्रवार के लिए 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की दवा की अतिरिक्त खुराक तथा 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को आयरन, फोलिक एसिड की सिरप दी जाएगी। अभियान में नियमित टीकाकरण के साथ 9 माह से 5 वर्ष तक के 1 लाख 24 हजार 964 बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाई जाएगी तथा 6 माह 5 वर्ष तक कुल 1 लाख 13 हजार 934 बच्चों को आयरन एवं फोलिक एसिड की प्रदान की जाएगी।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीएल कुमरे द्वारा जिले में कार्यक्रम के संबंध में सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। ज्ञातव्य है कि विटामिन ए की दवा से बच्चों की रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है और उनका मानसिक विकास होता है तथा नाईट ब्लाईडनेस रोग से रोकथाम होती है। आयरन सिरप बच्चों में होने वाली खून की कमी को दूर करता है।
इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अजीत वंसत, नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक, जिला टीकाकरण अधिकारी बीएल कुमरे, जिला शिक्षा अधिकारी एचआर सोम, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास रेणु प्रकाश एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
21 तक किसानों से 1297 करोड़ 27 लाख की धान खरीदी, 31 तक होगी खरीदी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 जनवरी। जिले में धान खरीदी का कार्य तेज गति से जारी है। शासन द्वारा समर्थन मूल्य में धान खरीदी से किसानों में हर्ष व्याप्त है। जिले में धान खरीदी का कार्य सफलतापूर्वक होने से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार आया है। वर्ष 2019-20 में खरीदी गए धान की कुल राशि 1233 करोड़ 1 लाख रुपए था। वहीं 2020-21 में अब तक 1297 करोड़ 27 लाख रुपए की धान खरीदी कर ली गई है। पिछले वर्ष की तुलना में 64 करोड़ 26 लाख रुपए की अधिक खरीदी की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2019-20 में जहां एक लाख 76 हजार 441 किसान पंजीकृत थे। वहीं इस वर्ष 2020-21 में 1 लाख 96 हजार 080 किसान पंजीकृत हैं। वर्ष 2019-20 में जहां एक लाख 65 हजार 275 किसानों ने धान का विक्रय किया था। वहीं वर्ष 2021 में धान विक्रय करने वाले किसानों की संख्या बढक़र 1 लाख 73 हजार 537 हो गई है। वर्ष 2019-20 में कुल धान उपार्जन 675400.91 मीट्रिक टन किया गया।
वहीं 21 जनवरी 2021 तक 690877.88 मीट्रिक टन धान का उपार्जन किया जा चुका है। वर्ष 2019-20 में पंजीकृत मिल की संख्या 70 थी एवं मिलिंग क्षमता 77 हजार 200 है। वहीं वर्ष 2020-21 में मिल की संख्या 79 है एवं मिलिंग क्षमता 97 हजार 200 है। अब तक 134663.20 मीट्रिक टन धान के लिए डीओ जारी किया गया है। अब तक 129824.96 मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है। अब तक कलकसा, घोटिया, ठेलकाडीह, बांधाबाजार, बीजाभांठा, मदुराकुही, सिंघोला धान संग्रहण केन्द्र के लिए 199118.00 मीट्रिक टन धान के लिए टीओ जारी किया गया है। उल्लेखनीय है कि धान खरीदी 31 जनवरी तक की जानी है।
महासमुन्द, 22 जनवरी। कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. रश्मि चंद्राकर ने भाजपा द्वारा आयोजित कलेक्टोरेट घेराव को लेकर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि एक तरफ किसान आंदोलन को आतंकवाद, नक्सल कहना और दूसरी तरफ किसानों के लिए आंदोलन करना भाजपा का दोहरा आचरण है।
छत्तीसगढ़ में 15 सालों से सत्ता में बैठी रही भाजपा बोनस के वादे भूलकर तो कभी समर्थन मूल्य पर किसानों के विश्वास को तोड़ा। और आज भाजपा के नेतागण स्वयं बिना परेशानी धान बेच कर किसानों के लिए आंदोलन का नाटक कर रहे हैं। डॉ रश्मि चंद्रकार का कहना है कि भाजपा घडिय़ाली आंसू बहा रही है। उनका मकसद ऐसे आंदोलन के बहाने अपनी राजनीति चमकाना है। भाजपा ने जो वादे सत्ता में रहते किया, उन्हें क्यों पूरा नहीं किया? आज क्यों किसान हितैषी बन रहे हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्रकार का कहना है कि जब भाजपा कार्यकाल में किसान आत्महत्या कर रहे थे तब ये कहां सोए हुये थे? तब भाजपा 2100 समर्थन मूल्य का वादा कर मुकरी थी। तब इन्हें किसानों की पीड़ा का अहसास नहीं हुआ। आंदोलन भाजपा के लिए राजनीति का जरिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 22 जनवरी। जनवरी का महीना बीतने के लिए अब मात्र एक हफ्ता शेष है लेकिन रेलवे से अभी तक ब्लॉक का परमिशन नहीं मिला है। गर्डर चढ़ाने के लिए रेलवे की टीम ने टेस्टिंग भी कर लिया है। लिहाजा ओवरब्रिज निर्माण कम्पनी ब्रिज में गर्डर चढ़ाने के लिए रेलवे की अनुमति का इंतजार कर रही है। दूसरी ओर विवादित भूमि का मामला भी क्लियर नहीं हो पा रहा है। अधिग्रहण मामले में 6 से 7 रजिस्ट्री अभी भी शेष है। किश्त-किश्त में जगह मिलने के कारण ठेकेदार को काम करने में परेशानी हो रही है। जिसकी वजह से काम की रफ्तार धीमी हो गई है। मजदूर खाली बैठे हुए हैं।
कंपनी के इंजीनियर राहुल कुमार ने बताया कि ब्रिज निर्माण का काम रुक गया है। काम करने के लिए जगह ही नहीं है। भूमि का रजिस्ट्री अभी तक नहीं हो पाई है। वहीं रेलवे से गर्डर चढ़ाने की अनुमति भी अभी तक नहीं मिली है। रिटर्निंग वॉल की दीवार भी खड़ी हो गई है, लेकिन स्लोब उतारने के प्लान को अभी तक हरी झंडी नहीं मिल पाई है।
सेतु निगम के इंजीनियर एलडी महाजन ने बताया कि एक-दो दिन में अम्बेडकर चौक की ओर होने वाले निर्माण का निरीक्षण करने टीम आएगी। जैसे ही तैयार किए गए प्लान को हरी झंडी मिलेगी, अंबेडकर चौक की ओर काम शुरू कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि रेलवे पटरी के दोनों हिस्सों की खाली जगह पर और पटरी के ऊपरी हिस्से में गर्डर चढ़ाया जाना है। इसकी कुल लंबाई 75.440 मीटर है। इसे जोडऩे के लिए 18 मीटर के 12 व 36 मीटर के 6 गर्डर का इस्तेमाल किया जाएगा। ये सभी गर्डर 6 लाइन में लगाए जाएंगे। गर्डर लगाने के लिए फाउंडेशन का काम पूरा हो गया है। गर्डर का निर्माण रायपुर के उरला में हुआ है।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 जनवरी। अखिल भारतीय वैष्णव ब्राम्हण चतु: सम्प्रदाय सेवा संघ के तत्वावधान में युवक-युवती परिचय सम्मेलन एवं शपथ ग्रहण समारोह मुख्य अतिथि राजेश्री महंत डॉ. रामसुंदर दास अध्यक्ष गौसेवा आयोग छग शासन, विशिष्ट अतिथि अरूण वोरा विधायक, अध्यक्ष भंडार निगम दुर्ग शहर, महापौर धीरज बाकलीवाल, प्रभुलाल बैरागी, भोपाल, संगठन प्रभारी छग प्रभारी डॉ. रामदल दास एवं अध्यक्षता राकेश वैष्णव रिसदा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लाल जे.के.वैष्णव के आतिथ्य में दुर्ग में संपन्न हुआ।
समारोह में मुख्य अतिथि राजेश्री महंत ने कहा कि संपूर्ण समाज द्वारा हमेशा वैष्णव समाज का सम्मान किया जाता रहा है। हमारे पूर्वजों ने त्याग तपस्या कर वैष्णव समाज को उन्नत एवं संस्कारवान बनाया है। हमारी संस्कृति का परिचायक तिलक, जनेउ, कंठीमाला और सिर में चोटी धारण करना है, इस विरासत को बचाये रखना है। विशिष्ट अतिथि विधायक श्री वोरा ने कहा कि वैष्णव समाज का प्रारंभ से ही हमारे परिवार पर आशीर्वाद रहा है। महापौर धीरज बाकरीबाल ने कहा कि कोरोना काल के बावजूद बड़ी संख्या में वैष्णवजन की उपस्थिति सफल आयोजन के लिये संगठित समाज बधाई के पात्र हैंं। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लाल जेके वैष्णव ने कहा कि छग के स्थापित वैष्णव समाज के संगठन शक्ति को राष्ट्रीय स्तर पर पुरे भारत में पहचान बनाकर स्थान देना है। कार्यक्रम में राकेश दास वैष्णव, प्रो. डॉ. रामदल दास, शशि बैरागी, प्रभुलाल बैरागी, रजनीश वैष्णव आदि ने भी संबोधित किया। युवक-युवती परिचय सम्मेलन में बड़ी संख्या में विवाह योग्य युवक-युवतियों ने परिचय दिया। अंत में नव-नियुक्त पदाधिकारियों को प्रभुलाल बैरागी भोपाल ने शपथ दिलाया। प्रदेश अध्यक्ष महिला ललिता, मनीष वैष्णव राजिम, सहित संगठन के सभी लोग उपस्थित थे। उक्त जानकारी रजनीश दास वैष्णव महासचिव ने दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 22 जनवरी। महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी एलआर कच्छप ने गुरुवार को विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया।
इस दौरान ग्राम अर्जुनी में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 2 एवं 7 बंद पाया गया। साथ ही ग्राम खैरी के आंगनबाड़ी क्रमांक 2 में सहायिका अनुपस्थित मिली। इसके चलते कच्छप ने कर्मचारियों पर नाराजगी जताते पर्यवेक्षक सहित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। उन्होंने तीनों कर्मचारियों के एक-एक दिन का मानदेय काटने का भी आदेश जारी किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को अनिवार्य रूप से खोल कर निर्धारित समय के अनुसार उनका संचालन करें। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने परियोजना बलौदाबाजार के अंतर्गत ग्राम अर्जुनी एवं भाटापारा परियोजना के अंतर्गत खैरी के अन्य आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर पूरक पोषण आहार वितरण, स्वच्छता, सहित अन्य योजनाओं की जानकारी ली।
एनएसयूआई ने सौंपा मांग पत्र
छत्तीसगढ़ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 जनवरी। एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष राजा यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जिला शिक्षा अधिकारी को आरटीई के तहत छात्रों को निजी विद्यालय में एडमिशन को लेकर मांग पत्र सौंपा।
एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष राजा यादव ने बताया कि निजी विद्यालय लगातार अपनी मनमानी के चलते आरटीई (शिक्षा का अधिकार) के तहत एडमिशन नहीं दे रहे हैं। जिससे लगभग जिले के 350 छात्रों को अभी तक एडमिशन के लिए भटकना पड़ रहा है। जिससे छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी से मांग करते कहा कि आरटीई के तहत एडमिशन न देने वाले विद्यालय पर तत्काल कार्रवाई करें और जिन छात्र-छात्राओं का आरटीई के तहत एडमिशन नहीं हुआ है, उन छात्रों को अतिशीघ्र एडमिशन कराने की प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए। जिससे उन्हें शिक्षा का अधिकार प्राप्त हो सके।
प्रदेश संयोजक ऋषभ निर्मलकर ने कहा कि अगर दो दिन के अंदर आपके द्वारा न एडमिशन देने वाले निजी स्कूलों पर कार्रवाई नहीं होती है तो हम उग्र प्रदर्शन करेंगे। जिसकी जवाबदेही आपकी होगी।
एनएसयूआई जिला महासचिव उमेश साहू एवं कुशल रजक ने बताया कि अभी तक शिक्षा के अधिकार के तहत छात्रों का एडमिशन न हो पाना बड़े दुर्भाग्य की बात है और निंदनीय है, हम इस विषय का जल्द से जल्द निराकरण चाहते हैं। कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष राजा यादव, प्रदेश संयोजक ऋषभ निर्मलकर, सहसचिव कुशल रजक, संतोष सिन्हा, गोपाल साहू, आदित्य, सतीश सहित अन्य कार्यकर्तागण मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जनवरी। नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया के निर्देश पर नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी भूपेन्द्र उपाध्याय, नगर पालिका परिषद गोबरानवापारा को निलंबित कर दिया है। निलंबित सीएमओ श्री उपाध्याय द्वारा टेण्डर प्रक्रिया में गड़बड़ी व लापरवाही करने की शिकायत सामने आई है। इस मामले में कार्यवाही के बाद मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा है कि इस तरह की गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
नगर पालिका परिषद गोबरानवापारा में मुख्य कार्यपालन अधिकारी रहते हुए भूपेन्द्र उपाध्याय ने 14 वें वित्त आयोग अंतर्गत 34 कार्यों की निविदा राशि 279.78 लाख की निविदा सूचना 28 नवंबर 2020 को प्रकाशित की थी। इस निविदा सूचना तिथि के प्रकाशन के महज चार दिनों के अंतराल में अर्थात 2 दिसंबर 2020 को निविदा प्रपत्र प्राप्त करने हेतु आवेदन प्रस्तुत करने की तिथि निर्धारित की थी। निविदा सूचना तिथि के प्रकाशन और आवेदन प्रस्तुत करने की तिथि मात्र चार दिन रखा गया था, जो अत्यंत अल्पकालीन और त्रृटिपूर्ण थी। इस मामले की शिकायत नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ.डहरिया से भी की गई थी।
मंत्री ने इस मामले को गंभीरता से लिया था और विभागीय अधिकारियों को मामले को संज्ञान लेने के साथ आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए थे। विभाग द्वारा इसकी जांच संयुक्त संचालक क्षेत्रीय कार्यालय नगरीय प्रशासन से कराई गई थी। जांच में पाया गया कि सीएमओं श्री उपाध्याय ने निविदा की राशि एवं योजना के महत्व को दृष्टिगत रखते हुए गंभीर लापरवाही की है।
इस लापरवाही और अनियमितता पर राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ नगर पालिका सेवा (कार्यपालन ) नियम 1973 के नियम 36 के अंतर्गत श्री उपाध्याय को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में श्री उपाध्याय का मुख्यालय कार्यालय, संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास, क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर नियत किया गया है।
राजनांदगांव, 22 जनवरी। राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह 2021 अभियान की शुरूआत समाज कार्य विभाग एवं पुलिस शाखा यातायात के संयुक्त तत्वावधान में की गई। इस अभियान में पूरे एक माह 18 जनवरी से 19 फरवरी तक एमएसडब्ल्यू द्वारा राजनांदगांव जिले के अलग-अलग हिस्सों में एमएसडब्ल्यू की टीम नुक्कड़ कर लोगों को जागरूक करेगी। जिसमें शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बीएन मेश्राम के निर्देशन एवं प्रोफेसर विजय मानिकपुरी के मार्गदर्शन में यहां अभियान की शुरुआत की गई।
प्राचार्य ने कहा कि समाज कार्य के विद्यार्थियों द्वारा यह जन जागरूकता अभियान एक नई मिसाल लोगों को जागरूक करने के लिए रहेगी एवं सभी को शुभकामनाएं दी। प्रो. विजय मानिकपुरी ने बताया कि देश में लाखों लोग सडक़ दुर्घटना में अपनी जान गंवा देते हैं और परिवार तबाह हो जाता है। जिससे आर्थिक, शारीरिक एवं मानसिक हानि होती है। जिससे वे भयंकर दुखों से ग्रसित हो जाता है, इसलिए अभियान जिलेभर में संचालित किया जा रहा है। एसपी डी. श्रवण ने समाज कार्य के नुक्कड़ अभियान की सराहना की तथा पुलिस विभाग द्वारा किए गए यह कार्यक्रम में सहयोगी बनाने हेतु महाविद्यालय में सभी को धन्यवाद किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जनवरी। निजी स्कूलों की मनमानी और पूरी ट्यूशन फीस वसूली के विरोध में प्रदेश के दर्जनों पालकों ने आज यहां अपने बच्चों के साथ कलेक्टोरेट पहुंच प्रदर्शन किया। नारेबाजी करते हुए उन्होंने मांग की है कि सभी निजी स्कूलों में बच्चों की ट्यूशन फीस सिर्फ 30 फीसदी लिया जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि विरोध के बाद भी पूरी फीस वसूली पर वे सभी फिर से एकजुट होकर रणनीति बनाने के लिए बाध्य होंगे।
छत्तीसगढ़ छात्र पालक संघ के बैनर पर रायपुर, भिलाई-दुर्ग व आसपास के दर्जनों पालक आज सुबह कलेक्टोरेट गार्डन में एकजुट हुए। इसके बाद वे सभी एक रैली निकालकर कलेक्टोरेट पहुंचे। बच्चों के साथ बैनर-पोस्टर लेकर पहुंचे इन पालकों ने यहां कलेक्टोरेट के सामने निजी स्कूलों की मनमानी और पूरी फीस वसूली को लेकर लगातार दबाव बनाने के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका कहना है कि कोरोना काल में उन्हें अपना कारोबार बंद रहने से भारी नुकसान हुआ, लेकिन उन सभी ने सरकार से कोई मुआवजे की मांग नहीं की। कोई विरोध भी नहीं किया। जबकि निजी स्कूल हाईकोर्ट आदेश की आड़ में फीस वसूली के लिए लगातार दबाव बनाने में लगे हैं।
छात्र-पालक संघ अध्यक्ष नजरूल खान, इंदरजीत सिंह व प्रशांत इलमकार समेत पालकों का कहना है कि फीस वसूली की शिकायत जिला प्रशासन में कई बार की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में वे सभी एकजुट होकर कलेक्टोरेट पहुंचे हैं। उनकी मांग है कि निजी स्कूलों में लॉकडाउन अवधि की फीस वसूली ना करने, ट्यूशन फीस सिर्फ 30 फीसदी लेने, निजी प्रकाशन की जगह एनसीईआरटी की पुस्तकें लागू करने, स्कूल ड्रेस मोनो की बाध्यता को समाप्त करने, स्कूल बस की दर दूरी के हिसाब से तय करने आदि शामिल हैं।
राजनांदगांव, 22 जनवरी। संचालनालय आयुष रायपुर (छग)एवं जिला आयुर्वेद अधिकारी राजनांदगांव डॉ. अरविंद मरावी के मार्गदर्शन में गत् 20 जनवरी को शा.पूर्व. माध्यमिक शाला चिखली में जिला स्तरीय आयुष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ महापौर महापौर हेमा देशमुख व अध्यक्षता जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष पदम कोठारी ने की। इस दौरान पार्षद अरविंद वर्मा व पूर्व महापौर सुदेश देशमुख उपस्थित थे।
शिविर में आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी, योग चिकित्सकों द्वारा विभिन्न प्रकार के रोगों से संबंधित 752 मरीजों का इलाज किया गया। मास्क वितरण, स्वास्थ्यवर्धक आयुर्वेदिक काढ़ा एवं औषधि पौधे का वितरण किया गया। शिविर में शिविर प्रभारी डॉ. आरती कावले आयु.चि.अधिकारी, डॉ. अमरनाथ शुक्ला विशेषज्ञ चिकित्सक, डॉ. हर्षा दुबे, डॉ. योगेश्वरी ठाकुर, डॉ. रूबीना अंसारी, डॉ. दिनेश सोनी, डॉ. भारती यादव, फार्मासिस्ट सरस्वती वर्मा, दिप्ती लारिया, अंजु डड़सेना, सरोजलता देवांगन, विनोद मटाले, बिसाहू सिंह ठाकुर, अनिल ताम्रकार, पंचकर्म सहायक, कुशल कुमार साहू, निरंजन पातर, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता अनिता जांगड़े, औषधालय सेवक दिलीप भिमटे, मो.जावेद कुरैशी आदि ने अपनी सेवाएं दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जनवरी। छत्तीसगढ़ राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी अब तक सर्वाधिक धान खरीदी हो चुकी है। राज्य निर्माण के 20 वर्ष में इस साल सर्वाधिक धान खरीदी का रिकॉर्ड बन गया है। इस साल चालू धान खरीदी सीजन में 21 जनवरी तक 84 लाख 44 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है, जो बीते वर्ष राज्य में क्रय किए गए कुल धान 83.94 लाख मीट्रिक टन से 50 हजार मीट्रिक टन अधिक है, जबकि धान खरीदी के लिए 10 दिन अभी बाकी है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य में बीते 2 सालों में धान खरीदी की मात्रा और खेती-किसानी और किसानों की संख्या में लगातार रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी कृषि प्रधान राज्य छत्तीसगढ़ के लिए एक शुभ संकेत है। राज्य सरकार की किसान हितैषी नीति के चलते छत्तीसगढ़ राज्य को खेती-किसानी के मामले में देश का मॉडल राज्य बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। छत्तीसगढ़ सरकार की राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत राज्य में फसल उत्पादकता को बढ़ावा मिला है।
चालू वित्तीय वर्ष में राज्य सरकार इस योजना के तहत राज्य के 19 लाख किसानों को 5750 करोड़ रूपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान कर रही है। अब तक राज्य के 19 लाख 54 हजार 332 किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान बेच चुके हैं। कस्टम मिलिंग के लिए मिलर्स को 27 लाख 70 हजार 693 मीट्रिक टन धान का डी.ओ. जारी किया जा चुका है, जिसके विरूद्ध अब तक 25 लाख 45 हजार 512 मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है।
गौरतबल है कि प्रदेश में वर्ष 2017-18 में जहां 56.88 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी। वहीं वर्ष 2018-19 में 80.83 लाख मीट्रिक तथा वर्ष 2019-20 में 83.94 लाख मीट्रिक टन धान समर्थन मूल्य पर क्रय किया गया था। पंजीकृत किसानों की संख्या में भी साल-दर-साल बढ़ोत्तरी हुई है। वर्ष 2017-18 में धान बेचने के लिए पंजीकृत कृषकों की संख्या 15.77 लाख थी, वह वर्ष 2018-19 में बढक़र 16.96 लाख तथा वर्ष 2019-20 में बढक़र 19.55 लाख हो गई थी। इस साल समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए पंजीकृत किसानों की संख्या में भी रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हुई है, जो 21.52 लाख है।
खरीफ वर्ष 2020-21 में 21 जनवरी 2021 तक राज्य के बस्तर जिले में एक लाख 20 हजार 471 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। इसी प्रकार बीजापुर जिले में 55 हजार 401 मीट्रिक टन, दंतेवाड़ा जिले में 13 हजार 401 मीट्रिक टन, कांकेर जिले में 2 लाख 65 हजार 350 मीट्रिक टन, कोण्डागांव जिले में एक लाख 25 हजार 945 मीट्रिक टन, नारायणपुर जिले में 17 हजार 252 मीट्रिक टन, सुकमा जिले में 33 हजार 711 मीट्रिक टन, बिलासपुर जिले में 4 लाख 30 हजार 664 मीट्रिक टन, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 64 हजार 991 मीट्रिक टन, जांजगीर-चांपा जिले में 7 लाख 71 हजार 608 मीट्रिक टन, कोरबा जिले में एक लाख 15 हजार 821 मीट्रिक टन, मुंगेली जिले में 3 लाख 44 हजार 629 मीट्रिक टन खरीदी की गई है।
इसी तरह रायगढ़ जिले में 4 लाख 98 हजार 428 मीट्रिक टन, बालोद जिले में 4 लाख 96 हजार 276 मीट्रिक टन, बेमेतरा जिले में 5 लाख 70 हजार 736 मीट्रिक टन, दुर्ग जिले में 3 लाख 81 हजार 633 मीट्रिक टन, कवर्धा जिले में 3 लाख 86 हजार 87 मीट्रिक टन, राजनांदगांव जिले में 7 लाख 3 हजार 423 मीट्रिक टन, बलौदाबाजार जिले में 6 लाख 4 हजार 191 मीट्रिक टन, धमतरी जिले में 4 लाख 7 हजार 864 मीट्रिक टन, गरियाबंद जिले में 2 लाख 94 हजार 996 मीट्रिक टन, महासमुंद जिले में 6 लाख 38 हजार 190 मीट्रिक टन, रायपुर जिले में 4 लाख 68 हजार 276 टनधान की खरीदी की गई है।
- अब तक 84.44 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी
- बीते वर्ष 83.94 लाख मीट्रिक टन हुई थी धान की खरीदी
- राज्य के साढ़े 19 लाख से अधिक किसान बेच चुके हैं धान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 22 जनवरी। घर के लोगों को बिना बताए, मोबाइल स्विच ऑफ करके कल सिरपुर गए तीन नाबालिग बच्चों को पुलिस ने कुछ ही घंटे में तलाश लिया। पुलिस के काम से खुश होकर पालकों ने कोतवाली टीआई शेर सिंह बंदे समेत अन्य पुलिसकर्मियों का सम्मान किया।
दरअसल तीनों बच्चे पढऩे के लिए एक साथ कोचिंग जाते हैं। घटना वाले दिन तीनों बच्चे कोचिंग न जाकर महासमुन्द शहर में ही घूमने लगे। इसी दौरान एक बच्चे के पिता उसे लेने के लिए कोचिंग चले गए। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। घर के लोग इस बात को जान लिए, इसी डर से बच्चों ने अपने मोबाइल का स्विच ऑफ कर लिया और सिरपर चले गए। इसके बाद पालकों ने इसकी जानकारी कोतवाली थाने में आकर दी। कोतवाली टीआई शेर सिंह बंदे ने इसकी जानकारी सिरपुर चौकी प्रभारी को दी। इसके बाद मोबाइल के अंतिम लोकेशन को ट्रेस करते हुए पुलिस ने तीनों बच्चों को ढूंढकर पालकों को सौंप दिया।
कुछ ही घंटों में तीनों बच्चों के पालक काफी खुश हुए। इसके बाद पालकों ने कोतवाली टीआई शेर सिंह बंदे समेत सिरपुर चौकी प्रभारी नागेन्द्र दुबे, पधान आरक्षक पवन दीवान, आर जयंत चक्रधारी, हेमदास जेंड्रे, पारस नाथ पैकरा का सम्मान किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 जनवरी। छत्तीसगढ़ राज्य गौसेवा आयोग अध्यक्ष महामंडलेश्वर राजेश्री डॉ. महंत रामसुंदर दास की अध्यक्षता में जिला पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक कलेक्टारेट सभाकक्ष में आयोजित की गई।
बैठक में डॉ. महंत रामसुन्दर दास ने कहा कि पशु क्रूरता को समाप्त करने के लिए लोगोंं में जनजागरूकता लाने की जरूरत है। जगजागरूकता से पशुओं पर होने वाले अन्याय एवं अत्याचार को रोका जा सकता है। इसके लिए लोगों को संस्कारित करें और पशु-पक्षियों के प्रति जागरूक करें। जिले में गौशाला संचालित करने का उद्देश्य गौ की रक्षा करना होना चाहिए। हमारी परंपरा एवं संस्कृति में गाय को माता मानकर पूजा की जाती है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गाय को संरक्षण प्रदान करने गांव के साथ नगरों में भी गौठानों का निर्माण किया है। गौठानों के निर्माण होने से पशुओं की दुर्घटनाओं में कमी आयी है। जिले में पशुओं के प्रति कू्ररता के निवारण के लिए सोसायटी (एसपीसीए) का गठन किया गया है। इसके अनुसार पशुओं के प्रति कू्ररता पूर्ण व्यवहार एवं नियम के विरूद्ध पशुओं का परिवहन करने की शिकायत प्राप्त होने पर कार्रवाई किया जा सकता है। महामंडलेश्वर दास ने कहा कि राजनांदगांव छत्तीसगढ़ का सीमावर्ती जिला है, जहां गौवंशियों के परिवहन की संभावना अधिक होती है। इस पर पुलिस प्रशासन द्वारा कड़ी निगरानी रखते कार्रवाई करें।
सीएसपी मणीशंकर चंद्रा ने बताया कि पशुओं का अवैध परिवहन करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। वहीं सभी मामले न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है। महामंडलेश्वर ने कहा कि अवैध परिवहन करने वाले वाहनों का राजसात की कार्रवाई किया जाना चाहिए। मांस, मछली, कुक्कुट व्यवसायियों द्वारा अधिकांशत: अव्यवहारिक प्रवृत्ति जैसे पक्षी एवं पशुओं को उलटा लटकाकर परिवहन किया जाता है, जो कि पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत आता है। इसे रोकने पुलिस विभाग द्वारा उचित कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि शासन गौभ्यारण बनाने के विषय में विचार कर रही है। इसके लिए जिले में जगह का चयन किया जाए। वहीं रूग्णालय निर्माण के लिए स्थान का चयन कर प्रस्ताव भेजने कहा है। उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ. राजीव देवरस ने पशुओं के प्रति क्रूरता निवारण के लिए सोसायटी का गठन नियम के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
बैठक में पशुओं के प्रति क्रूरता करने वाले व्यक्तियों पर कड़ी निगरानी करते उन्हें उचित मार्गदर्शन एवं पशु क्रूरता अधिनियम 1960 के तहत कार्रवाई के लिए सचेत किया जाना, पशु परिवहन के लिए क्षमता के अनुरूप एवं शासन के नियमानुसार पशुओं का परिवहन किए जाने, सडक़ों पर खुले में विचरण करने वाले पशुओं को पशु पालकों की सहायता से खुले में न छोडऩे संबंधी प्रचार-प्रसार एवं अन्य विषयों पर चर्चा की गई।
इस अवसर पर पशु क्रूरता निवारण समिति के उपाध्यक्ष गिरवर जंघेल, सचिव गिरधारी वर्मा, सदस्य रूपेश दुबे, वन मंडलाधिकारी बीपी सिंह, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, सीएसपी मणीशंकर चंद्रा, उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ. राजीव देवरस सहित अन्य अधिकारी एवं पशु चिकित्सक उपस्थित थे।
4 दिनों में कोरोना वैक्सीन की 28 डोज खराब
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 22 जनवरी। महासमुन्द जिले में वैक्सीनेशन के पहले चरण में चार दिन 16 जनवरी, 18 जनवरी, 20 जनवरी और 21 जनवरी को हुए वैक्सीनेशन में सूचना के बाद भी लाभार्थी स्वास्थ्यकर्मियों (फ्रंटलाइन वॉरियर्स) के नहीं पहुंचने के कारण 28 खुराक खराब हो चुकी है। ये खुराक 28 जिंदगियां बचा सकती थीं। इससे पहले चरण के चार दिन में वैक्सीनेशन में औसतन हर दिन वैक्सीन के 7 डोज बर्बाद हुए।
जिले में चयनित 33 में से अभी जिले के तीन वैक्सीनेशन सेंटर जिला अस्पताल, सरायपाली स्वास्थ्य केंद्र और पिथौरा स्वास्थ्य केंद्र में ही टीकाकरण करने की अनुमति मिली है। इन सभी वैक्सीनेशन सेंटर में चार दिन में 1200 लोगों को टीका लगना था, लेकिन सिर्फ 622 को लगा। ये स्वास्थ्य विभाग के तय टारगेट का सिर्फ 52 फीसदी है।
गुरूवार को तो सबसे कम 115 ने ही वैक्सीनेशन कराया। इसमें से सरायपाली में सबसे कम 20 ने ही वैक्सीन लगवाया। इसके अलावा महासमुन्द में 50 और पिथौरा में 45 लोगों ने टीका लगवााया। पंजीयन कराने के बावजूद फ्रंट लाइन वर्कर्स, स्वास्थ्य कर्मी व नर्सिंग स्टॉफ के सेंटर में टीके लगवाने के लिए नहीं आने से चार दिन के भीतर ही 28 डोज खराब हो गए हैं। जिससे 28 की जान बचाई जा सकती थी। गुरूवार को वैक्सीनेशन का चौथा दिन था। पहले चरण के चौथे दिन सिर्फ 115 ने टीकाकरण किया गया।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मंडपे के मुताबिक हर सेंटर में प्रतिदिन 100-100 लोगों को वैक्सीन लगाई जानी थी। वैक्सीन की एक वॉयल में 10 खुराक बनती है। इसलिए सेंटर में 90-95 लोगों के पहुंचने पर 9 वॉयल तो ठीक तरीके से इस्तेमाल हो जातेे हैं, पर आखिरी वॉयल में 10 से कम के आने पर बाकी खुराक हर दिन खराब हो जा रही है। एक व्यक्ति को 0.5 एमएल वैक्सीन लगनी है, यदि एक वॉयल खुलता है तो उसे 4 घंटे के भीतर लगाना जरूरी है। पूरे 8 हजार 979 लोगों को टीके लगाने में 18 लाख 85 हजार 590 रुपए खर्च आया।
ज्ञात हो कि जिले की 13 लाख जनसंख्या में वैक्सीन लगाने में 27 करोड़ 30 लाख रुपए खर्च होंगे। मार्केट में यही टीका बाद में 1 हजार रुपए में मिलेगा। डॉ. मंडपे का कहना है कि हर वैक्सीन में वेस्टेज फैक्टर रहता है। कोरोना वैक्सीन में भी 1.1 फीसदी वेस्टेज फैक्टर है। हालांकि लोगों को बार-बार फोन करके और मैसेज करके बोला जा रहा है कि वे टीका लगाएं। पर वे नहीं आ रहे हंै।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अरविंद गुप्ता ने कहा कि पहले चरण में पंजीकृत 8 हजार 979 स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन लगना है। अभी एक सप्ताह के कार्यक्रम के लिए ही अनुमति मिली थी, जो गुरूवार को समाप्त हो गयी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 जनवरी। अंबागढ़ चौकी पुलिस अनुभाग के चिल्हाटी थाना में पदस्थ एक आरक्षक द्वारा नाबालिग के साथ दुष्कर्म किए जाने के मामले में एसपी डी. श्रवण ने घटना के 24 घंटे के भीतर आरक्षक को सेवा से पृथक करते बर्खास्त कर दिया है। पुलिस की साख पर बट्टा लगाने के मामले में एसपी ने निलंबन के बजाय सीधे आरक्षक को पद से बर्खास्त कर दिया।
बताया जा रहा है कि चिल्हाटी थाना क्षेत्र में हुए इस घटना से पुलिस ग्रामीणों के सवालों में उलझ गई है। रमेश बंजारे नामक आरक्षक ने एक नाबालिग को बहला-फुसलाकर कथित रूप से अपनी हवस का शिकार बनाया। इस बात की भनक जैसे ही ग्रामीणों को लगी, आरक्षक की बेदम पिटाई करते हुए उसे थाना के सुपुर्द कर दिया गया।
मिली जानकारी के मुताबिक जिस नाबालिग युवती से आरक्षक ने दुष्कर्म किया वह कम उम्र की है। इसी बात को लेकर ग्रामीणों ने आरक्षक को घेरकर जमकर पीटा। इस बात की भनक लगते ही एसपी ने सीधे थानेदार दिनेश यादव को बिना किसी दबाव के पास्को एक्ट के तहत आरक्षक के विरूद्ध मामला दर्ज करने का निर्देश दिया। वहीं एसपी ने प्रकरण की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए विभागीय कार्रवाई करते आरक्षक को पद से बर्खास्त कर दिया।
इस संबंध में एसपी डी. श्रवण ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी का बोध होने के बावजूद आरक्षक ने यह कृत्य किया है। लिहाजा उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। घटना दो दिन पुरानी है। चिल्हाटी इलाके में आरक्षक के इस हरकत को देखकर ग्रामीणों ने पुलिस के प्रति नाराजगी भी व्याप्त है।
वैज्ञानिक पद्धति से हैचिंग कर तीन जिलों को की जा रही चूजे की सप्लाई
अम्बिकापुर, 21 जनवरी। संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर के सकालो स्थित शासकीय पोल्ट्री फार्म में प्रतिदिन 1500 अंडे का उत्पादन हो रह है। इनक्यूबेटर एवं हैचिंग के जरिये वैज्ञानिक पद्धति से अंडों से चूजे निकालने तथा संवर्धित करने का काम किया जा रहा है। चूजों को यहां से सरगुजा, सूरजपुर एवं बलरामपुर रामानुजगंज जिलों के फील्ड कार्यालयों को सप्लाई किया जा रहा है। यहां ब्लैक रॉक एवं आईआरआई प्रजाति के 4 लेयर में करीब 2 हजार 200 मुर्गे एवं मुर्गियों हैं। पॉल्ट्री फार्म का मुख्य उद्देश्य हैचिंग के जरिये चूजे विकसित करना है जिसे पशुपालन विभाग द्वारा बैकयार्ड योजना के तहत हितग्राहियों को उपलब्ध कराया जाता है।
पॉल्ट्री फार्म के वैक्सीनेटर ने बताया कि एक सामान आकार वाले अंडों को इनक्यूबेटर में 21 दिन तक रखने के बाद चूजे निकलते हैं। यहां चार इनक्यूबेटर है जिनकी प्रत्येक की क्षमता 12 से 15 हजार अंडे है। इन्क्यूबेटर से चूजे को निकालकर 3 दिन तक हैचर में संवर्धन के लिए रखा जाता है। हैचर मशीन भी यहां 4 है। 3 दिन हैचिंग के बाद चूजों को वुडर में शिफ्ट कर दिया जाता है। वुडर में चूजों को उपयुक्त तापमान देने के लिए बल्ब लगाए गए हैं। वुडर में चूजों के दाना देने, टीकाकरण के साथ ही साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। वुडर में 28 दिन रखने के बाद चूजों को फील्ड कार्यालयों में भेज दिया जाता है। उन्होंने बताया कि यहां कडक़नाथ प्रजाति के कुक्कुट का भी पालन किया जाता है। वर्तमान में इस प्रजाति के कुक्कुट उपलब्ध नहीं है। उड़ीसा से मंगाया गया है जिससे शीघ्र ही उपलब्ध हो जाएगा। बैकयार्ड योजना के तहत चूजे स्व सहायता समूहो को प्राथमिकता के तौर पर दिया जाता है। प्रति समूह को एक यूनिट दिया जाता है जिसमे 45 चूजे होते है। इसके साथ ही 17 से 20 किलोग्राम कुक्कुट आहार भी दिया जाता है।
उल्लेखनीय है कि जिले में कुक्कुट पालन व्यवसाय को बढ़ावा देने में लिए कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के द्वारा सकालो पॉल्ट्री फार्म का अवलोकन कर आवश्यक निर्देश दिए थे। उन्होंने समूह की महिलाओं को कुक्कुट पालन से जोडऩे के लिए मॉडल गोठानो में कुक्कुट पालन केंद्र खोलने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को कुक्कुट आश्रय के लिए ले आउट तैयार करने के निर्देश दिए है।
गरियबांद, 22 जनवरी। बिहान योजना अंतर्गत उगता सूरज महिला ग्राम संगठन कोपरा के महिलाओं ने गुरूवार को कलेक्टर श्री निलेशकुमार क्षीरसागर से मुलाकात की। इस दौरान महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित अगरबत्ती, बड़ी-बिजौरी, पापड़, मिर्ची, गुजिया और आचार समेत अन्य सामग्री भेंट की।
कलेक्टर ने समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की सराहना करते हुए महिलाओं को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा निर्मित सामग्रियों को बाजार उपलब्ध कराने में जिला प्रशासन पूरा सहयोग करेगा। कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने समूह से जुड़ी महिलाओं के इस तरह विविध आर्थिक गतिविधियों में संलग्न होकर आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढऩे पर शुभकामनाएं और बधाई दी। उन्होंने महिलाओं को आश्वस्त किया कि राजिम माघी पुन्नी मेला में बिहान योजना के तहत बने उत्पादों के लिए अलग से स्टॉल लगाया जायेगा। साथ ही आने वाले दिनों में नवीन मेला स्थल पर स्थाई स्टॉल व दुकान की व्यवस्था भी की जायेगी।
उगता सूरज महिला ग्राम संगठन कोपरा की अध्यक्ष श्रीमती भारती साहू ने कलेक्टर श्री निलेशकुमार क्षीरसागर को अवगत कराया कि जय महामाया महिला स्व-सहायता समूह द्वारा ग्राम कोपरा में सेन्टेड अगरबत्ती बड़ी मात्रा में बनाया जा रहा है। पिछले दिनों जिला पंचायत सीईओ चन्द्रकांत वर्मा द्वारा अगरबत्ती निर्माण यूनिट का शुभारंभ किया गया। उन्होंने बताया कि महिलाओं द्वारा निर्मित अगरबत्ती की मार्केटिंग नहीं होने के कारण इसे खुले बाजार में विक्रय करने में दिक्कत आ रही है। इसे ध्यान में रखते हुए आगामी राजिम माघी पुन्नी मेला में यदि यह अगरबत्ती महिला समूहों से खरीदी जाए तो महिलाओं की आजीविका में वृद्धि के साथ साथ आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। इसी तरह उन्नति महिला स्व-सहायता समूह की दीदी श्रीमती संध्या ठाकुर लेडिस वियर दुकान संचालित कर रही हैं। साथ ही छत्तीसगढ़ी व्यंजन बना रही हैं। जय महामाया समूह की दीदी श्रीमती ललिता सोनी सिलाई -कढ़ाई का प्रशिक्षण दे रही हैं।
इसी समूह की एक अन्य दीदी श्रीमती मीना साहू द्वारा दोना-पत्तल का भी निर्माण किया जा रहा हैं। इस तरह समूह के माध्यम से जुडक़र महिलाएं आर्थिक रुप से सक्षम एवं आत्मनिर्भर हो रही हैं। इस दौरान संगठन की ब्लॉक अध्यक्ष श्रीमती भारती साहू , ग्राम संगठन सचिव श्रीमती योगिता साहू , एफ.एल.सी.आर.पी श्रीमती शशिकला साहू, सक्रिय महिला संध्या ठाकुर, मातली साहू , रोशनी साहू,ललिता सोनी, नीरा तारक, रूखमणी सिन्हा और टाकेश्वरी तारक एवं बिहान के डी.पी.एम पतंजल मिश्र मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जनवरी। सरकार के निगम-मंडलों में नियुक्तियां लंबे समय के लिए टल गई है। कहा जा रहा है कि बजट सत्र के बाद ही नियुक्तियों पर चर्चा हो सकती है।
सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और सरकार के मंत्रियों के साथ चर्चा कर निगम-मंडल के पदाधिकारियों की एक और सूची तैयार कर ली थी। करीब पौने दो सौ नेताओं को निगम-मंडलों में एडजेस्ट करने की तैयारी थी। इसमें चार विधायकों के भी नाम थे। हालांकि कुछ नामों पर किचकिच चल रही थी।
हल्ला यह भी था कि प्रदेश अध्यक्ष मरकाम अपने कुछ करीबियों का नाम जुड़वाने की कोशिश में थे, लेकिन इस पर सहमति नहीं बन पाई थी। सूत्र बताते हैं कि पार्टी हाईकमान भी जल्दी-जल्दी सारी नियुक्तियों के पक्ष में नहीं है। राजस्थान और पंजाब जैसे कांग्रेस शासित राज्यों में भी काफी कुछ नियुक्तियां होनी है। पंजाब में तो सरकार के कार्यकाल को तीन साल पूरे होने जा रहे हैं।
सरकार और पार्टी के भरोसेमंद सूत्र ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि नियुक्तियों के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। संभवत: बजट सत्र के बाद ही इस पर चर्चा होगी। विधानसभा का बजट सत्र 26 मार्च तक चलेगा। पार्टी के कुछ दूसरे सूत्रों का कहना है कि नियुक्तियां लंबे समय के लिए टल सकती है। क्योंकि बजट सत्र के बाद कांग्रेस में संगठन चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। ऐसे में फिलहाल नियुक्तियां होने की संभावना कम है।
उल्लेखनीय है कि सरकार के सभी मंत्रियों ने अपने-अपने करीबियों के नाम दिए थे। इसके अलावा कुछ साहित्यकार और सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को भी जगह देने की तैयारी थी। जिन निगम-मंडलों में नियुक्तियां होनी है उनमें पर्यटन बोर्ड, अन्य सनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल, वित्त आयोग, अरपा विकास प्राधिकरण, आरडीए और हाऊसिंग बोर्ड में संचालक मंडल के सदस्यों के अलावा कुछ और बोर्ड शामिल हैं।