राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 अगस्त। भाजपा के राष्ट्रीय एवं प्रदेश आह्वान पर जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं एवं नेताओं को ई-प्रशिक्षण सत्र के माध्यम से पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने गरीबों को सशक्त बनाने कल्याणकारी योजनाएं विषय पर अपनी बात रखी।
मीडिया सेल के अनुसार मंगलवार को प्रशिक्षण सत्र में एकल गीत एकता अग्रहरि ने प्रस्तुत किया। संचालन जिला महामंत्री सचिन बघेल और अध्यक्षता करते सावन वर्मा ने मुख्य अतिथि अजय चंद्राकर का परिचय कराया। तत्पश्चात मुख्य वक्ता की आसंदी से अजय चंद्राकर ने अपना विषय रखते कहा कि केंद्र में बैठी मोदी सरकार के नेतृत्व में गरीबों के लिए कई जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रतिपालन किया जा रहा है। जिसके कारण ही आज कोरोनाकाल के भीषण दौर में भी गरीबों को नवंबर तक अनाज का नि:शुल्क वितरण करने की व्यवस्था केंद्र में बैठी मोदी सरकार ने की है। जिसके कारण आज देश का गरीब निश्चिंत है।
श्री चंद्राकर ने बताया कि जनधन खाते के माध्यम से 30 करोड़ लोगों को लाभ मिलने लगा है। इसी तरह 60 वर्ष से ऊपर न्यूनतम पेंशन वृद्धाश्रम पेंशन योजना में 1000 से 5000 तक देने की योजना का लाभ 3 करोड़ 60 लाख लोग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2008 से लागू होने के बाद 9 करोड़ 42 लाख लोग इसका लाभ ले चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के तहत बूंद-बूंद की बचत कर सुनिश्चित सिंचाई का लाभ कृषकों को प्रदान हुआ है। सीमांत कृषकों को दीनदयाल ग्रामीण कौशल योजना के तहत 15 से 35 वर्ष के युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें स्टार्टअप, स्टेअप योजना से जोडऩा और स्वामित्व योजना के तहत घर दुकानों के नक्शे संकलित करना। साथ ही मोदी ने आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत लोगों की मांग एवं क्रय शक्ति बने रहे, इस पर 20 लाख करोड़ का पैकेज जारी किया है, जो कि अपने आप में गरीबों गरीबों के उत्थान के लिए आजाद भारत की सबसे बड़ी योजना है।
श्री चंद्राकर ने बताया कि प्रवासी मजदूरों के लिए एक राशन एक राष्ट्र की मोदी की योजना गरीबों के लिए बेहतर साबित होगी। उन्होंने बताया कि मिट्टी के बर्तन, बांस, चमड़ा, खादी, हस्तशिल्प, ग्रामीण शिल्प, इत्यादि ऐसे 42000 से अधिक लोगों की मदद की जा चुकी है। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर तंज कसते कहा कि पैसे न होने के कारण 4000 करोड़ का लोन लेने की बात सरकार कर रही है।
श्री चंद्राकर ने बताया कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत शर्तें क्षेत्रों में 52 लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है। जिसके कारण स्टार्टअप योजना का लाभ एवं कुशल कर्मचारी की गुणवत्ता बढ़ गई है और जिससे लोगों की प्रति व्यक्ति आय बढऩे लगी है। सरकार ने कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से लोगों को दक्ष बनाने का काम आईटीआई के माध्यम से करना शुरू कर दिया है।