राजनांदगांव

मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की वर्चस्व की लड़ाई में स्टॉफ नर्सों से बदसलूकी
21-Aug-2021 1:24 PM
मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की वर्चस्व की लड़ाई में स्टॉफ नर्सों से बदसलूकी

 

प्रोफेशनली लड़ाई में पीस रहे अधीनस्थ कर्मी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 अगस्त।
राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में सीनियर चिकित्सकों के बीच वर्चस्व की लड़ाई में उनके अधीनस्थ कर्मचारी पीस रहे है। कॉलेज में पदस्थ एचओडी निचले कर्मियों स्टॉफ नर्सो के साथ न सिर्फ बुरा बर्ताव कर रहे है बल्कि गैरवाजिब आदेश देकर मनमानी भी कर रहे है। बताया जाता है कि पिछले दिवस एक महिला एचओडी ने जूनियर चिकित्सक के निर्देशों का पालन करने पर एक स्टॉफ नर्स को खूब खरी-खोटी सुनाई। स्टॉफ नर्स को नौकरी से निकालने की धमकी देकर महिला एचओडी ने अपना रूबता भी झाडऩे में कोई कसर नही छोड़ी। बताया जाता है कि मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों के बीच खुलकर कामकाज के आड़ में जंग छिड़ी हुई है।

सीनियर और जूनियर चिकित्सकों में आपसी तालमेल नही होने का खामियाजा उनकी अधीनस्थ कार्यरत स्टॉफ नर्स को भुगतना पड़ रहा है। बताया जाता है कि हड्डी के ऑपरेशन के लिए तैयारी में जुटी एक नर्स को एचओडी ने सिर्फ इसलिए गुस्सा उतार दिया क्योंकि जूनियर चिकित्सक की निगरानी में ऑपरेशन किया जाना था। बताया जाता है कि नर्से को एचओडी ने कुछ दिन पहले भी फोन पर भड़ास निकाली थी। स्टॉफ नर्स ने अपने साथ हुए गलत व्यवहार को लेकर कॉलेज की डीन डॉ. रेणुका गहिने से लिखित में शिकायत की है। डीन ने मामले की छानबीन के लिए चार सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है।

बताया जाता है कि जांच टीम डॉ. प्रदीप बेग, डॉ. पवन जेठानी समेत चार सदस्य शामिल है। इस संबंध में डीन डॉ. रेणुका गहिने ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि स्टॉफ नर्स की शिकायत पर जांच टीम बनाई गई है। रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई होगी। इधर कॉलेज प्रबंधन सीनियर और जूनियर चिकित्सकों की आपसी लड़ाई से भी परेशान है। बताया जाता है कि एचओडी चिकित्सकों पर लगातार निचले कर्मियों को मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। बताया जाता है कि एचओडी अपने तरीके से जूनियरों से काम लेना चाहते है। कुछ दिन पहले कॉलेज के भीतर खुलकर चिकित्सकों के बीच कहासुनी भी हुई थी। निचले कर्मियों के साथ हो रहे बदसलूकी को लेकर स्वास्थ्य कर्मचारी संघ भी सामने आ गया है। बताया जाता है कि यूनियन के समक्ष पीडि़त कर्मियों ने खुलकर अपनी पीड़ा रखी है।

इस संबंध में प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के उपप्रांताध्यक्ष पीसी जेम्स ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि चिकित्सकों के रवैये को लेकर लगातार शिकायतें आ रही हंै। स्टॉफ नर्स और दीगर कर्मियों को प्रताडि़त करने का प्रयास तुंरत बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीनियर-जूनियर चिकित्सकों की लड़ाई में कर्मचारियों को परेशान करने पर कॉलेज के बाहर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इधर जूनियर चिकित्सकों में भी सीनियरों के आचरण को लेकर नाराजगी बढ़ रही है। माना जाता है कि आपसी मतभेद का खामियाजा मरीजों को भी भुगतना पड़ रहा है।

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