रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 27 सितंबर। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 17 की विधायक उत्तरी गनपत जाँगड़े ने कहा कि जब मैं विधायक बनी तब यहां से 900 सौ स्व सहायता समूह ही संचालित थी और आज हमने सिर्फ ढाई वर्षो में यह आंकड़ा कागजों में ही नहीं अपितु धरातल पर 2100 के करीब पहुंचा दिया है । आज इन समूह के माध्यम से जोडक़र मेरी माताओं , बहनों की स्थिति में आमूलचूल परिवर्तन आया है। ग्रामीण परिवेश में पली-बढ़ी महिलाओं में आत्मनिर्भरता का बोध हुआ है । महिलाएं आत्म निर्भर होकर पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही हैं, जो कि - वर्तमान समय में महिलाओं की आत्मनिर्भरता को उजागर करता है । हमारे राज्य की कांग्रेस सरकार स्वच्छता समूह से जुड़ी महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए अनेक योजनाओं का संचालन कर रही है ।
विधायक उतरी गनपत जाँगड़े ने बताया कि - हमारी सरकार ने महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए 20 लाख से अधिक महिलाओं को स्व सहायता समूह से जोडक़र उन्हें रोजगार और आय के साधन उपलब्ध कराएं हैं । गोठानों में महिलाएं वर्मी कंपोस्ट बनाने के साथ कई आर्थिक गतिविधियां संचालित कर रही हैं । लघु वनोपजों के संग्रहण से भी उनकी आमदनी हो रही है । पहले समर्थन मूल्य पर सिर्फ 7 प्रकार के लघु वनोपजो की खरीदी होती थी। अब इनकी संख्या बढ़ाकर 52 कर दी गई है । इससे भी महिलाओं की आमदनी में बढ़ोतरी हुई है । विधायक ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमेशा मातृशक्ति का महत्वपूर्ण योगदान रहा है ।
विधायक उत्तरी जांगड़े ने बताया कि संविधान में महिलाओं को समानता का अधिकार दिया गया है । महिलाओं को परिवार में समानता देने का अधिकार है। ताकि वह खुद ही अपने बारे में निर्णय ले सके । राज्य की कांग्रेस सरकार महिलाओं की शिक्षा , स्वास्थ और स्वालंबन की दिशा में लगातार काम कर रही है । सबसे ज्यादा महिलाओं का प्रतिनिधित्व छत्तीसगढ़ विधानसभा में है । यह की विधानसभा में 14 महिला विधायक हैं । यह भगवान राम की माता कौशल्या और शबरी की भूमि है । सरकार ने छत्तीसगढ़ में अब माता कौशल्या वंदना योजना में दूसरी बेटी के जन्म पर 5000 की आर्थिक सहायता देने का बड़ा निर्णय लिया है । छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार के मुखिया भूपेश बघेल ने मातृशक्ति को आगे बढ़ाने के लिए जी जान से मेहनत कर रहे हैं।