राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 अक्टूबर। सांसद संतोष पांडेय ने रविवार को पार्षद दल की बैठक लेकर मोदी द्वारा गरीब व जनकल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों के प्रचार-प्रसार एवं प्रदेश सरकार द्वारा योजनाओं के क्रियान्वयन में बरती जा रही उदासीनता व लापरवाही का विरोध रणनीति के तहत किए जाने के लिए मार्गदर्शन किया।
ताजा प्रकरण में प्रदेश सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत निर्धन हितग्राही को पांच किलो चावल में की जा रही काटामारी के विरोध को प्रमुखता से जनता के सम्मुख लाने कहा। उसी रणनीति के तहत उन्होंने उपस्थित पार्षदों को थैले का वितरण किया तथा पार्षदों को संबंधित राशन दुकान में जाकर गरीब कल्याण अन्न योजना के चावल का वितरण उक्त चिन्हित थैले में करने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त 23 अक्टूबर को नगर निगम राजनांदगांव में होने जा रही सामान्य सभा कि बैठक में अमृत मिशन के कार्य में बरती जा रही लापरवाही की मानिटरिंग तथा नगर निगम राजनांदगांव में जारी स्तरहीन अनावश्यक निर्माण कार्य के विरोध कि तैयारी करने को कहा।
ज्ञात हो कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद से ही केन्द्र सरकार द्वारा मई से नवंबर तक मुफ्त राशन वितरण किया जा रहा है।
सांसद ने कहा कि करोना काल में कोई भूखा न रहे, इसके लिए मोदी सरकार ने पूरे देश में 80 करोड़ गरीबों को प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज की व्यवस्था मुफ्त में की है। पूरे देश में सभी को मुफ्त में कोरोना टीका लगाया जा रहा है। श्री पांडेय ने कहा कि मोदी सरकार ने दीनदयाल उपाध्याय की अंत्योदय परिकल्पना को जमीन पर उतारा है। सरकार की सारी योजनाएं समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे लोगों के विकास के लिए चलाई जा रही है। यह योजना केंद्र सरकार की तमाम जनकल्याणकारी योजनाओ में से एक है, जिसे दिपावली के पावन पर्व तक सरकार द्वारा अयोजित किया जाएगा। राशन के साथ-साथ कार्डधारकों को एक मजबूत थैला भी वितरित किया जाएगा।
बैठक में भाजपा जिला उपाध्याक्ष सावन वर्मा, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु, मंडल अध्यक्ष अतुल रायजादा, तरुण लहरवानी, पार्षद शिव वर्मा, गगन आइच, विजय राय, पारस वर्मा, शरद सिन्हा, गप्पू सोनकर, अरुण देवांगन, राजेश जैन, अजय छैदैया, कमलेश बंधे, मधु बैद, जया यादव, उत्तरा दामले, रंजू यादव, खेमिन यादव, टुमेश्वरी उके, भानु साहू, सीताबाई डोंगरे, मणिभास्कर गुप्ता व आशीष डोंगरे सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थिति थे।