दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली / किरंदुल. 12 नवंबर। सबका साथ सबका विकास के मूल मंत्र को मूर्त रूप देने में नवरत्न कम्पनी एनएमडीसी लिमिटेड ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सीएसआर के अंतर्गत ऐसी कई गतिविधियां संचालित हैं, जिसका लाभ बस्तर क्षेत्र के मूल निवासियों को मिल रहा है।
अपने नैगमिक सामाजिक दायित्व के तहत अध्यक्ष सह प्रबंधन निदेशक के दिशा-निर्देश में बस्तर क्षेत्र के आदिवासियों युवाओं के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा करने के उद्देश्य से उनके व्यापक प्रशिक्षण हेतु सेंचुरियन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (सीयूटीएम), भुवनेश्वर, ओडिशा एवं एनएमडीसी लिमिटेड के मध्य एक समझौता ज्ञापन पर हाल ही में हस्ताक्षर किए थे। इस योजनांतर्गत बचेली एवं किरंदुल एनएमडीसी परियोजना के आस-पास के सामाजिक व आर्थिक रूप से पिछड़े आदिवासी छात्र एवं छात्राओं को प्राथमिकता दी गई है। उन्हें स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र से संबंधित रक्त संग्रह तकनीशियन, वार्ड तकनीशियन, रेडियोग्राफी तकनीशियन, आपातकालीन स्वास्थ्य देखभाल कोर्स आदि का प्रशिक्षण सीयूटीएम द्वारा भुवनेश्वर में स्थित संस्थान में दिया जायेगा।
छात्र/छात्राओं के चयन एवं कॉउंसलिंग हेतु सीयूटीएम यूनिवर्सिटी की टीम विगत कुछ दिनों से बचेली और किरंदुल आई और उन्होंने इच्छुक छात्र/छात्राओं व उनके अभिभावकों को उपरोक्त व्यावसायिक कोर्स के साथ-साथ सीयूटीएम यूनिवर्सिटी में उपलब्ध सुविधायें जैसे नि:शुल्क किताबें, छात्रावास, प्रक्टिकल्स व 500/- रू. प्रतिमाह स्टाईपेंड इत्यादि की जानकारी दी।
माह अक्टूबर में बचेली परियोजना से 32 छात्र/छात्राओं को बचेली एवं किरंदुल परियोजनाओं के निकटवर्ती ग्रामों से उक्त प्रशिक्षण हेतु भुवनेश्वर के लिए रवाना किया जा चुका है । इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए आज किरंदुल परियोजना से 29 छात्र/छात्राओं को बचेली एवं किरंदुल परियोजनाओं के निकटवर्ती ग्रामों से बस के माध्यम से भुवनेश्वर रवाना किया गया ।
किरंदुल परियोजना के अधिशासी निदेशक आर. गोविन्दराजन, बचेली परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक पी.के. मजूमदार द्वारा हरी झण्डी दिखाकर बस को रवाना किया गया। इस अवसर पर उप महाप्रबंधक (कार्मिक) बचेली धर्मेन्द्र आचार्या, उप महाप्रबंधक (सीएसआर) बचेली, उप महाप्रबंधक (सतर्कता) किरंदुल के.पी. दास, सहायक महाप्रबंधक (कार्मिक) किरंदुल जी. वेलवसंथन, सहायक महाप्रबंधक (सीएसआर) किरंदुल जितेन्द्र कुमार, बी.आर. मरकाम, राजेन्द्र यादव, मो. असदुल्लाह उपस्थित रहे।