राजनांदगांव
कलेक्टर का जाम की हालत से निपटने खरीदी के साथ उठाव पर दिया जोर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 दिसंबर। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के 5 दिन के भीतर सोसायटियों में उपज की बंपर आवक हो रही है। राजनांदगांव में इस साल खरीदी के दौरान कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने धान बिक्री के साथ ही परिवहन की व्यवस्था पर पूरा जोर लगाया है।
सोसायटियों में अकसर खरीदी के बाद जाम के हालात रहे हैं। तय समय पर परिवहन नहीं होने का खामियाजा सोसायटियों को उठाना पड़ रहा है। बेमौसम बारिश और अन्य प्रतिकूल परिस्थितियों में धान को सर्वाधिक नुकसान होता है। लिहाजा कलेक्टर ने सोसायटियों में खरीदी के साथ ही परिवहन की भी व्यवस्था पर ध्यान केन्द्रित किया है। यह पहला मौका है जब खरीदी के साथ धान का उठाव भी शुरू हो गया है। इससे सोसायटियां जाम की समस्या से मुक्त रहेंगी।
राईस मिलरों को भी कलेक्टर ने सोमवार से उपार्जन केंद्रों से परिवहन करने का निर्देश दिया है। उपार्जन केंद्रों में बेहतर परिवहन व्यवस्था से किसानों की उपजों की जल्दी खरीदी होगी। किसान अक्सर खराब परिवहन के कारण सोसायटियों में जाम के हालात के चलते अपनी उपज बेचने के लिए लंबा इंतजार करते हैं। इस संबंध में कलेक्टर श्री सिन्हा ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि खरीदी के साथ ही परिवहन की भी व्यवस्था की गई है। सोसायटियों को जाम की स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि संभवत: यह पहला मौका है जब खरीदी और धान का उठाव एक ही साथ हो रहा है।
इस बीच जिले में करीब 19 उपार्जन केंद्रों को संवेदनशील माना गया है। इन केंद्रों में उपज बेचने वालों पर सीधी निगरानी रखी जा रही है। पंजीकृत किसानों की संख्या और धान की आवक ज्यादा न हो इस पर भी प्रशासन की पैनी नजर है। ऐसे उपार्जन केंद्रों में बाहरी राज्यों से धान पहुंचने की आशंका रही है। जिसके चलते प्रशासन ने इन केंद्रों को चिन्हांकित कर अपने निगरानी में रखा है। जिले में 148 समितियों में धान बेचने के लिए किसानों की लंबी कतारें भी है।
समर्थन मूल्य पर धान बेचने किसान टोकन में तय तिथि के अनुसार पहुंच रहे हैं। इस साल प्रशासन धान खरीदी की व्यवस्था को लेकर काफी गंभीर है। वहीं सोसायटियों में बाहरी राज्यों के धान की आवक को रोकने के लिए भी सीमावर्ती इलाकों में निगरानी की जा रही है। उधर 22 राईस मिलरों के साथ कस्टम मिलिंग करने अनुबंध किया गया है। जिले में कुल 65 राईस मिलर्स हैं। भविष्य में किसानों को दिक्कतें न हो, इसलिए राईस मिलरों को धान का तेजी से उठाव करने का आदेश दिया गया है। माना जा रहा है कि कल सोमवार से धान के परिवहन में तेजी आएगी। फिलहाल खरीदी पूरी गति से चल रही है।