राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 27 जनवरी। प्राचीन भारती इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ द्वारा प्रकाशित विभागीय शोध जर्नल कला - वैभव अंक 27 वर्ष 2020-21 का विमोचन गणतंत्र दिवस पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मोक्षदा (ममता) चन्द्राकर के हाथों हुआ।
कला - वैभव के प्रधान संपादक डॉ. मंगलानंद झा ने बताया कि विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों में शोध की प्रवृत्ति को विकसित करने के मद्देनजर सन 1986 में विभाग के तत्कालीन विभाग अध्यक्ष डॉ. श्रीराम नेमा के संपादकत्व में पहला अंक प्रकाशित हुआ था, तब से अपनी विकास यात्रा को जारी रखते हुए कला-वैभव नए कलेवर के साथ अनवरत प्रकाशित हो रहा है। गौरव की बात है कि प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग द्वारा प्रकाशित शोध जर्नल कला-वैभव विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली के जर्नलों की अधिकृत सूची में शामिल है।
डॉ. झा ने आगे बताया कि अंक 27 में छत्तीसगढ़ के साथ साथ मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, हरियाणा , राजस्थान दिल्ली, जम्मू कश्मीर, ओडिशा, उत्तराखंड , त्रिपुरा आदि राज्यों के शोधार्थियों एवं विद्वानों का शोध लेख प्रकाशनार्थ प्राप्त हुआ था। इस अंक में कुल 84 शोध लेख समाहित है।
विमोचन अवसर पर प्रोफेसर आई डी तिवारी कुलसचिव, प्रोफेसर मृदुला शुक्ला अधिष्ठाता कला संकाय , प्रोफेसर नीता गहरवार अधिष्ठाता नित्य संकाय, प्रोफेसर काशीनाथ तिवारी अधिष्ठाता लोक संगीत संकाय, प्रोफेसर हिमांशु विश्वरूप अधिष्ठाता संगीत संकाय, डॉक्टर चैन सिंह नागवंशी, प्रोफेसर शिव प्रसाद चौधरी, प्रोफेसर राजन यादव, डॉ. योगेंद्र चौबे, डॉ. नमन दत्त सहित विश्वविद्यालय के अध्यापकगण, अधिकारी, संगतकार ,कर्मचारी गण सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर राजन यादव व आभार डॉ. मंगलानंद झा द्वारा व्यक्त किया गया।