दन्तेवाड़ा

जैविक खाद के उपयोग के महत्व को बताने किसानों को दिया प्रशिक्षण
17-Feb-2022 10:11 PM
जैविक खाद के उपयोग के महत्व को बताने किसानों को दिया प्रशिक्षण

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली,  17 फरवरी। 
ग्रामों में किसानों को जैविक खाद के उपयोग का  महत्व बताने ग्राम बड़े कमेली में गत दिनों एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें आसपास के ग्रामो जैसे बड़े कमेली, पढ़ापुर, बड़े कमेली, पोरोकमेली के 15-20 कृषकों को 30 वर्मी कम्पोस्ट बैग प्रदाय किये गए। इन बैगों की स्थापना व उपयोग करने सम्बन्धी जानकरी कृषि विभाग दंतेवाड़ा के विशेषज्ञों तथा एनएमडीसी बचेली की सीएसआर टीम द्वारा  दी गई।

साथ ही प्रशिक्षण में उपरोक्त कृषकों को जैविक खेती  और कृषि-बागवानी में वर्मी कम्पोस्ट का महत्व, वर्मी कल्चर को तैयार करना एवं वर्मी कल्चर के मध्यमबसे जैविक खाद का उत्पादन करने की सम्पूर्ण जानकरी को विस्तारपूर्वक से समझाया गया।

एनएमडीसी के इस प्रयास में सहायता करने के लिए जिला प्रशासन कृषि विभाग से जैविक खाद उत्पादन हेतु वर्मीकम्पोस्ट की 30 बैग नि:शुल्क प्रदान किए गए हैं। इस पहल का उद्देश्य वर्मी कम्पोस्ट बैग स्थापित कर जैविक खाद का उत्पादन कर कृषकों द्वारा लगाये गई फसलों को अधिक गुणवत्ता मिल सकेगी तथा फसलों के उत्पादन में वृद्वि हो सकेगी।

इस योजना में कृषि विभाग दंतेवाड़ा व जिला प्रशासन द्वारा दिए गए सहयोग के लिए एनएमडीसी बचेली ने आभार जताया। गौरतलब है कि दन्तेवाड़ा जिला कई वर्षों से जैविक जिला के रूप में घोषित है तथा यहां रासायनिक खाद का प्रयोग पूर्णत: प्रतिबंधित है।

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