दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा,19 फरवरी। कलेक्टर दीपक सोनी ने जिले को एनीमिया मुक्त जिला बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की बैठक ली। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से एनीमिया मुक्ति हेतु किए जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी ली तथा संबंधित अधिकारियों को सभी उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
श्री सोनी ने डोर-टू-डोर सर्वे किए जाने एवं एनीमिया जागरूकता दल बनाकर इसके प्रति प्रचार-प्रसार कर लोगों के बीच उत्पन्न भ्रांतियां दूर कर लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने किट की उपलब्धता एवं मशीनों एवं दवाइयों की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। जिले को शत प्रतिशत एनीमिया मुक्त जिला बनाने के लिए आपसी समन्वय के साथ मैदानी स्तर पर कार्य करने को कहा। श्री सोनी ने कहा कि एनीमिया मुक्त पंचायत बनाने के लिए पंचायत स्तर पर ग्राम सभा मे बैठक ले कर स्थानीय बोली में एनीमिया के प्रति उन्हें जागरूक करें, साथ ही अगर एनीमिया किसी व्यक्ति को हो गया है तो इसके आगे क्या किया जाना चाहिए, इस पर विस्तृत जानकारी दें।
6 माह से 5 वर्ष के बच्चों को आईएफए सीरप दी जा रही है, इसकी निरन्तर मॉनिटरिंग करें। साथ ही स्कूली विद्यार्थियों के अलावा आश्रम, छात्रावासों के विद्यार्थियों का भी अनिवार्य रूप से एनीमिया की जांच की जाए। इस अभियान के अन्तर्गत जिले के सभी किशोरी बालिकाओं एवं 49 वर्ष तक की सभी महिलाओं की हीमोग्लोबिन जांच कराने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि खून की कमी से होने वाली बीमारियों के ईलाज के साथ-साथ खून की कमी वाली बालिकाओं और महिलाओं को आयरन टेबलेट्स भी वितरित किये जायें।
साथ ही निगरानी कमेटी बनाकर सतत् निगरानी करने के निर्देश दिए। बैठक में जिपं मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश छिकारा और स्वास्थ्य विभाग के अफसर मौजूद थे।