दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 25 फरवरी । कलेक्टर दीपक सोनी गुरूवार को विकासखण्ड गीदम अंतर्गत ग्राम बड़े कारली में स्थित स्व. चमरू समन्वित कृषि प्रणाली फार्म हाउस में किसान संगोष्ठी में पहुंचे, जिसमें जिले भर के किसानों ने भी हिस्सा लिया। संगोष्ठी के पश्चात कलेक्टर ने किसानों के साथ जमीन पर बैठकर भोजन किया।
श्री सोनी ने जिला खनिज संस्थान न्यास निधि अंतर्गत सतत् आजीविका उपार्जन हेतु किए जा रहे मशरूम उत्पादन एवं प्रसंस्करण कार्य का निरीक्षण करते हुए मशरूम उत्पादन की जानकारी ली। साथ ही हितग्राही रामप्रसाद वेको जिसने समन्वित कृषि प्रणाली से अपने बाड़ी में विभिन्न प्रकार के सब्जियों एवं फलदार पौधों का रोपण जैसे बैंगन, अमरूद, आम, पपीता, मुनगा, नारियल, शिमला मिर्च, आदि का उत्पादन का अवलोकन करते हुए श्री सोनी ने जानकारी ली और फसल उत्पादन से प्राप्त हो रहे आय के बारे में पूछा। साथ ही बायोफ्लाक्स प्रणाली से मछली पालन की प्रक्रिया को समझा।
किसान हितग्राहियों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी जिसमें विभिन्न प्रकार के उत्पाद टोरा तेल, भेंडा टोपा, केउ कंद, केरा कोचई, अदरक, आलू, सुरंग कांदा, हल्दी, रखिया और तुमा इत्यादि को प्रदर्शित किया गया था। जिसे देखकर कलेक्टर दीपक सोनी द्वारा कार्य की सराहना की। विकास द्वार से नदी पार के पंचायत पाहुरनार में किए गए पौधारोपण के प्रदर्शित मॉडल का अवलोकन किया। साथ ही कृषि उपकरण यंत्र की भी जानकारी ली।
इस दौरान किसानों को विभागीय कैलेण्डर, खाद्य बीज का वितरण किया गया।
कलेेेक्टर ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जिले के किसानों ने अपने-अपने क्षेत्रों में बेहतर कार्य किए गए हंै। उन्होंने श्री वेको के खेत में भ्रमण कर संतोष जताया और कहा कि ऐसे ही किसान अन्य किसानों के लिए प्रेरणास्रोत बन रहे हंै। उन्होंने सभी किसानों को बिजनेस प्लान बनाने की समझाईश दी। जिससे कृषि क्षेत्र में भी बेहतर कार्य कर अच्छी आमदनी अर्जित कर सकते है। उन्होंने बताया कि शासन, प्रशासन द्वारा मैदानी स्तर पर बेहतर कार्य किए जा रहे है, जिसका लाभ लोगों को मिल रहा है।
कलेेेक्टर ने किसानों को फसल परिवर्तन, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, वृक्षारोपण से होने वाले लाभ के बारे में बताते हुए रागी, कोदो, कुटकी का समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा रही है इसके बारे में भी बताया साथ ही कहा कि दलहन, तिलहन के रकबे में बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने कहा कि किसानों को आवश्यक संसाधन उपकरण, सिचाई सुविधा इत्यादि उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने किसानों को पूना माड़ाकाल सेल के बारे में भी अवगत कराया। श्री वेको ने बताया कि मशरूम उत्पादन से 6 से 7 हजार रुपये की आमदनी हो चुकी है। 31 हजार रूपये का अमरूद का विक्रय किया गया है। साथ ही पपीता से 6 हजार, मुर्गी फार्म से 2 लाख तक की आमदनी हुई है। किसान संगोष्ठी में आये पाहुरनार के हितग्राहियों ने अपना अनुभव साझा किया कि कैसे नदी पार शासन की योजनाएं पहुंच रही है। सिंचाई की सुविधा मिल रही है। कटेकल्याण के हितग्राही ने बताया कि पहले काम के लिए लोग अन्य स्थान मे पलायन कर जाते थे परन्तु अब शासन द्वारा दी जा रही संसाधनों जैसे कृषि के लिए यंत्र आदि से घर पर ही रहकर कार्य कर अपना जीवन यापन कर रहे है। कासोली एवं गुमड़ा के हितग्राहियों ने बताया कि कैसे वे कृषि फसलों के साथ उद्यानिकी फसलों का भी उत्पादन कर रहे है।
किसान संगोष्ठी के पश्चात कलेक्टर ने किसानों के साथ जमीन पर बैठकर भोजन किया। इस अवसर पर एसडीएम अबिनाश मिश्रा, कृषि विज्ञान केन्द्र वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नारायण साहू और कृषि उपसंचालक आनंद नेताम प्रमुख प्रमुख रूप से मौजूद थे।
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