रायगढ़
एटीएम क्लोनिंग गिरोह पकड़ाया, छत्तीसगढ़, ओडिशा के कई जिलों में कर चुके हैं वारदात
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 1 मार्च। खरसिया पुलिस को माह के भीतर साइबर क्राईम मामले में दूसरी सफलता मिली है। एटीएम क्लोनिंग गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी छत्तीसगढ़, ओडिशा के कई जिलों में कार्ड रीडर में छेड़छाड़ कर ग्राहकों के एटीएम डाटा लेकर एटीएम क्लोनिंग कर पैसा निकाल चुके हैं।
ज्ञात हो कि इसी माह चौकी खरसिया द्वारा आईडीएफसी बैंक खरसिया से निकाले गये पूर्व कर्मचारी द्वारा बैंक के ग्राहक से किये गये फ्रॉड का फांडाफोड़ कर मामले में दो आरोपियों को पकड़ा गया था, जिन्हें धोखाधड़ी के अपराध में जेल भेजा गया है।
पुलिस अफसरों ने सोमवार को पत्रकारवार्ता में बताया कि कल दोपहर पेट्रोलिंग दौरान चौकी खरसिया स्टाफ द्वारा ओडिशा पासिंग कार ओडी 14 क्यू -9859 में घूम रहे तीन लडक़ों से पूछताछ किये तो तीनों लडक़े खरसिया में कहां आये थे और कहां जा रहे हैं तक नहीं बता पाये । लडक़ों के कार को बारीकी से चेक किया गया, जिसमें एक टी-शर्ट पुलिस स्टाफ पहचान गई जो एटीएम क्लोनिंग दौरान पहने हुये लडक़े ने पहन रखा था। तीनों को चौकी खरसिया लाया गया जिनसे कड़ी पूछताछ में तीनों अपना नाम -मो. इब्राहिम, अमित साहा और प्रफुल्ल कुमार निवासी बिरमित्रापुर जिला सुंदरगढ़ (ओडिशा) के रहने वाले बताया तथा तीनों घूम-घूम कर खरसिया-रायगढ़ क्षेत्र के एटीएम बूथ में कार्ड रीडर लगाना बताया।
आरोपियों ने बताया कि 1 मार्च से सभी एटीएम चिप वाले हो जाएंगे, जिसकी क्लोनिंग मुश्किल है इसलिये ज्यादा से ज्यादा एटीएम क्लोनिंग करना चाह रहे थे।
दरअसल, खरसिया क्षेत्र के एटीएम बूथ में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा कार्ड रीडर में छेड़छाड़ कर ग्राहकों के एटीएम डाटा लेकर एटीएम क्लोनिंग कर पैसा निकाले जाने की जानकारी एटीएम में रूपये डालने वाली कम्पनी के ड्रिस्ट्रिक्ट एक्जिकेटिव त्रिलोचन साव द्वारा खरसिया पुलिस को दी गई थी। चौकी प्रभारी खरसिया द्वारा ऐसे एटीएम तथा एटीएम के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों का फुटेज लिया गया था, जिसमें तीन संदिग्ध लडक़ों की तस्वीरें प्राप्त हुई थी। थाना प्रभारी खरसिया निरीक्षक सुमत राम साहू तथा चैकी प्रभारी उप निरीक्षक नंद किशोर गौतम द्वारा अपने स्टाफ को पेट्रोलिंग दौरान अपने स्टाफ एटीएम बूथ आसपास विशेष तौर पर निगाह रखने निर्देशित किया गया था जिस पर पुलिस को सफलता मिली है।
ऐसे देते थे ठगी को अंजाम
आरोपी मो. इब्राहिम बताया कि हाई स्कूल तक की पढ़ाई किया है। कपड़ा बेचने का काम करता है पिछले एक साल से अपने साथी अमित साहा एवं प्रफुल्ल कुमार राय के साथ एटीएम क्लोनिंग कर एटीएम से पैसा निकालने का काम कर रहा है। तीनों अलग अलग प्रदेश जाते हैं और स्वयं से तैयार किया हुआ एटीएम कार्ड रिकार्डर एटीएम में लगाकर बैंक ग्राहकों के एटीएम का डाटा लेते हैं फिर दूसरे प्रदेश के अनअपग्रेड एटीएम से रूपये निकालते हैं। इस कार्य के लिए 25 फरवरी को अमित साहा और प्रफुल्ल कुमार राय के साथ राउलकेला से वाहन क्रमांक ओडी 14 क्यू 9859 एस क्रास कार से खरसिया आये और एटीएम कार्ड रिकार्डर को सुबह मेन रोड के एटीएम को पेचकस और चाबी के मदद से खोलकर लगाये गाया और वहीं आसपास खड़े होकर एटीएम जाने वालों पर निगाह रखकर जैसे कोई जाता अंदर रूपये निकालने के नाम पर जाते और छिपकर ग्राहक के एटीएम पिन नम्बर देखकर उसी समय अपने मोबाइल पर उस नम्बर को डायल कर पिन क मोबाइल पर सेव रखे रहते थे और कार्ड रीडर के डाटा को पुराने एटीएम में इस्टांल कर रूपये निकालने का प्लान था, जो पहले भी कर चुके हैं।
आरोपी ने बताया कि इसके पूर्व माह अक्टूबर 2021 में कार्मेल स्कुल रायगढ़ के पास एटीएम में डिवाइस लगाकर एटीएम कार्ड क्लोनिग कर 70,000 रूपये तथा इसी साल चक्रधरनगर क्षेत्र के एटीएम में डिवाइस लगाकर कार्ड की क्लोनिंग कर 40,000 रूपये निकाले थे।
आरोपियों द्वारा रायगढ़, खरसिया, चाम्पा, महासमुंद, सक्ती तथा ओडिशा के कई जिलों में इसी प्रकार एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर रूपये निकाले हैं। आरोपियों द्वारा बिहार में सक्रिय एटीएम क्लोनिंग गैंग से क्लोनिंग सीखना बताये हैं।
आरोपियों को प्रार्थी त्रिलोचन साव, ड्रिस्ट्रिक्ट एक्जिकेटिव, ट्रांजेक्शन साल्युशन इन्टरनेशनल प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के रिपोर्ट पर दर्ज थाना खरसिया (चौकी खरसिया) के धारा 417, 420 आईपीसी एवं 43, 66 आईटी एक्ट में गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है।