रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 2 मार्च। महाशिवरात्रि के कुछ दिन पूर्व से ही मंदिरों को विशेष रूप से सजाया गया था। सोमवार की सुबह से ही भगवान शिव का जलाभिषेक शुरू हो गया। शहर के अंदर विशेषकर गौरीशंकर मंदिर, निकले महादेव और पहाड़ मंदिर स्थित शिवालय व मनकामेश्वर धाम पंडरीपानी में विशेष रूप से तैयारी की गई थी। इन मंदिरों में सुबह 6 बजे से से ही भक्तों की भीड़ लगी रही, जो दोपहर तक थी। वहीं इसके बाद शाम को 4 बजे से फिर से भक्तों का तांता पूजा अर्चना करने के लिए लगा रहा।
शहर तथा जिले के शिव मंदिरों में दिन भर ऊं नम: शिवाय का जाप किया जा रहा था। गौरी शंकर मंदिर में एक ओर जहां परिक्रमा करते हुए विशेष पूजा अर्चना किया जा रहा था। वहीं दूसरी ओर कीर्तन भजन का आयोजन भी स्थानीय श्रद्धालुओं के द्वारा किया जा रहा था। इसके अलावा बेलादुला स्थित महादेव मंदिर व टेलीफोन कार्यालय स्थित सिंधी कालोनी के पास शिव मंदिर में भी सुबह से ही पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ी हुई थी।
हजारों श्रद्धालु पहुंचे बाबाधाम
क्षेत्र में शिव का धाम माने जाने वाले कोसमनारा स्थित बाबा सत्यनारायण धाम में महाशिवरात्रि के अवसर पर सुबह से शाम तक भक्तों की भीड़ लगी रही। यहां पर शहर सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से भी भक्त शिव आराधना के लिए पहुंचे थे। बाल हठ पर सालों से बैठे बाबा सत्यनारायण के दर्शन के लिए भी काफी संख्या में भीड़ उमड़ती है। इस अवसर पर बाबा धाम को सजाया गया था। यहां पर दिन भर मेले का माहौल बना रहा। लोगों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के उद्देश्य से यहां पर पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए थे। लोग दूर-दूर से यहां पहुंच रहे थे। सोमवार को महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर सत्यनारायण बाबा धाम में भंडारे का आयोजन भी किया गया था।
जगह-जगह प्रसाद का वितरण
महाशिवरात्रि पर हर वर्ग के श्रद्धालुओं को भगवान भोलेनाथ की उपासना करते देखा गया। इसके लिए जगह-जगह प्रसाद वितरण के लिए स्टाल भी लगाया गया था। कुछ श्रद्धालुओं के द्वारा बालसमुंद स्थित वद्धाश्रम में वृद्धों को भोजन कराया गया तो कुछ श्रद्धालुओं के द्वारा खिचड़ी प्रसाद का वितरण किया। इसके अलावा गायत्री मंदिर के पास भी कुछ श्रद्धालुओं के द्वारा खिचड़ी का वितरण किया गया।