राजनांदगांव
बियाबान हो चुके गार्डन की बरसों बाद लौटी खूबसूरती
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 27 जून। जिला कार्यालय परिसर में स्थित गार्डन की खूबसूरती सालों बाद लोगों को आकर्षित कर रही है। प्रशासन की एक कोशिश से सालों पुराना गार्डन अपनी चमक से सबका ध्यान खींच रहा है। गार्डन को गुलजार होते देखकर लोगों की तादाद भी परिसर में बढ़ती दिख रही है। हरियाली की चादर ओढऩे से गार्डन गुलजार हो गया है। कर्मचारियों और दीगर क्षेत्रों से पहुंचने वाले लोगों के लिए गार्डन अब सुस्ताने के लिए एक सुरक्षित ठिकाना बन गया है। वहीं जिला कलेक्टोरेट पहुंचने वाले वीवीआईपी और दूसरे उच्च अफसरों को भी गार्डन की रौनक भाने लगी है।
लंबे समय से सही रखरखाव होने से गार्डन में कटीलें पौधे और घास उग आए थे। प्रशासन ने दूर-दराज से आए लोगों के आराम के लिए गार्डन को व्यवस्थित रूप देने का काम शुरू कर दिया है। गार्डन के अंदर और बाहरी आवरण के साजो-सजावट में प्रशासन ने विशेष ध्यान दिया है। शुरूआती सजावट के बाद गार्डन की बेहद सुंदर रूप ले चुका है। गार्डन में हरियाली लौटते ही लोग अपना समय आरामदायक स्थिति में व्यतीत कर रहे हैं। कलेक्टोरेट परिसर में सैकड़ों लोग दूरस्थ इलाकों से सरकारी कामकाज के सिलसिले में पहुंचते हैं। थकान मिटाने के लिए जिला कार्यालय का गार्डन एक सशक्त ठिकाना साबित हो रहा है। पिछले कुछ अरसों से गार्डन के रख-रखाव और उसके पुराने बनावट को नया रूप दिया जा रहा है। जिला कलेक्टोरेट के गार्डन में विशालकाय पेड़ से लेकर खूबसूरत पौधे लोगों की आंखों को भा रहे हैं। गार्डन में दोपहर के बाद लोगों का अच्छा खासा जमावड़ा भी दिखाई दे रहा है।
बताया जा रहा है कि कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने गार्डन की चमक को संजोने के लिए व्यक्तिगत रूप से रूचि ली है। उनकी निगरानी में तेजी से गार्डन का स्वरूप बदल रहा है। इस गार्डन में न सिर्फ बाहरी बल्कि कर्मचारी भी थकान मिटाकर राहत महसूस कर रहे हैं। गार्डन के बुनियाद को मजबूत रूप देने कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। जिसमें गार्डन के अंदर की बनावट जीर्णोद्वार के बाद बेहतर हो गई है। वहीं कटीले पौधों को काटकर नए पौधों को जगह दी गई है। आने वाले दिनों में गार्डन के भीतर छायादार और फलदार वृक्ष भी रोपे जाएंगे। रात को कृत्रिम रौशनी से भी गार्डन को आकर्षित बनाए जाने की कार्ययोजना है।
और सुंदर बनाया जाएगा गार्डन - कलेक्टर
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने गार्डन की खोई हुई रौनकता को वापस लाने के लिए व्यक्तिगत प्रयास किया है। उनके रूचि लेने से चुनिंदा दिनों में ही गार्डन में हरियाली बिखरने लगी है। उनका मानना है कि कलेक्टोरेट परिसर में एक सर्वसुविधायुक्त गार्डन की जरूरत रही है, इसलिए उनका प्रयास है कि प्रकृति के नजदीक बने रहने के लिए गार्डन एक अच्छा जरिया है। वृक्षारोपण से गार्डन को और हराभरा किया जाएगा।