रायपुर
![‘सखी’ वन स्टॉप सेंटर में चार हजार से भी ज्यादा पीडि़त महिलाओं को मिली मदद ‘सखी’ वन स्टॉप सेंटर में चार हजार से भी ज्यादा पीडि़त महिलाओं को मिली मदद](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/165823543554.jpg)
रायपुर, 19 जुलाई। हमें दिन प्रति दिन यह सुनने को मिलता है कि महिलाओ के प्रति घरेलू हिंसा, ब्लात्संग, दैहिक शोषण, महिला तस्करी, दहेज प्रताडऩा, छेड़छाड़, टोनही प्रतडऩा, अपहरण आदि जैसे मामले काफी बढ़ गए हैं। ऐसी स्थिति में ये बेहद जरूरी हो जाता है कि पीडि़त महिला को जल्द जल्द एक ही स्थान में सभी प्रकार के मदद मिल जाए और उसे अलग अलग जगहों पर भटकने की जरूरत न पड़े। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत, ‘सखी’ वन स्टॉप सेंटर योजना की शुरुआत की गई।
‘सखी’ वन स्टॉप सेंटर महिलाओं की हर समस्या का निवारण किया जाता है और साथ ही बेसहारा महिलाओं को आश्रय भी दिया जाता है। रायपुर में इसकी स्थापना 16 जुलाई 2015 को मेनका गाँधी द्वारा किया गया। इस सेंटर में अभी तक 4 हजार से भी ज्यादा महिलाओं को मदद मिली है। रिपोर्ट के अनुसार अभी तक 5 हजार 6 सौ 85 मामले दर्ज है, जिसमे 4 हजार 6 सौ 58 मामलों का समाधान हुआ है और 1 हजार 27 मामले अभी लंबित है। जिसका जल्द से जल्द समाधान होगा। और इस सेंटर के द्वारा 1 हजार 9 सौ 37 महिलाओ को आश्रय भी दिया गया है।
क्या क्या सुविधा उपलब्ध है
‘सखी’ वन स्टॉप सेंटर मे महिलाओ के लिए परामर्श सुविधा, पुलिस (एफआईआर, डीआईआर, एनसीआर दर्ज कराने मे सहायता) सुविधा, चिकित्सा सुविधा, विधिक (कोर्ट प्रकरणों का प्रबंधन) सुविधा, आश्रय सुविधा के साथ वीडियो कांफ्रिन्सिंग की सुविधा उपलब्ध है।
केवल महिलाओं का है स्टाफ
सेंटर में महिलाए, अपनी समस्याओं को स्वयं आ कर या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/मितानिन के साथ, पुलिस, सामाजिक कार्यकर्ता, एनजीओ के द्वारा या फिर महिला हेल्प लाइन टोल फ्री नंबर 181 से दर्ज करा सकती है।
‘सखी’ वन स्टॉप सेंटर मे महिलाओ को अपनी बात रखने मे किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो इसका पूर्णरूप से ध्यान में रखते हुए महिला स्टाफ की ही नियुक्ति की गई है। यहां पर प्रभारी से ले कर रसोईया और गार्ड सभी महिला है।