रायपुर
टेरर फंडिंग: 9 साल बाद पुलिस के हाथ आया, इंडियन मुजाहिदीन के लिए रुपए जुटाने वाला शख्स गिरफ्तार
19-Jul-2022 6:34 PM
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रायपुर एसएसपी ने किया खुलासा
छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायपुर, 19 जुलाई। छत्तीसगढ़ प्रदेश से आतंकी संगठन को रुपयों की फंडिंग करने में मदद करने वाले आरोपी को आखिरकार पुलिस ने 9 साल बाद गिरफ्तार किया है। खुलासा हुआ है कि इंडियन मुजाहिदीन के लिए प्रदेश से किस तरह रुपए बैंक खातों के माध्यम से आतंकी संगठनों के स्लीपर सेल के साथ उनके सहयोगी संगठनों को किस तरह से मदद पहुंचाया जा रहा था। एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने मंगलवार को खुलासा करते हुए पूरे मामले की जानकारी दी। वर्षो से फरार टेरर फंडिंग का अंतर्राज्यीय आरोपी श्रवण कुमार मण्डल झारखण्ड़ से पकड़ा गया।
वर्ष 2013 में थाना खमतराई में मामला सामने आने के बाद टेरर फंडिंग का केस दर्ज किया गया थ। पूर्व में 05 आरोपियों को गिरफ्तार किए जाने के बाद पुलिस इस जांच में जुटी थी कि किस वॉलेट के माध्यम से रुपयों का ट्रांजैक्शन पाकिस्तान के लिए किया जा रहा था। इस मामले में अहम सुराग मिलने के बाद खुफिया टीमों ने दस्तावेज की जांच करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया। गौरतलब है कि इस मामले में न्यायालय द्वारा धीरज साव, जुबैर हुसैन एवं आयशा बानो को 10 वर्ष कारावास की दी गई है। प्रकरण में आरोपी श्रवण कुमार मण्डल वर्ष 2013 से फरार था। तकनीकी इनपुट सामने आने के बाद आखिर में पुलिस ने उसे झारखंड जाकर पकड़ लिया । एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने खुलासा किया है कि श्रवण कुमार मण्डल अपने बैंक खाता से आतंकवादी संगठन सिमी इंडियन मुजाहीद्दीन से जुड़े अन्य लोगों के बैंक खातों में लाखों रूपये ट्रांसफर किया। उसके बारे में जानकारी मिलने पर देवघर झारखण्ड से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमाण्ड में टीम उसे रायपुर लेकर पहुंची है। श्रवण कुमार मण्डल के विरूद्ध टेरर फण्डिंग मामले में ई.डी. ने भी पूछताछ कर अपने मामले में केस दर्ज किया है। श्रवण कुमार मण्डल के कब्जे से 01 नग मोबाईल फोन, आधार कार्ड एवं ड्रायविंग लायसेंस जब किया गया है। इसके पूर्व आरोपियों के विरूद्ध थाना खमतराई में अपराध क्रमांक 567/2013 धारा 17, 40 विधि विरूद्ध क्रिया कलाप निवारण अधिनियम 1967 एवं धारा 419 भादवि., 66 ग आई टी एक्ट का अपराध किया गया है था।पूछताछ में श्रवण कुमार मण्डल ने बताया कि उसके पास पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन सिमी इंडियन मुजाहीद्दीन से खालिद नामक व्यक्ति का फोन आया था जिसने लाखो रूपये कमाने की बात कहते हुये श्रवण कुमार मण्डल को आई.सी.आई.सी.आई बैंक मंे खाता खोलवाने बोला और कहा कि वह जो भी रकम खाता में आयेगा। उस रकम से 13 प्रतिशत काटकर उसके बताये अन्य खातो में रकम जमा कर देना, कि श्रवण कुमार मण्डल अपने मौसेरे भाई धीरज साव के साथ आई.सी.आई.सी.आई बैंक में खाता खुलवाया। खाता में जो भी रकम आता था उसका 13 प्रतिशत काटकर वह खालिद के बताये अनुसार अन्य खातो में जमा कर देता था। इसके साथ ही कोई अज्ञात व्यक्ति भी श्रवण कुमार को नगदी रकम देता था जिसमें वह 13 प्रतिशत काटकर शेष रकम को उनके बतायें बैंक खातों में अपने मौसेरे भाई की मदद से जमा करता था।
चिकन के ठेले से हुआ था टेरर फंडिंग का खुलासा
आरोपी धीरज साव निवासी ट्रांसपोर्ट नगर खमतराई जो चिकन ठेला लगाता था, वह पाकिस्तान के किसी खालिद नामक व्यक्ति से जुड़कर आतंकी संगठन को मदद पहुंचाने सक्रिय था। इन लागों के द्वारा आतंकवादी संगठन सिमी इंडियन मुजाहीद्दीन के लोगों को पैसा बैंक के माध्यम से भेजा जाता था। सूचना पर दबिश देकर धीरज साव को पकड़ा और उससे बारीकि से पूछताछ करने पर बताया कि वह मूलतः ग्राम छुट्टू धनवा थाना जमू जिला जमुई बिहार का रहने वाला है और विगत 02 वर्षो से रायपुर में रहा है। वर्ष 2011 में पाकिस्तान से खालिद नामक व्यक्ति के मोबाईल नंबर 923326704863 से फोन आया और कहा कि तुमको पैसा कमाना है तो हमारे साथ जुड़ो, हम जैसा बोलेंगे वैसा करना पड़ेगा तो तुम लाखों रूपए कमा लोगे। इसलिए क्या करना पड़ेगा जिस पर उसने आई.सी.आई.सी.आई. बैंक में एकाउंट खुलवाने कहा। इस बात की जानकारी धीरज द्वारा अपने मौसेरे भाई श्रवण मण्डल को दिया और कहा तुम जुड़ जाओ बहुत पैसा मिलेगा मैं उसके साथ जुड़ा हुआ हूं। जिससे श्रवण मण्डल सरस्वती नगर आई.सी.आई.सी.आई. बैंक में एकाउंट खुलवाया एवं इसकी जानकारी पाकिस्तानी खालिद को दिया। खालिद ने उससे कहा कि वह इस एकाउंट में जितना भी पैसा डलवाएगा उसका 13 प्रतिशत हिस्सा काटकर बाकी पैसा राजू खान, जुबैर हुसैन एवं आयशा बानो के एकाउंट में डलवाने के साथ ही उसके बताए अन्य एकाउंट में डाल देना कहा।
जिस पर श्रवण कुमार मण्डल के आई.सी.आई.सी.आई. बैंक खाता में अलग - अलग तिथियों में लाखो रूपये जमा कराया गया।
10- 10 साल की सजा काट रहे मददगार
टेरर फंडिंग के मामले में जिन आरोपियों को रायपुर पुलिस ने पकड़ा है अभी सभी 10- 10 साल की सजा काट रहे हैं। वर्तमान में धीरज साव, जुबैर हुसैन एवं आयशा बानो रायपुर केन्द्रीय जेल में निरूद्ध है जिनको न्यायालय द्वारा 10 वर्ष कारावास की सजा सुनाई गई है तथा प्रकरण में पप्पू मण्डल एवं राजू खान को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
2013 से दे रहा था चकमा
श्रवण कुमार मण्डल वर्ष 2013 से लगातार फरार था, इसी दौरान श्रवण कुमार मण्डल के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई कि वह सिमी इंडियन मुजाहीद्दीन का सदस्य है। श्रवण कुमार मण्डल मूलतः जमुई बिहार का निवासी है जो दिल्ली में रहकर सिमी इंडियन मुजाहीद्दीन संगठन के पैसों का लेन-देन में सहयोग करता था। आरोपी धीरज साव एवं अन्य आरोपियों के पुलिस गिरफ्त में आने की जानकारी श्रवण कुमार मण्डल को प्राप्त होने पर वह दिल्ली से कहीं अन्यत्र फरार हो गया था जिसकी पतासाजी के हरंसभव प्रयास किये जा रहे थे। झारखण्ड के देवघर में उपस्थिति के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई। एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट, चौकी रामनगर (थाना गुढ़ियारी), थाना उरला तथा ए.टी.एस. की संयुक्त टीम झारखण्ड के देवघर रवाना होकर आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया।