रायपुर
![कर्मचारियों की मांगों की अनदेखी विधानसभा में शोर-शराबा, सदन स्थगित करना पड़ा कर्मचारियों की मांगों की अनदेखी विधानसभा में शोर-शराबा, सदन स्थगित करना पड़ा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1658498972idhansabh-photo-04.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जुलाई। कर्मचारियों की मांगों को अनदेखा करने का आरोप लगाते हुए विपक्षी भाजपा सदस्यों ने शुक्रवार को जमकर शोर-शराबा किया। उन्होंने काम रोको प्रस्ताव लाकर तुरंत चर्चा कराने की मांग की। प्रस्ताव के अग्राह्य होने पर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया। सदन की कार्रवाई एक बार स्थगित करनी पड़ी।
शून्यकाल में भाजपा सदस्यों ने कर्मचारियों की समस्याओं को उठाया। उन्होंने कहा कि शिक्षा कर्मियों की वेतन विसंगति आदि अन्य समस्याओं को लेकर समिति गठित की गई थी। तीन माह के भीतर रिपोर्ट पेश होनी थी, लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है। मांग पूरा न होने से कर्मचारी आंदोलित है।
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कर्मचारियों की मांगों को लेकर सरकार ने वादे किए थे। मगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया है। सरकार के साढ़े तीन साल में से तीन साल से कर्मचारियों का आंदोलन चल रहा है। उनके विधानसभा क्षेत्र में एक सडक़ में हमेशा जाम की स्थिति रहती है। कर्मचारियों का नियमित आंदोलन चल रहा है। अग्रवाल ने कहा कि सरकार कर्मचारियों की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है।
विपक्षी सदस्यों ने यह भी कहा कि प्रदेश के लाखों कर्मचारी डीए नहीं बढ़ाने के विरोध में हड़ताल पर जाने वाले हैं। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कर्मचारियों को झूठा वादा कर सत्ता में आई है। शिक्षक आंदोलित है। हाल यह है कि छत्तीसगढ़ 30वें नबर पर पहुंच गया है। स्कूलों में शिक्षकों द्वारा शराब पीने के मामले भी आए हैं।
सत्ता पक्ष के सदस्यों ने इसका विरोध किया। नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने कहा कि भाजपा ने 2003, 2008 और 2014 में जो घोषणा किए थे उसका क्या हुआ? इस पर नेता प्रतिपक्ष ने आपत्ति की। विपक्षी सदस्यों ने काम रोककर तुरंत चर्चा कराने की मांग की। आसंदी पर बैठे पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा ने प्रस्ताव अग्राह्य कर दिया। शोर शराबा और हंगामे के कारण सदन की कार्रवाई एक बार स्थगित करनी पड़ी।
मुर्मू को सदन की बधाई
रायपुर, 22 जुलाई। विधानसभा में शुक्रवार को नव निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी गई। सीएम भूपेश बघेल ने उम्मीद जताई कि उनके निर्वाचन से संविधान की रक्षा होगी। सीएम ने कहा कि राष्ट्रपति के नेतृत्व में देश आगे बढ़ेगा। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाने के लिए देश लालयित था। 75 साल बाद आदिवासी समाज से आई द्रौपदी मुर्मू को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर समर्थन दिया है। छत्तीसगढ़ में भी दो वोट अतिरिक्त मिले हैं। उन्होंने श्रीमती मुर्मू को बधाई दी।