रायपुर
![कंकाली पारा मर्डर : वक्त रहते नहीं पहुंचा एंबुलेंस कंकाली पारा मर्डर : वक्त रहते नहीं पहुंचा एंबुलेंस](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/165875313333.jpg)
वारदात के दूसरे दिन आजाद चौक थाना में हंगामा
ई-रिक्शा लेकर भागे थे अस्पताल, रास्तेभर खून बहने की वजह से थम गई सुदामा प्रसाद की सांसे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 जुलाई। कंकालीपारा में मामूली बात पर सुदामा प्रसाद की हत्या करने के विरोध में स्थानीय लोगों ने आजाद चौक थाना पहुंचकर सोमवार को हंगामा कर दिया। आरोपी के कोर्ट पेशी के ठीक पहले बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था को लेकर नारेबाजी की। इधर भारी मशक्कत के बाद किसी तरह से पुलिस ने आरोपी को जेल दाखिल कराने कोर्ट की कार्यवाही पूरी की। घटना के दूसरे दिन सुदामा के घरवालों ने बताया है जिस वक्त सुदामा के गले में आरोपी किशोरी ने वार किया, सही समय पर अस्पताल पहुंचाने साधन नहीं मिल सका। भांजे घनश्याम ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा के दौरान बताया, उसके मामा सुदामा को अगर समय रहते अस्पताल ले गए होते तो जान बच सकती थी। जिस वक्त सुदामा तड़पते हुए नीचे गिरा, कुछ राहगीरों ने उसे संभाला। मोबाइल नंबर 7773070191 से कॉल डायल 112 को कॉल किया गया, लेकिन कॉल ही नहीं रिसीव हो सका। 12 बजकर 44 मिनट में सुदामा को अस्पताल पहुंचाने सरकारी सिस्टम ने निराश कर दिया। पंद्रह मिनट की देरी के बाद मजबूरन सुदामा को ई-रिक्शा में बिठाकर अस्पताल के लिए ले गए। इसमें भी दस से पंद्रह मिनट और लग लगे। यहीं पर काफी देर हो गई। गले से बहुत सारा खून बह गया। उपचार शुरू होने के पहले डॉक्टरों ने मौत हो जाने की पुष्टि कर दी। मुक बधिर होने की वजह से सुदामा को आरोपी की दोपहिया का हार्न सुनाई नहीं दिया था। रास्ता नहीं मिलने और गाड़ी से टक्कर हो जाने पर आरोपी किशोरी ने गुस्से में आकर चाकू से हमला कर दिया। आरोपी अपनी मां के साथ रास्ते से गुजर रही थी, तभी बीच सडक़ में विवाद हुआ। आरोपी ने अपनी डिक्की के अंदर से चाकू निकालकर दहशत फैलाया। घरवालों का कहना है एक महीने पहले ही सुदामा की शादी हुई थी। जिस तारीख को शादी हुई उसी तारीख में संगीन अपराध ने सभी को गमगीन कर दिया। बूढ़े माता-पिता और घर में बाकी दो भाई इस घटना से सदमे में आ गए। पोस्टमार्टम के बाद सोमवार के दोपहर सुदामा का शव घर पहुंचा। महादेव घाट में अंतिम संस्कार करना बताया गया।
मंदिर हसौद में हिस्ट्रीशीटर की पनाह
सोमवार को जांच के दौरान मालूम हुआ है आरोपी ने जब हमला कर आजाद चौक क्षेत्र से भागी थी, मंदिर हसौद के रास्ते उसे पकड़ा गया। दरअसल इस क्षेत्र में एक पुराने हिस्ट्रीशीटर के ठिकाने का पता चला है। आरोपी किशोरी के भी उसके साथ संबंध रहे हैं, बताया जा रहा है वहीं पनाह लेने के लिए आरोपी भागी थी। हालांकि वहां तक पहुंचने के पहले क्राइम यूनिट की टीम ने उसे दबोच लिया।
धुंए का छल्ला, गुंडाराज, लेडी डॉन और...
सोशल मीडिया एकाउंट खंगालने के बाद आरोपी किशोरी की कई तरह की चौंकाने वाली तस्वीरें मिली है। खौफ जमाने के लिए बनाए गए कई वीडियो पुलिस ने निकाले हैं। सिगरेट-गांजा के धुंए उड़ाकर खुद को क्वीन ऑफ सिटी लिखा है। आरोपी किशोरी के कई ऐसे फोटो है जिसमें धारदार चाकू के साथ खुद को दिखाते हुए खौफ जताने की कोशिश की है। हत्याकांड के बाद पुलिस इसे बतौर साक्ष्य कोर्ट में पेश करेगी। बताया जाता है कि आरोपी दो दिन पहले टाटीबंध के एक होटल में कुछ बदमाशों की पार्टी भी अटेंड कर चुकी थी। यह पार्टी मध्यप्रदेश से रिहा होकर आए एक बदमाश के लिए आयोजित थी।
हाथ में हथियार हो तो हौसला बढ़ता है स्वभाव-डॉ. सिंह
नाबालिग आरापी के हमला करने और अपराधिक कृत्य में संलिप्त रहने को लेकर एक्सपर्ट्स का कहना है कि हथियार रखने की परंपरा ने उसे और खुंखार बना दिया। समाजशास्त्री डॉ. बंश गोपाल सिंह ने बताया, हाथ में हथियार का होना ही एग्रेशन बढ़ाने वाला है। इससे गुस्सैल स्वभाव बनता जाता है। इसके बाद सोशल मीडिया में उसका मनोबल बढ़ाने वाले मिल जाते हैं। हाथ में हथियार और नशा करते आपत्तिजनक फोटो में भी कई लोग मनोबल बढ़ाने का काम करते हैं, यही कारण है कि अपराध को अंजाम देने हौसला बढ़ जाता है। नाबालिग किशोरी के साथ भी ऐसा ही है। जिस तरह से उसके फोटो और विडियो की जानकारी मिली है, लोग उसका मनोबल बढ़ाते हैं। घर का बेकार वातावरण भी उसे अपराध की तरफ ले जाने एक बड़ा कारण हो सकता है।
पूरी हुई नाबालिग के उम्र की तस्दीक
पुलिस ने नाबालिग आरोपी किशोरी के उम्र को लेकर तस्दीकी पूरी कर ली है। एएसपी क्राइम अभिषेक माहेश्वरी ने बताया है, हमलावर किशोरी अभी भी नाबालिग है। हां उसके खिलाफ पूर्व में कई अपराधिक रिकार्ड जरूर दर्ज हैं। बलात्कार, मारपीट और संदिग्ध गतिविधियों में शामिल रह चुकी है।