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महासमुंद की बेटियों ने बनाई है कल लांच हुए एसएसएलवी डी1 का चिप
08-Aug-2022 3:35 PM
महासमुंद की बेटियों ने बनाई है कल लांच हुए एसएसएलवी डी1 का चिप

श्रीहरिकोटा से प्रधानमंत्री ने रविवार सुबह की लांचिंग का आशीबाई स्कूल ने देखा लाइव प्रसारण

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 8 अगस्त।
जिला मुख्यालय स्थित आशीबाई गोलछा की 10 छात्राओं ने इतिहास रचते हुए प्रदेश का मान बढ़ाया है। कल रविवार को लांच हुए एसएसएलवी. डी1 के निर्माण में इन बच्चों की भी भूमिका है। इस सेटेलाइट पर जो चिप लगा है उसे स्कूल की छात्राओं ने शिक्षक मिथलेश के साथ मिलकर तैयार किया है। इसका नाम आजादी सैट दिया गया है। इसरो ने छात्राओं की ओर से तैयार इस आजादी सैट चिप को हरी झंडी देते हुए स्थान दिया। कल रविवार को सुबह 9 बजकर 18 मिनट पर श्रीहरिकोटा से प्रधानमंत्री ने एसएसएलवी.डी1 को लांच किया। जिसका लाइव प्रसारण आशीबाई गोलछा में छात्राओं ने देखा। 8 किलो वजनी आजादी सैट सेटेलाइट में 75 फेमटो एक्सपरिमेंट, सेल्फी कैमरे जैसे कई सामान हैं, जो लंबी दूरी के संचार ट्रांसपोंडर की तस्वीरें क्लिक करेंगे।

स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत इसे 6 महीने में तैयार किया गया। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को साइंस, तकनीकी, इंजीनियरिंग और गणित जैसे क्षेत्र में आगे लाना है। इससे कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाली छात्राएं जहां उत्साहित हैं,  वहीं विद्यालय के शिक्षक इसे गौरवपूर्ण पल बता रहे हैं।

प्राचार्य जीआर सिन्हा व अटल टिकरिंग लैब प्रभारी चंद्रशेखर मिथलेश ने बताया कि स्पेस किड्स इंडिया एक एनजीओ है, जो इसरो के साथ मिलकर काम करती है। 10 छात्राओं ने इसमें रूचि ली और लगातार चेन्नई की स्पेस किड्स इंडिया संस्था के वेबिनार में शामिल हुईं। इसके बाद स्पेस किड्स इंडिया ने एक खाली चिप भेजा और स्कूल की बच्चियों ने उसमें तापमान, दाब, आद्र्रता, सेटेलाइट स्पीड, त्वरण, हाइट व लोकेशन को कोडिंग कर प्रोग्रामिंग किया। इस चिप का नाम आजादी सैट देकर स्कूल ने एनजीओ को भेजा। उन्होंने बताया कि भारत के 75 स्कूलों के 750 बच्चों ने भी चिप बनाया है। इसरो ने चिप को एसएसएलवी. डी1 में फिट किया है।

मालूम हो कि इस माइक्रो श्रेणी के ईओएस.02 उपग्रह में इंफ्रारेड में चलने वाले हाई स्पेशियल रिजोल्यूशन के साथ आने वाले आधुनिक ऑप्टिकल रिेमोट सेंसिंग दिए हैं। इसका वजन 142? किलोग्राम है। ईओएस.02 10 महीने के लिए अंतरिक्ष में काम करेगा। इसमें 50.50 ग्राम औसत वजन के 75 उपकरण हैं। इसे 750 स्कूली बच्चों की मदद से तैयार किया है। जिसमें महासमुंद की 10 छात्राएं भी शामिल हैं। यह सैटेलाइट फॉरेस्ट्री, एग्रीकल्चर, जियोलॉजी और हाइड्रोलॉजी जैसे क्षेत्र में काम करेगा।

सरकारी आशीबाई गोलछा उमा विद्यालय महासमुंद की छात्राएं चंचल साहू, फिजा परवीन, मनिला जांगड़े, नेहा यादव, राखी यादव,  हीना साहू, मोक्षा ठाकुर, किरण साहू, तृप्ती साहू, रेनुका चंद्राकर व शिक्षक चंद्रशेखर मिथलेश के अथक प्रयास से आजादी सैट चिप तैयार किया गया। ये सभी कल रविवार की सुबह स्कूल के अटल टिकरिंग लैब में प्रोजेक्टर के माध्यम से लांचिंग के लाइव प्रसारण के साक्षी बने। इससे  छात्राओं में काफ ी उत्साह है।
 

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