महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 22 अप्रैल। पूर्व संसदीय सचिव व महासमुंद के पूर्व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने कहा कि मोदी गारंटी मतलब झूठ की गारंटी है। 2014 और 2019 में देश को अच्छे दिन के सपने दिखाए थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ। किसानों को समर्थन मूल्य, महिलाओं को गैस टंकी और युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी।
आज न रोजगार है, न किसानों की आय में इजाफा हुआ और न घरेलू महिलाओं को गैस की टंकी कम दाम में मिल पाए। आज महंगाई के चलते आम लोगों का जीवन यापन कर पाना असंभव हो गया है। इसी तरह फिर इस बार भाजपा के लोग 400 पार का नारा देते हुए 2024 में देश से गरीबी मिटाने की बात कर रहे हैं। जो केवल भाजपा का जुमला है। जुमलेबाज सरकार की नीति व नीयत को देश की जनता समझ चुकी है।
श्री चंद्राकर ने कहा कि इस बार पूरे देश सहित प्रदेश के लोगों ने बदलाव का मन बना लिया है। प्रदेश में विस चुनाव से पहले भाजपा की सरकार बनते ही 18 लाख आवास की स्वीकृति का ढोल पीटने वालों से उन्होंने पूछा कि 18 लाख गरीब परिवारों का प्रधानमंत्री आवास कहां है। मोदी सरकार ने 18 लाख आवास को अभी तक स्वीकृत क्यों नहीं किया? छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने 5 वर्षों में 10 लाख से अधिक आवास बनाकर गरीब परिवारों के खुद के घर के सपना को पूरा किया था और शेष 8 लाख से अधिक आवास के लिए 3200 करोड़ रुपए से अधिक की राशि का बजट में स्वीकृत किया था। उक्त राशि को भी साय सरकार ने कहीं और खर्च कर दिया है।