बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा बाजार, 24 अगस्त। ग्राम रिसदा की ख्याति विश्व स्तरीय न्यू विस्टा लिमिटेड प्लांट के लिए है इसके बावजूद प्लांट के मुख्य गेट के दोनों और करीब 100 मीटर अत्यधिक जर्जर मार्ग वर्षों से जीणोद्धार की बांट जोर रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा व एडीबी विभाग की लापरवाही के चलते इस दिशा में ध्यान भी नहीं दिया जा रहा है।
जर्जर सडक़ को अपनी नियति मानकर लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन करने मजबूर हैं। बलौदा बाजार सिमगा मार्ग पर स्थित प्रमुख सीमेंट संयंत्रों के भारी वाहनों की आवाजाही के से सडक़ पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है।
विदित हो संयंत्र के मेन गेट के लगा हुआ ट्रक यार्ड भी है यहां अक्सर उक्त संयंत्र के अलावा अन्य संयंत्रों की ओर जाने वाली भारी वाहनों का रेला लगा रहता है सडक़ पीछे तीन-चार वर्षों से अत्यधिक दुर्दशा को प्राप्त हो चुकी है करीब 100 मीटर जर्जर इस मार्ग पर सैकड़ों जानलेवा गड्ढे बन चुके हैं, जो बारिश के दौरान बाइक व छोटे चार पहिया वाहन चालकों के लिए अत्यधिक जोखिम भरा साबित हो रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि सडक़ की खराब हालत के संबंध में सीमेंट संयंत्र के अधिकारियों के अलावा एडीबी लोक निर्माण विभाग तथा प्रशासन को भी अवगत कराया जा चुका है जिनके द्वारा सडक़ निर्माण शीघ्र होने का कोरा आश्वासन दिया जाता रहा है।
नेता-अधिकारी रोज आते-जाते हैं
क्षेत्र तथा ग्राम के प्रमुख जनप्रतिनिधि व नेतागण समेत सिमगा सुहेला की ओर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी अक्सर आवागमन करते हैं परंतु किसी ने भी सीमेंट संयंत्र अथवा जिम्मेदार शासकीय विभाग से इन सडक़ों के जर्जर हिस्से के जिम्मेदार हेतु पहल नहीं किया गया यद्यपि सीमेंट संयंत्र द्वारा समय-समय पर गड्ढों में मुरूम अथवा बजरी डलवाया जाता है परंतु वाहनों के लगाता आवागमन के चलते इन 4 घंटे में ही सडक़ यथा स्थिति में पहुंच जाती है
कीचड़ ही कीचड़ पसरा रहता है
यही नहीं बारिश के दौरान डाली गई मुरूम बजरी भी बढ़ जाती है इन परिस्थितियों में सडक़ पर कीचड़ ही कीचड़ पसरा रहता है जिसमें फिसलकर बाइक व साइकिल सवार चोटिल होते रहते हैं। कई अवसरों पर मार्ग के दोनों और भारी वाहनों की पार्किंग की वजह से लोगों को जान जोखिम में डालकर आवागमन हेतु बाध्य होना पड़ता है।
यही स्थिति मार्ग पर स्थित पेट्रोल पंप के समक्ष भी है यहां सीमेंट संयंत्रों की भारी वाहनों के चलते सडक़ पूरी तरह उखड़ चुकी है। ग्रामीणों ने नव पदस्थ जिलाधीश से मामले को संज्ञान में लेकर संबंधित विभाग अथवा सीमेंट संयंत्रों को उक्त सडक़ का निर्माण हेतु निर्देश देने की मांग की है।