बस्तर
सहायक आयुक्त ने कहा-टेंडर नहीं हुआ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 24 अगस्त। सुकमा जिले के दोरनापाल में बिना टेंडर के लाखों रुपये की मरम्मत करने का मामला सामने आया है।
दरअसल जिले के दोरनापाल प्री मैट्रिक बालक छात्रावास दोरनापाल में भवन जीर्णोद्धार एवं पानी टंकी कार्य( लागत राशि 11 लाख 20 हजार रुपए ) की राशि से किया जा रहा है, जिसका टेंडर ही नहीं किया गया। बिना टेंडर के ही काम किया जा रहा है।
सूत्र बताते हंै कि इस मरम्मत कार्य का उपअभियंता के द्वारा एक स्टीमेट तैयार किया गया है, जिसमें भवन जीर्णोद्धार एवं पानी टंकी का कार्य किया जाना है, जिसकी राशि 11 लाख 20 हजार रुपए तय की गई है।
जब इस पूरे विषय को लेकर ‘छत्तीसगढ़’ ने जांच पड़ताल की और छात्रावास अधीक्षक से फोन पर जानकारी ली तो उन्होंने कहना है, कि बालक छात्रावास में मरम्मत व रंगाई पुताई का कार्य जून माह से ही चालू है और यह कार्य स्थानीय ठेकेदार माड़वी देवा के द्वारा किया जा रहा है, और इस कार्य की देखरेख विभाग के इंजीनियर श्री चंद्राकर के देख रेख मे किया जा रहा है, बाकी इस कार्य की स्वीकृति और टेंडर हुआ है,या नहीं मुझे इसकी जानकारी नहीं है।
वहीं इस विषय पर जब ‘छत्तीसगढ़’ ने ठेकेदार माड़वी देवा से फोन पर जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि यह कार्य मेरे द्वारा किया जा रहा है और अभी कार्य पूरा नहीं हुआ है, पानी गिरने की वजह से थोड़ा सा काम बचा हुआ है।
जब इस पूरे मामले में विभाग के इंजीनियर श्री चंद्राकर से जानकारी ली गई तो उनका साफ कहना है कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है और न ही मैं यह कार्य करवा रहा हूं।
इस पूरे मामले में आदिवासी विकास शाखा के सहायक आयुक्त जी आर शोरी से फोन पर जानकारी ली गई तो उनका कहना है की कार्य का टेंडर नहीं हुआ है, भवन जजऱ्र हो गया था कार्य कराना अतिआवश्यक था, इसलिए कार्य को बिना टेंडर के किया गया है, बाकि जब टेंडर होगा ओर उक्त ठेकेदार को काम नहीं मिलेगा तो उस समय देखेंगे कि जो कार्य ठेकेदार के द्वारा किया गया है उसको कैसे पेमेंट करेंगे। बाकि टेंडर के बिना कार्य नहीं कराया जाता है लेकिन अतिआवश्यक होने के कारण काम को अभी कराया जा रहा है।