महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 24 सितम्बर। महासमुंद कांग्रेस जिला अध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर ने कि पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह बेफिक्र रहें। कांग्रेस ने वादा किया है तो उसे निभाएगी भी। भाजपा के समान झूठा वायदा करना कांग्रेस की फितरत नहीं। कांग्रेस के घोषणा पत्र के सभी वादों को गंगा जल की शपथ से जोड़ कर रमन सिंह और भाजपा गंगाजल का न सिर्फ अपमान कर रहे बल्कि गंगा जल की महत्ता का मखौल भी उड़ा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का हर नागरिक जानता है कांग्रेस ने किसानों का कर्जा माफ करने के लिए गंगा जल की कसम खाई थी। राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस नेताओं के इस कसम का मान रखने के लिए मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के मात्र तीन घण्टे के अंदर राज्य के 19 लाख किसानों का कर्ज माफ कर दिया था। कर्ज माफी के लिए कांग्रेस नेताओं को गंगा जल उठा कर कसम खाने की नौबत भी भाजपा के धोखेबाजी वाले चरित्र के कारण आई थी।
उन्होंने कहा है कि भाजपा की तत्कालीन रमन सरकार और भाजपा आईटी सेल ने कांग्रेस मुख्यालय के नाम का एक फर्जी पत्र जन सामान्य में प्रचारित किया था जिसमे कांग्रेस के कर्जमाफी के वायदे पर जोर नहीं देने की बात का उल्लेख था। भाजपा के इस झूठ को नष्ट करने कांग्रेस नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस लेकर मीडिया कर्मियों के समक्ष कर्ज माफी के वायदे के लिए गंगा जल की कसम उठाई थी।
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर ने कहा कि रमन सिंह सहित भाजपा के नेता कांग्रेस के जन घोषणा पत्र के हर वायदे को गंगा जल की कसम से जोड़ कर गंगा जल का अपमान करते हैं। यह भाजपा के अधर्मी और झूठे चरित्र को दर्शाता है। अपनी राजनीति करने के लिए भाजपाई बार-बार गंगा जल की झूठी कसम का हवाला देते हैं।
डा.रश्मि ने कहा कि कांग्रेस जन घोषणा पत्र कांग्रेस का जनता से किया गया पवित्र दस्तावेज है। उसके एक-एक वायदे को पूरा करने के लिए ईमानदार प्रयास करने के लिए कांग्रेस की सरकार प्रतिबद्ध है। कांग्रेस ने आधे से ज्यादा वादे को पूरा कर लिया है।
बचे हुए वायदों को पूरा करने के लिए ठोस प्रयास और कार्य योजनाएं तैयार की जा चुकी है।
उन्होंने कहा है कि रमन सिंह कांग्रेस के जन घोषणा पत्र के वायदों का हिसाब मांगने से खुद सोचें कि उन्होंने तो 2003 के भाजपा के संकल्प पत्र के वायदों को तीन बार 15 सालों तक सरकार चलाने के बाद भी पूरा नहीं किया था। राज्य की जनता भूली नहीं है। डा. रमन ने 2003 में हर आदिवासी को 10 ली.दूध देने वाली जर्सी गाय देने का वायदा, हर आदिवासी परिवार से एक को सरकारी नौकरी का वायदा, हर बेरोजगार को 500 भत्ता देने के वायदों का क्या हश्र किया।