राजनांदगांव
बम्बई के आतिशबाजियों की दिखेगी कला
तीन दिवसीय आयोजन के साथ दर्शकों का लगेगा मेला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 सितंबर। शहर में दशहरा उत्सव की तैयारियां शुरू हो गई है। कोरोनाकाल में रावण के पुतले को जलाने के लिए पाबंदी अब हट चुकी है। यानी कोरोना संक्रमण के दौरान बनी परिस्थितियों के चलते रावण पुतलों की लंबाई पर प्रतिबंध लगा हुआ था। इस साल प्रतिबंधमुक्त होने के कारण दशहरा में लोगों को बढ़े हुए कद में रावण का पुतला दहन देखने का मौका मिलेगा।
मिली जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय उत्सव समिति द्वारा इस वर्ष दशहरा पर्व पर 51 फीट रावण का पुतला दहन करने की तैयारी है। वहीं दशहरा पर्व पर बम्बई के कलाकार आतिशबाजी की कला दिखाएंगे। दशहरा पर्व पर इस बार राष्ट्रीय उत्सव समिति द्वारा तीन दिवसीय आयोजन करने की तैयारी है। 5 अक्टूबर को नवरात्र समाप्त होने के अगले दिन रावण दहन किया जाएगा। राष्ट्रीय दशहरा उत्सव समिति की ओर से इस दफा 51 फीट रावण का पुतला तैयार किया जा रहा है।
इधर शहर में आधा दर्जन जगहों पर रावण दहन होगा। जिसमें कमला कॉलेज, म्युनिसिपल स्कूल और गौरीनगर में भी बड़े पुतले दहन किए जाएंगे। स्थानीय म्युनिसिपल हाईस्कूल मैदान में छत्तीसगढ़ जनमहोत्सव दशहरा उत्सव समिति द्वारा रावण पुतला दहन किया जाएगा। कमला कॉलेज में राजा दिग्विजयदास दशहरा उत्सव समिति द्वारा भी आयोजन को भव्य रूप देने की तैयारी चल रही है। समिति के अध्यक्ष रूबी गरचा ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि पारंपरिक रूप से आयोजन की तैयारी चल रही है। आकर्षक आतिशबाजी और अन्य कार्यक्रम होंगे।
इधर कुछ समितियों द्वारा दशहरा पर्व पर रावण पुतला दहन के दौरान भव्य आतिशबाजी किए जाने की तैयारी है। कोरोनाकाल के दौरान बीते दो साल से लोगों ने नवरात्र और दशहरा पर्व का आनंद नहीं ले पाए थे। दो साल बाद कोरोना संक्रमण में ढिलाई आने के बाद प्रशासन से त्यौहारों में जहां छूट दी गई है। ऐसे में इस बार लोग रावण दहन समेत आतिशबजियों का आनंद ले सकेंगे।