बीजापुर
ताकीलोड़, भोपालपट्टनम और तोयनार की बेटियों ने बढ़ाया मान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 6 फरवरी। जिले के धुर नक्सल प्रभावित इलाके ताकीलोड़, भोपालपट्टनम और तोयनार के साधारण परिवार की तीन बालिकाओं ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जाम (एफएमजीई)को पास कर भारत में मेडिकल प्रैक्टिस के लिए क्वालीफाई किया है।
बीजापुर के भैरमगढ़ तहसील के ताकीलोड गांव की डॉ. प्रीति भवानी पिता स्व मुन्नाराम भवानी रसिया के मेडिकल कॉलेज किर्गिस्तान से चिकित्सा की पढ़ाई कर लौटी थी। जिसे यहां के मेडिकल प्रैक्टिस के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जाम को पास करना अनिवार्य था। प्रीति भवानी ने पहले प्रयास में ही फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जाम को क्रैक कर लिया।
बीजापुर से 25 किमी दूर तोयनार निवासी तिरुपति कटला की पुत्री डॉ. सृष्टि कटला ने रूस के किर्गिस्तान से एमबीबीएस की डिग्री ली थी और एमसीआई हैदराबाद में फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जाम को क्रैक किया। अब डॉ सृष्टि कटला भारत में मेडिकल प्रेक्टिस के लिए योग्य हो गई हैं।
भोपालपट्टनम निवासी मिरंजा खान की द्वितीय पुत्री डॉ. आशिफा खान की प्राथमिक शिक्षा शिशु मंदिर मद्देड़ में हुई थी। तीन बहनों और एक भाई में दूसरे नंबर की आशिफा बचपन से ही पढ़ाई में तेज थी। उन्होंने हार्बिन मेडिकल यूनिवर्सिटी चीन से एमबीबीएस और एमसीआई दिल्ली से फॉरेन ग्रेजुएट एग्जाम पास किया है। तीनों युवतियों के द्वारा मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के फॉरेन ग्रेजुएट एग्जाम को पास किये जाने को लेकर जहां एक ओर परिजनों सहित ग्रामीणों में खासा उत्साह हैं। वही स्थानीय विधायक विक्रम मंडावी ने उन्हें बधाई दी हैं। विधायक मंडावी ने उन्हें बीजापुर का गौरव बताते हुए कहा कि निश्चय ही इससे आगे की पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी।