राजनांदगांव
पंचायतों में तालाबंदी से भटक रहे ग्रामीण, करोड़ों के विकास कार्य ठप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 24 फरवरी। ब्लॉक के 69 ग्राम पंचायतों में तालाबंदी करने के बाद आक्रोशित हड़ताली सरपंच अब गांवों जारी निर्माण व विकास कार्य को रोकने लगे हैं। पांच सूत्रीय मांगा के पूरा नहीं होने से नाराज विकासखंड के सरपंच अब पंचायतों में जारी विकास कार्यों को रोककर शासन-प्रशासन पर दबाव बनाने में जुट गए हैं।
ब्लॉक के सरपंच संघ के आह्वान पर विकासखंड के 69 ग्राम पंचायत के सरपंच 15 फरवरी से अनिश्तिकालीन हड़ताल कर शासन-प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सडक़ में उतरे सरपंच इस बात से खासे नाराज हैं कि एक सप्ताह से निरंतर जारी आंदोलन के बाद भी उनकी मांगो को पूरी करने की दिशा एवं हड़ताल समाप्त कराने की दिशा में अब तक कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई है। इधर सरपंच संघ ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी वे आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे।
सरपंच संघ के ब्लॉक अध्यक्ष योगेन्द्र कोडापे ने बताया कि विकासखंड के सभी ग्राम पंचायतों में रनिंग वाटर , मनरेगा एवं 15वें वित्त सहित अन्य मदों के अंतर्गत हुए निर्माण व विकास कार्यों की मजदूरी भुगतान पिछले दो वर्ष से रूका हुआ है। सरपंच संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि समय पर मजदूरी भुगतान नहीं किए जाने एवं दो-दो वर्ष से पंचायतों को मजदूरी भुगतान के लिए राशि नहीं दिए जाने से सभी पंचायतों के ग्रामीणो में आक्रोश है। सरपंच संघ पंचायतों में होने वाले छोटे-छोटे कार्यों को टेंडर में में दिए जाने का विरोध कर इसे रोकने की मांग कर रहा है। 15 फरवरी से ब्लॉक के सभी सरपंच जनपद पंचायत परिसर में जनपद कार्यालय के सामने पंाच सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हंै।
बुधवार को हुए प्रदर्शन में अध्यक्ष योगेन्द्र कोडापे की अगुवाई में गोविंद नुरेटी, नोहर धनंजय, उमेश अमिला, सुर्यकांत रावटे, बिहारी रावटे, मोहनलाल ध्रुर्वे, सुमन गांवरे, हुमन चंद्रवंशी, जीतलाल चंद्रवंशी, शारदा दुधकौरे, प्रीति चौहान, भुनेष चन्द्रवंशी, लक्ष्मी नेताम, शत्रुपा परतेती, बुधयारिन कटेंगा, भैयाराम कुंजाम इत्यादि सरपंच शामिल हुए।
जनपद पंचायत सीईओ बीपी चुरेन्द्र ने कहा कि सरपंचों के हडताल से अभी किसी तरह के कार्य प्रभावित नहीं हुए हैं। आंदोलन की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी गई है। मनरेगा पीओ ऋतु चंद्राकर ने कहा कि मनरेगा के तहत पंचायतों में हो रहे विकास कार्यों को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। सरपंचों को काम नहीं रोकने की समझाईश दी गई है।