बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपट्नम, 23 अप्रैल। विधायक विक्रम और अन्य कांग्रेसी नेताओं के काफिले पर 18 अप्रैल की हमले को लेकर माओवादियों ने एक पर्चा जारी किया है।
इस घटना के छठवें दिन बाद पश्चिम बस्तर डिवीजनल कमेटी भाकपा (माओवादियों ) के प्रवक्ता मोहन ने एक पर्चा जारी किया है। इस पर्चे के द्वारा नक्सलियों ने हमले को लेकर कहा है कि हमारे निशाने पर कोई भी राजेनता नहीं था। हमने पुलिस की गाड़ी समझकर उस पर गोलियां चलाई थी। माओवादी नेता ने कहा कि बीजापुर-गंगालूर रोड पर हमारे पीएलजीए के लड़ाकों ने पुलिस की गाड़ी समझ कर गोलीबारी की थी। यह हमला टीसीओसी (टैक्टिकल काउंटर ऑफ ऑफेंसिव कैंपेन) के तहत किया गया था। हमने किसी भी नेता के काफिले पर हमला नहीं किया था।
वहीं नक्सलियों के नेता मोहन ने आरोप लगाते हुए कहा कि जनवरी माह से हमारा टीसीओसी चल रहा है। इस दौरान सुरक्षाबलों के जवानों ने कई फर्जी गिरफ्तारी और फर्जी मुठभेड़ों को अंजाम दिया है। इसी के खिलाफ इस घटना को अंजाम दिए जाने की बात नक्सली नेता ने अपने पर्चे में कही है।
ज्ञात हो की मंगलवार यानी 18 अप्रैल को कांग्रेस के विधायक विक्रम मंडावी एवं अन्य कांग्रेसी नेता गंगालूर से नुक्कड़ सभा करके वापस लौट रहे थे, तभी पदेड़ा के पास यह खबर आई थी कि नक्सलियों ने कांग्रेस के काफिले पर हमला कर दिया। चूंकि नक्सल प्रभावित जिला होने की वजह से इस घटना ने खूब सुर्खियां बटोरी थी।
इस घटना के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में कई दिग्गज नेताओं का बयान आया था, जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी विधायकों और कांग्रेस के नेताओं की सुरक्षा की बात कही थी, लेकिन रविवार को नक्सली नेता के इस पर्चे के बाद यह साफ हो गया कि नक्सलियों ने कांग्रेस के काफिले पर हमला नहीं किया था।