बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 अप्रैल। राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम ने जिले के सभी पंचायत प्रतिनिधियों को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएँ दी है। अपने शुभकामना संदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम ने कहा कि भारत का दिल भारत के गाँवों में बसता है गाँव मजबूत होगा तो देश मजबूत होगा।
उन्होंने कहा कि देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मानना था कि अगर देश के गांवों को खतरा पैदा हुआ तो पूरे भारत को खतरा पैदा हो जाएगा। इसके लिए गांधी जी ने सशक्त और मजबूत गांवों का सपना देखा था। इसी सपने को पूरा करने के लिए 1992 में संविधान में 73वां संशोधन किया गया और पंचायती राज संस्थान का कॉन्सेप्ट पेश किया गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम ने कहा कि प्रदेश की भूपेश बघेल की सरकार ने पंचायतों को मजबूत करने का काम किया है। अब पंचायतें ग्राम सभा के माध्यम से गाँवों के विकास के निर्णय ले रहे है। ग्राम पंचायतें स्थानीय प्रशासन की मदद से विकास कार्य और सरकार की योजनाओं को गाँव के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचा रहे है, और ग्रामीणों को पंचायतों के माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम ने आगे कहा कि राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की शुरुआत देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने 24 अप्रैल 2010 की थी। यह दिन 1992 में संविधान के 73 वें संशोधन के अधिनियम का प्रतीक है। इस ऐतिहासिक संशोधन के जरिए जमीनी स्तर की शक्तियों का विकेंद्रीकरण किया गया और पंचायती राज नाम की एक संस्था की बुनियाद रखी गई। इस कानून की मदद से स्थानीय निकायों को अधिक से अधिक शक्तियां दी गईं। उनको आर्थिक विकास और सामाजिक न्याय की शक्ति और जिम्मेदारियां भी दी गईं।
विश्व में सबसे अधिक रोजगार देने वाली योजना मनरेगा का संचालन पंचायतों के माध्यम से हुआ जो अपने आप में एक इतिहास है।