राजनांदगांव
नांदगांव के ओस्तवाल परिवार की नातिन का निकला बरगोड़ा, 28 को राजस्थान में लेंगी दीक्षा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 मई। राजनांदगांव के कांग्रेस नेता हेमंत ओस्तवाल की 20 वर्षीय सगी भांजी कुमकुम वैराग्य के जीवन में प्रवेश कर रही है। मूलत: धमतरी की रहने वाली कुमकुम का बुधवार को स्थानीय ओस्तवाल परिवार अपने ननिहाल से बरगोडा का आयोजन किया गया। दीक्षा लेने से पूर्व जैन पंथ के इस रिवाज के जरिये कुमकुम ने संयम और तपस्या की राह में एक कदम आगे बढ़ाया है।
स्थानीय पारसमल ओस्तवाल, मधुकुमार और हेमंत ओस्तवाल के निवास से कुमकुम बरगोडा कार्यक्रम में शामिल हुई। इसी के साथ कुमकुम अब साध्वी के तौर पर जानी जाएगी। आगामी 28 मई को राजस्थान के कानोड में एक भव्य दीक्षा समारोह में कुमकुम तप के जीवन में प्रवेश करेगी। बताया जा रहा है कि कुमकुम के पिता कमलेश कोटडिया और माता श्रीमती संजू कोटडिया धमतरी निवासी हैं। 28 मई को कानोड में 1008 आचार्य श्रीरामलाल मरा साहब के सानिध्य में कुमकुम दीक्षा ग्रहण करेंगी।
आज निकली बरगोड़ा के बाद सकल जैन श्री संघ और साधु मार्गी जैन श्री संघ द्वारा कुमकुम का अभिनंदन किया गया। शहर के विभिन्न मार्गों से होकर बरगोड़ा समता भवन में पहुंचा, जहां कुमकुम का जैन समाज के अलग-अलग पंथों के द्वारा अभिनंदन किया गया। बताया जा रहा है कि 25 मई को कुमकुम का परिवार राजस्थान के लिए रवाना होगा। बेटी को वैराग्य जीवन में प्रवेश करते देखकर माता-पिता समेत नाना-नानी और रिश्तेदारों की आंखे भर आई। दीक्षा के बाद कुमकुम का एक नया नामकरण भी होगा।