बीजापुर
कई निजी अस्पतालों में करा चुकी थी इलाज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 8 जून। भोपालपटनम के तिमेड में रहने वाली यशोदा व राजेंद्र के शादी के 10 हो गए थे। वे बच्चा चाह रहे थे। बच्चे के लिए दंपत्ति ने कई निजी सहित विभिन्न अस्पतालों में इलाज भी करवा। लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद दंपत्ति दो महीने पहले जिला अस्पताल उत्सव के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में गए तो उनकी पूरी जांच की गई और इलाज शुरू किया गया। इलाज के दो महीने के अंदर ही कपल को प्रेग्नेंट होने की खुशखबरी मिली। लगभग एक दशक तक प्रयास करने के बाद यह उनके जीवन का सबसे सुखद क्षण था।
जिला चिकित्सालय बीजापुर के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सचिन पापरिकर व स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बारगजे गणेश महादेवे ने कहा है, चिकित्सा विज्ञान में प्रगति के साथ, प्रजनन संबंधी मुद्दों वाले लोगों की मदद करने के बहुत सारे तरीके हैं। कभी.कभी केवल एक व्यक्ति को उपचार की आवश्यकता होती है, दूसरी बार दोनों भागीदारों को एक साथ उपचार के संयोजन की आवश्यकता होगी। उन्होंने बताया कि दंपति के यहां आने के बाद पहले उनकी पूरी जांच की गई। फिर पॉलिसिस्टिक डिम्बग्रंथि रोग का उपचार के साथ ओव्यूलेशन इंडक्शन, ओव्यूलेशन ट्रिगर और ल्युटल फेज सपोर्ट तकनीक की मदद से उपचार किया गया और दंपति को सफलता मिली। डॉक्टरों ने आगे कहा कि उन्हें बीजापुर के उन लोगों की मदद करने में खुशी हो रही है, जिन्हें गर्भवती होने में दिक्कत हो रही है।बांझपन उपचार सेवाओं और विशेषज्ञों तक बढ़ती पहुंच के बावजूद, बांझपन से निपटना महिलाओं के सामने सबसे कठिन चुनौतियों में से एक है। इस तरह के उपचार आमतौर पर निजी क्लीनिकों अस्पतालों में किए जाते हैं और रोगियों के लिए बहुत महंगे होते हैं। जिला अस्पताल में इस तरह के इलाज की शुरुआत और सफलता ऐसी ही समस्याओं का सामना कर रहे लोगों के लिए एक बड़ी उम्मीद होगी।