बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 10 जून। नियमितीकरण का वादा पूरा करने छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ ने प्रदेश के 33 जिलों के लिए संविदा नियमितीकरण रथयात्रा निकाली है। शनिवार रथयात्रा बीजापुर पहुंची। यहां रथयात्रा का आतिशबाजी व फूलों से भव्य स्वागत किया गया हैं। गैर कांग्रेस शासित राज्यों में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व द्वारा संविदा प्रथा के विरोध में किये गए ट्वीट का पोस्टर बनाकर संघ प्रसार करने की योजना बना रहा है।
राज्य की वर्तमान कांग्रेस सरकार के चुनाव पूर्व जन घोषणा पत्र में किए गए नियमितिकरण के वादे को पूरा करने को लेकर 16 मई से 21 जून तक राज्य के 33 जिले के कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपने संविदा नियमितिकरण रथयात्रा निकाली गई है। शनिवार को रथ प्रांतीय पदाधिकारियों के साथ बीजापुर पहुंचा। यहां संविदा कर्मचारियों ने बड़े उत्साह के साथ किसी धार्मिक रथ की तर्ज पर पूजा-अर्चना कर पटाखों की लडिय़ों के साथ बाइक रैली निकालकर स्वागत किया।
इस दौरान सभा प्रांताध्यक्ष कोशलेश तिवारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के साढ़े चार साल बीत जाने के बाद भी इनसे किया हुआ वादा पूरा नहीं किया है। जिससे संविदा कर्मियों में नाराजगी है। रथयात्रा के माध्यम से ये सरकार का ध्यान आकर्षित करना चाह रहे है। रथयात्रा को लेकर प्रदेशभर के संविदा कर्मियों में उत्साह का संचार हुआ है।
जिला अध्यक्ष रमाकांत पुनेठा ने कहा कि अन्य राज्यों में कांग्रेस के शीर्ष नेता संविदा कर्मचारियों के साथ संवेदना दिखाते हैं, वहीं साढ़े चार साल बीत जाने के बाद भी छत्तीसगढ़ में अब तक नियमितीकरण नहीं किया जाना दुर्भाग्यजनक है।
प्रांतीय प्रवक्ता सूरज सिंह ठाकुर ने कहा कि 21 जून को रथयात्रा रायपुर पहुंचेगी, जहां से अनिश्चितकालीन आंदोलन की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा अभी तक कोई संवाद नहीं किया जा रहा है। भविष्य में यह उग्र आंदोलन का कारण बनेगा।
संविदा प्रथा के विरोध में किए गए ट्वीट पोस्टर बना चर्चा का विषय
प्रांतीय दल के शेख मुनियुदीन ने बताया कि गैर कांग्रेसी राज्यों में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का संविदा प्रथा के विरोध में एवं उनके आंदोलन का समर्थन करते हैं, किंतु छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद साढ़े चार साल में नियमितिकरण नहीं किया जाना दुर्भाग्य जनक है। संविदा कर्मी इसका पोस्टर बनाकर शहर के प्रमुख स्थानों पर प्रचार प्रचार किया करेंगे।
संविदा में हो न! बुरा लगता है सेल्फी जोन बना आकर्षण का केंद्र
दंतेवाड़ा के सक्रिय सदस्य मुकेश अहिरवार ने बताया कि बहुत से कर्मचारी 15 साल से सेवा दे रहे है। किंतु अभी भी नौकरी खो जाने का भय बना रहता है। संविदा में हो न, यह ताना हमें भीतर तक आहत करता है। इसलिए इस बार हम उसी की सरकार बनाएंगे जो हमें संविदा के इस दंश से मुक्ति दिलाए। लगभग 200 की संख्या में संविदा कर्मचारी शामिल हुए।सभा स्थल पर बीजापुर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया।