दन्तेवाड़ा
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
दंतेवाड़ा, 23 जून। शक्तिपीठ दंतेश्वरी मंदिर वाली नगरी दंतेवाड़ा में नारायण मंदिर से बस स्टैंड चौक तक सड़क किनारे बने प्लेटफार्म को लोहे की रेलिंग से घेरने का विरोध कम होता नजर नहीं आ रहा है। जिला प्रशासन को 25 जून तक रेलिंग नहीं हटाए जाने पर चक्काजाम करने का अल्टीमेटम दिया गया है। इस मुद्दे पर लगातार दूसरे दिन भी विभिन्न समाजों से जुड़े लोगों ने नारायण मंदिर परिसर में बैठकर विरोध जताया।
रेलिंग लगवाने को लेकर प्रशासन की हठधर्मिता का विरोध जताते एकत्र हुए लोगों से चर्चा करने एसडीएम शिवनाथ बघेल पहुंचे, लेकिन लोग अपर कलेक्टर संजय कन्नौजे से ही चर्चा करने पर अड़े रहे। अंतत: अपर कलेक्टर कन्नौजे ने पहुंचकर बातचीत की, लेकिन आमजन रेलिंग को पूरी तरह हटवाने की मांग को लेकर अड़े रहे।
इस विरोध की अगुवाई कर रहीं जिला पंचायत अध्यक्ष तूलिका कर्मा ने कहा कि प्रशासन ऐतिहासिक फागुन मेला से जुड़े स्थल और आम त्यौहारों में ग्रामीण जनों द्वारा फूल पत्ते, पूजन सामग्री और कुम्हारों के मिट्टी के बर्तन बेचने वाली जगह को रेलिंग से घेरने की जिद पर अड़ा हुआ है, जो उचित नहीं है। धर्मस्व विभाग द्वारा गठित टेंपल कमेटी को विश्वास में लिए बगैर मनमाने ढंग से इस जगह पर रेलिंग का निर्माण करवाया जा रहा है। हम विकास कार्य का विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन सिर्फ ठेकेदारी को बढ़ावा देने के लिए लगाई जा रही औचित्यहीन रेलिंग लगाने के खिलाफ हैं। जब जन समुदाय में इसे लेकर भारी विरोध है, तो फिर इस रेलिंग को लगाना ही गलत है।
तूलिका ने कहा कि अगर 25 जून तक रेलिंग नहीं हटाया जाता है, तो जिले भर से लोग इक_ा होकर चक्काजाम करने मजबूर होंगे।
इस बारे में अपर कलेक्टर संजय कन्नौजे का कहना था कि यह तालाब की जमीन है। पैदल चलने वाले बुुजुर्गों व बच्चों की सुरक्षा के लिए रेलिंग लगाई जा रही है। फागुन मेला में दुकान लगानेे वालों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नगर पालिका करेगी। लेकिन अपर कलेक्टर के जवाब से लोग संतुष्ट नहीं हुए।