बीजापुर
एंटी पोचिंग टीम ने अब तक 12 लोगों को पकड़ा, चल रही है पूछताछ, अब भी एक फरार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 2 जुलाई। बाघ के शिकार के बाद शुक्रवार को उसके खाल के साथ पकड़े गए 7 आरोपियों से पूछताछ में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हंै। इस वारदात में शामिल फरार दो पुलिस वालों ने शनिवार को सरेंडर कर दिया था, वहीं रविवार को वन विभाग की एंटी पोचिंग टीम ने बाघ के खाल निकालने वाले गिरोह को देखने वाले व्यक्ति सहित दो अन्य को पकड़ा है। इसके साथ ही इस पूरे मामले में शामिल 12 लोगों को अब तक कब्जे में लेकर वन अफसर पूछताछ कर रही है।
शुक्रवार को उदंती सीतानदी अभ्यारण्य की एंटी पोचिंग टीम के साथ बीजापुर आईटीआर व सामान्य वन मंडल की संयुक्त टीम ने एक ढाई वर्ष के बाघ के खाल के साथ 7 लोगों को पकड़ा था। इनमें आरती दास, विक्रम ठाकुर, प्रीतम लाल साहू, तामेश्वर जैन, काका दीपक, मनोज कुरसम व किशोर दशराहिया शामिल थे। वही दो पुलिस कर्मी रामकुमार टिंगे व ओम प्रकाश ठाकुर फरार हो गए थे। जिन्होंने शनिवार को सरेंडर कर दिया।
वहीं रविवार को एंटी पोचिंग टीम ने इनपुट के आधार पर बाघ के खाल को निकालने वाले गिरोह के सदस्यों को देखने वाले तुलसीराम को पकड़ा है। तुलसीराम वही व्यक्ति है, जिसने बाघ के खाल निकालने वाले 4 से 5 सदस्यों को देखा है। इसके अलावा रमेश दुर्गम और सुबैय्या भी पकड़े गए है। वहीं इस मामले में संपर्क कराने वाला एक व्यक्ति अब भी फरार है।
बाघ के शिकार मामले में टीम ने अब तक 12 लोगों को पकड़ा है। सभी से पूछताछ चल रही हैं। विभागीय सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि जनवरी-फरवरी में बाघ का शिकार किया गया था। तब से खाल को बेचने तस्कर यहां वहां भटक रहे थे। इसी बीच वन विभाग को इसकी सूचना मिल गई और एक के बाद एक आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। बताया गया है कि एक दो दिनों में शिकार के मास्टर माइंड को भी दबोच लिया जाएगा।