बीजापुर
प्रदेश के 45 हजार संविदा कर्मियों की आशा निराशा में बदली
अब 54 विभागों के कर्मचारी आंदोलन को धार देने की तैयारी में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 6 जुलाई। कैबिनेट की बैठक से आस लगाये बैठे प्रदेश के 54 विभागों के 45 हजार संविदा कर्मचारियों को गुरुवार को हुए कैबिनेट की बैठक से कोई फैसला न आने से निराशा हाथ लगी है। इससे नाराज संविदा कर्मी अब आंदोलन को धार देते हुए उग्र प्रदर्शन की तैयारी में हैं।
पिछले दिनों उप मुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव के द्वारा मीडिया में दिए गए बयान के बाद संविदा कर्मचारियों को कैबिनेट बैठक से काफी उम्मीदें थी, किंतु उनके संबंध में कैबिनेट बैठक में किसी भी प्रकार का निर्णय नहीं आने से संविदा कर्मचारियों को निराशा हाथ लगी है। इससे नाराज कई जिलों में संविदा कर्मचारियों ने सरकार के प्रति अपना विरोध जताने के लिए जमकर नारेबाजी भी की।
ज्ञात हो कि 3 जुलाई से छत्तीसगढ़ के 54 विभागों में कार्यरत 45000 संविदा कर्मचारी अनिश्चितकालीन आंदोलन में चले गए हैं।
महासंघ के जिला अध्यक्ष रमाकांत पुनेठा ने बताया कि सरकार के पौने पांच साल बीत जाने के बाद भी नियमितिकरण के संबंध में निर्णय नहीं लिया जाना। यह दुखद स्थिति है। समाचार पत्रों में 6 जुलाई के कैबिनेट बैठक में संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की संभावना जाहिर की गई थी। जिसके बाद प्रदेश के 45000 संविदा कर्मचारियों को सरकार से आस बंधी थी कि मौजूदा भूपेश सरकार से तोहफा मिलेगा, किंतु ऐसा हुआ नहीं। जिसके कारण कर्मचारियों में सरकार के प्रति भारी रोष है।
वर्तमान में अनिश्चितकालीन आंदोलन पर हैं, सरकार जल्द निर्णय नहीं लेती तो आने वाले दिनों में आंदोलन को धार देते हुए उग्र प्रदर्शन होता जाएगा।