बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 7 जुलाई। नियमितिकरण को लेकर हड़ताल में बैठे संविदा कर्मचारियों को कैबिनेट की बैठक से आस बंधी थी कि सरकार इनके लिए संवेदनशीलता दिखाते हुए कुछ निर्णय लेगी, किंतु ऐसा नहीं हुआ।
संविदाकर्मी सरकार के रवैए पर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं। इनका कहना है कि जिन कर्मचारियों को कार्यालयों में सेवा देनी चाहिए। वे आज सडक़ों पर उतरने मजबूर हो गए हैं। क्या यह सरकार की नाकामी नहीं है। शुक्रवार को संविदा कर्मियों की हड़ताल को विभिन्न राजनीतिक दलों व कर्मचारी संगठनों का समर्थन मिला है।
जिला अध्यक्ष रमाकांत पुनेठा ने सरकार से अपील की है कि सरकार को संवेदनशीलता पूर्वक विचार कर जल्द कर्मचारियों से बातचीत कर नियमितिकरण की घोषणा करनी चाहिए, अन्यथा स्थिति आने वाले दिनों में और भी खराब होती जाएगी। चूंकि इस बार कर्मचारी बिना समाधान के कार्यालय नहीं जाने वाले है।
छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस से जिला अध्यक्ष विजय झाड़ी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जमुना सकनी, पूर्व राज्य युवा आयोग सदस्य अजय सिंह, सकनी चन्द्रिया व कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन संघ से जिला संयोजक डी राय, सचिव कैलाश रामटेके, पेंशनर संघ के जिलाध्यक्ष नरवरिया ने संविदा कर्मियों के मांगों को समर्थन किया। तहसीलदार बीजापुर को ज्ञापन दिया गया।