बलरामपुर
पार्षदों ने कलेक्टर को आवेदन देकर लगाया अविश्वास प्रस्ताव
भ्रष्टाचारियों पर स्थानीय विधायक की शह का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुसमी, 20 जुलाई। बलरामपुर जिले के नगर पंचायत कुसमी अध्यक्ष के विरुद्ध 10 वार्डों के पार्षदों ने मिलकर अविश्वास प्रस्ताव लगाया है। नगर पंचायत कुसमी के नगरवासियों में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा जोरों पर है। लोगों के अनुसार अध्यक्ष स्थानीय विधायक चिंतामणि महराज के बेहद करीबी माने जाने हैं ऐसे में यह मामला दिलचस्प बना हुआ है।
इस मामले में बलरामपुर कलेक्टर रिमिजियुस एक्का ने कहा कि आवेदन प्राप्त हुआ है। अविश्वास प्रस्ताव पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
सामरी विधायक चिंतामणि महाराज के गृह क्षेत्र से लगे कुसमी नगर पंचायत में विगत कुछ दिनों से सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है तथा पार्टी में कई दिनों से अंतर्कलह भी चल रही है। कांग्रेस पार्टी से नगर पंचायत अध्यक्ष गोवर्धन राम के खिलाफ कुल 10 वार्ड के पार्षदों ने मिलकर संयुक्त जिला कार्यालय पहुंचकर अविश्वास प्रस्ताव लगया है, वहीं वार्ड पार्षदों ने नगर पंचायत अध्यक्ष एवं सीएमओ के खिलाफ भ्रष्टाचार करने के गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
वार्ड पार्षदों ने सीधे शब्दों में सामरी विधायक चिंतामणि महाराज पर आरोप लगाया है कि भ्रष्टाचार में लिप्त नगर पंचायत अध्यक्ष व सीएमओ को उनके द्वारा शह भी दिया जा रहा है। सभी दलों के पार्षदों में से 10 पार्षद लामबंद होकर कुसमी के नगर पंचायत अध्यक्ष गोवर्धन राम के खिलाफ मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव एवं सम्मलेन की तिथि निर्धारित करने संबंधित आवेदन बलरामपुर कलेक्टर को दिया है।
कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष के खिलाफ कांग्रेस उपाध्यक्ष सहित अन्य पार्षद भी शामिल
कुसमी के नगर पंचायत में कुल 15 वार्ड हैं. जिसमें 10 पार्षदों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव एवं सम्मलेन की तिथि निर्धारित करने सम्बंधि आवेदन प्रस्तुत किया गया हैं। दिलचस्प बात यह भी है कि अध्यक्ष कांग्रेसी है तथा उपाध्यक्ष भी कांग्रेसी हैं बावजूद इसके अपने ही अध्यक्ष के खिलाफ उपाध्यक्ष सहित अन्य कांग्रेस,भाजपा एवम निर्दलीय पार्षद भी अविश्वास लगाने में शामिल हैं।
आरोप है कि नगर पंचायत में अध्यक्ष व सीएमओ खुद तो मनमानी करते ही हैं लेकिन उनके रिमोट कंट्रोल किसी गैर जिम्मेदार के हाथ में है जिससे नगर पंचायत का विकास नहीं हो पा रहा है इससे आक्रोशित वार्ड पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लगाया है।
पार्षदों ने कहा - अध्यक्ष को गिरा कर नगर के विकास के लिए एक होकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं।
वार्ड क्रमांक-11 के निर्दलीय पार्षद सोमनाथ भगत ने कहा है कि चार साल में नगर पंचायत का कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। अध्यक्ष व सीएमओ की मिलीभगत से करोड़ों रुपए का विकास कार्य ठप पड़ा हुआ है। कमीशनखोरी चरम सीमा पर है। विकास कार्य के लिए शासन से आने वाले पैसे का दुरुपयोग हो रहा है। नगर पंचायत के हर सामग्री खरीदी में भारी अनियमितता हुई है तथा भारी कमीशन ली जा रही है।
वार्ड 10 के पार्षद आनंद जायसवाल ने कहा कि विगत 28 तारीख को परिषद की बैठक में ट्रैक्टर घोटाला नगर पंचायत अध्यक्ष व सीएमओ की मिलीभगत से होना सामने आया था। इसके पूर्व ही उक्त दोनों की मिलीभगत से लगभग 40 लाख का चुना नगर पंचायत के नागरिकों की गाड़ी कमाई को लगाया जा चुका हैं। अब हमारे पास पक्ष विपक्ष का कोई भी बात नहीं रह गया। नगर पंचायत के उन्नति के लिए सारे पार्षद एकजुट होकर सभी पार्षद नगर पंचायत के अध्यक्ष गोवर्धन राम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन लेकर कलेक्टर के पास आए थे।
पूरा विश्वास है कि नगर पंचायत के अध्यक्ष को गिरा कर नगर पंचायत के विकास के लिए हम सभी पार्षद एक होकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं।