बीजापुर

कंजक्टिवाइटिस संक्रमण की जद में पोटाकेबिनों के बच्चे
31-Jul-2023 3:25 PM
कंजक्टिवाइटिस संक्रमण की जद  में पोटाकेबिनों के बच्चे

भोपालपटनम क्षेत्र में तेजी से फैल रही आई फ्लू

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
बीजापुर, 31 जुलाई।
भोपालपटनम क्षेत्र में आई फ्लू (कंजक्टिवाइटिस) का संक्रमण पोटाकेबिनों में पढऩे वाले बच्चों को अपने जद में ले लिया हैं। आंखों की बीमारी से ग्रसित इन बच्चों का उपचार चल रहा हैं। 

मिली जानकारी के मुताबिक भोपालपटनम ब्लॉक में संचालित पोटाकेबिन आवासीय विद्यालयों में पढऩे वाले बच्चे इन दिनों आंखों की बीमारी कंजक्टिवाइटिस की चपेट में आ गए हैं। बच्चों का उपचार शुरू कर दिया गया है। इनमें कुछ बच्चों की तबीयत में सुधार भी हो रहा है। 

बताया गया है कि सेंड्रापल्ली, पेगड़ापल्ली तारलागुड़ा व भोपालपटनम पोटाकेबिनों के 70 से ज्यादा बच्चे इस संक्रमण से ग्रसित हो गए हैं, वहीं तारलागुड़ा के 40 से ज्यादा बच्चों को उनके परिजन कंजक्टिवाइटिस के डर से घर लेकर चले गए हैं। हालांकि सभी बच्चों का उपचार शुरू कर दिया गया है। इनमें से कुछ बच्चे ठीक भी हो गए हैं। डॉक्टर इससे बचने के उपाय भी बता रहे हैं। 

बताया गया है कि बारिश के मौसम में बैक्टीरिया के ग्रोथ बढऩे से कंजेक्टिवाइटिस बीमारी अधिक होती है। इसके चलते आवासीय विद्यालय के बच्चे ज्यादा इसकी जद में आ रहे हैं। सेंड्रापल्ली पोटाकेबिन के अधीक्षक श्री प्रसाद ने बताया कि उनके यहां 50 बच्चे कंजेक्टिवाइटिस से ग्रसित हैं। उनका उपचार चल रहा हैं। कुछ बच्चे अब ठीक हैं। उन्होंने बताया कि डॉक्टर यहां आकर बच्चों की जांच करके गए हैं। 

वही तारलागुड़ा बालक पोटाकेबिन के अधीक्षक अल्वा गौरैया ने बताया कि उनके पोटाकेबिन में अभी 10 बच्चे आई फ्लू (कंजक्टिवाइटिस) से पीडि़त हैं। अधीक्षक ने बताया कि इस बीमारी के डर से 40 से ज्यादा बच्चों को उनके परिजन घर लेकर चले गए हैं। 

पेगड़ापल्ली अधीक्षक बन्दम ने बताया कि उनके संस्था में 6 बच्चे कंजक्टिवाइटिस से पीडि़त हैं। बालिका पोटाकेबिन भोपालपटनम की अधीक्षिका चन्द्रा नागवंशी ने बताया कि उनके यहां भी अभी 6 बच्चियां इस बीमारी से ग्रसित हंै।  उन्होंने ये संख्या बढऩे की संभावना भी जताई हैं। उन्होंने बताया कि उनकी संस्था में 250 बच्चियां है जो एक छोटा भवन में संचालित हो रही है। ऐसे में कंजेक्टिवाइटिस का संक्रमण बढ़ सकता हैं। 

इस बारे भोपालपटनम बीआरसी मिजऱ्ा खान से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनके पास अभी तक इस तरह की जानकारी अधीक्षकों से नहीं आई हैं। वहीं कन्या पोटाकेबिन अधीक्षिका से जानकारी लेने उन्हें कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
 

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